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अब ऐप के जरिए मुख्यमंत्री से सीधे जुड़ेगी जनता

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देहरादून। उत्तराखण्ड की जनता अब अपने स्मार्टफोन के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से सीधे जुड़ सकती है। मुख्यमंत्री गुड गवर्नेंस और जनता के साथ बेहतर संवाद के लिए लगातार प्रयासरत हैं। सोशल मीडिया और तकनीक के जरिये मुख्यमंत्री जनसंवाद में सक्रिय हैं।

इसी कड़ी में शुक्रवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री ने त्रिवेंद्र सिंह रावत ऐप लॉन्च किया। इस मोबाइल ऐप को एण्ड्रायड मोबाइल फोन में गूगल प्ले स्टोर और आई फोन में एप्पल स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस ऐप के कंटेंट इंग्लिश और हिन्दी दोनों ही भाषाओं में पढ़े जा सकते हैं। ऐप जनता से सीधा संवाद स्थापित करने, जन शिकायतों को सुनने और उनके त्वरित निस्तारण में मददगार साबित होगा। ऐप पर आने वाली जनशिकायतों का संज्ञान लेकर उनका त्वरित निस्तारण किया जाएगा। ऐप के माध्यम से देश के किसी भी कोने से सीधे मुख्यमंत्री से जुड़ा जा सकेगा। शिकायतें और सुझाव सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय तक भेजी जा सकेंगी। ऐप के जरिये समाधान पोर्टल पर भी शिकायतें और सुझाव दर्ज किए जा सकते हैं। ऐप के जरिये उत्तराखण्ड सरकार से संबंधित सभी खबरों को एक क्लिक से पढ़ या वीडियो देख सकते हैं। सरकार की योजनाओं की जानकारी, उनकी प्रगति और नए प्रयासों के बारे में ऐप से जानकारी मिल सकेगी। ऐप पर मुख्यमंत्री द्वारा किए गए ट्वीट देखे जा सकते हैं। इस ऐप पर सभी जिलों के जिलाधिकारियों व एसएफोन नंबर मौजूद हैं। जरुरत पड़ने पर जनता सीधे संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर सकती है। युवा वर्ग सीधे तौर पर ऐप के जरिये मुख्यमंत्री से जुड़ सकते हैं। मुख्यमंत्री के दैनिक भ्रमण और कार्यक्रमों की जानकारी भी ऐप पर उपलब्ध होगी। ऐप से अपने आसपास और क्षेत्र की किसी भी घटना या कार्यक्रम की सूचना सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी जा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आशा है कि ऐप सरकार व जनता के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने में सार्थक सिद्ध होगा।
जांच कमेटी गठित करने के आदेश
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को सचिवालय में मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि सिडकुल में अनियमिताओं की व्यापक जांच के लिए मुख्य सचिव को जांच कमेटी बनाकर निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है और किसी भी तरह के भ्रष्टाचार का समूल नाश किया जाएगा। जांच में दोषी पाए गए अधिकारियों और व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।

हाफ मैराथन में सड़क व महिला सुरक्षा का संदेश देंगे 20 हजार लोग

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देहरादून। नशा और भ्रष्टाचार के प्रति जागरूक करने के मकसद से बीते साल आयोजित हुई हाफ मैराथन का इस बार भी आयोजन किया जा रहा है। उत्तराखंड पुलिस द्वारा ‘सड़क सुरक्षा एवं महिला सुरक्षा’ थीम पर आयोजित किए जाने वाली इस विशेष हाफ मैराथन को 17 दिसम्बर को आयोजित किया जाएगा। खास बात यह कि इस बार न सिर्फ देश बल्कि विदेशों से भी प्रतिभागी प्रतिभाग करेंगे। मैराथन में 20 हजार से ज्यादा लोग भाग लेंगे।
शुक्रवार को सचिव उत्तराखंड पुलिस अशोक कुमार ने हाफ मैराथन को लेकर प्रेस वार्ता का आयोजन किया। पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में पत्रकारों को आयोजन की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि बीते साल उत्तराखंड पुलिस द्वारा ड्रग्स एवं भ्रष्टाचार के मुद्दों पर आयोजित की गई हाफ मैराथन के सफल आयोजन और जनता द्वारा की गई सराहना से प्रेरित होकर इस वर्ष भी हाफ मैराथन का आयोजन 17 दिसम्बर को किया जा रहा है।
इस बार मैराथन ‘सड़क सुरक्षा एवं महिला सुरक्षा’ की थीम पर आयोजित होगी। उन्होंने कहा कि यह दोनों मुद्दे पुलिस की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इन दोनो के अतिरिक्त मैराथन का उद्देश्य शारीरिक स्वस्थता एवं पुलिस को जनता से जोड़ने के संबंध में जागरुकता पैदा करना है।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना बेहद जरूरी
प्रत्येक वर्ष सड़क दुर्घटनाओें मे देश में लगभग डेढ़ लाख लोग अपना अमूल्य जीवन गंवाते हैं, जिससे परिवार और समाज को अपूरणीय क्षति पहुंचती है। ऐसे में प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह यातायात के नियमों का पालन करे और अन्य लोगों को भी इसका पालन करने के लिए जागरूक करें। हमारा मकसद है कि इस आयोजन से लागों को जागरुक किया जा सके ताकि सड़क दुर्घटना एवं जानमाल की क्षति में कमी लायी जा सके। प्रदेश में माह नवम्बर तक सड़क दुर्घटनाओं में अब तक 856 लोगों की मुत्यु तथा 1504 लोग घायल हुए हैं। इस प्रकार आपराधिक घटनाओं में जितनी मुत्यृ हो रही है उससे अधिक मुत्यु सड़क दुर्घटनाओं में हो रही है।

महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति करना होगा जागरूक
भारतीय संविधान ने महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में समान अधिकार प्रदान किये हैं। एक देश व राष्ट्र तभी उन्नति व प्रगति कर सकता है जब वहां की महिलाएं अपने आपको सुरक्षित महसूस करें और उनके सशक्तिकरण विकास और सुरक्षा के लिए एक अच्छा वातावरण प्रदान किया जाए। प्रदेश में साल 2017 में अब तक महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित कुल लगभग 2223 अभियोग प्रकाश में आए हैं। महिलाओं में जागरूकता बढ़ रही है और वे आगे आकर अपने अभियोग पंजीकृत करा रही हैं।
दो श्रेणियों में आयोजित होगी हाफ मैराथन
सचिव अशोक कुमार ने बताया कि इस बार की हाफ मैराथन में कुल 2 दौड़ रखी गई हैं। जिसमें एक 21 किमी और दूसरी 7 किमी रखी गयी है। 21 किमी में दो श्रेणियां- ओपन और मास्टर्स शामिल होंगे। वहीं, 7 किमी दोड़ में तीन श्रेणियां रखी गई हैं। इनमें एक जूनियर्स जिसमें 12 से 18 वर्ष के बच्चे, दूसरी ओपन व तीसरी श्रेणी मास्टर्स की निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि मैराथन में पुरुष एवं महिला धावकों के लिए अलग-अलग श्रेणियां रखी गई हैं। हाफ मैराथन में विभिन्न श्रेणियों में नकद पुरस्कार कुल धनराशि 10 लाख और 21 किमी पूर्ण करने वाले प्रत्येक प्रतिभागी को फिनिशर मैडल दिए जाएंगे। पूरे परिवार द्वारा प्रतिभाग करने पर और अधिकतम प्रतिभाग करने वाले स्कूल के प्रधानाचार्य को विशेष पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे।
देश ही नहीं विदेशों से भी कर रहे प्रतिभाग
हाफ मैराथन में 26 राज्यों के लगभग 20,000 लोगों द्वारा ऑनलाइन व ऑफलाइन आवेदन किया गया है। 21 किमी में कुल 5064 जिसमें 4524 पुरूष व 540 महिलाएं शामिल हैं। 7 किमी मैराथन दौड़ में कुल 10225 प्रतिभागी जिनमें 8181 पुरूष व 2044 महिला प्रतिभागी शामिल हैं। इसके अलावा अतिरिक्त 123 स्कूलों के लगभग 4500 छात्र भी हाफ मैराथन में प्रतिभाग कर रहे हैं। इस बार की हाफ मैराथन में न सिर्फ देश बल्कि विदेशों से भी प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। मैराथन में 11 विदेशी एथलीटों भाग लेंगे। जिनमें 7 कीनिया, 3 योथोपिया और एक यूएसए से भी पंजिकृत है।
फेसबुक पर लाइव होगी मैराथन
हाफ मैराथन को फेसबुक के जरिए लाइव किया जाएगा। 21 किमी दौड़ पुलिस लाइन रेसकोर्स से प्रारम्भ होकर ईसी रोड, राजपुर रोड़, कैनाल रोड, काठ बंगला होते हुए वापस आयोजन स्थल पर समाप्त होगी। 7 किमी दौड़ पुलिस लाइन रेसकोर्स से प्रारम्भ होकर ईसी रोड, सर्वे चौक होते हुए वापस आयोजन स्थल पर समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि मैराथन में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को 15 व 16 दिसम्बर को पुलिस लाइन रेसकोर्स देहरादून में ‘बीआईबी’ नम्बर वितरित किए जाएंगे। 17 दिसम्बर को पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी 7 बजे हाफ मैराथन का फ्लैग आॅफ करेंगे। जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 8:30 बजे विजेताओं को सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम में रंगारंग प्रस्तुतियों का भी आयोजन होगा। जिसमें प्रदेश के एकमात्र महिला बैंड ‘वुमनिया बैंड’ की प्रस्तुत आकर्षण का केंद्र होगी। प्रेस वार्ता में पुष्पक ज्योति, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र, निवेदिता कुकरेती, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, प्रदीप राय, अपर पुलिस अधीक्षक, नगर देहरादून भी मौजूद रहे।

ग्लोबल टीचर पुरस्कार के लिए हरिद्वार के प्रदीप का चयन

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हरिद्वार। दुनिया के 173 देशों के 30 हजार शिक्षकों में से ग्लोबल टीचर पुरस्कार के लिए 10 शिक्षकों का चयन किया गया है, उनमें हरिद्वार के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक प्रदीप नेगी भी शामिल हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ग्लोबल टीचर पुरस्कार के लिए भारत से चयनित होने वाले प्रदीप नेगी एकमात्र टीचर हैं। प्रदीप शारीरिक रूप से दिव्यांग है। प्रदीप नेगी जल्द ही अब दुबई में अंतिम चयन के लिए होने वाले समारोह में शामिल होंगे। यदि प्रदीप नेगी अंतिम 10 में स्थान बनाने में सफल हो गए तो उन्हें लंदन में ग्लोबल टीचर पुरस्कार से नवाजे जाने के साथ ही उन्हें एक लाख डॉलर की राशि प्रदान की जाएगी।

ग्लोबल टीचर पुरस्कार दुनिया में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले टीचरों को वारके फाउंडेशन नाम की संस्था द्वारा दिया जाता है। शिक्षक प्रदीप नेगी ने अपंग होने के बाद भी जो उपलब्धि हासिल की वह देश और प्रदेश के लिए गौरवांवित करने वाली है। एक पैर खराब होने के बाद भी बैसाखियों के सहारे चल कर एक सरकारी स्कूल का यह शिक्षक ने दुनिया पर छा जाने को तैयार है। प्रदीप नेगी जब महज दो साल के थे तो पोलियो की वजह से उनका एक पैर खराब हो गया था। धीरे-धीरे उम्र बढ़ती गई तो प्रदीप के भीतर दिव्यांग होने की वजह से हीनभावना आने लगी। इस दौरान उनके स्कूल के एक शिक्षक ने उनका हौसला बढ़ाया कि तो जैसे उनपर कुछ बनकर कर दिखाने का जुनून सवार हुआ। शारीरिक अक्षमता के बावजूद प्रदीप नेगी ने उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनका चयन पहली बार शिक्षक के लिए हुआ और उनकी नियुक्ति दुर्गम स्थान उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के जयखाला बोरेगावों के स्कूल में हुई। उन्हें नौकरी ज्वाइन करने के लिए खच्चर पर बैठकर स्कूल जाना पड़ा था। इसके बाद पहले रुड़की ओर फिर हरिद्वार के बीएचईएल स्थित राजकीय माध्यमिक स्कूल में स्थानानंतरण हुआ। प्रदीप नेगी आज दुनिया के ग्लोबल पुरस्कार के लिए सेमीफाइनल राउंड के बाद 30 हजार टीचरों में चुने गए 50 टीचरों में शामिल एकमात्र भारतीय टीचर हैं।
वारके फाउंडेशन द्वारा ग्लोबल टीचर पुरस्कार के लिए भारत से प्रदीप नेगी को अंतिम 50 में चुना गया है।
दुबई में दुनिया भर से चुने गए 50 टीचरों में से अंतिम रूप से 10 टीचरों को चुना जाएगा। वारके फाउंडेशन ने ग्लोबल टीचर पुरस्कार के लिए दुनिया भर से आवेदन मांगे थे। 173 देशों से इसके लिए करीब 30 हजार शिक्षकों ने आवेदन किया था। आवेदन के साथ आवेदक को शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अपने कार्यों का पूरा ब्यौरा, उनके वीडियो फुटेज, फोटो, अब तक मिले पुरस्कारों की जानकारी ओर अन्य सभी जरूरी दस्तावेज फाउंडेशन की वेबसाइट पर अपलोड करने होते हैं। इसके आधार पर शॉर्टलिस्ट किए गए आवेदकों का ऑनलाइन साक्षात्कार लिया जाता है। काफी लंबी, जटिल और बेहद कड़ी प्रकिया के बाद प्रदीप नेगी को अंतिम 50 प्रतियोगियों में चुना गया है।
प्रदीप नेगी ने अपने शिक्षण करियर में सरकारी स्कूल के छात्रों को बेहतरीन स्टार की शिक्षा देने के लिए कई नवीन प्रयोग किए। अर्थशासत्र के प्रवक्ता के रूप में उन्होंने अपने विषय मे छात्रों की रुचि पैदा करने के लिए मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर, टूल्स, वेबसाइट, ब्लॉग बनाए। उत्तराखंड सरकार द्वारा माइक्रोसॉफ्ट के साथ तकनीकी शिक्षा के लिए किए किए गए करार के तहत कीपर्सन के रूप में छात्रों के लिए ई कंटेंट, सॉफ्टवेयर टूल्स, डाटा एनालिसिस तैयार किया। उन्होंने शिक्षा के लिए कई तरह के मॉड्यूल विकसित किए। प्रदीप नेगी ने टीचर ट्रेनिग प्रोग्राम के तहत अब तक 1200 से ज्यादा शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर ट्रेंड किया है। उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें आईसीटी का राष्ट्रपति पुरस्कार, माइक्रोसॉफ्ट इनोवेटिव अवार्ड समेत करीब आधा दर्जन से ज्यादा अवार्ड मिल चुके हैं। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्रदीप नेगी को सम्मानित कर चुके हैं। स्कूल के छात्रों का कहना है उन्हें केवल खुशी ही नहीं है बल्कि वो अपने एक शिक्षक की इस उपलब्धि पर बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। प्रदीप नेगी की बेटी अपने पापा की इस उपलब्धि से बेहद खुश है। उसका कहना है कि उसके पापा दुनिया के सबसे अच्छे पापा हैं और दुनिया के 50 बेस्ट टीचर में से आकर उन्होंने उत्तराखंड का मान पूरी दुनिया में बढ़ाया है।

दून की खत्म होती नदियां बनेंगी लंदन की थेम्स नदी जैसी सुंदर

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मशहूर गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर अब देहरादून में भी रिवर फ्रंट बनेगा। इसके लिेये सरकार ने देहरादून में आखिरी सांसे गिन रही रिस्पना और बिंदाल नदियों को चिन्हित किया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में ये बताया गया कि रिवर फ्रंट बनाने के लिये हाइड्रोलॉजिकल स्टडी कर ली गयी है। इस निर्माण में नदियों के दोनों किनारों को विकसित किया जाएगा। एक किनारे पर सड़क और दूसरे किनारे पर ग्रीन स्पेस होगा। मास्टर प्लानिंग और फिजिबिलिटी स्टडी करा लिया गया है।

मुख्य सचिव ने बताया कि “इसके लिए पीएसयू (पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग) के साथ एमओयू किया जाय। कम से कम 65 प्रतिशत ग्रीन स्पेस रखा जाय। बैठक में बताया गया कि सड़क के अलावा साईकल ट्रैक, चेक डैम, हैबिटैट सेंटर, आवासीय परिसर, पार्किंग, योग पार्क,पैदल मार्ग,अस्पताल, व्यावसायिक काम्प्लेक्स, एसटीपी आदि बनाया जाएगा।”

गौरतलब है कि कई सालों से सरकारी उदासीनता और बेतरतीब निर्माण के कारण देहरादून की ये दोनो ही नदियां अपना अस्तित्व करीब करीब खो चुकी थी। नदियों में पानी न के बराबर रह गया है और अब ये नदी नहीं नाले की तरह लगती हैं। इसके साथ साथ इन नदियों में शहर के कई इाॉलाकों की गंदगी सीधे सीधे फेंकी जा रही है। ऐसे में सरकार का ये फैसला लुप्त होने के कगार पर आ चुकी इन नदियों के लिये अच्छी खबर जरूर है। लेकिन ये बात तय है कि अगर इन नदियों का जीर्णोधार करना है तो सरकार को बड़ी इच्छा शक्ति का नमूना पेश करना होगा।

चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने में काशीपुर पुलिस नाकाम

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काशीपुर-  काशीपुर शहर में चोरी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। चोर आए दिन कहीं न कहीं अपना हाथ साफ करने में कामयाब हो रहे हैं। चोरों ने बीती रात पुलिस को चुनौती देते हुए एक दुकान के शटर का ताला तोड़कर ढाई लाख रुपयों से अधिक की नगदी चोरी कर ली। सूचना पर मौके पर पहुंची आईटीआई पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शहर में बढ़ रहीं चोरी की वारदातों तथा पूर्व में हुईं चोरियों का खुलासा न होने से लोगों में पुलिस के प्रति खासी नाराजगी है।

बता दें कि मोहल्ला पक्काकोट निवासी मोहित सिंह सिद्दू बाजपुर रोड स्थित द्रोणासागर के सामने वेलनेस के नाम से ब्यूटीशियन प्रशिक्षण का केंद्र चलाते हैं। रोजाना की भांति मोहित बीती रात करीब आठ बजे इंस्टीट्यूट को बंद कर घर चले गए। आज सुबह जब वह इंस्टीट्यूट खोलने के लिए पहुंचे तो शटर के ताले टूटे देख उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। मोहित ने देखा कि इंस्टीट्यूट के चैनल, ऑफिस की दराज और सेंटर दफ्तर के ताले टूटे पड़े थे। मोहित ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच मोहित से चोरी गए सामान की जानकारी ली। उन्होंने पुलिस को बताया कि ऑफिस की दराज में रखी करीब ढाई लाख से अधिक रुपये की नगदी चोरी चली गई है। पुलिस ने इंस्टीट्यूट और पास की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली है। शहर में बढ़ रहीं चोरी की वारदातों तथा पूर्व में हुईं चोरियों का खुलासा न होने से लोगों में पुलिस के प्रति खासी नाराजगी है।

तराई में लुड़का पारा, कड़ाके की ठंड

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रुद्रपुर- पहाड़ों में हुई बर्फबारी के कारण तराई में भी पारा लुडक गया है। गुरुवार सुबह से ही कोहरे की चादर ने आसमान को ढके रखा और बर्फीली हवाएं चलती रहीं। दोपहर तक आसमान में बादल छाए रहे, जिस कारण सूर्य के दर्शन भी नहीं हुए। जिसके चलते लोग शरीर को गर्म करने के लिए अलाव तापते या फिर कमरों में हिटर के सहारे काम चला रहे थे।

पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर तराई में साफ दिखाई दे रहा है। गुरुवार की सुबह से घना कोहरा छाया रहा और शीत लहर का प्रकोप पैदा हो गया। सुबह से ही हाड़ मांस कंपकपाने वाली ठंड ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। साथ ही घना कोहरा भी रहा। ठंड बढऩे के साथ ही जगह जगह लोग अलाव सेंकते नजर आए। गुरुवार को नगर निगम ने भी सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाए। लोग सुबह से ही घरों से पैक होकर निकले। सिर पर टोपी व हाथों में दस्ताने नजर आए। यूं तो ठंड के कारण बाजार में सन्नाटा सा छाया रहा। सिर्फ गरम कपड़ों की बिक्री बढ़ी है। मौसम विभाग की मानें तो पारा लुढ़क कर 21 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। अभी पारा और लुढ़कने की संभावना जताई जा रही है।

सूखाताल जलभराव संबंधी जनहित याचिका पर सुनवाई

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नैनीताल। उच्च न्यायालय में आज सूखाताल जलभराव सम्बन्धी जनहित याचिका पर सुनवाई हुई । न्यायालय ने शहर में ऑप्टिकल फाइबर केबल लाइन ठेकेदारों द्वारा सड़क पर मलुवा जमा करने की शिकायत पर जिलाधिकारी को इसे ठीक करने के निर्देश दिए । न्यायालय ने कहा की दो दिन के भीतर सड़क से मलुवा हटाया जाए और 8 जनवरी तक कार्य पर फिलहाल रोक लगा दी जाए । न्यायमूर्ति सुधांशू धूलिया और न्यामूर्ति यू.सी.ध्यानी की खण्डपीठ ने प्रशासन से कहा कि 24 घंटे वन-वे जैसा कोई ठोस प्लान अमल में लाया जाए(शाम 6 बजे से 8 बजे तक माल रोड वाला) जिससे ट्रैफिक व्यवस्थित किया जा सके । न्यायालय ने बाजारों और सड़कों में व्यापारिक सामानों के वाहनों को रात 9 बजे से सवेरे 4-5 बजे तक माल उतारने की अनुमति देने को कहा है । कोर्ट कमिश्नर सी.डी. बहुगुणा के इलाहबाद बैंक के समीप चार फीट का अतिक्रमण होने के आरोप पर न्यायालय ने जिलाधिकारी, कोर्ट कमिश्नर के अलाावा संबंधित अधिवक्ताओं को बैठकर अतिक्रमण पर मंत्रणा करतेे हुए हल निकालने को भी कहा है । नो पार्किंग ज़ोन से गाड़ी हटाने में देरी पर एस.एस.पी.जनमेजय खंडूरी ने न्यायालय को बताया की कार उठाने के लिए लाई गई दोनों क्रेन, कार को उठाने में अक्षम हैं । मामले में अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होगी ।

शिक्षा को केवल रोजगार का साधन न मानें: सीएम

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देहरादून। शिक्षा हमारे संस्कारों, संस्कृति और जीवन को नई दिशा देती है। इसे केवल रोजगार पाने का माध्यम ने मानें। प्रधानाचार्यों एवं अध्यापकों के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के शुभारंभ पर सीएम ने उक्त विचार व्यक्त किए। गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पेसलवीड कॉलेज देहरादून में प्रिंसिपल प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित प्रधानाचार्य एवं अध्यापकों के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का संबंध केवल रोजगार तक सीमित नहीं है। शिक्षा को रोजगारपरक होने के साथ सांस्कारिक होना जरूरी है। शिक्षा सकारात्मक जीवन एवं सोच प्रदान करने वाली होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए मन में आशा और विश्वास होना जरूरी है। यह शिक्षा के रचनात्मक संस्कार से ही संभव है। शिक्षा का मतलब सह अस्तित्व एवं पारस्परिकता है। समाज के सर्वांगीण विकास के लिए समाज के पिछड़े वर्गों को साथ लेकर चलना जरूरी है। यह सबके शिक्षा के स्तर में सुधार से ही संभव है। उन्होंने कहा कि भारत शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा से ही अग्रणी रहा है। शिक्षा का स्तर जितनी ऊंचाई तक पहुंचेगा, उतनी ही तेजी से देश और प्रदेश का विकास होगा।
माध्यमिक शिक्षा महानिदेशक कैप्टन आलोक शेखर तिवारी ने कहा कि राज्य में शिक्षा के तीव्र विकास के लिए प्रत्येक ब्लॉक में एक-एक मॉडल स्कूल विकसित किए जा रहे हैं। स्कूलों में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सीएसआर सेल का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को रोजगारपरक बनाने के लिए कौशल विकास एवं व्यवसायिक शिक्षा पर विशेष बल दिया जा रहा है। शिक्षा के चहुमुखी विकास के लिए कम्प्यूटर शिक्षा, लाइफ स्किल डेवलपमेंट, योग एवं नैतिक शिक्षा एवं आध्यात्मिक शिक्षा पर बल दिया जा रहा है। इस अवसर पर पीपीएसए के अध्यक्ष प्रेम कश्यप, सीनियर वाइस प्रेसीडेन्ट डीएस मान, वाइस प्रसीडेन्ट एमसी बाइला, पुनीत मित्तल, केजी बहल, सेक्रेटरी पीपीएसए एके दास एवं अन्य शिक्षाविद उपस्थित रहे।

24 पेटी अवैधी अंग्रेजी शराब बरामद

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विकासनगर। जनपद में नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान में पुलिस द्वारा कुल्हाल चेक पोस्ट पर 24 पेटी अंग्रेजी शराब को जब्त कर लिया गया है।

गुरुवार को नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत कोतवाली विकासनगर के प्रभारी निरीक्षक शिशुपाल सिंह नेगी के नेतृत्व में बॉर्डर क्षेत्र कुल्हाल व डाकपत्थर बैराज आदि स्थानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। सुबह करीब 10:30 बजे कुल्हाल चेक पोस्ट पर एक वाहन बुलेरो पौंटा से उत्तराखण्ड की ओर आ रहा था। कुल्हाल चेक पोस्ट पर पुलिस ने वाहन को रुकने के लिए कहा तो चालक गाड़ी को भगाकर विकासनगर की ओर ले गया। पुलिस ने शक होने पर वह वाहन का पीछा शुरू किया, कोतवाली विकासनगर व अन्य थानों को वाहन के कुल्हाल से भागने की सूचना दी। वाहन चालक कुल्हाल ढालीपर होते हुए नहर की पटरी से लाइन जीवनगढ़ मे कालिन्दी अस्पताल पास एक गली में ले गया और दोनों युवक शराब को तेजी से एक घर में उतारने लगे, लेकिन पुलिस ने पेटियों को उतार रहे दोनों युवकों को देख लिया। इस पर दोनों युवक पुलिस टीम को देखकर भागने लगे।
पुलिस ने चालक जसमेर सिंह निवासी ग्राम रामपुरा थाना इंद्री हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया, जबकि लक्ष्मण जोशी निवासी लाइन जीवनगढ़ भागने में सफल हो गया। पुलिस ने वाहन से 24 पेटी अंग्रेजी अवैध शराब बरामद की। निरीक्षक शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि लगातार क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी करने की शिकायत प्राप्त हो रही थी। मौके से फरार हुए लक्ष्मण सिंह जोशी की तलाश की जा रही है जिसकी शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी।

दुर्लभ गाय कौतूहल बनी, लोगों ने किए दर्शन की वजह

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ऋषिकेश। देश मे चमत्कार को नमस्कार की लम्बी परम्परा रही है। कुछ ऐसा ही नजारा तीर्थनगरी मे भी देखने को मिला। सोलापुर महाराष्ट्र के राधे कृष्ण गौशाला से देवी देवताओं के प्रतिमाओं से सुसज्जित रथनुमा वाहन मे लोगों ने एक गाय को को देखा तो दंग रह गए।
यह गाय कोई आम गाय नहीं थी, बल्कि कुदरत के चमत्कार की जीती-जागती मिसाल है, जिसे हर कोई देख दंग था। सामान्यतः गाय के चार पैर और चार थन होते हैं, लेकिन इस दुर्लभ गाय के छह पैर और छह थन हैं। इसके अलावा इसके सींघ के स्थान की आकृति शिवलिंग की तरह बनी हुई थी, जिसे देख लोग दंग रह गए और देखते ही देखते करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक माने जाने वाली गऊ माता के प्रति श्रद्धा का भाव उमड़ने लगा। कुछ ने विलक्षण सी दिखने वाली गऊ को चारा खिलाया, तो कुछ ने बकायदा उसके पैर छूकर आर्शीवाद लिया। दुर्लभ दिखने वाली गऊ के बारे में पूछे जाने पर राधे कृष्ण गौशाला के महारथी गोस्वामी ने बताया कि गौशाला द्वारा तैयार किए गए वाहन मे वह पूरा देश भ्रमण कर रहे हैं। उत्तराखंड में भी गऊ भक्तों द्वारा बेहद भक्ति भाव से इस दुर्लभ गऊ के दर्शन कर आर्शीवाद लिया गया है।