बीआरओ के साथ काम कर रहे मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट

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गोपेश्वर, बदरीनाथ हाईवे जो रुद्रप्रयाग से लेकर चमोली जिले के हेलंग तक बीआरओ से हटाकर एनएच को दिए जाने की प्रक्रिया चल रही हैै। उससे इस मार्ग पर बीआरओ के साथ काम कर रहे स्थानीय मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। इस संबंध में स्थानीय मजदूरों ने जिलाधिकारी के माध्यम से गढ़वाल सांसद को एक पत्र भेजकर उन्हें एनएच में समायोजित करवाने की मांग की है।
चमोली जनपद की सीमा गौचर से लेेकर नीती, माणा, गमसाली तक जाने वाले हाईवे का काम पहले बीआरओ के पास था। बीआरओ द्वारा इस मार्ग पर स्थानीय युवाओं को भी काम पर रखा गया था। अब जब यह मार्ग विकास खंड जोशीमठ के हेलंग तक बीआरओ से हट कर एनएच को सौंपा गया है। ऐसे में बीआरओ के साथ काम कर रहे मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया हैै। बीआरओ के साथ काम कर रहे मजदूरों ने अपनी व्यधा का एक पत्र गढ़वाल सांसद को भेजा है। जिसमें उन्होंने मांग की है कि उन्हें इस मार्ग पर कार्य करने वाली कंपनी को स्थानीय मजदूरों को भी कार्य पर रखने के लिए कहा जाए ताकि स्थानीय मजदूरों की रोजी-रोटी भी चल सके। ज्ञापन में मजदूर अनूप, गजेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, आशा देवी, शिशुपाल आदि के हस्ताक्षर हैै।