अतिथि देवो भवः की मिसाल,टैक्सी ड्राइवर ने विदेशी पर्यटक का पर्स और बैग लौटाया 

इंटर नेशनल योगा फेस्टिवल के लिए ऋषिकेश पहुचें पेरिस एन्यूम का एयरपोर्ट से ऋषिकेश आते हुए टैक्सी में पर्स छूट गया था।1 मार्च से शुरू हो रहे इंटर नेशनल योगा फेस्टिवल के लिए ऋषिकेश आये पेरिस के एन्यूम एयरपोर्ट से ऋषिकेश मुनि की रेती पहुंचे। एन्यूम का विदेशी करेंसी और भारतीय रुपये से भरा पर्स टैक्सी में छूट गया और वो जल्बाजी में परमार्थ निकेतन पहुंच गया जंहा उन्होने देखा कि उनका पर्स और बैग गुम हो गया है। बैग में नकदी के अलावा उनका पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड भी था। समझ नहीं आया क्या करे ,कैसे वो पराये देश में रहेगा ,ऐसे में डोईवाला निवासी टैक्सी ड्राईवर कीर्ति सिंह नेगी ने इसे ढूंढ कर उनका बैग वापस करा।

डोईवाला के रहने वाले और पेशे से टैक्सी ड्राईवर कीर्ति सिंह नेगी ने रामझूला में अपनी टैक्सी में सवार विदेशी यात्री को उतार दिया और वापस लौटने लगा तभी उसकी नजर टैक्सी में पड़े एक बैग पर गयी जो उस विदेशी यात्री का था। कीर्ति सिंह ने अपनी गाड़ी में आये दोनों विदेशी यात्रियों को ढूंढना शुरू किया। एक तपोवन में मिला लेकिन बैग उस पर्यटक का नहीं था। दूसरे की तलाश में वो परमार्थ निकेतन गया जंहा कोई मदद नहीं मिली थक हारकर कीर्ति सिंह नेगी ने मुनि की रेती थाने में पहुंच कर पुलिस को सुचना दी। इसके बाद पुलिस की मदद से बैग के मालिक एन्यूम की खोज खबर करवाई और उसके हाथों में सुरक्षित बैग सौंप कर एक बड़ी मिसाल कायम करी।

ऋषिकेश उत्तराखंड में पर्यटन की सबसे प्रमुख जगह है जंहा पर देशी विदेशी पर्यटक आकर यहाँ की आर्थव्यवस्था को मदद पहुंचाते हैं ऐसे में एक टैक्सी ड्राईवर की ईमानदारी सही मायनो में अतिथि देवो भवः की परम्परा को मजबूती प्रदान करती है। ऋषिकेश वैसे तो पूरे विश्व में अपने योग और आध्यात्म के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि यहाँ पूरे विश्व से पर्यटक गंगा के तट पर खिंचे चले आते है। ऐसे में विदेशी सैलानियों के साथ अगर कुछ अनहोनी हो जाए तो यहाँ की छवि को भी बड़ा झटका लगता है। ऐसे में ऋषिकेश निवासी कीर्ति सिंह नेगी ने शहर की छवि को चार चाँद लगा दिये हैं।