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बागेश्वर में तेंदूएं को रेस्क्यू कर पहुचांया ज़ू

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उत्तराखण्ड के बागेश्वर में एक घर में तेंदुआ घुंसने से दिनभर दहशत बनी रही जबकि शाम को ट्रेंक्युलाईजर टीम आने के दस घण्टे बाद ही तेंदुए को बेहोश कर पिंजरे में कैद किया जा सका । अल्मोडा से आयी वन विभाग की टीम ने टेक्यूलाईज कर तेंदुए को मकान के कमरे से बाहर निकाला। सवेरे लगभग दस बजे तेंदुए के घर में घुसने के बाद से ही वन महकमा केवल एक ट्रेंक्यूलाइजर बंदूक की कमी के कारण दस घंटे बाद ही तेंदुए को बेहोश कर क्षेत्र को इस खतरे से निजात दिल सका।

बागेश्वर में ब्लॉक प्रमुख रेखा खेतवाल के घर के पीछे की गल्ली में सवेरे तेंदुआ घुस गया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम अपने दल बल के साथ मौके पर पहुँच गई । वन विभाग ने कड़ी मशक्कत कर तेंदुए की घेराबंदी कर दी । तेदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा तत्काल पिंजरा लगाया गया जिसमें एक काले कुत्ते को शिकार बनाकर रखा गया । वन विभाग की इस चाल में तेदुआ नहीं फंसा। तेदुए को कमरे से बाहर निकालने के लिए मशाल का भी प्रयोग किया गया। लेकिन तेंदुएं को वन विभाग पिंजरे में बन्द नही कर सका । तेदुएं को पकडते समय तेदुएं ने वन विभाग का टार्च भी तोड़ दिया। कई घण्टे बीत जाने के बाद जब तेदुएं को वन विभाग के लोग बाहर नहीं निकाल सके तो अल्मोड़ा से वन विभाग की ट्रेंक्यूलाइजर टीम को बुलाया गया। करीब 10 घण्टे बाद अल्मोडा से वन विभाग की टीम टेक्यूलाईजर गन के साथ मौके पर पहुची जहां टेक्यूलाईजर गन से तेदुएं को बेहोस किया जा सका । तेंदुए को लोगों की भीड़ के बीच पिंजरे में डाला गया। प्रत्यक्षदर्शी आर्दश ने बताया कि सुबह के समय उसने छत से तेदुएं को आते हुए देखा। उसने चिल्लाकर सबको आगाह करना चाहा तो तेंदुए ने उसपर ही गुर्रा दिया। तेदुंए ने थोडी देर तक उसको देखा और ब्लाक प्रमुख के घर के पीछे की गैलरी में छुप गया। शोर मचाने के बाद लोग इक्टठा हुए और इसकी सूचना वन विभाग की दी। वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर दस घंटे बाद तेदुएं को पिंजरे में बंद किया और अल्मोड़ा ज़ू  को भेज दिया।

कांग्रेस के लिए ‘वन मैन आर्मी’ बने हरीश रावत

उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी में पिछले कुछ महीनों औऱ खासतौर पर चुनावों के दौरान हुए मंथन के बाद काफी हद तक राज्य में कांग्रेस के पास हरीश रावत के अलावा कोई खास नेता बचा नही है। और शायद यही कारण है कि राज्य में चुनावों के दौरान प्रचार की कमान भी हरीश रावत के हाथों में तो है ही साथ ही साथ रावत के आस पास ही केंद्रित है। फिर चाहे वो हरीश रावत का हाल ही में जारी संकल्प पत्र हो या फिर राज्य के हर कोने में रैली और जनसभाऐं करने के लिये उनकी मांग। इस सबके बीच कुछ दिनों पहले कांग्रेस ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें हरीश रावत को प्रसिद्ध फिल्म बाहुबली के नायक के रूप में दिखाया गया है औऱ उन्हें उत्तराखंड का नायक बताया गया है। सोशल मीडिया पर वाइरल हो रहे इस वीडियो पर मोदी समेत बीजेपी के कई नेताओं पर तंज भी कसे गये हैं। बीजेपी के मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन का कहना है कि कांग्रेस के पास चुनाव में जाने के लिये कोई मुद्दे नही हैं इसलिये वो इस तरह के नाटकों का सहारा ले रही है।भसीन ने कहा खुद को बाहुबली दिखाने वाले सीएम वहीं है जिन्होंने पैसों से विधायक खरीदें और अपनी सरकार बचाने के लिए भ्रष्टाचार का सहारा लिया।खुद को बाहुवली कहने वाले सीएम अब तक के सबसे बलहीन सीएम रहे हैं।देवेंद्र भसीन ने कहा कि इस तरह के माध्यम से प्रचार करके कांग्रेस अपना दूषित मानसिकता को दिखा रही।भसीन ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को इस तरह से दिखाने के लिए कांग्रेस को भाजपा से माफी मांगनी चाहिए।

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रावत ने कांग्रेस की नय्या पार लगाने का जिम्मा इसलिए भी लिया है क्योंकि पार्टी के प्रत्याशी अपनी सीटों पर बुरी तरह से उलझे हुए है। जिस तरह से सहसपुर के टिकट को लेकर आर्येंद्र शर्मा जैसे उम्मीदवार ने पार्टी से हट कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया इससे पार्टी की नींव कमजोर पड़ती नज़र आ रही है। दूसरी तरफ मनमोहन सिंह मल्ल ने भी यह घोषणा कर दी है कि वे कांग्रेस पार्टी के निशान पर ही चुनाव लड़ेंगे। अब हालात यह है कि रावत को दो सीटों से चुनाव लड़ना पड़ रहा है जो की किसी चुनौती से कम नहीं हैं। रावत को आशा है कि इस तरह से वो गढ़वाल और कुमाऊं दोनों इलाकों में और सीटों पर भी पार्टी के पक्ष में हवा बनाने में कामयाब रहेंगे।

बहरहाल बीजपे इसे कांग्रेस में नेताओं की कमी कह रही है औऱ कांग्रेस हरीश रावत को राज्य का एकमात्र ज़मीनी नेता स्थापित करने में लगी है। इन दोनों में से कौन सही है और कौन गलत इसका फैसला तो 11 मार्च को नतीजे घोषित होने पर हो जायेगा।

 

 

केन्द्रीय बजट से स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आएगा : नड्डा

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केन्द्र का बजट समावेशी बजट है। यह बजट मोदी सरकार के लक्ष्य सबका साथ सबका विकास की ओर उठाया गया अहम कदम है। यह कृषि और किसानोन्मुखी बजट भी है। यह कहना है उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी जेपी नड्डा का। वे आज यहां भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने केन्द्रीय बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह बजट लैंडमार्क बजट है। यह आजाद भारत में पहली बार हुआ कि रेल बजट और आम बजट एक साथ आया। यह बजट सूत्र वाक्य सबका साथ सबका विकास पर चल रहा है।
उन्होंने कहा कि यह बजट गरीबोन्मुख, महिला उत्थानोन्मुख, युवा उन्मुख, कृषि और किसानोन्मुख है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो पिछले साल की तुलना में इस बार स्वास्थ्य की धनराशि में 27 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले साल के 37061.55 हजार करोड़ की तुलना में इस बार 47352.51 हजार करोड़ से अधिक का प्रावधान स्वास्थ्य के लिए किया गया है जिससे देश की स्वास्थ्य सुविधाओं में आधारभूत परिवर्तन होगा। इससे हम शहरी और ग्रामीण भारत में इससे बहुत कुछ कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस साल हम पैरालिसिस और फाइलेरिया के उन्मूलन की दिशा में बड़ा काम करेंगे। स्वास्थ्य शिक्षा में 5 हजार पीजी सीटें बढ़ाई गई हैं। इससे हमारे देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आएगा। नड्डा ने कहा कि उत्तराखंड सरकार झूठा आरोप लगाती है कि उसको केन्द्र पैसा नहीं दे रही जबकि पिछले साल 1942 करोड़ रुपया उत्तराखंड को एनएचएम में दिया गया था। लेकिन उसमें से 139 करोड़ रुपया की पहली किस्त राज्य के खजाने में 91 दिनों तक बेकार पड़ी रही। सरकार ने इसे रिलीज नहीं किया। जबकि स्वास्थ्य का मामला बेहद संवेदनशील होता है। उन्होंने कहा कि 31 दिसम्बर 2016 की क्लोजिंग के बाद भी अभी तक सरकार के खजाने में केंद्र का 179 करोड़ रुपया पड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत सरकार के पास विकास का विजन ही नहीं है। इसलिए इस बार ऐसी लापरवाह सरकार को बदलना जरूरी है।
एक प्रश्न के जवाब में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सुपर स्पेसिलिटी ब्लॉक के लिए किसी भी कॉलेज को केंद्र सरकार 200 करोड़ रुपये दे सकती है। हम स्वास्थ्य शिक्षा को मजबूती देने के लिए हम ऐसा करेंगे।

कांग्रेस से नाराज विजयलक्ष्मी ने सीएम रावत पर लगाया आरोप

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टिकट बंटवारे को लेकर बागियों की नाराज़गी कम करने में नाकामयाब रहा कांग्रेस खेमा।ऋषिकेश चुनावी मैदान में डटी हुई हैं पूर्व राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गुसाईं। गुसाईं ने सीएम हरीश रावत व कांग्रेस पर लगाया आरोप।

जैसे जैसे चुनावी तारीख नजदीक आ रही है वैसे वैसे कांग्रेस के लिए प्रदेश में मुश्किले थमने का नाम नही ले रही। टिकट बंटवारे को लेकर शुरु हुई नाराजगी के चलते अब आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी बनता जा रहा है। इसी कड़ी में पूर्व राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गुसाईं ने भी रावत सरकार पर जमकर आरोप लगाया। ऋषिकेष विधानसभा से निर्दलीय प्रत्यशी के रूप में विजय लक्ष्मी गुसाईं चुनावी रणभूमि में कूद चुकी है,ऋषिकेश प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता कर हरीश व कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के विकास में हमेशा कांग्रेस ने धीमी गति दिखाई है, उन्होंने बताया कि प्रदेश में हमेशा उनकी उपेक्षा की गई है। इसी बीच प्रेस वार्ता के दौरान विजय लक्ष्मी गुसाईं भावुक हो उठी। उन्होंने कहा कांग्रेस ने महिलाओं का अपमान किया है।

मनुजेंद्र शाह ने बेटी शिवजा को बनाया अपना उत्तराधिकारी

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टिहरी राजघराने के मुखिया महाराजा मनुजेंद्र शाह ने बेटी शिवजा को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। बसंत पंचमी पर्व पर नरेंद्रनगर राजमहल में बुधवार को उन्होंने इसकी विधिवत घोषणा की। उन्होंने कहा कि राजघराने की सभी परंपराएं उनके बाद उनकी पुत्री शिवजा कुमारी के हाथों ही संपन्न होंगी। राजमहल में भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट की तिथि निर्धारित किए जाने के अवसर पर शिवजा कुमारी भी उनके साथ मौजूद रहीं।
शिवजा कुमारी ने कहा कि राज परंपराओं के निर्वहन के लिए उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वह पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगी। वह राजघराने की समस्त परंपराओं व मान्यताओं का विधिवत रूप से निर्वहन करेंगी।

(इस खबर को न्यूज़ पोस्ट टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

कांग्रेस ने पार्टी से 24 बागियों को किया निष्कासित

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बीते बुधवार को डैमेज कंट्रोल का आखिरी दिन था और साथ ही रुठे हुए बागियों के पार्टी में वापस आने का भी अंतिम दिन।पार्टी की लाख कोशिशों के बाद भी बहुत से बागी वापस नहीं आए और इसका खामियाजा पार्टी को चुनाव में भरना होगा। इस अफरा तफरी में कांग्रेस ने  पार्टी से कुछ बागियों को निष्काशित कर दिया है।कांग्रेस द्वारा निष्कासित बागियों में पहला नाम सहसपुर निर्दलीय प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा का है।इसके साथ ही रजनी रावत भी निष्कासित लिस्ट में शामिल है।साफतौर पर कहा जाए तो इस लिस्ट में लगभग हर उस प्रत्याशी का नाम है जिसने कांग्रेस के खिलाफ आने वाले चुनाव में हल्ला बोल करने का ऐलान किया है।

कांग्रेस के निष्कासित 24 बागी इस प्रकार हैः

  • आर्येन्द्र शर्मा
  • लक्ष्मण सिंह नेगी
  • नवीन बिष्ट
  • हाजी नूर हसन
  • मैडम रजनी रावत
  • रामसिह कैड़ा
  • गोपाल चमोली
  • मुरारीलाल खण्डवाल
  • विजयपाल सिंह रावत
  • जितेन्द्र तिवाडी
  • श्रीमती बृज रानी
  • रवीश भटीजा
  • के.एल. आर्या
  • हरेन्द्र सिंह बोरा
  • देवकीनन्दन शाह
  • श्रीमती रेणु बिष्ट
  • कुबेर सिंह कठायत
  • प्रदीप थपलियाल
  • शूरवीर सिह सजवाण
  • प्रकाश चन्द रमोला
  • विपुल जैन
  • अर्जुन सोनकर
  • टी.सी. भारती
  • कुमारी सारिका प्रधान

उत्तराखंड चुनावों पर पसरा माओवाद का खतरा, नैनीताल में फूंकी सरकारी गाड़ी

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उत्तराखण्ड में चुनाव बहिष्कार को लेकर माओवादियों ने नैनीताल की धारी तहसील में एक सरकारी गाडी फूँक दी। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव बहिष्कार और जनयुद्ध की चेतावनी देते हुए पोस्टर बैनर लगा दिए हैं । बुधवार देर रात लगभग 2:30 बजे हुई इस घटना के बाद पी.ए.सी., पुलिस और जिला प्रशासन फौरन हरकत में आया और मौके पर पहुंच गया । कुमाऊ क्षेत्र के डी.आई.जी.अजय रौतेला, जिलाधिकारी दीपक रावत, एस.एस.पी. जनमेजय खंडूरी, ए.एस.पी.हरीश चंद सती और भवाली के सी.ओ.राजेंद्र सिंह ह्यांकि समेत तमाम प्रशासन और पुलिस बल मौके पर पहुँच गया । पोस्टर बैनरों और दीवारों में लिखे मैटर के अनुसार ये लोग भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, माओवादियों के गुट के लग रहे हैं।
घटना सथल पर मिलि लिखित सामग्री के अनुसार भा.क.पा.माओवादी ने प्रशासन को सीधी चुनौती दी है और ललकारा है । धारी क्षेत्र में हुई इस घटना में पशु चिकित्सालय, दूध डेरी, लघु सिचाई, तहसील कार्यालय, ब्लाक कार्यालय, ए.एन.एम सेण्टर, बिष्ट जर्नल स्टोर, अंकुर बार आदि में पोस्टर बैनर लगाए गए है । माओवादियों ने क्षेत्र की जनता को भड़काते हुए वन खनन पर जनता का राज कायम करो, फूट डालो राज करो की नीति का बहिष्कार करो, वोट बहिष्कार करो, उत्तराखण्ड में जनयुद्ध तेज करो, शराब के ठेकों को ध्वस्त करो, शराब व्यवसाइयों की संपत्ति को जप्त करो और जनहित कार्यों में लगाओ, युवाओं को रोजगार के लिए ट्यूरिज्म हब नहीं बल्कि उद्योग चाहिए । “अमीरों की जागीर नहीं यह जल जंगल हमारा है”, “जो धरती पर जोते बोवे वही धरती का मालिक होवे” जैसे जनविरोधी और क्रांतिकारी नारे पोस्टर और लिखे गए हैं ।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी, जनयुद्ध की राह चलो भी कई पोस्टरों में लिखा गया है । पुलिस और प्रशासन ने सवेरे पहुंचकर पोस्टर निकलवाए और लिखी गई भड़काऊ भाषा को पेंट कर मिटाया । अब पुलिस और प्रशासन मिलकर संभावित ठिकानों में कॉम्बिंग कर इन माओवादियों की तलाश करने का मन बना रही है । चार ज़ोन बनाकर की टीमें भेजी जा रही हैं कॉम्बिंग करने के लिए ।

पर्यावरण संरक्षण के लिए ”द ग्रीन वोट बैंक मुहिम”

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द ग्रीन वोट बैंक मुहिम,देहरादून के शिक्षित छात्रों के ग्रुप मैड (मेकिंग ए डिफ्रेंस बाई बिंग द डिफ्रेंस) की एक उम्दा पहल है।जून 2011 में इस ग्रुप की स्थापना के बाद नीति सिफारिशों के माध्यम से शहर की काया पलट करने का जिम्मा इन छात्रों ने उठाया और इनके पहल से देहरादून की छवि काफी सुधरी है,और इतना ही नहीं इस ग्रुप ने मेयर और मुख्यमंत्री से अपने ग्रीन एजेंडा के लिए सक्रिय सहायता भी ली है।पिछले 6 साल में इस ग्रुप ने लगभग 500 गतिविधियां की है जैसे कि सफाई के लिए जागरुकता अभियान,दूषित दीवारों को साफ करने का अभियान,पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधा लगाओ अभियान आदि।

अब जब राज्य में चुनावों का माहौल है,राजधानी देहरादून में मैड ने एक और पहल की है ग्रीन पालिटिक्स की।मैड के एक्टिविस्ट ज्यादातर 15-23 साल के उम्र के घेरे में आते हैं और इसमें 50 एक्टिव सदस्य है और कुल 14,000 सदस्य है जिनमें से कुछ फेसबुक से जुड़े है कुछ आनलाईन और कुछ आफलाईन कैंपेन से जुड़े है।इस वोट बैंक की मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए काफी लोग जुड़ रहें क्योंकि ग्रीन वोट बैंक इस तरीके का पहला मुहिम है।

उद्देश्य- कम से कम 10,000 वोटर-मुख्यतः पहली बार मतदान करने वाले,जो अपने वोट को पर्यावरण संरक्षण के लिए सर्मपित कर सके और ऐसे उम्मीदवार को चुन सके जो इस मुहिम में ग्रुप मैड का साथ दे सके।इस बात को ध्यान में रखते हुए मैड के सदस्यों ने ग्रीन वोट बैंक फेसबुक पेज भी शुरु किया है जिसे इन्होंने गूगल के फार्म से लिंक किया है जिसको कोई भी आनलाईन भर सकता है और गांधी पार्क,एस्ले हाल,आई एस बी टी जैसी फेमस जगहों में इन्होंने अपना कैंप लगाया हुआ है, जिसमें कोई भी जाकर इस मुहिम का हिस्सा बन सकता है।इस मुहिम के जरिए यह ग्रुप चाहता है कि भाग दौड़ की जिंदगी से कुछ समय निकालकर जनता एक संयोजित कदम उठा सके जिसका फायदा सिर्फ आज की जेनरेशन के साथ साथ आने वाली पीढ़ी को भी हो।

यह ग्रुप अबतक दून के 5000 लोगों तक पहुंच चुका है,जो एक बहुत सम्मोहित करने वाला रिस्पांस है। यह कैंपेन 3 हफ्ते पहले फेसबुक के माध्यम से शुरु हआ जिसमें लोगों की फोटो चिपका के उसपर यह लिखा कि, ‘मैं ग्रीन वोट के लिए कसम खाता हूं।’ ना सिर्फ युवा वर्ग बल्कि हर उम्र के लोगों ने बढ़ चढ़ कर मुहिम में ग्रुप का साथ दे रहें हैं। सीनीयर सिटिजन देवेश पांडे कहते हैं, “मैं पहले अपना वोट अपनी पसंद और अपनी वैचारिक सोच पर देता था लेकिन अंत में सभी नेता एक जैसे ही सिद्ध होते हैं तो क्यों ना इस चुनाव में एक मुद्दे को ध्यान मे रखकर वोट दिया जाए।”

शहर में काम करने वाले कुछ संस्थाएं जैसे कि राजपुर कम्यूनिटी इनिशिएटिव,आईना एक थिएटर ग्रुप और बहुत सारे संस्थाओं ने इस मुहिम को पूरा सर्मथन दिया है।मैड के सदस्यों ने यह योजना बनाई है कि वो पहले अपने मुहिम को एकजुट होकर ताकतवर बनाऐंगे और तब राजनितिक पार्टियों से बातचीत करेंगें और जो उम्मीदवार इनके ग्रीन एजेंडा को समझेगा और इनके नियमों पर चलने का दावा करेगा उसी उम्मीदवार को यह ग्रुप अपना ग्रीन वोट बैंक देगा और उसी पार्टी को इनका सर्मथन मिलेगा।

मैड के फाउंडिंग प्रेसिडेंट अभिजय नेगी कहते हैं,’वोट बैंक का अब तक एक नकारात्मक रुप देखा गया है।आप इस शब्द को हमेशा गलत कामों के लिए सुनेते होंगे लेकिन हमारी कोशिश है कि हम इस शब्द को सकारात्मक मीनिंग दे सकें-हम चाहते हैं कि नागरिक चुप ना रहें,एक कोशिश करें कि सरकार उनकी बातों को समझें और उनकी बात को संगठित रुप से माने और उसपर विचार करके कुछ अच्छा बदलाव कर सकें।”

हम ग्रुप मैड को उनके इस प्रेरणादायक कदम के लिए बधाईयां देते हैं।

 

उत्तराखंड में पहली बार किया गया घायल बाघ को रेस्क्यू

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उत्तराखण्ड में पहली बार पहाड़ों से वयस्क नर बाघ को घण्टों की मशक्कत के बाद सकुशल रेस्क्यू कर नैनीताल ज़ू लाया गया है। नैनीताल जिले के बैतालघाट ब्लाक में एक खंडहर पड़े भवन के पीछे किसी तार में फंसे घायल बाघ को घंटों की मेहनत के बाद रात के अँधेरे में वन विभाग की टीम ने जीवित रेस्क्यू कर लिया। बाघ दोपहर से बेतालघाट के चांदपुर लेहडा गांव में घुस आया था जहाँ वो एक खँडहर पड़ी इमारत के पीछे की झाड़ियों में तार से लिपटकर फंस गया था । ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद नैनीताल ज़ू की तीन टीमें लगभग डेढ बजे नैनीताल से 100 किलोमीटर दूर घटनास्थल के लिए रवाना हुई । डी.एफ.ओ.समेत एस.डी.ओ. और ज़ू के रेंजर भी मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए घटनास्थल पर पहुँच गए । ज़ू के चिकित्सक भी ट्रेंक्युलाइजर टीम को लेकर मौके पर पहुंचे । कई घण्टों की कड़ी मशक्कत के बाद इस जोखिमभरे ऑपरेशन में देर शाम बाघ को ट्रेंक्युलाइज कर बेहोश किया गया ।

दस फ़ीट लंबे और लगभग छह वर्ष आयु के इस नर बाघ की लंबाई 12 फ़ीट है जिसे तीन बार ट्रेंक्यूलाइज करके वन कर्मियों ने पिंजरे में डाला और उसे उच्च स्थलीय वन्यजीव प्राणी उद्यान यानि नैनीताल जू ले आए। ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने दोपहर में बाघ को देखा और इसके बाद इसकी जानकारी वन विभाग को दी । बाघ को देखने के लिए सेटी, धारकोट, खौला, तल्ली सेटी, अमेल आदि के ग्रामीण भारी संख्या में पहुंचे थे । ग्रामीणों के अनुसार इस क्षेत्र में हिरन, घुरड़, गुलदार, सूकर आदि बड़ी संख्या में देखे जाते हैं और ये क्षेत्र कॉर्बेट पार्क से महज 15 किलोमीटर की दुरी पर हैं । डी.एफ.ओ.धर्म सिंह मीना ने बाघ को सकुशल रेस्क्यू कर नैनीताल ज़ू पहुँचाने के लिए टीम में शामिल कर्मियों का आभार जताया और बताया कि बाघ इतनी ज्यादा ऊंचाई में कम ही देखे जाते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि इस घायल बाघ को वो कुछ समय स्वस्थ्य होने तक रखकर इसके प्राकृतिक वास यानि जंगल में छोड़ देंगे।

नाम वापसी के अंतिम दिन 51 प्रत्याशियों ने वापस लिये नाम

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बीते बुधवार को नामांकन वापसी का आखिरी दिन था,उम्मीद के अनुसार काफी प्रत्याशियों ने चुनावी दंगल से अपने पांव खींच लिए है।

जनपद टिहरीः

जनपद की विधान सभाओ मंे बुधवार नाम वापसी के दिन 09-घनसाली(अ0जा0) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विजयलाल, 13-टिहरी से निर्दलीय प्रत्याशी भरत सिंह रावत एवं 14-धनोल्टी से निर्दलीय प्रत्याशी राजाराम डोभाल ने नाम वापस लिया।

जनपद चम्पावतः

विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2017 के अर्न्तगत जनपद की विधानसभाओं में आज दिनांक 01 फरवरी 2017 को नाम वापसी के अंतिम दिन किसी भी प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है।

जनपद पिथौरागढ़ः

विधानसभा सामान्य निर्वाचन के अर्न्तगत जनपद की चारों विधानसभाओं में आज 1 फरवरी को नाम वापसी के अंतिम दिन किसी भी प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया।इस प्रकार जनपद की चारों विधानसभाओं में अन्तिम रुप से कुल 30 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। आज इन प्रत्याशियों के चुनाव चिन्हं निर्धारित करने का कार्य भी सम्पन्न हो गया जिसमें प्रत्याशियों को आने वाले विधानसभा चुनाव के अन्तर्गत उनके चुनाव चिन्हं फाईनल कर दिये गये है।

जिसमें 42- धारचूला विधान सभा के अन्तर्गत 07 प्रत्याशियों हरीश धामी (कांग्रेस) चुनाव चिन्ह् हाथ, विरेन्द्र सिंह (निर्दलीय) को कप और प्लेट, दुर्गा प्रसाद (निर्दलीय) चुनाव निशान आइस क्रीम, विरेन्द्र पाल (भा0ज0पा0) निर्धारित निशान कमल, जितेद्र कुमार (ब0स0पा) चुनाव निशान हाथी, लाल सिंह खम्पा (यू0के0डी0) चुनाव निशान कुर्सी, देवेन्द्र सिंह (निर्दलीय) चुनाव निशान नाशपाती।43-डीडीहाट विधान सभा क्षेत्र के 06 प्रत्याशियों काशी सिंह ऐरी (यूकेडी) चुनाव निशान कुर्सी, किशन सिंह भण्डारी (निर्दलीय) चुनाव निशान कप और प्लेट, विशन सिंह चुफाल (भा0ज0पा0) चुनाव निशान कमल, प्रदीप पाल (कांग्रेस) चुनाव निशान हाथ, हरगोविंद पंत (ब0स0पा0) चुनाव निशान हाथी, विक्रांत पाण्डेय (निर्दलीय) बै चुनाव निशान टरी टॉर्च।44- पिथौरागढ़ से 10 प्रत्याशियों मयूख सिंह (कांग्रेस) चुनाव निशान हाथ, कृष्णा नन्द कापड़ी (निर्दलीय) चुनाव निशान गैस सिलेण्डर, प्रकाश पंत (भा0ज0पा0) चुनाव निशान कमल, सुषमा बिष्ट माथुर (यू0के0डी0) चुनाव निशान कुर्सी, गुलजार खान (निर्दलीय) चुनाव निशान कप और प्लेट, महेन्द्र सिंह (निर्दलीय) आंवटित प्रतीक छड़ी, रमेश सिंह बिष्ट (सपा) चुनाव निशान साइकिल, मनोज कुमार जोशी (निर्दलीय) चुनाव निशान फोनचार्जर, ललित मोहन भट्ट (निर्दलीय) चुनाव निशान हेलमेट, एंव रघुवर राम (ब0स0पा0) चुनाव निशान हाथी,45-गंगोलीहाट विधान सभा क्षेत्र से 07 प्रत्याशियों नारायण राम आर्य (कांग्रेस) चुनाव निशान हाथ, सुमित्रा देवी (निर्दलीय) चुनाव निशान गैस का चूल्हा, हरीश प्रसाद (उक्रांद) चुनाव निशान कुर्सी, मीना गंगोला (भा0ज0पा0) चुनाव निशान कमल, दिनेश कुमार (बहुजन संघर्ष दल) चुनाव निशान कॉच का गिलास, खजान चन्द्र ’गुड्डू’ (निर्दलीय) चुनाव निशान गैस सिलेण्डर, दीपक कुमार (ब0स0पा0) चुनाव निशान हाथी ।

जनपद नैनीतालः

जनपद के 6 विधान सभाओ में बुधवार नाम वापसी के दिन 59-हल्द्वानी से निर्दलीय प्रत्याशी जरयाब सिद्विकी, 60-कालाढूगी से निर्दलीय प्रत्याशी अफजाल एवं 61-रामनगर से सपा के फारूख खां ने नाम वापस लिया।

जनपद चमोलीः

विधानसभा सामान्य निर्वाचन में नामांकन करने वाले प्रत्याशियों के लिए नाम वापसी की अंतिम तिथि को किसी भी प्रत्याशी द्वारा नामांकन वापस नही लिया गया। जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र से किसी के भी नाम वापस न लिये जाने पर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 9-9 प्रत्याशी मिलाकर कुल 27 प्रत्याशी अब चुनाव मैदान में है। विदित है कि नाम निर्देशन प्रक्रिया के दौरान 29 प्रत्याशियों ने जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों से नामांकन पर्चे जमा करे थे परन्तु विधानसभा क्षेत्र बद्रीनाथ से नामांकन करने वाले राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी गोपाल सिंह के नियमानुसार 10 प्रस्तावक न होने के कारण नामांकन पत्र अस्वीकार किया गया था वही विधानसभा क्षेत्र कर्णप्रयाग से सैनिक समाज पार्टी के प्रत्याशी कुवंर सिंह ने 30 जनवरी को अपना नामांकन वापस ले लिया था।

विदित हो कि विधानसभा क्षेत्र बद्रीनाथ से बीजेपी के महेन्द्र भट्ट, सीपीआई के भरत सिंह कुंवर, यूकेडी के देवेन्द्र सिंह नेगी, कांग्रेस के राजेन्द्र सिंह भण्डारी, बीएसपी के मुकेश लाल कोशवाल, सपा के कीरत सिंह भण्डारी तथा निर्दलीय से कु0अरूणा, विनोद फोनिया एवं लक्ष्मी प्रसाद सती मैदान में है।

विधानसभा क्षेत्र थराली से बीजेपी के मगनलाल शाह, सीपएम के राजपाल कन्याल, कांग्रेस के प्रो0जीतराम टम्टा, प्रजामण्डल पार्टी के राधाबल्लभ कन्याल, सपा के वीरेन्द्र लाल टम्टा, यूकेडी के कस्वी लाल शाह, बीएसपी के मोहन लाल कन्याल एवं निर्दलीय से गणेश कुमार एवं गुड्डू राम मैदान में है।

विधानसभा क्षेत्र कर्णप्रयाग से सीपीआईएमएल के इन्द्रेश मैखुरी, बीजेपी के सुरेन्द्र सिंह नेगी, यूकेडी के बंलवत सिंह नेगी, कांग्रेस के डा. अनसूया प्रसाद मैखुरी, बसपा के कुलदीप सिंह कनवासी तथा निर्दलीय से आंनदमणी दत्त जोशी, मोहन सिंह नेगी, भगत सिंह नेगी एवं पदम सिंह नेगी मैदान में है। सभी निर्दलयी प्रत्याशियों को उनकी प्राथमिकता के आधार पर चुने गये प्रतीक चिन्ह निर्धारित कर प्रत्याशियों के नाम निर्धारित प्रारूप के साथ मुख्य निर्वाचन कार्यालय को भेजे गये है।

जनपद देहरादूनः

जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी रविनाथ रमन ने सूचना दी है कि विधानसभा सामान्य निर्वाचन के लिए आज नाम वापसी के दिन 6 प्रत्याशियों द्वारा नाम वापस लिये गये, जिसमें विधानसभा 17-सहसपुर से ऑल इण्डिया फारवर्ड ब्लाक के प्रत्याशी अमित कुमार गर्ग एवं निर्दलीय प्रत्याशी आजाद रमेश चन्द, 18-धर्मपुर से निर्दलीय प्रत्याशी सुदेश ईष्टवाल, 21-देहरादून कैन्ट से निर्दलीय प्रत्याशी रोहित अरोड़ा एवं राजेन्द्र सिंह धवन, 24-ऋषिकेश से निर्दलीय प्रत्याशी विजयपाल ने नाम वापस लिया।

जनपद हरिद्वारः

विधानसभा सामान्य निर्वाचन हेतु जनपद हरिद्वार की 11 विधानसभाओं के लिए नाम वापसी के दिन कुल 12 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया।

25-हरिद्वार से निर्दलीय प्रत्याशी तार्किक मित्तल एवं मुकेश कौशिक, 29-झबरेडा से निर्दलीय प्रत्याशी जितेन्द्र कुमार, 30-पीरान कलियर से निर्दलीय प्रत्याशी मौ0 अफजल अली, 31-रूडकी से निर्दलीय प्रत्याशी मनीषा बत्रा एवं विपुल अग्रवाल, 32-खानपुर से निर्दलीय प्रत्याशी अतुल सिंह पुण्डीर एवं शारिक अहमद, 33-मंगलौर से निर्दलीय प्रत्याशी कुलदीप एवं सरिता देवी, 34-लक्सर से निर्दलीय प्रत्याशी प्रिति देवी एवं विनीत कुमार सैनी ने अपने-अपने नाम वापस ले लिये हैं। जनपद हरिद्वार की कुल 11 विधानसभा सीटों से अब अंतिम रूप में कुल 106 प्रत्याशी मैदान में हैं।

जनपद अल्मोड़ाः

जिला निर्वाचन अधिकारी सविन बंसल ने बताया कि आज नाम वापसी के अन्तिम दिन जनपद के 06 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 03 प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस लिया। उन्होंने बताया पूर्व में द्वाराहाट के 02 प्रत्याशियों के प्रपत्र अपूर्ण होने के कारण उनका नाम निरस्त हो गया था उसके बाद 48 प्रत्याशी बचे थे। आज 48 द्वाराहाट विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग आफिसर गौरव चटवाल ने बताया कि द्वाराहाट में महेश लाल एवं श्रीमती भगवती देवी दोनो निर्दलीयों ने अपना नाम वापस लिया। इसी तरह 50 रानीखेत क्षेत्र के रिटर्निंग आफिसर रजा अब्बास ने बताया कि रानीखेत में श्रीमती हिमानी नैनवाल निर्दलीय ने अपना नाम वापस लिया है।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अब विधानसभा क्षेत्र द्वाराहाट में 09 प्रत्याशी, सल्ट में 10, रानीखेत में 05, सामेश्वर में 06, अल्मोड़ा में 11 और जागेश्वर में 04 प्रत्याशी चुनाव लडेंगे। नाम वापसी के पश्चात अब चुनाव कार्यक्रम के अनुसार उन्हें चुनाव चिन्ह् निर्धारित किये जायेंगे।

जनपद पौड़ीः

जनपद की विधान सभाओ में बुधवार नाम वापसी के दिन 36-यमकेश्वर से निर्दलीय प्रत्याशी विजया बडथ्वाल, 38-श्रीनगर से निर्दलीय प्रत्याशी शिव सिंह, एवं 39-चौबट्टाखल से राष्ट्रीय लोक दल के यशपाल सिंह नेगी ने नाम वापस लिया।

जनपद रूद्रप्रयागः

जिले के विधानसभा क्षेत्र 08-रुद्रप्रयाग से 02 निर्दलीय उम्मीदवारो ने नाम वापस लिये। जिसमें गजेन्द्र सिंह पंवार व चिरंजी प्रसाद शामिल है।

जनपद बागेश्वरः

जनपद की विधान सभाओ में बुधवार नाम वापसी के दिन 47 बागेश्वर से निर्दलीय प्रत्याशी सज्जन लाल टम्टा, रंजीत कुमार दास एवं श्याम चन्द्र, 46-कपकोट से निर्दलीय प्रत्याशी उमेद सिंह माजीला ने नाम वापस लिया।

जनपद ऊधमसिंहनगरः

बुधवार के 10 प्रत्याशियों द्वारा नाम वापसी की गई है। जिसके अनुसार अब जनपद में कुल 80 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गये हैं। जिलाधिकारी ने बताया विधान सभा सीट जसपुर से निर्दलीय विनय रोहेला, काशीपुर से सपा के इन्द्र सिंह व निर्दलीय असरार अहमद, बाजपुर से निर्दलीय मंगत सिंह, गदरपुर व किच्छा से निर्दलीय शिल्पी अरोरा, सितारंगज से निर्दलीय प्रत्याशी भावतोश, नवनीत कौर व दीपक कुमार एवं खटीमा से निर्दलीय प्रत्ष्याशी विक्रम चन्द्र ने नाम वापस ले लिया है।

जनपद उत्तरकाशीः

विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2017 में बीते बुधवार नाम वापिस के दिन कुल 4 प्रत्याशियों ने नामांकन वापस लियें। यमुनोत्री विधान सभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी गजेन्द्र सिंह एवं रमेश सिंह रावत ने अपने-अपने नाम वापिस लिए। गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी मानवेन्द्र सिंह रावत एवं राष्ट्रीय लोक दल पार्टी के रामप्रकाश भट्ट ने भी नाम वापिस लिए। उधर विधान सभा पुरोला से किसी भी प्रत्याषी के नाम वापिस नहीं हुये।