ऋषिकेश। गणतंत्र दिवस के इस्तकबाल के लिए देशवासियों मे जबरदस्त उत्साह का माहौल है। देश के राष्ट्रीय पर्व के लिए ऋषिकेश की तमाम शिक्षण संस्थाओं में बच्चों ने कार्यक्रम को लेकर रिहर्सल की, वहीं बाजार में भी देशभक्ति का रंग छाया रहा।
गणतंत्र दिवस के लिए तीर्थनगरी के बाजारो में तिरंगा झंडा, तिरंगे रंग की टोपी, बैंड, रिबन, हेयरबैंड छाए हैं। कापी किताबों की दुकानों से लेकर गिफ्ट गैलरी तक तिरंगा धूम मचा रहा है। इस बार तिरंगा टोपी की जबरदस्त की मांग है। साथ ही बाजार में सजावट के लिए थर्माकोल वाली तिरंगा पतंग भी खास है। इसी के साथ तिरंगे रंग में सजे बैंड और गले में डालने के लिए दुपट्टा भी देशभक्ति और राष्ट्रभक्ति का भाव पैदा करने के लिए उपलब्ध है। दुकानदारों के अनुसार इस बार गणतंत्र दिवस को लेकर हर उम्र के लोगों में कपड़े के बने तिरंगे का अधिक क्रेज है। बाजार में एक मीटर कपड़े का झंडा लगभग 50 रुपये में है। वहीं, अन्य झंडे पांच रुपये से लेकर 50 रुपये तक में उपलब्ध हैं। साथ ही युवाओं के लिए वाहनों में लगाने वाले तिरंगे भी मौजूद हैं।
गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर तीर्थनगरी मे जबरदस्त उत्साह
स्पीकर ने नमामि गंगे की योजनाओं की ली जानकारी
ऋषिकेश। कैंप कार्यालय ऋषिकेश में आयोजित एक बैठक के दौरान उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने परियोजना प्रबंधक, निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई( गंगा), उत्तराखंड पेयजल निगम, ऋषिकेश के अधिकारियों से नमामि गंगे के तहत ऋषिकेश के अंतर्गत चलने वाली परियोजनाओं के संबंध में जानकारी ली।
इस अवसर पर परियोजना प्रबंधक ने बताया कि ऋषिकेश में नमामि गंगे के अंतर्गत ढालवाला, मुनि की रेती आई एंड डी और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना, 26 एमएलडी, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लकड़घाट परियोजना स्वीकृत है। परियोजना प्रबंधक ने बताया कि केएफडब्ल्यू कार्यक्रम के अंतर्गत ऋषिकेश नगर एवं समीपवर्ती निम्न पेरी अरबन क्षेत्रों को सम्मिलित करते हुए वृहद जलोत्सारण योजना प्रस्तावित की गई है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने अधिकारियों से कार्य को समय सीमा पर एवं सुचारु रुप से करने के आदेश दिए। इस दौरान परियोजना प्रबन्धक सन्दीप कश्यप, परियोजना अभियंता एके चतुर्वेदी, वीके गोयल एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
रानी पोखरी क्षेत्र में मिला अजगर, वन विभाग की टीम ने पकड़ा
ऋषिकेश। रानीपोखरी क्षेत्र के नागा में गुरुवार की एक सात फुट लम्बा अजगर दिखने के बाद लोगों में हड़कंप मच गया। वन विभाग की टीम ने सूचना पर पहुंच अजगर को पकड़ा। सुबह करीब आठ बजे नागा क्षेत्र में अजगर दिखने के बाद लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। मौके पर पहुंची टीम ने अजगर को पकड़कर जंगल में छोड़ा।
विवाह समारोह में गोलियों की तड़तड़ाहट
सितारगंज। विवाह समारोह में शहनाईयों की गूंज के बजाय तडतडाई गोलियां, जिससे विवाह का महौल भगदड में बदल गया, फायरिंग में एक युवक घायल हो गया जबकि फायर करने वाले को वहीं मौजूद दुसरे पक्ष ने जमकर पीटा जिससे उसको भी गम्भीर चोटें आयी है, दोनों घायल युवकों को निजी अस्पताल में उपचार के बाद हल्द्वानी रेफर कर दिया। एक युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सितारगंज के ग्राम थारू गौरीखेड़ा में बुधवार की शाम विवाह समारोह चल रहा था। इस दौरान विवाह स्थल से कुछ दूरी पर एक युवक की बाइक गांव के किसी युवक से टकरा गई। जिसके बाद दोनों में कहासुनी होने लगी। बीच में पहुंचे गुरपाल सिंह पुत्र गुरमुख सिंह निवासी नकहा से भी विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ा कि इसी बीच गुरपाल सिंह पक्ष की तरफ से फायरिंग हो गई। गोली गौरीखेड़ा निवासी ज्ञान सिंह के पेट में जा लगी। गोली लगने के बाद ज्ञान सिंह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़ा। जिसके बाद ग्रामीणों व बरातियों ने गुरपाल सिंह को घेरकर बुरी तरह पीटा। हमले में गुरपाल के चेहरे पर गम्भीर चोटें लगी हैं। उधर, गोली लगने के बाद परिजन घायल को लेकर नगर के निजी अस्पताल पहुंचे। जहां के डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। वहीं, घायल गुरपाल को पुलिस इलाज के लिए सरकारी अस्पताल लेकर पहुंची। यहां मौजूद डॉक्टरों ने उसकी स्थिति भी नाजुक देख सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया।
फायरिंग की सूचना पर कोतवाल योगेश उपाध्याय फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी ली। कोतवाल ने बताया कि गोली से ज्ञान सिंह राणा घायल हुआ है। गुरपाल पर फायरिंग का आरोप है। फायरिंग में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिया है। मामले में अभी तक तहरीर नहीं दी गई है।
संगीता को बुलंद हौसलों से मिला गोल्ड
काशीपुर: दिल में कुछ कर गुरने की तमन्ना हो और हौसले बुलंद हो तो मंजिल तक पहुंचना मुश्किल नहीं होता, कठिन मेहनत और परिश्रम की बदौलत काशीपुर की संगीता छाबड़ा ने भी ये साबित कर दिया है कि लक्ष्य अगर सामने हो तो कोई भी कठिनाई आपके हौसलों के सामने टिक नहीं सकती, न्यूजीलैंड में चल रही 19वीं ओशिनियां मास्टर्स चैंपियनशिप के जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतकर संगीता ने देश का नाम रोशन किया है, और ये साबित कर दिया है कि उनकी मेहनत और लगन ने ही उनको इस मुकाम तक पहुंचाया है।
काशीपुर के मानपुर रोड कालोनी में रहने वाली संगीता छाबड़ा ने 21 जनवरी को न्यूजीलैंड के इंटरनेशनल ओपन मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जैवलिंग थ्रो में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का तिरंगा फहराया। संगीता छाबड़ा 1998 में पुलिस में भर्ती हुई थीं। इनकी पहली तैनाती नैनीताल में हुई थी। राज्य के बंटवारे के समय उन्हें उत्तराखंड पुलिस में सेवा करने का मौका मिला। 2005 में उत्तराखंड पुलिस में उन्हें महिला वेटलिफ्टिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके साथ ही वह जैवलिन थ्रो शॉटपुट और चक्का फेंक खेलने का भी शौक रखती हैं। नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर अभी तक दो गोल्ड तीन सिल्वर और एक ब्राज मेडल वह हासिल कर चुकी हैं। उन्हें न्यूजीलैंड में खेलने का मौका मिला तो देश के लिए गोल्ड मेडल दिलवा दिया। संगीता छावड़ा वर्तमान में काशीपुर स्टेडियम में वेटलिफ्टिंग की कोच हैं।
फिल्म पद्मावत का विरोध कर रहे 25 युवक गिरफ्तार
ऋषिकेश। फिल्म पद्मावत के रिलीज के बाद तीर्थनगरी के एकमात्र सिनेमाघर रामा पैलेस में फिल्म प्रदर्शन का विरोध कर रहे हिंदू संगठनों के बीच 25 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन में गिरफ्तार किया।
हिंदू संगठनों ने पूर्व में फिल्म पद्मावत का विरोध करने की चेतावनी दी थी। इस कड़ी में गुरुवार को ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर हिंदू जागरण मंच के कार्यालय पर एकत्रित हुए कार्यकर्ता जुलूस के रुप में रामा पैलेस पहुंचे। उन्होंने फिल्म रिलीज का जबरदस्त विरोध करते हुए अपना विरोध प्रकट किया। इस दौरान रामा पैलेस पर उपस्थित भारी संख्या में पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को हल्का फुल्का लाठीचार्ज कर खदेड़ने का प्रयास किया। इसके बाद भी प्रदर्शन जारी रहा तो पुलिस ने जागरण मंच के प्रदेश संयोजक सतवीर तोमवार समेत 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हिरासत मे लिए गए लोगों के धारा 144 में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है।
दुष्कर्म पीडिता बहन बनकर आरोपी से मिलने गयी जेल
हल्द्वानी- पहले लगाया दुष्कर्म का आरोप और फिर आरोपी से जेल मे बहन बनकर मिलने गयी और दस लाख में मामला निपटाने की रखी पेशकश, जिसके बाद पीडित ने सुझबुझ से दुष्कर्म पीडित युवती के खिलाफ साक्ष्य देते हुए आखिर युवती को भी सलाखों के पीछे भेज दिया है और खुद गुहार लगाई है कि उसको न्याय मिलना चाहिए।
ये मामला है हल्द्वानी के गांधी नगर का, जहां वर्ष 2016 में शहर के बरेली रोड पर रहने वाली एक युवती ने गांधीनगर निवासी राहुल मसीह पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने राहुल को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा। कुछ समय बाद राहुल ने जेल से कोतवाली पुलिस को एक शिकायती पत्र भेजा। राहुल का आरोप था कि 24 जुलाई 2016 को कथित दुष्कर्म पीड़िता जेल में उससे मिलने आई। युवती ने जेल अधीक्षक को मिलाई के लिए दिए पत्र में खुद को राहुल की बहन बताया। आरोप था कि युवती ने जेल के भीतर दुष्कर्म के मामले को निपटाने के लिए 10 लाख रुपये मांगे। साथ ही राहुल को जमानत पर रिहा होकर बाहर आने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
सूचना अधिकार अधिनियम में युवती के जेल में मिलने आने पर बहन होने की झूठी जानकारी देने की सूचना मांगी और इसकी प्रति संलग्न की। राहुल की तहरीर पर पुलिस ने 13 अक्टूबर 2016 को युवती के विरुद्ध धारा मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस युवती के खिलाफ रंगदारी की जांच कर आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर चुकी है। इसके बाद न्यायालय ने युवती के गैर जमानती वारंट जारी किए। युवती ने न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम हल्द्वानी शचि शर्मा की अदालत में आत्मसमर्पण किया। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद न्यायालय ने युवती के अधिवक्ता की ओर से दिए जमानती पत्र को खारिज कर दिया है। न्यायालय के आदेश पर युवती को जेल भेजा गया है।
आज निपटा ले बैंक के जरुरी काम,आने वाले तीन दिन बंद रहेंगे बैंक
बैंक से जुड़ा कोई जरूरी काम है तो आज उसे निपटा लें। क्योंकि 26 जनवरी से लगातार तीन दिन बैंकों में छुट्टी रहेगी। ऐसे में उपभोक्ताओं को परेशानी हो सकती है।
उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के महामंत्री जगमोहन मेंदीरत्ता ने बताया कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय अवकाश होने से बैंकों में कामकाज नहीं होगा। 27 जनवरी को महीने का आखिरी शनिवार है और उसके अगले दिन रविवार होने से बैंकों में छुट्टी रहेगी। ऐसे में बैंक शाखाओं में जाकर होने वाले काम नहीं हो सकेंगे।
वहीं, पंजाब नेशनल बैंक अपने कोर बैंकिंग सिस्टम को अपग्रेड करने जा रहा है, इसके चलते पीएनबी में 29 जनवरी को भी बैंकिंग कार्य प्रभावित हो सकते हैं। पीएनबी के देहरादून मंडल सचिव प्रमोद रंजन कुकरेती ने बताया कि उपभोक्ता ऑनलाइन ट्रांजिक्शन का काम आज निपटा लें।
अगले तीन दिन अवकाश रहेगा और इन्हीं तीन दिन में सिस्टम अपग्रेड करने की करवाई भी पूरी की जाएगी। उम्मीद है कि 28 तक काम पूरा करने के बाद 29 से ग्राहकों को कोई परेशानी नही होगी।
विरोध करने वालों को एक बार देखनी चाहिए पद्मावत फिल्म : सीएम
ऋषिकेश में भरत मंदिर इंटर कॉलेज के हीरक जयंती समारोह में पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत का ऋषिकेश में हो रहे विरोध पर बोलते हुए कहा कि ”विरोध करने से पहले पद्मावत फिल्म को देखना चाहिए और मैंने खुद ही फिल्म देखी है मुझे इसमें विरोध के लायक कोई चीज नहीं दिखाई दिया।” गौरतलब है कि ऋषिकेश में हिंदूवादी संगठनों ने फिल्म पद्मावत का विरोध किया है।
आपको बता दें ‘पद्मावत’ फिल्म शुरू से ही चर्चा का विषय बनी रही है जिसको लेकर पूरे देश भर में करणी सेना का विरोध भी देखा गया। लंबे समय के संघर्ष के बाद आखिरकार सुप्रीम कोर्ट का फैसला ‘पद्मावत’ के हक में आया था और पूरे देश में इसे रिलीज करने का आर्डर मिला था।
पहले फिल्म का नाम ‘पद्मावती’ था जिसको बदलकर ‘पद्मावत’ कर दिया और सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार पूरे देश में ‘पद्मावत’ को रिलीज करने के आर्डर मिले थे, लेकिन अभी भी फिल्म का संकट टला नहीं है ऐसे में तीर्थ नगरी ऋषिकेश में ‘पद्मावत’को लेकर विवाद सामने आया है।
रुद्रप्रयाग से आती इलायची की खुशबू से रुकेगा पलायन
उत्तराखंड राज्य में पलायन कोई नया विषय नहीं है, इस समय राज्य की सबसे बड़ी परेशानी है पलायन। हालांकि बहुत से युवा पलायन को रोकने के लिए नई पहल कर रहे हैं।
ऐसे ही रुद्रप्रयाग की दो युवतियां बड़ी इलायची की खेती से राज्य से पलायन को रोकने में अपना सहयोग दे रही हैं। जहां एक तरफ राज्य के किसान जंगली जानवरों और उनके आतंक से खेती से मुह मोड़ रहे हैं वहीं इन दोनों लड़कियों ने इलायची की खेती से बीच का रास्ता निकाला है और बहुत ही नायाब तरीके से खेती कर रहीं हैं।
इलायची की खेती करनी वाली मनीषा और सुमन ने इसकी शुरुआत की।मनीषा ने एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय से इंग्लिश में एम.ए किया है और सुमन बी.कॉम की छात्रा हैं।इन दोनों ने मिलकर गांववालों के लिए एक नई मिसाल कायम की है।जहां एक तरफ गेहूं की फसल को जंगली जानवर नुकसान पहुंचा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इलायची को जंगली जानवरों से कोई नुकसान नहीं है, कारण इलायची को जानवर खाने में पसंद नहीं करते।
कोटमल्ला गांव, रुद्रप्रयाग निवासी देव राघवेंद्र बद्री ने टीम न्यूजपोस्ट से हुई बातचीत में बताया कि, “गांव के आधा से ज्यादा किसान जंगली जानवरों के खेतों में हमला करके फसल नुसान करने की वजह से खेती छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं।कभी जंगली सूअर तो कभी बंदर गेहूं की फसल बरबाद कर देता है जिससे किसानों को नुकसान होता है।जानवरों को रोकना मुश्किल हैं क्योंकि जंगलों में आग लगने की वजह से वह खेतों की तरफ रुख कर रहे हैं जिसका खामियाज़ा किसानों को भरना पड़ रहा हैं। देव ने बताया कि, “इस परेशानी को देखते हुए गांव कि लड़कियों और कुछ लोगों ने इलायची की खेती शुरु की है जिससे उनको काफी मुनाफा हो रहा है, इतना ही नहीं इलायची की खेती का मार्केट में भी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
मनीषा और सुमन की टीम न्यूजपोस्ट से हुई बातचीत में बताया कि, “हम दोनों ने लगभग दस नालियों में इलायची की खेती शुरु की है और हमें इससे काफी फायदा हैँ।इलायची की फसल को जंगली जानवरों से कोई नुकसान नहीं है इसलिए जो भी फसल होती है हम उसे बेच देते हैं।मनीषा ने बताया कि, “इलायची बहुत ही महंगा मसाला है और छाटे-बड़े होटलों से लेकर फाईव स्टार होटलों तक इसकी बहुत डिमांड है।इलायची की कीमत लोकल बाजार में 1500 रुपये प्रति किलो हैं हालांकि मार्केट बड़ा ना होने की वजह से यह कीमत कम है वरना इलायची 1900-3000 रुपये प्रति किलो बिकती है।”
मनीषा और सुमन के साथ इलायची की खेती कर रहे लक्ष्मण सिंह चौधरी ने बताया कि वह पढ़ाई के साथ हम इलायची की उत्पादन भी कर रहे हैं।वहीं पर्यावरणविद जगत सिंह चौदरी जंगली जी ने कहा कि, “जिस तरह से गांव के युवा बच्चों ने अपने गांव में रहकर बड़ी इलायची की खेती का विचार किया और इसपर मेहनत की ऐसे ही सभी को अपनी जन्मभूमि में रहकर आर्थिक पहलूओं पर सोचना चाहिए और काम करना चाहिए,इससे ना सिर्फ पलायन रुकेगा बल्कि राज्य भी मजबूत होगा।”
मनीषा और सुमन का यह ‘मिशन इलायची’ वाकई में काबिले तारीफ है और सभी युवाओ को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए की बिना पलायन के भी राज्य में बहुत से विकल्प हैं।
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