जनवरी से नौ जिलों का होगा मास्टर प्लान तैयार

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देहरादून। स्थानीय विकास प्राधिकरण के गठन के बाद उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण (उडा) ने नौ जिलों में करीब 27 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल पर मास्टर प्लान तैयार करने की कसरत शुरू कर दी है। जनवरी माह से इन जिलों में मास्टर प्लान के लिए बेस सर्वे का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जबकि अल्मोड़ा जनपद में सर्वे कार्य के लिए आदेश भी जारी कर दिए गए हैं और यहां चंद रोज के भीतर सर्वे कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

उडा के कार्यक्रम प्रबंधक कैलाश पांडे के मुताबिक जनवरी माह के पहले या दूसरे सप्ताह में मास्टर प्लान के लिए सर्वे का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए विभिन्न सूचीबद्ध एजेंसियों को जिम्मा सौंपा गया है। सर्वे में संबंधित क्षेत्रों की भौगोलिक वस्तु स्थिति का जीआइएस (ग्लोबल इंफॉर्मेशन सिस्टम) का सहारा लिया जाएगा। पूरे क्षेत्र की मैपिंग कर स्पष्ट किया जाएगा कि धरातल पर कहां पर क्या है। सर्वे के लिए एजेंसियों को छह माह क समय दिया जाएगा। इसके बाद धरातलीय प्रकृति के बाद मास्टर प्लान तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मास्टर प्लान के बाद संबंधित क्षेत्र में इसी के अनुरूप भवनों के नक्शे पास किए जाएंगे। जबकि फिलहाल विकास प्राधिकरणों में आसपास के भू-उपयोग के हिसाब से निर्माण की अनुमति दी जा रही।
यहां होगा मास्टर प्लान को सर्वे
जिला, प्राधिकरण क्षेत्र
पौड़ी, पौड़ी।
चमोली, चमोली, औली।
उत्तरकाशी, उत्तरकाशी-गंगोत्री।
रुद्रप्रयाग, रुद्रप्रयाग।
नैनीताल, नैनीताल-हल्द्वानी-काठगोदाम।
ऊधमसिंहनगर, काशीपुर-बाजपुर-किच्छा।
चंपावत, चंपावत।
पिथौरागढ़, पिथौरागढ़।
अल्मोड़ा, अल्मोड़ा।
मास्टर प्लान एक साथ होगा तैयार
उडा के कार्यक्रम प्रबंधक कैलाश पांडे के मुताबिक स्थानीय विकास प्राधिकरण के गठन के बाद प्रदेश में 12 जिला स्तरीय प्राधिकरण भी बनाए गए। नौ स्थानीय प्राधिकरणों में सर्वे के बाद जिला स्तरीय प्राधिकरण में पूरे जिले को सर्वे के दायरे में लिया जाएगा और फिर पर मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।