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कैंट सीट से धस्माना की राह हुई आसान

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बुधवार को कांग्रेस भवन में मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी व जोत सिंह बिष्ट के नेतृत्व में देहरादून कैंट विधानसभा के निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र धवन ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। धवन ने कहा की मुझे पार्टी से टिकट न मिलने के कारण रोष में आकर मैंने अपना नामांकन निर्दलीय प्रत्याशी की तरह किया लेकिन अब मैं अपना यह फैसला वापस लेता हूँ।उन्होंने कहा कि मैं पिछले 32 साल से   कांग्रेस के लिए सेवा कर रहा हूं और आगे भी करुंगा,मैने गाँव के वार्ड से लेकर प्रदेश तक पार्टी के लिए काम किया है।अब मै पूरी तरह से धस्माना का समर्थन करता हूँ और कांग्रेस पार्टी की हमेशा सेवा करता रहूँगा।

उधर सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि टिकट तो एक ही व्यक्ति को मिल सकता है और मुझे पार्टी के साथ साथ जनता का भी समर्थन मिला है।कैंट क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी धस्माना को अभी तक निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र धवन का डर था जो आज नामांकन लेने के साथ खत्म हो गया है।

धस्माना ने कहा कि अब वह कांग्रेस की सीट कैंट विधानसभा से स्थापित करेंगे और आने वाले 5 सालों में विकास की लहर जनता को दिखाई देगी।

उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझ पर हमेशा भरोसा जताया है,पहले भी मुझे मेयर टिकट का सौभाग्य प्राप्त हुआ था और अब विधायक के टिकट के लिए मुझे चुना गया है,और निश्चित रूप से कैंट से जीत हासिल करूँगा।

यूनियन बजट 2017 में इनकम टैक्स पर मध्यम वर्ग को मिली छूट

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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यूनियन बजट 2017 पेश करते हुए किसानों और गावों को जबरदस्त सौगातें दी हैं।एक नजर में देखते है उन्होंने आधारभूत ढांचे, रोजगार, आवास, किसानों, ग्रामीण इलाकों, नौजवानों पर जोर दिया।जेटली ने कहा कि बजट में इस बार 10 बड़ी चीजों पर फोकस किया है, इनमें किसान, इंफ्रास्ट्रक्चर, युवाओं को रोजगार, सोशल सिक्यॉरिटी, आवास, फाइनैंशल सेक्टर और डिजिटल इकॉनमी जैसी चीजें शामिल हैं।वित्त मंत्री ने कहा कि नोटबंदी की वजह से जीडीपी की साफ और सच्ची तस्वीर सामने आएगी, अर्थव्यवस्था स्वच्छ होगी।जेटली ने यह भी कहा कि पिछले एक दशक में टैक्स की चोरी करना जनता की आदत हो गई थी, इससे गरीबों का नुकसान था।नोटबंदी से ब्‍लैकमनी, फेक करंसी और टेरर फंडिंग पर लगाम लगेगी. नोटबंदी से बैकों की क्षमता बढ़ी नोटबंदी से टैक्स कलेक्शन बढ़ा है।

रेल बजटः

  • नई मेट्रो रेल नीतियां लाई जाएगी,3500 किलोमीटर नई रेल बिछाई जाएंगी,पर्यटन और तीर्थ के लिए विशेष ट्रेनें होंगी.
  • आईआरसीटीसी (IRCTC) से टिकट बुकिंग पर सर्विस टैक्‍स खत्‍म
  • 500 स्‍टेशन विकलांगों की सुविधा के मुताबिक बनाए जाएगा
  • जेटली ने कहा नदियां सड़के और रेल देश की जीवन रेखा है
  • पैसेंजर सुरक्षा के लिए रेल सुरक्षा कोष बनाया जाएगा, एक लाख करोड़ का प्रावधान,रेल का बजट 1,31,000 करोड़ का होगा.
  • स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर्स लगाए जाएंगे, 300 स्टेशनों से शुरुआत की जाएगी
  • 2019 तक सभी ट्रेनों में बॉयो टॉयलेट लगवाए जाएंगे, मानवरहित क्रॉसिंग पूरी तरह से खत्म की जाएगी
  • 7000 रेलवे स्टेशनों पर सौर ऊर्जा की सुविधा दी जाएगी. सरकार चुनेगी 25 स्टेशन, जिनका विकास किया जाएगा
  • रेल कोच से संबंधित शिकायतों को दूर करने के लिए सरकार का ‘कोच मित्र’ सुविधा का प्रस्ताव
  • रेल के किराये-भाड़े का निर्धारण लागत, सामाजिक जिम्मेदारी तथा प्रतिस्पर्धा के आधार पर किया जाएगा
  • चालू वित्तीय वर्ष में 2,800 किलोमीटर की लाइनें शुरू की जा रही हैं

इनकम टैक्सः

इनकम टैक्स को लेकर बड़ा ऐलान 2.5 लाख रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक की सालाना आय पर 5 फीसदी टैक्स,पहले यह 10 फीसदी था।बता दें कि ये दरें अगले वित्तीय वर्ष यानी 2017-18 के लिए हैं और अप्रैल से लागू मानी जाएंगी. यानी मौजूदा वित्तीय वर्ष (2016-17) के लिए जो टैक्स आप भरेंगे, वह मौजूदा व्यवस्था के अंतर्गत ही होगा.

  • 50 लाख से 1 करोड़ की आय पर 10 प्रतिशत सरचार्ज और
  • एक करोड़ से अधिक की आय पर 15 प्रतिशत सरचार्ज लगेगा,यह सरचार्ज पहले 12 फीसदी था
  • इससे सरकार को 2700 करोड़ रुपए प्राप्त होंगे

 

नरेंद्र सिंह नेगी ने गीत के माध्यम से किया राजनितिज्ञों पर वार

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उत्तराखंड राज्य की परंपरा और यहां की जीवन शैली को अपने आवाज से रंगने वाले प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी ने आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर लोगों के बीच अपने नए गाने के बोल उजागर किए हैं।

गाने के बोल कुछ इस तरह से हैंः

भ्रष्टाचारै बास नि ऐ
लोकायुक्त रास नि ऐ, डौर कैकि हूण…
तन्निले तान तनी तून
तन्नि ढेबरि तन्नि ऊन
तेरिभि सुणला दाजु
पैलि उतराखण्डै सूण

यह गीत उत्तराखंड के मौजूदा राजनीतिक हाल को बंया करते हुए बनाया गया है।उन्होंने सीएम रावत सरकार के समय के सभी घोटालों और दलबदलीयों को ध्यान में रखकर यह गीत रचा है।उन्होंने लोकायुक्त और भ्रष्टाचार का हवाला देकर इस गीत को सजाया है।उत्तराखंड में राजनीति के नाम पर चल रहे तू-तू मैं-मैं को भी नेगी ने बहुत ही खूबसूरती के साथ शब्दों में बयान किया है।उन्होंने हाल ही में हो रही बगावत और कांग्रेस भाजपा के नेताओं द्वारा दलबदल को भी अपनी इस गानें में एक महत्तवपूर्ण स्थान दिया है तथा उत्तराखंड की लाचार जनता के हाल भी गीत के माध्यम से लोगों के समने प्रस्तुत किए हैं।यह पहली बार नहीं है कि नरेंद्र सिंह जी ने अपने गीतों में वास्तविक्ता दिखाई हो,2006 में ”नौ छमी नरैणां” उनकी एक वी.सी.डी लांच हुई थी जिसमें उन्होंने नारायण दत्त तिवारी को एक ”मल्टीकर्लड पर्सनालिटी” के रुप में दर्शाया और तिवारी की कांग्रेस सरकार का खूब मजा़क उड़ाया और उनके साथ पिछले तीन मुख्यमंत्रीयों को भी नेगी ने घेरा था। लेकिन गढ़वाल के किशोर कुमार माने जाने वाले नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा था कि यह किसी की व्यक्तिगत आलोचना नहीं बल्कि पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का गुस्सा है।

 

 

बसंत पंचमी के साथ उत्तराखंड में शुरु बैठकी होली

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बसंत पंचमी’ हिंदुओं का एक प्रसिद्ध त्यौहार है। इसे ‘श्रीपंचमी’ भी कहते हैं। यह पूजा पूर्वी भारत, पश्चिमोत्तर बांग्लादेश, नेपाल और कई राष्ट्रों में बड़े उल्लास से मनायी जाती है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह त्यौहार माघ महीने के पांचवें दिन (पंचमी) पर हर साल मनाया जाता है।

उत्तराखंड में बसंत पंचमी से बैठकी होली की शुरुआत हो जाती है। मां सरस्वती के पूजन के साथ लोग पंचमी के दिन पीले कपड़े पहनते हैं और पीला खाना खाते हैं।उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में बसंत पंचमी के दिन पीले और मीठे चावल बनाएं जाते हैं और लोग इसका सेवन करते हैं।

बसंत पंचमी, ज्ञान, संगीत और कला की देवी, ‘सरस्वती’ की पूजा का त्यौहार है। इस त्यौहार में बच्चों को हिंदू रीति के अनुसार उनका पहला शब्द लिखना सिखाया जाता है। बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन पीले वस्त्र धारण करने का रिवाज़ है। बसंत पंचमी सर्दियों के मौसम के अंत का प्रतीक है।

माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी से ऋतुओं के राजा वसंत का आरंभ हो जाता है। यह दिन नई ऋतु के आने का सूचक है। इसीलिए इसे ऋतुराज वसंत के आने का पहला दिन माना जाता है। साथ ही यह मां सरस्वती की जयंती का दिन है।

इस दिन से प्रकृति के सौंदर्य में निखार दिखने लगता है। वृक्षों के पुराने पत्ते झड़ जाते हैं और उनमें नए-नए गुलाबी रंग की कलियां और पत्ते मन को मुग्ध करते हैं। इस दिन को बुद्धि, ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती की पूजा-आराधना के रूप में मनाया जाता है।

आॅल इण्डिया पुलिस रेस्लिंग कलस्टर में उत्तराखंड टीम का बेहतरीन प्रदर्शन

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27 से 31 जनवरी तक बिहार में पुलिस ने आॅल इण्डिया पुलिस रेस्लिंग कलस्टर-2016 (रेस्लिंग, वेट लिफ्टिंग, बाॅक्सिंग व कबड्डी) का आयोजन किया।मंगलवार को खेल का समापन हो गया है। उत्तराखण्ड पुलिस के खिलाड़ियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लेकर निम्न प्रकार से मैडल जीतेः

  • वेट लिफ्टिंग में महिला आरक्षी दीपा मेहरा
  • कुश्ती में महिला आरक्षी रजनी विष्ट
  • बाॅक्सिंग में महिला आरक्षी हेमन्ती मेहता तथा बॉक्सिंग में आरक्षी धन सिंह द्वारा काॅस्य पदक प्राप्त किया।
    साथ ही उत्तराखंड पुलिस की कबड्डी टीम द्वारा भी दिल्ली पुलिस की टीम को हराकर काॅस्य पदक भी जीता।

चमोली पुलिस की बड़ी कार्यवाही,बरामद किए लाखों रुपए

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उत्तराखंड में चुनावों के दौरान पैसे तेल ग़ैरक़ानूनी इस्तेमाल पर रोक के लिये चुनाव आयोग ने कमर कस रखी है। इसके चलते जनपद चमोली में फ्लाइंग एवं स्टेटिक सर्विलांस टीम का गठन किया गया है। इस टीम ने मंगलवार को चेकिंग के करते हुए निम्म बरामदगी की गयी।

  • गाड़ी नंबर UK11 – 9608 को रोककर चेक किया गया जिसको चालक प्रदीप रावत चला रहा था। वाहन की तलाशी पर वाहन से 7,90,000 (सात लाख नब्बे हज़ार ) रूपए नये नोट में बरामद हुए। ड्राईवर से पूछताछ पर बरामद रुपयों के सम्बन्ध में दस्तावेज नहीं दिखा पाया।
  • गाड़ी नंबर UK11 – 9649 को रोककर चेक किया गया जिसको चालक प्रकाश गौड़ चला रहा था। वाहन की तलाशी पर वाहन से 2,22,960 (दो लाख बाईस हज़ार नौ सौ साठ) रूपए नये नोटों में बरामद हुए। चालक से पूछताछ पर बरामद रुपयों के सम्बन्ध में दस्तावेज नहीं दिखा पाया।
    स्टैटिक सर्विलांस टीम नदप्रयाग द्वारा कुल 10,12,960 (दस लाख बारह हज़ार नौ सौ साठ) रूपए बरामद किये गए। बरामद रुपयों को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।

राजपथ परेड के एन.सी.सी कैडेट्सों ने की राज्यपाल से मुलाकात

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 राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने गणतंत्र दिवस-2017 पर दिल्ली के राजपथ पर अपनी अनुशासनात्मक परेड का प्रदर्शन करने वाले होनहार एनसीसी कैडेट्स को राजभवन आमंत्रित कर सभी कैडेट्स से मुलाकात की व उनका उत्साहवर्धन किया। राज्यपाल ने परेड में पुरस्कार पाने वाली तीन महिला एनसीसी कैडेट्स को भी सम्मानित किया। इन कैडेट्स के उत्साह, अनुशासन और आत्मविश्वास की राज्यपाल ने सराहना की। राज्यपाल ने कहा, “राष्ट्रीय शिविर में रहना तथा गणतंत्र दिवस जैसे अवसरों पर परेड में प्रतिभागिता तभी सुनिश्चित है जब कोई कैडेट्स पूर्ण समर्पण से प्रशिक्षण प्राप्त करता है। मुझे प्रसन्नता है कि सौ से अधिक छात्र अनुशासनात्मक प्रशिक्षण हाासिल कर परेड में शामिल हुए। इस तरह के अवसरों में प्रतिभागिता से व्यक्तित्व में प्रभाव व आत्मविश्वास का समावेश होता है। वहीं एनसीसी कैडेट्स किसी भी तरह की करियर प्रतियोगिता में अतिरिक्त अंक भी प्राप्त करते हैं।”  राजपथ परेड में रक्षामंत्री पदक विजेता पूजा मेहरा, राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री की बेस्ट पायलट हिना दानू तथा घुड़सवारी में पदक विजेता किरन को राज्यपाल ने मेडल पहना कर सम्मानित किया। इस दौरान राज्यपाल ने कैडेट्स के साथ अपनेे विद्यार्थी जीवन के उन दिनों की यादों को साझा किया जब वे भी एन.सी.सी.कैडेट थे। राज्यपाल ने कैडेट्स को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। कैडेट्स ने देश प्रेम व राज्य की विशेषताओं को दर्शाने वाला मनमोहक एनसीसी गीत प्रस्तुत किया।

फस्ट टाईम वोटरों के लिए अलग है वोट के मायने

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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए कम हो रहा एक-एक दिन और साथ ही उत्तराखंड में आने वाले समय में किसकी सरकार होगी,कौन अब राज्य की कमान अपने हाथ में लेगा?और कैसी होगी आने वाली सरकार?यह सारे सवाल बीतते दिनों के साथ और ज्यादा गहरे होते जा रहे है।2017 चुनाव युवाओं के लिए कितना महत्तवपूर्ण होगा यह भी देखने वाली बात होगी।

असल में 2017 चुनाव में जो पहली बार वोट कर रहे उनकी संख्या चुनाव विभाग के अनुसार 80 हजार से 1 लाख के बीच में है।यह संख्य़ा अपने आप में उस राज्य के लिए ज्यादा है जो जनसंख्या के मामले बहुत से राज्यों से कम है।उत्तराखंड एक छोटा,  16 साल पुराना राज्य है।विधानसभा चुनाव 2017 हर किसी के लिए महत्तवपूर्ण है चाहें वो नेता हो या जनता।नेता को सत्ता की चाह है तो जनता एक ऐसा उम्मीदवार चाहती है जो आने वाले 5 सालों में प्रदेश की दशा सुधार सके। 2017 चुनाव में लगभग 75 लाख 95 हजार वोटर भाग लेंगे जिसमें से पहली बार वोट करने वालों की संख्या तकरीबन 1 लाख है।

पहली बार वोट करने वालों की क्या उम्मीदें हैं सरकार से यह पूछने पर अर्पिता नेगी जो एक फस्ट टाईम वोटर हैं का कहना है, “यह मेरे लिए बहुत अलग अनुभूति है, मैं अभी से खुश हो रही कि मुझे वोट डालना है, लेकिन इस खुशी में मैं यह बिल्कुल नहीं भुल रही कि मेरा वोट किसको जाएगा।नेताओं को लगता है कि उनके खोखलों वादों से युवा पीढी उनकी बातों में आ जाएगी और उन्हें वोट दे देगी तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। आज का युवा जागरुक युवा है और आज मुझे और  मेरे जैसे हजारों पहली बार वोट करने वाले युवाओं को पता है कि उन्हें आने वाले समय में उम्मीदवारों से क्या चाहिए।” अर्पिता आगे कहती हैं कि, “मैं अपना वोट देश में चल रहे बदलाव को दूंगी,एक ऐसी सरकार को दूंगी जो मेरे प्रदेश को काले धन,भ्रष्टाचार,बेरोजगारी और मंहगाई से छुटकारा दिलाएगा और राज्य की प्रगति में योगदान देगा।”

ऐसे ही फस्ट टाईम वोटर है समीर (जिनकी उम्र 18 साल है वो कहते है कि), ” मुझे राजनीति में ज्यादा रुचि नहीं है लेकिन फिर भी मैं अपना वोट डालने जाऊंगा और मेरी पहली पसंद वही पार्टी होगी जो पर्यावरण संरक्षण का वादा करेगी और देवों की भूमि उत्तराखंड को नष्ट होने से बचाएगी।”

ठीक इसी तरह बहुत सारे वोटरों ने अपनी प्राथमिकता अलग अलग बताईं लेकिन एक बात जो सभी की प्राथमिकता थी वह था हर मामलें में राज्य का विकास।चुनाव का परिणाम चाहें जो भी हो लेकिन ऐसे युवा जो इस बार पहली दफा मतदान करेंगे उनको इस चुनाव से काफी उम्मीद है।

दिल्ली से कांग्रेस के मार्गदर्शन के लिए आए नए चेहरे

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मंगलवार को कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता में ऐ.आई.सी.सी के सचिव भक्त चरन दास और राजकुमार चौहान जो दिल्ली के पूर्व मंत्री रह चुके हैं,उत्तराखंड के चुनाव के मार्गदर्शन के लिए भेजें गए। ऐ.आई.सी.सी के सचिव ने बसंत पंचमी का अभिनन्दन करते हुए कहा कि उत्तराखंड चुनाव की वास्तविकता एक ऐतिहासिक प्रश्न भूमि में खड़ी है, तमाम लोग इच्छुक है कि चुनाव के नतीजे किस के पक्ष में जायेंगे।उन्होंने कहा कि यह लड़ाई दो पक्षों में विचारधारा की लड़ाई है।

आज भारत की 125 करोड़ वाली आबादी मे यू.पी.ए ने बहुत काम किया है, यू.पी.ए के अधीन, भारत की ग्रोथ रेट भी 5- 6 % से ऊपर जा रही थी। जब की अब एन.डी.ऐ की सरकार उस ग्रोथ को 1% नीचे ले आई हैं। और सबसे ज्यादा घाटा नोटबंदी के होनेे से किसानों को हुआा है जो अपने आप में ख़ासा नुक्सान है। इससे उनके आमदनी व रोज़गार मे बहुत असर पड़ा है। भक्त चरण दास, जिन्होंने उत्तराखंड के सचिव के रूप में भी काम किया है का कहना है कि, ‘उत्तराखंड की जनता शांत व सुशील प्रवृत्ति की है। यहां की जनता भली भांति समझ रही है कि बीजेपी ने केंद्र में क्या हाल मचा रखा है। इसीलिए उत्तराखंड में 2017 के चुनाव में 2/3 मत से कांग्रेस अपनी सरकार निश्चित रूप से बनाने जा रही है।”

साथ ही साथ राजकुमार चौहान ने भी बीजेपी पे निशाना साधा और कहा कि बीजेपी बागियो की पार्टी है।लोगो को अब समझ में आ गया है कि कांग्रेस ने लोगो के लिए कितना समझौता किया है। इससे साफ तौर पर कांग्रेस का आना पूर्ण रूप से तय है।

रावत और किशोर के नामांकन पर आपत्ति खारिज़

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कांग्रेस के दो दिग्गज सीएम  हरीश रावत और किशोर उपाध्याय के नामांकन पर आपत्ति को चुनाव आयोग ने निरस्त कर दिया है। सीएम रावत को किच्छा से शिल्पी अरोड़ा ने चुनौती दी थी और किशोर को सहसपुर से आर्येंद्र ने घेरे में लिया था। सोमवार को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान किच्छा प्रत्याशी बागी शिल्पी अरोड़ा ने रावत के नामांकन पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि रावत का नाम शपथ पत्र पर और पैन कार्ड पर एक नहीं है।शपथ पत्र पर हरीश रावत और पैन कार्ड पर हरीश चंद्र रावत लिखा है।इसी तरह सहसपुर से निर्दलीय प्रत्याशी आर्येंद्र ने अपने वकील के माध्यम से किशोर उपाध्याय के नामांकन को चुनौती दी थी।आर्येंद्र के वकील की शिकायत थी कि किशोर के पैन कार्ड पर उनका नाम गलत है।

बहुत प्रयासों के बाद भी दोनों बागियों शिल्पी अरोड़ और आर्येंद्र शर्मा के हाथ कुछ ना लगा और निर्वाचन आयोग ने दोनों की शिकायतों को खारिज़ कर दिया है।गौरतलब है कि शिल्पी वही प्रत्याशी है जिसने सीएम रावत पर खुद के साथ धोखा देने का आरोप लगाया था और आर्येंद्र वह है जिन्होंने सहसपुर से टिकट ना मिलने की वजह से कांग्रेस से अपना नाता ही खत्म कर दिया था।किशोर और आर्येंद्र के चुनावी दंगल की शुरुआत हो चुकी है। साथ ही जनता के बीच यह घोषणा करने वाली ‘’मैं बताऊंगी सीएम रावत को जिताऊ उम्मीदवार कौन होता है’’ शिल्पी अरोड़ा और सीएम रावत की जंग भी किच्छा से शुरु हो चुकी है।