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इस गणतंत्र दिवस राजपथ पर उत्तराखंड की शान बढ़ायेगा पंकज सेमवाल

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लगातार दूसरे साल उत्तराखंड के ब्च्चों ने दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कारों में अपना नाम दरज करवाया है। अब तक इस पुरसकार से सम्मानित होने वाले उत्तराखंड से ग्याराह बच्चे हैं और ये लिस्ट हर साल बढ़ती जा रही है।

साल 2018 में इस पुरस्कार को राज्य के पंकज सेमवाल ने पाया है, टिहरी ज़िले के नारागढ़ गांव से रहने वाले पंकज कक्षा 12 का छात्र है, 16 साल के हैं देशभर से चुने गये उऩ 16 बच्चों में शामिल है जिन्हे अदम्य साहस औऱ बहादुरी का परिचय देने के लिये पुरस्कृत किया जायेगा। पंकज को अपनी जान की परवाह न करते हुए अपनी मां को गुलदार के पंजो से बचाने के लिये चुना गया है। पंकज ने गुलदार से लड़ते हुए न केवल बहादुरी बल्कि समझदारी का भी परिचय देते हुुए ये भी सुनिश्चित किया कि उसके भाई-बहन भी गुलदार के शिकंजे से दूर रहें।

“टेरर स्ट्राइक्स” से सिल्वर स्क्रीन पर अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरीगी तान्या पुरोहित

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उत्तराखंड की बेटी तान्या पुरोहित की केएनसी मीडिया हाउस बैनर के तले बनाई गई ‘टेरर स्ट्राइक्स’ कल ही सिल्वर स्क्रीन पर रिलीज़ हुई।इस फिल्म का शीर्षक पहले बियोंड बाउंड्रीज था जिसे मशहूर मराठी फिल्म निर्देशक कमल नथानी ने निर्देशित किया है। यह भारत-पाकिस्तान की सीमा और कश्मीर संघर्ष पर आधारित है। तान्या ने फिल्म में मुख्य नायिका का किरदार निभाया है, जहां उन्हें सेना के एक अधिकारी की बेटी के रूप में दिखाया गया है जो कि पूरी कहानी को फ्लैश बैक में बताती है।

न्यूज़पोस्ट से बात करते हुए, तान्या ने बताया, ‘अक्टूबर 2016, मैंने 4-5 दिन दिल्ली में शूटिंग की थी। यह 24×7 की शूटिंग थी और यह किरदार निभाना मेरे लिए बहुत ही भावुक था, क्योंकि मैं एक सेना अधिकारी की बेटी का रोल निभा रही हूं जिनकी डायरी मुझे मिलती है। निर्देशक ने मुझे दृश्यों को बहुत ही खूबसूरती से समझाया और पूरी टीम ने यह सुनिश्चित किया कि मैं इस कैरेक्टर को ठीक ढंग से निभा पाऊं। यह अनुभव मेरे लिये बहुत यादगार रहेगा।

terror strike

फिल्म को लेकर तान्या के पिता प्रोफेसर डी आर पुरोहित भी खासे उत्साहित हैं। वो कहते हैं कि, “मुझे तान्या का पिता होने का गर्व है। मैं चाहता हूं कि वो हमेशा इसी तरह मेहनत से काम करती रहे और कामयाबी उसके कदम चूमती रहे।”

तान्या के पति और पत्रकार दीपक डोभाल का कहा है कि, “ये फिल्म बड़े पर्दे पर रिलीज होने से पहले कई फिल्म फेस्टिवलस में दिखाी जा चुकी है जहां इसे काफी सराहा गया है। ये अक लो बजट फिल्म है पर इसका टॉपिक सेना से जुड़े होने के कारण लोगों को खासा पसंद आ रहा है।”

फिल्म में प्रभावशाली कास्ट लाईनअप में मुकेश तिवारी, रजत बेदी और मॉडलिंग से एक्टिंग की दुनिया में आई सुरभि कक्कड़ जैसे नाम हैं।

ऋषिकेश में बड़े प्लॉट खरीदने वालों को मिलेगी सस्ती जमीन

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(ऋषिकेश) ऋषिकेश तहसील के अंतर्गत बड़े प्लाट खरीदने वालों को जमीन पहले के मुकाबले काफी सस्ती पड़ेगी, ऐसा राज्य सरकार द्वारा अकृषि भूमि का मानक कम किए जाने से हुआ है।
देहरादून जिले में भी नए सर्किल रेट को लेकर प्रशासन ने नए सिरे से स्थिति स्पष्ट कर दी है। इससे ऋषिकेश से सरकार को मिलने वाला राजस्व भी बढ़ जाएगा। यह जानकारी रजिस्ट्रार कार्यालय के उप निबंधक जितेंद्र कुमार ने देते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कृषि भूमि का मानक अब 2000 वर्ग मीटर से घटाकर 500 मीटर कर दिया गया है ।इसी प्रकार शहर से सटे गांव नगर निगम में हाल में शामिल में अकृषि भूमि की सीमा 2000 वर्ग मीटर से घटाकर 1000 वर्ग मीटर कर दी गई है ,जिससे ग्रामीण क्षेत्र में 501 वर्ग मीटर और शहर से सटे गांव में 1001 वर्ग मीटर जमीन लेने वाले लोग भी कृषि श्रेणी का सर्किल रेट चुका पाएंगे, जबकि इससे छोटे प्लाट खरीदने वालों को अकृषि के रेट भी चुकाने होंगे जितेंद्र कुमार ने बताया कि कृषि श्रेणी के सर्किल रेट अकृषि के मुकाबले करीब आधे हो गए हैं इस तरह बड़े प्लाट खरीदने वाले अब ज्यादा फायदे में रहेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अब सरकार की नीति के कारण फ्लैट मकान खरीदने वालों को भी लाभ मिलेगा, जिन्हें बड़ी राहत देते हुए सरकार ने फ्लैट खरीदने वालों को भी फ्लैट निर्माण की लागत 15000 प्रति वर्ग मीटर की जगह 14000 प्रति वर्ग मीटर कर दी गई है। निर्माण लागत में संबंधित क्षेत्र के सर्किल रेट जुड़कर फ्लैट पर चुकाई जाने वाली कुल स्टांप ड्यूटी निकलती है। इस बार शहर की प्रमुख सड़कों पर इस बार सर्किल रेट नहीं बनाए गए हैं, जिससे निर्माण लागत कम होने से फ्लैट पर स्टांप ड्यूटी भी कम देनी पड़ेगी जितेंद्र कुमार ने यह भी बताया कि ऋषिकेश तहसील से राज्य सरकार द्वारा संपत्तियों की रजिस्ट्री से राजस्व प्राप्त करने के सरकार के 70 करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष ऋषिकेश रजिस्ट्रार कार्यालय ने 50 करोड़ रुपए राजस्व वसूली के लक्ष्य को लगभग छू लिया है। जितेंद्र कुमार के अनुसार यह वसूली केंद्र सरकार के नोट बंदी से प्रभावित होने के बावजूद भी की जा रही है हालांकि नोटबंदी का प्रभाव संपत्ति खरीदने व बेचने वालों पर भी पिछले दिनों काफी पड़ा है, लेकिन उसके बावजूद भी ऋषिकेश रजिस्ट्रार कार्यालय अपने लक्ष्य को छूने में काफी सफल रहा है।

सुपर डांसर सीजन-2 में दून के आकाश की धूम

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(देहरादून) सोनी चैनल पर आयोजित सुपर डांसर सीजन-2 में अपने देहरादून के आकाश थापा के अपनी शानदार डांस स्टाइल धूम मचाई हुई है। अपनी पर्फोरमेंस से दर्शकों का दिल जीतने वाले आकाश अब टॉप-7 के लिए प्रतिभा दिखाएंगे। इसके लिए आकाश ने देहरादून शहर के अलावा प्रदेशभर के लोगों से वोट और समर्थन मांगा है।
गुरुवार को प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान आकाश की मां मीना थापा ने बताया कि सोनी टीवी पर प्रसारित सुपर डांसर सीजन-2 के टॉप-8 तक पहुंचने के लिए लोगों का पूरा समर्थन मिला। अब आकाश टॉप-7 की तैयारी कर रहा है। इसके परिणाम 25 फरवरी से पहले आएगा। इसके लिए अन्य प्रतिभागियों की तरह आकाश को वोट और सपोर्ट की जरूरत है। उन्होंने सभी दूनवासी और प्रदेश के लोगों से आकाश को वोट और सपोर्ट देने की मांग की। आगामी 20 ओर 21 जनवरी के एपिसोड में आकाश को वोट देकर टॉप-7 तक पहुंचाने की मांग की।

ऐसे कर सकते है आकाश को वोट
आकाश थापा को वोट करने के लिए superdance.sonyliv.com पर जाना होगा। वोटिंग लाइंस 20 और 21 जनवरी को खुलेंगी। इसमें सभी प्रतिभागियों की प्रोफाइल दिखेगी। इसमें से आकाश थापा की प्रोफाइल पर क्लिक कर वोट कर सकते हैं। इसके अलावा मोबाइल फोन पर भी सोनी एप डाउनलोड करने के बाद एप के जरिए आकाश को वोट कर सकते हैं या ई—मेल आईडी/ फेसबुक के जरिए अपनी डिटेल भर कर भी वोट कर सकते हैं।

राजधानी दून में खिली धूप, ठंड से मिली राहत

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देहरादून, उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून सहित राज्यभर में शुक्रवार को धूप निकलने से लोगों को कड़कड़ाती ठंड से थोड़ी राहत मिली।

राजधानी दून में सुबह से ही धूप निकलने से लोगों ने राहत महसूस की। दून के आसपास के शहर हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर, मसूरी में अच्छी धूप रही। मौसम विभाग की मानें तो शनिवार को चमकदार और रविवार, सोमवार को हल्की धूप रहेगी। वहीं मंगलवार को हल्की बारिश की बौछारें हो सकती हैं।

देहरादून में हवा 6 किलोमीटर की गति से चल रही है। जबकि नमी 38 प्रतिशत एवं वृष्ठि शून्य प्रतिशत बनी हुई है। जबकि तापमान 21 डिग्री सेल्सियस फारेनहाई दोपहर तक बना हुआ था।

राज्य के अलग-अलग जिलों में बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, तुंगनाथ, रुद्रनाथ सहित राज्य की ऊंची चोटियों पर धूप से निकलने से लोगों ने ठंड राहत मिली। हालांकि अगले उच्च चोटियों पर आने वाले दिनों में बर्फबारी भी हो सकती है। मौसम विभाग की मानें तो मैदानी क्षेत्रों में अगले 72 घंटे तक मौसम साफ रहेगा। हालांकि आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे। 23 जनवरी से बारिश की संभावना व्यक्त की जा रही है। इस दौरान ऊंची चोटियों पर और अधिक बर्फबारी जारी रहने की संभावना है।

राज्य मौसम केन्द्र के निदेशक विक्रम का कहना है कि, “अभी दो तीन तक राज्य में मौसम सामान्य रहेगा। इस कारण ठंड से राहत मिलेगी। जबकि 23 जनवरी से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। यह मौसम गढ़वाल और कुमांद दोनों में इसी तरह बना रहेगाा।” 

स्वामी चिदानन्द ने भारतीय छात्र संसद राष्ट्रीय सम्मेलन में किया सहभाग

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पूणे, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने एमआईटी विश्व शान्ति विश्वविद्यालय, पुणे में आयोजित ’भारतीय छात्र संसद’ के तीन दिवसीय 8वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वक्ता के रूप में सहभाग किया।

महाराष्ट्र अभियान्त्रिकी एवं शैक्षणिक शोध अकादमी समूह का एमआईटी विश्व शान्ति विश्वविद्यालय, सबसे पहला संस्थान है। जिसकी स्थापना 1983 में विश्वनाथ डी. कराड द्वारा की गयी थी। यह महाराष्ट्र में निजी क्षेत्र के सर्वप्रथम विश्वविद्यालयों में से एक है। इस विश्वविद्यालय का आदर्श वाक्य ’समाज कल्याण हेतु विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग’।

एमआईटी विश्व शान्ति विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानन्द मण्डप में भारतीय छात्र संसद, 8वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन दीप प्रज्जवलन, ’विश्व शान्ति प्रार्थना’ एवं राष्ट्रीय गीत के गायन के साथ किया गया।

देश विदेश से हजारों की संख्या में आये युवाओं को सम्बोधित करते हुए आध्यात्मिक गुरू स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि, “अब समय आ गया है ‘युवा संसद पूरे समाज को जोड़े; यह समय युवा संसद से समाज की ओर बढ़ने का समय है। युवा अपनी संस्कृति को जाने।’

स्वामी ने कहा कि, “शिक्षा बहुत जरूरी है परन्तु मुझे लगता है कि अब दीक्षा का भी समावेश हो जीवन में, शिक्षा और दीक्षा चले साथ-साथ। जीवन में सर्टिफिकेट तो बटोरें पर संस्कारों को भी न छोड़े। शिक्षा जरूरी है परन्तु संस्कार बहुत जरूरी है, पांच चीजें बहुत जरूरी हैं जिन्हे कभी न भूले, अपनी माता, मातृभाषा (राष्ट्रभाषा), मातृभूमि, प्रकृति और पर्यावरण को कभी न भूले।”

भारतमाता और मातृभाषा का गौरव नितांत अवश्यक है
पूज्य स्वामी ने दस हजार युवाओं और हजारों की संख्या में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों को हाथों को उठाकर संकल्प कराते हुए कहा कि आज हमारे ’हैंड जुड़े एंड हार्ट जुड़े’ ’हाथ जुड़े और दिल जुड़े’ हमें मिलकर काम करने की आवश्यकता है इसी में राष्ट्र का समाज का विकास समाहित है।

रेलवे होली पर चलाएगा साप्ताहिक एसी स्पेशल ट्रेन

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लखनऊ, रेलवे प्रशासन होली एवं गर्मी की छुट्टियों में भारी भीड़ को देखते हुए आनंद विहार टर्मिनस-बरौनी के मध्य एक जोड़ी साप्ताहिक वातानुकूलित विशेष गाड़ी चलाएगा।

सीनियर डीसीएम ने बताया कि आनंद विहार टर्मिनस-बरौनी (04404) विशेष गाड़ी आनंद विहार टर्मिनस से 23 और 27 फरवरी को और मार्च में 02, 06, 09, 13, 16, 20, 23, 27 और 30 को चलेगी। इसके साथ ही अप्रैल में 03, 06, 10, 13, 17, 20, 24, 27 को और मई में 01, 04, 08, 11, 15, 18, 22, 25, 29 को चलेगी। वहीं जून में यह ट्रेन 01, 05, 08, 12, 15, 19, 22, 26 एवं 29 को प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को 37 फेरों के लिए चलेगी।

यह ट्रेन आनंद विहार से 19.25 बजे प्रस्थान कर मुरादाबाद से 22.45 बजे, दूसरे दिन बरेली से 00.17 बजे, लखनऊ से 04.25 बजे, गोंडा से 06.30 बजे, बस्ती से 07.45 बजे, गोरखपुर से 09.45 बजे, देवरिया सदर से 10.45 बजे, सीवान से 12.08 बजे, छपरा से 13.25 बजे, हाजीपुर से 15.00 बजे, मुजफ्फरपुर से 16.20 बजे तथा समस्तीपुर से 17.35 बजे छूटकर बरौनी 18.50 बजे पहुंचेगी।

इसी तरह बरौनी-आनंद विहार टर्मिनस (04403) विशेष गाड़ी बरौनी से 24 एवं 28 फरवरी और 03, 07, 10, 14, 17, 21, 24, 28, 31 मार्च को चलेगी। अप्रैल में 04, 07, 11, 14, 18, 21, 25, 28 को चलेगी। मई में 02, 05, 09, 12, 16, 19, 23, 26, 30 को चलेगी। जून में 02, 06, 09, 13, 16, 20, 23, 27 को प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को 21.35 बजे प्रस्थान कर लखनऊ होते हुए आनंद विहार टर्मिनस 22.10 बजे पहुंचेगी।

बेरोजगारी से परेशान बीवी के दुपट्टे को फंदा बनाकर फांसी पर झूला पति

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रुद्रपुर, रम्पुरा चौकी क्षेत्र में देर रात एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। छत पर लगी लोहे की राड पर लटके युवक को देखकर घरवालों के होश फाख्ता हो गए। आनन फानन में हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आत्महत्या की सही वजह तो सामने नहीं आई, लेकिन माना जा रहा है कि युवक ने बेरोजगारी के चलते फांसी लगाकर जान दे दी है। पुलिस मामले की तफ्तीश पर लग गई

घरवालों की मानें तो बीती रात करीब साढ़े आठ बजे फिरोज घर आया, लेकिन उसने किसी से बात नहीं की और सीधा दूसरी मंजिल पर बने अपने कमरे में चला गया। जबकि पत्नी शहनाज नीचे काम कर रही थी। रात करीब नौ बजे शहनाज खाने के लिए ऊपर कमरे में गई। कमरे का दरवाजा खुला था और जैसे ही उसने अंदर देखा तो अंदर का नजारा देख कर उसके होश फाख्ता हो गए।

टीन शेड की छत पर लगे कुंडे से फंसे पत्नी के दुपट्टे के सहारे फिरोज का शव लटक रहा था। पति की लाश देखते ही शहनाज चीख पड़ी, चीख सुनकर घर के अन्य सदस्य भी दौड़ पड़े। पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फिरोज के पिता नजाकत ने बताया कि, “फिरोज एक टायर पंचर की दुकान पर काम करता था। दो माह पहले उसका काम बंद हो गया। इससे वह थोड़ा परेशान रहता था और नशा भी करने लगा था। हालांकि उनका मानना है कि यह सुसाइड की वजह नहीं हो सकती।” आखिर में मौत की वजह क्या है यह अभी साफ नहीं हो सका है।

स्कूटी लूट का पुलिस ने किया खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार 

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काशीपुर, आईटीआई थाना पुलिस ने स्कूटी लूट का खुलासा करते हुए तीन लुटेरों को गिरफ्तार करके लूटी गई स्कूटी बरामद की। साथ ही घटना में प्रयुक्त बाइक भी कब्जे में ली है।

गौरतलब है कि 21 दिसंबर को शाम सात बजे जसपुर खुर्द शिवालिक स्कूल जाने वाले मार्ग के चौराहे पर एक बाइक सवार तीन युवकों ने भूपेंद्र सिंह नेगी पुत्र विक्रम सिंह नेगी निवासी ग्राम निझड़ा को रोक लिया तथा हमला करके उसकी स्कूटी लूट ली थी। जिस पर आईटीआई थाना पुलिस को सूचना दी गई। अपर पुलिस अधीक्षक डा. जगदीश चंद्र ने आईटीआई थाना प्रभारी जसवीर सिंह चौहान के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया। एक टीम ने घटनास्थल के आस पास के सभी सीसीटीवी फुटेज संकलित किए तथा दूसरी टीम ने संबंधित स्थानों का साइड डाटा सैल एकत्र किया। जिसमें कुछ मोबाइल नंबर संदिग्ध मिले, उन नंबरों के विश्लेषण के आधार पर संदिग्ध युवकों की तलाश की गई।

आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम चेकिंग में जुट गई, बीती रात दडिय़ाल रोड बरखेड़ा पांडेय तिराहे पर तीन लोग एक काले रंग की स्कूटी से आते दिखाई दिए, जो पुलिस बल को देखकर वापस लोहिया पुल दडिय़ाल रोड पर जाने लगे। पुलिस ने शक होने पर तीनों को पकड़ लिया। उन्होंने अपने नाम जुबैर अली पुत्र शमशेर निवासी धर्मकांटा बैंक कालोनी काशीपुर बताया तथा दूसरे ने देवेंद्र सिंह पुत्र अमरीक सिंह निवासी निझड़ा फार्म बताया। तीसरा आरोपी किशोर था। पुलिस ने उनके कब्जे से लूटी गई स्कूटी तथा घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल नंबर यूके 18 सी 2947 को बरामद किया। आरोपियों ने बताया कि लूटी गई स्कूटी को लोहिया पुल के आगे झाडिय़ों में दिया था।

उत्तराखंड में रिलीज होगी पद्मावत, सीएम ने माना फिल्म में कुछ गलत नहीं

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देहरादून, उत्तराखंड में पद्मावत के रिलीज होने का रास्ता खुल गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कर्णी सेना द्वारा किए जा रहे विरोध पर फिलहाल कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उनका कहना है कि अभी तक पद्मावत फिल्म नहीं देखी है और न ही उसकी औपचारिक समीक्षा पढ़ी है, लेकिन उन्हें लगता है कि उच्चतम न्यायालय ने यदि फिल्म जारी करने का निर्देश दिया है तो न्यायमूर्तियों ने निश्चित रूप से इस मामले में पूरी जांच-पड़ताल कर ली होगी।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना था कि, “पद्मावत ऐतिहासिक प्रकरण है। इस प्रकरण पर यदि फिल्म निर्माता ने ज्यादा इतिहास से छेड़छाड़ की होती तो निश्चित रूप से उच्चतम न्यायालय इस मामले पर संज्ञान लेता। उनका मानना है कि इतिहास से छेड़छाड़ का किसी को अधिकार नहीं है, लेकिन फिल्म के जारी करने के उच्चतम न्यायालय के आदेश को वे पूरी तरह से मान देते हैं। उनका कहना है कि यदि सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म रिलीज करने का आदेश दिया है तो उत्तराखंड में फिल्म के रिलीज होने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।” 

बतादें कि कर्णी सेना तथा अन्य राजपूत संगठनों द्वारा इतिहास के छेड़छाड़ के नाम पर इस फिल्म को रोकने की मांग की है। उत्तराखंड राजपूत सभा ने भी पद्मावत उत्तराखंड में रिलीज न होने की मांग की थी। इस संदर्भ में राजपूत नेताओं का दावा है कि यह फिल्म रिलीज नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसी दुराग्रह का शिकार होकर किसी का विरोध ठीक नहीं है।

25 जनवरी से फिल्म पद्मावत रिलीज की जा रही है। इसका नाम पहले पद्मावती था। राजस्थान, हरियाणा, गुजरात तथा मध्य प्रदेश की सरकारों द्वारा इस फिल्म के विरूद्ध जो अधिसूचनाएं जारी की गई थी। इस कारण उच्चतम न्यायालय को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। कर्णी सेना ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ डबल बेंच में जाने का निर्णय लिया है।