लगातार हो रही बारिश से गुरुवार को बद्रीनाथ और केदारनाथ हाई-वे दिनभर बंद रहा। मलबा आने से सिरोबगड़ डेंजर स्पॉट पर कई बार बंद हुआ। इस दौरान मलबे की चपेट में आने से पूर्व मुख्यमंत्री बाल-बाल बचे।रुद्रप्रयाग जिले में हो रही बारिश के कारण सुबह बद्रीनाथ हाई-वे सिरोबगड़ में मलबा आने के कारण एक घंटा बंद रहा। जबकि इसके बाद यहां आवाजाही शुरू हो गई। दोपहर को श्रीनगर से कुमाऊं की ओर जा रहे पूर्व सीएम और वर्तमान हरिद्वार सांसद डा़. रमेश पोखरिलयाल निशंक भी फंस गए। अचानक सड़क पर उनकी गाड़ी के आगे भरभराकर पहाड़ी से मलबा गिरा। जिससे कार आगे नहीं बढ़ सकी, पीछे भी मलबा आ गया। इससे निशंक सड़क पर फंस गए। एक घंटे बाद मलबा हटाकर उनकी कार को सुरक्षित निकाला गया
शिवराज सिंह चौहान पहुँचे ऋषिकेश
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आजकल उत्तराखंड के दौरे पर हैं और 2 दिनों से नरेंद्रनगर के आनंदा इन हिमालय रिसोर्ट में रुके हुए हैं। सीएम का बृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश वापस जाने का कार्यक्रम निरस्त हो गया है जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध संध्याकालीन गंगा आरती में शिरकत की और मां गंगा से अपने राज्य मध्य प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रार्थना।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ऋषिकेश उनका पसंदीदा शहर है जहां का आध्यात्म और योग यहां आने वाले देसी-विदेशी पर्यटकों के जीवन में नए उत्साह का संचार कर देता है। मां गंगा के दर्शन का मौका मिला और मैंने मां से देश और मेरे राज्य के लिए एक खुशहाली, समृद्धि और शांति की कामना की।
आपको बता दें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम आनंदा इन हिमालय नरेंद्र नगर मैं करेंगे और कल एयरपोर्ट से वापस मध्य प्रदेश के लिए प्रस्थान करेंगे।
इस खिलाड़ी ने दस हजार का कर्ज लेकर पाई सफलता
वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की विकेटों की पतझड लगाने वाली उत्तराखंड की एकता बिष्ट के संघर्ष की कहानी भी काफी रोचक है। इस शेरनी की सफलता के आढे कभी दस हजार रुपये आये थे लेकिन परिवार ने किसी तरह से कर्ज लेकर एकता की तकदीर बदल दी थी। माता पिता इस बेटी पर भरोसा किया और बेटी ने उनके विश्वास को टूटने नहीं दिया और आज एकता सफलता की बुलंदियों पर है
इंग्लैंड में चल रहे महिला वर्ल्ड के 11वें लीग मैच में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम ने शानदार जीत दर्ज की थी। इसमें उत्तराखंड की अल्मोड़ा जनपद की रहने वाली एकता बिष्ट ने पांच अहम विकेट चटकाए थे। उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया था। दरअसल, 2010 में जब एकता का चयन इंडिया ए महिला क्रिकेट टीम के लिए हुआ था, तब एकता को मुबई जाने के लिए दस हजार रुपये की जरुरत थी। लेकिन परिवार की खराब आर्थिक स्थिति के चलते पैसों का बंदोबस्त नहीं हो पा रहा था। एकता जिद कर बैठी थी कि चाहे कुछ हो जाए वह मुंबई जाएगी और भारतीय टीम का हिस्सा बनेगी। उनके मां पिता के पास मुश्किल से दो हजार रुपये की व्यवस्था हो पाई थी।
ऐसे में एकता की मां ने अपने देवर से तीन हजार रुपये उधार लिए। बाकी के पांच हजार रुपये एकता के कोच लियाकत अली ने दिए। ऐसे में एकता चल पड़ी मुंबई की ओर। यहां से एकता ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और सफलता की सीढ़ियां चढती गई। इसके ठीक अगले साल यानि 2011 में एकता बिष्ट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। इसी साल उन्होंने अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में भी डेब्यू किया है।
ऋषिकेश के देवांश ने बनाई हायब्रिड कार, मात्र 30 रूपये में दौड़ेगी 35 किमी
कौन कहता है कि प्रतिभा किसी सुविधा की मोहताज़ होती है? अगर मन में लगन हो तो हर मुश्किल से मुश्किल काम आसान होने लगता है। उत्तराखंड के युवा हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। ऐसा ही ऋषिकेश के रहने वाले देवांश ने अपनी गर्मियों की छुट्टी में 1 महीने के अंदर बैटरी चलित हाइब्रिड कार का मॉडल तैयार किया है।
गर्मियों की छुट्टी का अपना मजा ही अलग होता है जब सभी बच्चे घूमने और छुट्टियां बिताने में मस्त थे तब ऋषिकेश के देवांश ने अपने सपने को आकार देना शुरु किया। 1 महीने की कड़ी मेहनत के बाद देवांश ने एक हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कार का बेसिक मॉडल तैयार किया है जो 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रहा है। यही नही मात्र 1 रुपए के खर्चे पर 1 किलोमीटर का सफर भी इस कार से तय किया जा सकता है। देवांश का कहना है कि वह बचपन से ही डिस्कवरी चैनल में कबाड़ की वस्तुओं से चीजें तैयार होते हुए देखा करता था। यहीं से उसके मन में विचार आया कि उसे भी अपना एक सपना साकार करना चाहिए।
गर्मियों की छुट्टी के एक महीने में देवांश में अपने सपने को आकार दे दिया। अपने बेटे की उपलब्धि को देखते हुए देवांश के माता पिता भी काफी खुश है। देवांश की माँ बताती है की उन्हें अपने बेटे पर हमेशा से भरोसा था और उन्हें अपने बेटे पर गर्व है, हालांकि अभी इस कार को सड़कों पर उतारने के लिए अभी बहुत काम होना बाकी है लेकिन देवांश का कहना है कि वह जल्दी इसकी बॉडी और सेफ्टी के मानक पर अपनी इस कार को आकार देगा और जल्द ही यह कार उत्तराखंड के सड़कों पर दौड़ते नजर आएगी। कार की खासियत के बारे में बताते हुए देवांश ने बताया की ये कार एक बार में चार्ज होकर 35 किमी तक दोड़ सकती है और ये गाड़ी बिलकुल प्रदूषण मक्त है।
कैलाश यात्रा के चौथे दल के एक सदस्य की मौत
आदि कैलाश यात्रा, धारचूला के चौथे दल के एक सदस्य की वापस लौटते हुए मौत हो गयी, जिसके शरीर को एसएसबी के जवानों द्वारा आधार शिविर तक पहुंचाया गया, साथ ही यात्री के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गयी है।
आदि कैलाश की यात्रा पूरी कर लौट रहे चौथे दल में शामिल महाराष्ट्र के एक यात्री की मौत हो गई। शव लेकर धारचूला आ रहे सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवान भारी बारिश से सड़क बंद होने के कारण रास्ते में करीब छह घंटे तक फंसे रहे।
यात्रा पर गया चौथा दल बुधवार को यात्रा पूरी कर वापस आधार शिविर धारचूला लौट रहा था, आधार शिविर से लगभग 58 किमी पहले मालपा के पास दल में शामिल महाराष्ट्र के रायगढ़ के निवासी श्याम भाष्कर कोहली (50) की तबीयत अचानक खराब हो गई, वह बेहोश हो गए, इससे दल के अन्य यात्रियों में हड़कंप मच गया।
इसकी जानकारी एसएसबी को दी गई। बल के चिकित्सकों के मौके पर पहुंचने तक यात्री की मौत चुकी थी। एसएसबी के जवान यात्री का शव लेकर आधार शिविर रवाना हुए, लेकिन पांगला के पास भूस्खलन के चलते सड़क बंद होने से जवान यहां छह घंटे तक फंसे हुए हैं। इस वर्ष आदि कैलास यात्रा के दौरान मौत का यह पहला मामला है।
कार पर गिरा मलबा 5 की मौत, 2 घायल
कल शाम एक व्यक्ति के धारचूला-तवाघाट नेशनल हाईवे, पिथौरागढ़ में लेंडस्लाइड में दब जाने की सुचना पर एसङीअारएफ टीम मौके पर सर्चिंग के लिये पहुँची, जिसका शव अाज सुबह सर्चिंग के दौरान मिला। वहीं सुबह भारी बारिश के कारण एक ऑल्टो कार मलवा गिरने से, कार दब गई जिसकी सूचना मिलते ही एसङीअारएफ टीम समय पर रिलीफ और रेस्क्यू में लग गई है।
बड़ी मशक्कत के बड़ी के बाद दबी हुई आल्टो कार को निकल गया और जिसमे अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार पांच की मृत्यु हुई है जिसे 3 पुरुष और 2 महिलाये थी और 2 गम्भीर रूप से घायलों को इलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती किया गया।। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी हैं।
शाह करेंगे उत्तराखंड सरकार का रिजल्ट आउट
सरकार के सौ दिन पूरे होने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (टीएसआर) ने तमाम उपलब्धियां गिनाईं हैं। इन उपलब्धियों की हकीकत परखने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अगस्त में तीन दिन उत्तराखंड में प्रवास करेंगे। इस दौरान वे बूथ से लेकर प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों की नब्ज टटोलेंगे और संगठन से सरकार के कामकाज के बारे में फीडबैक लेंगे। अपने प्रवास के दौरान वह मुख्यमंत्री और मंत्रियों के साथ बैठक कर पार्टी के एजेंडे को लागू किए जाने की समीक्षा करेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का उत्तराखंड दौरा पार्टी संगठन और सरकार के लिए काफी अहम होगा। संगठन और सरकार के स्तर पर अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। अमित शाह ने 110 दिन का भ्रमण कार्यक्रम उन राज्यों के लिए बनाया है, जहां-जहां भाजपा की सरकार है। इस भ्रमण कार्यक्रम के दौरान वह 12 से 14 अगस्त तक उत्तराखंड में प्रवास करेंगे।
वैसे तो उनके सभी मुख्य कार्यक्रम देहरादून में ही होंगे, लेकिन अंतिम समय पर इसमें बदलाव भी किया सकता है। इन तीन दिन में अमित शाह बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग बैठक करेंगे। पार्टी के सभी विभागों और प्रकल्पों से जुड़े कार्यकर्ताओं की राय जानने की कोशिश करेंगे। सरकार के कामकाज को लेकर भी वह कार्यकर्ताओं से फीडबैक जुटाएंगे। इस दौरान प्रदेश सरकार पार्टी के एजेंडे को लेकर कितनी गंभीर है, इसकी समीक्षा भी करेंगे।
शाह प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों के कामकाज के बारे में जानकारी लेंगे। उनका यह दौरा 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर भी काफी अहम माना जा रहा है। उनके प्रवास के दौरान सरकार में मंत्रियों के खाली दो पदों को भरने और संगठन के खाली पदों पर सक्रिय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपे जाने के मुद्दे पर भी विचार हो सकता है।
किसानों की समस्याओं पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा
किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस ने गांधी पार्क के सामने प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना दिया। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के नेताओं ने जनता से वादा किया था कि उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार बनेगी। किसानों को ब्याजरहित खाद देने का आश्वासन भी दिया, लेकिन आज किसान आत्महत्या कर रहा है। ऐसे में कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। यदि किसानों पर अत्याचार होगा उसका जवाब दिया जाएगा।
प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा को यदि किसानों के प्रति थोड़ा भी दर्द है तो उनके ऋण माफ कर देने चाहिए। किसान को उसकी उपज का पूरा भुगतान नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति आज शराब के खिलाफ आंदोलन कर रही है तो सरकार शराब माफिया को संरक्षण देने का काम कर रही है।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ये आंदोलन अन्नदाता के लिए है। देश का सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति अन्नदाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ऊपर कलंक लगा है यहां किसान ने आत्महत्या की है।
रावत ने कहा कि उत्तराखंड में किसान ने एक हफ्ते का समय मांगा, लेकिन उसे पांच दिन का समय दिया गया। उससे कहा गया कि यदि पैसा जमा न किया तो उसकी जमीन छीन ली जाएगी। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने हल्द्वानी, रुद्रपुर में पीएम मोदी ने बड़े लच्छेदार अंदाज में कहा था कि भाजपा की सरकार लाओ और कर्ज माफ करेंगे। ये वादा भी हवाई साबित हुआ।
कांवड़ मेला सिर पर, लेकिन हाइवे मार्ग बदतर हालत में
कांवड़ मेला प्रारंभ होने वाला है लेकिन हाइवे मार्ग की हालत बद से बदतर होती चली जा रही है। बरिश होने के पश्चात हाइवे मार्ग पर चिकनी मिट्टी वाहन चालकों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही है। मिट्टी के टेले हाइवे मार्ग पर लगे हुए हैं। बरिश होने से मिट्टी हाइवे मार्ग पर गारा कीचड़ उत्पन्न कर देती हैं। आये दिन जाम की स्थिति मार्ग पर लगी रहती हैं।
प्रशासन इस ओर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, जिसके चलते कांवड़ मेले के दौरान हाइवे मार्ग से कांवड़ियों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। क्योंकि, अब तक हाइवे निर्माण पूरा होने के आसार कहीं भी नजर नहीं आ रहे हैं। जगह-जगह मिट्टी के ढेर लगे हुए हैं। जरा सी वर्षा के बाद हाइवे मार्ग की हालत बद से बदतर हो जाती हैं, जबकि लाखों की संख्या में शिव भक्त कांवड़ियें पैदल के अलावा डाक कांवड़ के रूप में भी लाखों की संख्या में वाहनों को लेकर हरिद्वार आस्था की नगरी में पहुंचते हैं। प्रशासन हाइवे मार्ग को लेकर उदासीनता बरत रहा है।
कई किलोमीटर तक हाइवे मार्ग की स्थिति एक जैसी ही नजर आ रही है कहीं से भी निर्माण कार्य पूरा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। धूल मिट्टी के अम्बार हाइवे मार्ग पर लगे हुए हैं। हाइवे मार्ग के किनारे अपना व्यापार चला रहे दुकानदार काफी हताश व परेशान है क्योंकि व्यापारियों का व्यापार चैपट हो चला हैं। दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुंचते हैं। हाइवे मार्ग निर्माण अधर में लटकने से पंचपुरी के लोगों के लिए भी परेशानियां बनी हुई हैं, क्योंकि विभिन्न काॅलोनियां हाइवे मार्ग से ही जुड़ी हुई है जिसके चलते मार्ग पर फैली मिट्टी वाहन चालकों के लिए दुर्घटना का सबब बनी हुई हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कांवड़ मेला प्रारंभ होने वाला है लगता है प्रशासन भगवान भरोसे ही कांवड़ मेले को सम्पन्न करना चाहता है मात्र प्रशासन बैठकें तो ले रहा है, लेकिन व्यवस्थाओं में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है। कांवड़ मेला प्रारंभ होने वाला है, लेकिन हाइवे मार्ग की हालत बद से बदतर होती जा रही है।
अब संभव नहीं होगी एटीएम की क्लोनिंग
अब एटीएम का पिन चुराकर या कार्ड की क्लोनिंग कर खाते से नकदी उड़ाना आसान नहीं होगा। बैंक अपने ग्राहकों को हाई सिक्योरिटी से लैस एटीएम प्रदान करेगा। पंजाब नंशनल बैंक ने इसकी शुरूआत कर दी है। बैंक से संबंधित ग्राहक 31 जुलाई तक अपने पुराने एटीएम को सरेंडर कर नया हाई सिक्योरिटी एटीएम कार्ड प्राप्त कर सकते है। खास बात यह कि बैंकों द्वारा इसके लिए अलग से कोई शुल्क भी लिया जाएगा।
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने मैस्ट्रो डेबिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को नया हाई सिक्योरिटी कार्ड जारी करने का फैसला किया है। फसले के तहत 31 जुलाई के बाद बैंक सभी मैस्ट्रो कार्ड ब्लॉक कर देगा। पीएनबी खाताधारक जुलाई माह के अंत तक अपना एटीएम कार्ड बैंक में सरेंडर कर नया एटीएम कार्ड जारी करा सकते हैं।
बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अगर ग्राहक के पास मैस्ट्रो डेबिट कार्ड है, तो उसे पीएनबी की किसी भी शाखा से इसे बिना किसी शुल्क के ईएमवी चिप आधारित कार्ड से बदलवाया जा सकता है। बैंक ने साफ किया है कि 31 जुलाई के बाद सभी तरह के मैस्ट्रो कार्ड सुरक्षा कारणों के चलते ब्लॉक कर दिए जाएंगे। बैंक अधिकारियों के मुताबिक कार्ड हाई सिक्योरिटी लैस नए एटीएम से बदले जाने का निर्णय आरबाआई के दिशा निर्देशों के तहत किया जा रहा है। आरबीअरई ने साल 2015 में इसे लेकर एडवाइजरी जारी की थी। जिसके अनुपालन अब किया जाना चुनिश्चित किया गया है।
पंजाब नेशनल बैंक के देहरादून मंडल प्रमुख अनिल खोसला ने बताया कि पुराने मैस्ट्रो डेबिट कार्ड धारकों की संख्या लाखों में है। अभी तक जो मैस्ट्रो कार्ड जारी किए जा रहे थे, वे सुरक्षा के नजरिए से कम सरक्षित थे, लेकिन अब नया ईएमवी चिप से लैस कार्ड बहुत सुरक्षित होंगे। पराने वाले कार्ड में पिन सेव हो जाता था, इसके अलावा पुराने कार्ड का क्लोन बनाना भी आसान था, लेकिन नया कार्ड इन सभी त्रुटियों से रहित होगा।