उत्तराखंड की डबल इंजन सरकार जल्द पहाड़ों को रोपवे से जोड़ेगी

    ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन और चार धाम ऑल वेदर रोड परियोजना के बाद अब पहाड़ों को रोप वे से जोड़ने का सपना पूरा होने जा रहा है, केंद्र सरकार जल्द ही राज्य को रोप वे परियोजना का तोफा दे सकती है,जिसके लिए प्रदेश सरकार ने तैयारी शुरू क्र दी है। परियोजना शुरू होने से उत्तराखंड में पर्यटन को नयी दिशा मिलेगी और यहाँ रोजगार के भी अवसर खुल सकेंगे।

    उत्तराखंड पूरे विश्व में अपने पर्यटक स्थल और तीर्थ स्थल के लिए जाना जाता है जहां देश विदेश से लोग हर साल आते हैं ऐसे में उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों को अब रोप वे योजना से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है जिसके लिए प्रदेश सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। आपको बता दें उत्तराखंड के 7 पर्यटक स्थलों को रोप वे से जोड़ा जाना है प्रदेश सरकार ने यह प्रस्ताव ब्रिडकुल ब्रिज रोप वे एंड अदर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन से तैयार कराए हैं इन सभी रुपए की लागत 1228.06 करोड़ रुपए लगाई गई है, प्रस्तावों पर केंद्र की मंजूरी के बाद ब्रिड कुल इन रोप वे का निर्माण कराएग।

    पहले भी राज्य सरकार योजनाओं को पीपीपी मोड पर बनाने की सोच रही थी लेकिन निवेशकों में दिलचस्पी नहीं दिखाई प्रदेश सरकार ने इसका जिम्मा बिल्कुल के कंधों पर सौंपा है जिसको लेकर प्रदेश के पर्यटन मंत्री भी उत्साहित हैं उनका कहना है कि यह महत्वकांक्षी योजना उत्तराखंड वासियों के लिए तीर्थ स्थल और पर्यटन स्थल को जोड़ने का काम करेगा, जिसमें ऋषिकेश से कुंजापुरी, हाथीपांव से मसूरी, स्नोव्यू से नैना पीक, बीफ, खरसाली से यमुनोत्री, बरसू से दायरा, सोनप्रयाग से केदारनाथ, घांघरिया से हेमकुंड मौजूद हैं।

    उत्तराखंड में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए यह प्रोजेक्ट काफी अहम मारा जा रहा है जिससे पर्यटन के क्षेत्र में काफी बढ़ावा होगा स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और साथ ही पहाड़ से हो रहे पलायन पर भी रोक लगेगी और पर्यटकों को जहां पहले उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों को करीब से दीदार नहीं कर सकते थे वह इसकी वजय से पहाड़ों की खूबसूरती को करीब से देख पाएंगे और जहां वह नहीं पहुंच सकते थे वहां रो रोपवे के जरिए आसानी से पहुंच सकेंगे। दूसरी ओर इस परियोजना से व्यापारियों में भी काफी खुशी है उनका मानना है कि रोप वे की मदद से पहाड़ी क्षेत्रों में भी सामान आसानी से पहुंचाया जा सकेगा, पहले ढुलाई के काफी पैसे लगते थे और वक्त भी काफी लग जाता था लेकिन इस परियोजना से यह बहुत आसान हो जाएगा और काफी फायदेमंद भी रहेगा।

    उत्तराखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं है ऐसे में अगर केंद्र सरकार दवरा रोप वे प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिलती है तो इससे आने वाले समय में पर्यटन में तेजी होने के आसार बन जायेंगे और उत्तराखंड पर्यटन का एक नया हब बन सकेगा।