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आग लगने से सेब के सौ पेड़ जले

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त्यूनी/विकासनगर। देवघार रेंज अंर्तगत दावानल की चपेट में आकर सेब के बाग में खड़े 100 से अधिक पेड़ खाक हो गए। पीड़ित बागवान ने तहसील प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगाई है।

बुधवार की रात को ओबरासेर गांव से सटे जंगल में आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। कुछ ही देर में आग ने हरटाड़धार से सटे बाग को भी अपनी चपेट में ले लिया। जिससे बाग में खड़े 100 पेड़ पूरी तरह जल गए। पीड़ित बागवान मातवर राणा ने कहा कि बृहस्पतिवार की सुबह जब वह बाग में पहुंचे तो सब कुछ स्वाहा हो चुका था। कहा बागवानी ही उनकी रोजी-रोटी का एकमात्र साधन है। पेड़ों के जलने से उनके सामने आर्थि की का संकट खड़ा हो गया है। तहसीलदार स्वराज सिंह तोमर ने कहा कि मामले में राजस्व उप निरीक्षक से रिपोर्ट मांगी गई है। विभागीय प्राविधानों के अनुसार पीड़ित को मुआवजा दिया जाए

डैक्कन एविएशन देगा उत्तराखंड के दूर-दराज क्षेत्रों में हवाई सेवा

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देहरादून-पंत नगर हवाई सेवा इस महीने के अंतिम हफ्ते तक शुरू हो जाएगी। इस फिक्स्ड विंग हवाई सेवा के लिए विमानन मंत्रालय भारत सरकार ने डैक्कन एविएशन का चयन किया है। हेरिटेज एविएशन पिथौरागढ़ हवाई अड्डे से देहरादून, दिल्ली और पंतनगर के लिए हवाई सेवा संचालित करेगा। इसके अलावा 20 हेली सेवाएं भी शुरू की जानी है। राज्य सरकार की कोशिश है कि अगले तीन से छः महीने में ज्यादा से ज्यादा हेली सेवाएं शुरू की जा सकें। इस सिल सिले में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलाधिकारियों से एयरपोर्ट और हेलिपैड कीे स्थिति की जानकारी ली।
मुख्य सचिव ने बताया कि भारत सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत हवाई सेवा के लिए दो एयरपोर्ट और 14 हेलीपैड की मंजूरी मिली है। राज्य में एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के मानक के अनुसार एयरपोर्ट और हेलिपैड बनाये गए हैं। फिर भी इनका सत्यापन कराया जाएगा। डीजीसीए और एयरपोर्ट अथॉरिटी की सलाह पर जहां जरूरत होगी सुधार कराया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि अल्मोड़ा हेलिपैड से पंतनगर और पिथौरागढ़ हवाई सेवा, चिन्यालीसौड़ से सहस्त्रधारा, धारचूला से हल्द्वानी, गौचर से जोशीमठ, सहस्त्रधारा और श्रीनगर, हल्द्वानी से हरिद्वार और धारचूला, हरिद्वार से हल्द्वानी, जोशीमठ से गौचर, मसूरी से देहरादून, नैनीताल से पंतनगर, नई टिहरी से देहरादून, श्रीनगर, पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा, रामनगर से देहरादून और पंतनगर, सहस्त्रधारा से गौचर, चिन्यालीसौड़, श्रीनगर से गौचर और नई टिहरी हवाई सेवा शुरू की जाएगी। दूर-दराज के क्षेत्रों को हवाई सेवा से जोड़ने पर उत्तराखण्ड में पर्यटकों को सुविधा होगी। आपदा की स्थिति में बचाव और राहत कार्य में मदद मिलेगी ।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, अपर सचिव नागरिक उड्डयन आर.राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे

आम आदमी के लिए खास है इस साल का बजटः सीएम

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मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्‍त मंत्री अरूण जेटली को न्‍यू इंडिया बजट पेश करने पर बधाई दी।बजट आने के साथ ही सीएम रावत अपने टिव्टर अकाउंट के जरिए उसपर अपनी प्रतिक्रया देने लगे।लगातार 7-8 टिव्ट के माध्यम से उन्होंने इस बजट को आम आदमी का बजट बताया।उन्‍होंने कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेप करने और किसानों की आमदनी बढ़ाने का स्पष्ट रोडमैप और विजन न्‍यू इंडिया बजट में दिख रहा है

उन्होंने कहा आम आदमी का बजट होने के नाते इससे गांव का, किसानों का, छोटे और मझौले उद्यमियों का और सामाजिक सुरक्षा का ख्‍याल रखा गया है।उन्होंने कहा यह सुखद संयोग है कि आज के बजट में कई घोषणाएं ऐसी हैं, जिनमे उत्तराखंड में पहल की जा रही है। बजट में क्लस्टर बेस्ड खेती, ऑर्गेनिक खेती, और सुगंध पौधों की खेती को बढ़ावा देने की बात की गई है। उत्तराखंड में हम इन चीजों पर पहल शुरू कर चुके हैं।

सीएम ने कहा कि बजट में ब्लैक बोर्ड से डिजिटल बोर्ड की ओर बढ़ने यानी डिजिटल एजुकेशन की बात कही गई है। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि केवाईएएन डिवाइस से हमने अपने राज्य में डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा देने की पहल की है।

सीएम ने कहा कि बजट में 4 करोड़ गरीब घरों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देने, 2022 तक हर गरीब को घर देने का लक्ष्य है। इसी तर्ज पर हमने 2019 तक सभी घरों को बिजली से रौशन करने, 2022 तक हर बेघर को छत देने, हर घर को पानी देने का संकल्प लिया है।

सीएम ने कहा कि, यह बजट मोदी सरकार के सर्वे भवंतु सुखिनः के संकल्प को दर्शाता है। देश के 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा से जोड़ने की शुरुआत स्वागतयोग्य कदम है। इससे 10 करोड़ गरीब परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिल सकेगा।

अंत में सीएम रावत ने कहा कि केंद्र सरकार के इस बजट से हमें भी एक दिशा मिली है। उत्तराखंड का जो बजट आएगा, उसमें भी हम आम आदमी को मजबूत करने, महिलाओं को सशक्त करने, गरीबों का जीवन स्तर सुधारने और किसानों की आमदनी बढ़ाने का ख्याल रखेंगे।

1.54 किलो चरस के साथ एक गिरफ्तार

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ऋषिकेश। ऋषिकेश क्षेत्र में अवैध रूप से नशीले पदार्थों एवं शराब की तस्करी करने वालों के विरुद्ध चलाए गए अभियान के तहत पुलिस ने चेकिंग के दौरान सोमेश्वरनगर पुलिया के नीचे से एक व्यक्ति को अवैध रूप से चरस की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी के पास से 1.54 किलोग्राम चरस बरामद की गई। अभियुक्त के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया, जिसे माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा। नशीले पदार्थो की बरामदगी के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा। पकड़े गए युवक का नाम दिनेश नेगी पुत्र गब्बर सिंह नेगी निवासी ग्राम व पोस्ट किमाणा, उर्गमवैली, पटवारी क्षेत्र टंगणी, तहसील जोशीमठ, जनपद चमोली, उत्तराखण्ड बताया है।

कांग्रेस ने आम बजट को बताया दिशाहीन

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देहरादून। केन्द्रीय आम बजट दिशाहीन, प्रतिगामी, विकास अवरोधी और आम आदमी के हितों के खिलाफ मंहगाई बढ़ाने वाला बजट है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने केन्द्रीय आम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने अपनी हठधर्मिता का परिचय देते हुए जो आम बजट प्रस्तुत किया है, वह दिशाहीन, प्रतिगामी, विकास विरोधी, बेरोजगारी व मंहगाई बढ़ाने वाला तथा देश की आर्थिक वृद्धि पर चोट पहुंचाने वाला है। देश के वित्त मंत्री ने बजट में आंकडों की बाजीगरी कर घुमाकर नाक पकड़ने का काम किया है। इस बजट से मंहगाई बढ़ने के साथ ही आम आदमी के सिर पर बोझ बढेगा। उन्होंने कहा कि बजट के प्रावधानों से विकास दर दहाई का आंकडा भी नहीं छू पाएगी और न ही रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

प्रीतम सिंह ने कहा कि आम बजट में मात्र घोषणाओं का अंबार लगाया गया है। जीएसटी के नुकसान की भरपाई तथा आम जनता को मंहगाई से निजात दिलाने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है। बजट में नौजवानों के भविष्य की घोर उपेक्षा की गई है। आम बजट से देश में रोजगार के अवसर घटेंगे, गरीब व आम आदमी के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है। नोटबंदी और जीएसटी से देश में कई हजार लघु उद्योग बन्द हुए, रीयल स्टेट सेक्टर में काम पूरी तरह से ठप्प हुआ तथा किसानो को उनकी उत्पाद लागत न मिलने के कारण कृषि क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर न्यूनतम हुए हैं। इस प्रकार इन तीनों क्षेत्र में लगभग 6 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हुए हैं। वित मंत्री ने अपने इस बजट के साथ-साथ पिछले वर्षों के बजट में नए रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया और इस वित्तीय वर्ष में बेरोजगार हुए करोड़ों लोगों की पुर्नबहाली के लिए भी कोई प्रावधान नहीं किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने केन्द्रीय बजट को पूंजीपतियेां को लाभ पहुंचाने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स छूट के किसी भी स्लैब मे कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, जिससे कर्मचारियों को टैक्स छूट के रूप में कोई भी लाभ नहीं मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि बजट मे मंहगाई कम करने के उपाय करने की बजाय सरकारी कम्पनियों में सरकारी भागीदारी कम करते हुए उन्हें पूंजीपतियों के हाथों में सौंपने की योजना बनाई गई है। महिलाओं के लिए इस बजट में कोई विशेष प्रावधान नजर नही आता है। महिलाओं के सशक्तीकरण एवं सम्मान की बात केवल मोदी जी के लच्छेदार भाषणों का हिस्सा मात्र है। आत्म हत्या के लिए मजबूर हो रहे किसानों के लिए बजट में किसी प्रकार की राहत नहीं दी गई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार का यह बजट पूर्णतः किसान, मजदूर और गरीब विरोधी बजट है क्योंकि इस बजट में किसानों की कर्ज माफी का कोई उल्लेख नहीं है। किसानों के उत्पाद की लागत का डेढ गुना दाम देने का वादा पिछले चार सालों में पूरी तरह झूठा साबित हुआ है। देश में कृषि उत्पाद में बढोतरी हुई लेकिन किसानेां की आय में लागातार गिरावट तथा आत्महत्या में बढोतरी हुई है। हर खेत के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा तो की गई है, परन्तु जल स्रोतों को संवर्द्धन के लिए बजट में कोई योजना प्रस्तावित नहीं है।
बजट में उत्तराखंड की अनदेखी
उत्तराखण्ड के लोगों को बड़ी आशा थी कि उत्तराखण्ड के कुछ भागों को सीधे रेल सेवा से जोड़ने के लिए बजट में व्यवस्था की जाएगी, लेकिन पिछले रेल व आम बजट की तरह ही इस बार भी केन्द्र की मोदी सरकार ने देवभूमि उत्तराखण्ड की जनता की आशाओं पर तुषारापात किया है। पहले से ही केन्द्र सरकार द्वारा उत्तराखण्ड की उपेक्षा का दंश राज्य की जनता झेल रही है और अब आम बजट में राज्य की उपेक्षा के इस दर्द को और अधिक बढ़ा दिया है। प्रीतम सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड एवं देश की जनता को ठगने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पवित्र चार धामों को रेल सेवा से जोड़ने के लिए जिन जुमलों का उपयोग किया था इस आम बजट ने उस पर अपनी मोहर लगा दी है। केन्द्र की मोदी सरकार ने आम बजट में राज्य की उपेक्षा कर एकबार फिर जता दिया है कि उसे उत्तराखण्ड के विकास से कोई लेना-देना नही है। आम बजट व रेल बजट में उत्तराखण्ड के सरोकारों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। एक ओर जहां विशेष राज्य के दर्जे को बहाल करने की राज्यवासियों की मांग की उपेक्षा की गई है वहीं पर्यावरण की रक्षा के लिए ग्रीन बोनस जैसे मसलों पर इस बजट में चुप्पी साधी गई है। उन्होने कहा कि दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण को खत्म करने के लिए विशेष योजना की बात की गई है परन्तु उत्तराखण्ड जैसे हिमालयी राज्यों की उपेक्षा की गई है जिन पर देश की पर्यावरणीय निर्भरता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने केन्द्रीय आम बजट की कटु आलोचना करते हुए कहा कि जैसी आशंका थी वह इस बजट में साबित हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार बड़े औद्योगिक घरानों के हाथों की कठपुतली बनकर खेल रही है। मोदी सरकार ने अपने इस बजट में भी कोई ऐसी नई योजना लागू नहीं की, जिसको यह सरकार अपने एक बडी उपलब्धि के रूप में गिनाते हुए समाज के बड़े वर्ग को लाभ पहुंचाने वाली येाजना के रूप में प्रचारित कर सके। वित्त मत्री ने अपने बजट भाषण में समाज के कमजोर तबके, बेरोजगार, महिलाओं का ध्यान रखने की बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महिमा मण्डन का विशेष ध्यान रखा। प्रत्येक वर्ष 2 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने के प्रधानमंत्री मोदी के वादे उनके अन्य वादों की भांति चुनावी जुमले साबित हुए हैं।

तेल एवं गैस क्षेत्र में संक्षारण को लेकर विशेषज्ञों ने किया मंथन

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देहरादून। वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने भारतीय पेट्रोलियम उद्योग परिसंघ (एफआईपीआई) के सहयोग से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। ‘तेल एवं गैस क्षेत्र में संक्षारण का प्रबंधन’ विषय पर आयोजित हुई कार्यशाला में विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे।

सीएसआइआर-मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा गाजियाबाद में आयोजित की गई कार्यशाला में विशेषज्ञों ने विषय ये जुड़े कई अहम पहलुओं पर अपनी रिसर्च और विचार साझा किए। कार्यशाला का शुभारंभ सीएसआईआर-आईआईपी के निदेशक डॉ. अंजन रे व महानिदेशक एफआईपीआई आरके मल्होत्रा द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि मल्होत्रा ने संक्षारण के कारण पाइपलाइनों, पुलों, सार्वजनिक भवनों से लेकर वाहनों, जल एवं अपषिष्ट जल-प्रणालियों और घरेलू अनुप्रयुक्तियों तक को पहुंचने वाले खतरों के बारे में चर्चा की। विश्वभर में संक्षारण-अध्ययनों की लागत से प्रकट होता है कि आकलित प्रत्यक्ष लागत 2.5 बिलियन डाॅलर से अधिक है और यह प्रत्येक राष्ट्र के सकल घरेलू उत्पादन का लगभग 3-4 प्रतिशत है। यह आंकलन किया गया है कि संक्षारण की वार्षिक लागत को 25 से 30 प्रतिशत तक बचाया जा सकता है, यदि संक्षारण इष्टतम प्रबंधन पद्धतियां अपना ली जाएं। इस दौरान डॉ. मल्होत्रा ने एक ‘सारांश पुस्तिका’ व ‘स्मारिका’ का भी विमोचन किया। सीएसआइआर-केंद्रीय विद्युत-रासायनिक अनुसंधान संस्थान के निदेशक डाॅ. विजय मोहनन पिल्लै ने ‘संक्षारण अनुुसंधान पर नैनो-प्रौद्योगिकी का प्रभाव’ विषय पर पूर्ण-सत्र व्याख्यान दिया। उन्होंने विलेपन सामग्रियों पर नैनो-प्रौद्योगिकी के महत्व पर बल दिया और इलेक्ट्रॅानिक सामग्रियों, स्व-सक्षम सामग्रियों, रासायनिक संवेदकों के लिए सामग्रियों और संक्षारण की रोक-थाम के अनुप्रयोगों के विशिष्ट उदाहरण दिए। इसके अलावा वक्ताओं ने तेल एवं गैस उद्योगों में संक्षारण की समस्याएं, रासायनिक उपचार, धातुकर्मपरक हल, विलेपन एवं कैथोडीय सुरक्षा के माध्यम से संक्षारण का शमन व इसके साथ ही विफलता विश्लेषण और संक्षारण के पहलुओं पर जानकारी दी। डाॅ. आरसी सक्सेना ने वोट आॅफ थैंक्स दिया। कार्यशाला में तेल एवं गैस क्षेत्र के अठारह विशिष्ट वक्ता व साथ ही अग्रणी क्षेत्र के अनुसंधान एवं नवीन तथा महत्वपूर्ण विचारों के प्रयोग में संलग्न राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं के वैज्ञानिकों के एक पैनल को भी आमंत्रित किया गया था, ताकि वे संक्षारण प्रौद्योगिकीविदों के समक्ष अपने विशेषतापूर्ण विचार रखकर समस्या पर चर्चा कर सकें व फलदायक निष्कर्षों पर पहुंच सकें। इस मौक पर काफी संख्या में वैज्ञानिक व रिसर्च स्कॉलर भी मौजूद रहे।

गणतंत्र दिवस पर झांकी प्रस्तुत करने वाला दल सीएम से मिला

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देहरादून। गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय स्थित मीडिया सेन्टर में गणतन्त्र दिवस पर नई दिल्ली में उत्तराखंड की ओर से प्रस्तुत झांकी के प्रतिभागियों से भेंट की। सूचना उपनिदेशक केएस चौहान के नेतृत्व में 34 सदस्यों के दल ने गणतन्त्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर ग्रामीण पर्यटन एवं होम स्टे पर आधारित उत्तराखण्ड की झांकी का प्रदर्शन किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब राजपथ पर उत्तराखंड की झांकी निकल रही थी, देश के प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा ग्रामीण पर्यटन एवं उत्तराखण्ड की संस्कृति पर आधारित इस झांकी की सराहना की गई। उत्तराखण्ड की झांकी की थीम विशिष्ट थी, जिसका उद्देश्य ग्रामीण पर्यटन एवं होम स्टे को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पर्यटक बदलाव चाहते हैं। उत्तराखण्ड के लोगों के स्वभाव एवं आत्मीयता के आधार पर प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन एवं होम स्टे को बढ़ावा दिया जा रहा है। टिहरी, पिथौरागढ़ एवं लैंसडोन आदि स्थानों पर होम स्टे योजना से अच्छे प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि होम स्टे पर आधारित पर्यटन का प्रदेश में अच्छा स्कोप है। यह स्थानीय लोगों को कम खर्च पर अधिक आय भी देगा।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के सांस्कृतिक दल को देश में प्रथम 03 राज्यों में चुने जाने एवं पुरस्कृत किये जाने पर भी बधाई दी। राजपथ पर उत्तराखण्ड की झांकी में प्रतिभाग करने वाले कलाकारों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण एवं जनजातीय मंत्री जुएल ओराम से नई दिल्ली में भेंट की। सचिव सूचना डॉ.पंकज कुमार पाण्डेय ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद से 17 सालों में 10वीं बार राजपथ पर उत्तराखण्ड की झांकी दिखाई गई। ग्रामीण पर्यटन एवं होम स्टे की थीम पर आधारित गढवाली म्यूजिक के साथ प्रदर्शित इस झांकी की विशिष्ट पहचान की काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में उत्तराखण्ड के सांस्कृतिक दल को गुजरात एवं महाराष्ट्र सांस्कृतिक दल के साथ सर्वश्रेष्ठ 03 सांस्कृतिक दलों में चुने जाने पर पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर विधायक मुकेश कोली, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट, मीडिया समन्यवक दर्शन सिंह रावत, अपर निदेशक सूचना डॉ. अनिल चंदोला, संयुक्त निदेशक सूचना राजेश कुमार, उप निदेशक सूचना नितिन उपाध्याय आदि उपस्थित थे।
अनु कुमार को दी बधाई
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार आयोजित ‘‘खेलो इंडिया’’ नेशनल स्कूल गेम्स में उत्तराखण्ड के अनु कुमार को स्वर्ण पदम जीतने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी और ईश्वर से उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड को और सफलता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन से खेलों की संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ-साथ, नई प्रतिभाओं को आगे लाने में मदद करेगा। यह प्रतियोगिता नई प्रतिभाओं को तलाशने और तराशने का एक बहुत बड़ा माध्यम बनेगी।

वेटलैंड डे पर आसन में उतरेगा पक्षी प्रेमियों का संसार

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(विकासनगर)। दो फरवरी को विश्व नम भूमि दिवस पर आसन कंजरवेशन रिजर्व में पक्षी प्रेमियों का संसार उतरेगा। वन विभाग के तत्वावधान में बर्ड वाचिंग का आयोजन किया जाएगा। इसमें पक्षी विशेषज्ञों के साथ ही कई स्कूली छात्र भी हिस्सा लेंगे।
आसन कंजरवेशन रिजर्व भारत का पहला वेटलैंड कंजरवेशन रिजर्व है। यहां हर साल सैकड़ों की संख्या में विदेशी परिदें 2000 किमी से भी अधिक की दूरी तय कर प्रवास पर पहुंचते हैं। अक्तूबर से मार्च तक आसन झील ही इन ‌परिदों का घरोंदा होता है। ऐसे में विश्व नम भूमि दिवस के सफल आयोजन के लिए इन दिनों वन विभाग पूरी तरह से जुटा हुआ है। विभाग के तत्वावधान में बर्ड वाचिंग के साथ ही कई तरह की प्रतियोगि‌ताएं भी आयोजित की जाएंगी। कलेंडर और पोस्टरों के माध्यम से लोगों को जैव विविधिता में पक्षियों की उपयोगिता को समझाया जाएगा। मालूम हो कि इस साल झील में 61 प्रजातियों के करीब 6008 परिदें प्रवास पर पहुंचे हैं। बीते पांच साल में यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में परिदें प्रवास पर पहुंचे हो।
वन बीट अधिकारी प्रदीप सक्सेना ने बताया कि इस साल की थीम ‘वेटलैंड फॉर ए सस्टेनबल अर्बन फ्यूचर’ है। लोगों को जागरूक किया जाएगा कि सतत शहरी भविष्य के लिए झील बेहद जरूरी हैं।
ये परिदें पहुंचे हैं प्रवास पर
इस साल झील में लिटील ग्रेब, ग्रेट क्रिस्टेड ग्रेब, ग्रेट कॉरमेंट, पेंटेड स्टॉक, व्हाइड नेक्ड स्टॉर्क, पेल नेबड आइबिस, बार हेडेड गूस, ग्रे लेग गूज, ब्राह्मी शेलडेक, मलार्ड, नार्दन पिनटेल, मलॉर्ड, कामॅन टील, स्पॉट बिल्ड डक, कॉमन पोचार्ड, फेरू‌ग्यूनस पोचॉर्ड, टफटेड पोचॉर्ड, यू‌रेशियन विगन, गैडवॉल, नॉर्दल शूवेलपर, रेड क्रिस्टेड पोचॉर्ड, कॉमन मेरगेनसर, पर्पल सवॉमपेन, व्हाइट ब्रिस्टेड वॉटरहेन, कॉमन मौरहेन, कॉमन कूट, ब्लेक विंगड स्टिलट, रेड वाटलड लैपविंग, रिवर लैप विंग, मॉरस सैंड पाइपर, कॉमन सैंड पाइपर, प्लॉश गुल, प्लाश फिश इगल, वेस्टर्न मारस हैरियर, स्माल ब्लू किंगफिशर, व्हाइट ब्रिस्टेड किंगफिशर, डस्की ग्रेग मार्टिन, लिटिल सरफि, बूटेड ईगल समेत 61 प्रजातियों के परिदों ने आमाद दर्ज कराई है।

कालाढ़ूंगी के दीपक नेगी ने न्यूजीलैंड में जीता गोल्ड मैडल

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उत्तराखंड के नौजवानों ने न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। न्यूजीलैंड में आयोजित 19वीं ओसेनिया मास्टर्स एथेलेटिक्स और फील्ड चैंपियनशिप में कालाढूंगी के दीपक नेगी ने देश का परचम लहराया है। दीपक ने लंबी कूद में स्वर्ण पदक जीतकर अपने प्रदेश के साथ पूरे देश का नाम ऊंचा किया है। यहां बता दें कि दीपक नेगी न्यूजीलैंड में 20 से 27 जनवरी तक चलने वाली इस एथलेटिक्स चैम्पियनशिप म भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।दीपक ने अपने ऐज ग्रुप में लंबी कूद, त्रिकूद और 110 मीटर बाधा दौड़ में गोल्ड मेडल और 60 मीटर की शॉट रेस में ब्राउंस मेडल जीत कर देश का नाम रोशन किया है।

deepak negi

पिछले साल भी जीता स्वर्ण

गौरतलब है कि दीपक नेगी ने लंबी कूद प्रतियोगिता में 6.25 मीटर की छलांग लाकर स्वर्ण पदक हासिल किया। दीपक पिछले साल भी 21 से 28 अक्तूबर तक मलेशिया में तीन स्वर्ण पदक जीतकर हैट्रिक कर चुके हैं। दीपक नेगी मूल रूप से कालाढुंगी के रहने वाले हैं और फिलहाल वे फोर्टिज हेल्थकेयर लिमिटेड गुरुग्राम में  मैनेजर के पद पर तैनात हैं। यहां बता दें कि दीपक अपना नियमित अभ्यास जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम एवं सीडब्लूजी स्टेडियम अक्षरधाम में करते हैं। दीपक के प्रदर्शन पर व्यापार मंडल अध्यक्ष पुष्कर खनायत, वकील अहमद, सभासद आन सिंह गैड़ा, दीनू सती, राजेंद्र नेगी, मनमोहन बसेड़ा, गोविंद पांडे, तनुजा आर्या, महमूद हसन बंजारा ने बधाई दी है।

राज्य की राजनीति में सक्रिय हो रहे हैं शौर्य डोभाल

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उत्तराखंड के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों कई तरह के नये समीकरण जन्म ले रहे हैं। चाहे वो कांग्रेस में हरीश रावत का अपनी ही पार्टी पर उन्हे अलग थलग करने के आरोप हों या फिर बीजेपी में कैबिनेट मंत्रियों में कलह। इस सबके बीच घीरे घीर राज्य बीजेपी में कुछ नये और युवा चेहरों की सक्रियता ने राजनीतिकर पारा बढ़ा दिया है। दरअसल रुद्रप्रयाग में विश्व हिंदू परिषद के एक समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल की मौजूदगी ने राज्य की राजनीति में उनकी बढ़ती सक्रियता की तरफ इशारा किया है।

बुधवार को शौर्य ने पार्टी केडर और गढ़वाल के भाजपा नेताओं के साथ अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को लेकर बैठकें की।सूत्रों ने बताया कि वह मंगलवार को देहरादून पहुंचे और रुद्रप्रयाग जिले में अगस्तमुनी गए जहां उन्होंने स्थानीय वीएचपी इकाई द्वारा आयोजित “भागवत कथा” समारोह में भाग लिया। जूनियर डोभाल पिछले कुछ समय से जिस तरह से राज्य की राजनीति में सक्रियता दिखा रहे हैं उससे ये कयास लग रहे हैं कि आने वाले लोकसभा चुनावों के लिये वो अपने आप को तैयार कर रहे हैं। शौर्या डोभाल का परिवार पौड़ी जिले के घिदी गांव से है और अब उत्तराखंड की राजनीति को पास से जानने वाले लोग इसे आने वालवे समय में डोभाल की पौड़ी सीट पर दावेदारी की तरह देख रहे हैं।ये सीट फिलहाल पूर्व सीएम मेजर जनरल बीसी खंडूरी के पास है।

लंदन स्कूल ऑफ बिज़नस के पूर्व छात्र शौर्य दिल्ली में विवेकानंद फाउंडेशन नाम की संस्था चलाते हैं। शौर्या ने पार्टी में शामिल होने के बाद दिसंबर में हल्द्वानी में हुई उत्तराखंड की भाजपा कार्य समिति की बैठक में भाग लिया था। इसके अलावा उन्होंने सीएम द्वारा आयोजित रैबार कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। डोभाल जूनियर डावोस गये प्रधानमंत्री मोदी के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।