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बीटल्स बैंड ने अपना प्रसिद्ध dear prudence गीत इस लडकी पर लिखा था

ऋषिकेश,दुनिया के सबसे मशहूर बैंड ग्रुप में एक लड़की को देखा और उस पर एक गाना लिखा उस गाने को सुनकर विश्व के कोने कोने पर लोगों के मन में उस लड़की के प्रति आकर्षण और प्रेम जागा बीटल्स के इस गाने की नायिका और प्रेरणा आज 70 साल की हो चुकी हैं और अपनी पुरानी यादों को ताजा करने के लिए वह ऋषिकेश के महर्षि महेश योगी के आश्रम में बीटल्स के साथ बिताए हुए दिनों को याद करने पहुंचे।

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प्रुडेंस ने गोरी रेंज के रेंजर राजेंद्र नौटियाल ने चौरासी कुटिया का भ्रमण कराया और उन पुरानी यादों को एक बार फिर ताजा किया राजेंद्र नौटियाल के अनुसार प्रूडेंस अपनी इस यात्रा को लेकर बहुत उत्साहित थी 50 साल पहले जब वह जवान थी तो उनकी खूबसूरती पर बीटल्स बैंड ग्रुप में उनके ऊपर एक गाना लिखकर पूरी दुनिया में उनके नाम को अमर कर दिया था।

यह गाना करोड़ों लोगों ने सुना और 60- 0 के दशक में पूरी दुनिया में वह जाने जाने लगी अपने गानो से धूम मचाने वाले बीटल्स बैंड के गीत की प्रेरणा प्रूडेंस लगातार अपने पुराने दिनों को याद करती रही और उस समय इस बैंड के जादू के बारे में बताती रही कैसे इस आश्रम में रहकर बीटल्स ने अपने गानों को दुनिया में अमर कर दिया।

आज ही जगह भले ही खंडहर हैं लेकिन इन खंडरो में छुपी है उसकी यादें जिस के दीवाने विश्व भर में से ऋषिकेश के इस आश्रम को देखने आते हैं और यह उस संगीत बैंड की एक ऐसी निशानी है जो दुनिया भर के म्यूजिशियन के लिए प्रेरणा के स्रोत है और हर कोई इसको एक बार जरूर देखना चाहता है

​​स्नो फाँल पर देहरादून का यातायात प्लान

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देहरादून, मसूरी में स्नो-फाल के दौरान सड़क पर यातायात आवागमन को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से शराब पीकर वाहन सचांलित करने वाले वाहन चालकों तथा ओवर स्पीड/रफ ड्राईविंग कर वाहन सचांलित करने वालों पर अकुंश लगाना अतिआवश्यक है, इस के लिये शहर क्षेत्र के प्रमुख चैराहो /तिराहो पर बैरियर लगाकर पर्याप्त पुलिस बल नियुक्त करते हुये राजपुर रोड, सहारनपुर रोड तथा हरिद्वार रोड एवं चकराता रोड कें मुख्य-मुख्य स्थानों पर बैरियर लगाकर सिटी पेट्रोल यूनिट को उपलब्ध कराये गये एल्कोमीटर से चैकिंग की जायेगी।

शहर देहरादून में यातायात सामान्य रहने की दशा में विगत वर्षो की भांति यातायात डायवर्ट नही किया जायेगा परन्तु यदि यातायात का दबाव अधिक होता है तो विभिन्न मार्गो पर रूट डायवर्ट की व्यवस्था निम्नवत् बनायी जायेगीः-
स्नो फाँल के दौरान देहरादून तथा मसूरी की ओर जाने वाले समस्त भारी वाहन/टूरिस्ट बसों का प्रवेश पूर्णत प्रतिबन्धित रहेगा।
1.हरिद्वार/ऋषिकेश की ओर से मसूरी की ओर जाने वाला यातायात –
जोगीवाला – पुलिया न0 6 – हस्त्रधारा क्रासिंग – आई0टी0पार्क – सॉंई मन्दिर – ओल्ड राजपुर रोड – कुठाल गेट – मसूरी
2.मसूरी से हरिद्वार/ऋषिकेश की ओर जाने वाला यातायात –
कुठाल गेट – ओल्ड राजपुर रोड – साईंबाबा मन्दिर – आई.टी.पार्क – सहस्त्रधारा क्रासिंग – पुलिया न: 6 – जोगीवाला
3.दिल्ली, हरियाणा, रूडकी, आई.एस.बी.टी, विकासनगर, की ओर से मसूरी जाने वाला यातायात-
बल्लूपुर चौक – सीएसडी कैन्टीन – सर्किट हाउस – जोहडी गांव – कुठाल गेट – मसूरी
4.मसूरी से दिल्ली, हरियाणा, रूडकी, आई.एस.बी.टी, विकासनगर की ओर जाने वाला यातायात –
कुठाल गेट – जोहडी गांव – सर्किट हाउस तिराहा – सीएसडी कैन्टीन – बल्लूपुर चौक – जीएमएस रोड
5.ग्रेट वैल्यू से पैसेफिक माँल राजपुर रोड तक होटल/पार्किंग पूर्णतः भर जाने पर होटल गे्रट वैल्यू से वाहनों को कैनाल रोड से सांई मन्दिर से डायवर्जन की ओर भेजकर सड़क के एक ओर पार्क करवाया जायेगा। डायवर्जन से होटल ग्रेट वैल्यू तक वन वे व्यवस्था बनायी जायेगी।

उक्त सभी प्वाइंटों पर नियुक्त पुलिस बल मसूरी नियन्त्रण कक्ष से लगातार सम्पर्क में रहकर व्यवस्था बनायेंगे।
✓ मसूरी में होटल/पार्किंग स्थल पूर्ण से भर जाने पर निम्नलिखित स्थानों से मसूरी की ओर जाने वाले यातायात को वापस भेजा जायेगा –
• कुठाल गेट से ओल्ड राजपुर रोड, सांई मन्दिर होते हुए
• जोहडी गांव से बल्लूपुर की ओर
• आई.टी. पार्क से सहस्त्रधारा क्रासिंग की ओर
स्नो फाँल के अवसर पर मसूरी का यातायात प्लान

मसूरी में बडे़ वाहनों/टूरिस्ट बसों का प्रवेश पूर्णत प्रतिबन्धित रहेगा। मसूरी मे वाहनों की अधिकता एवं जाम की स्थिति में क्षेत्राधिकारी मसूरी एवं प्रभारी निरीक्षक कोतवाली मसूरी के समन्वय स्थापित करते हुये उनके निर्देश पर देहरादून से मसूरी की ओर जाने वाला सम्पूर्ण यातायात कुठालगेट से ऊपर नही जाने दिया जायेगा।
यातायात एवं रूट व्यवस्था –
1.प्रातः 10.00 बजे से सांय 17.00 बजे तक किंग्रेग से टैक्सी स्टैण्ड/लाईब्रेरी चौक/कैम्पटी स्टैण्ड पर दबाव होने की दशा मे देहरादून की ओर से मसूरी जाने वाले यातायात केा गज्जीबैंड से हाथीपांव, हरनाम सिंह रोड होते हुये जीरो प्वाईंट की ओर डायवर्ट किया जायेगा।
2.कम्पनी बाग रोड पर दबाव की स्थिति में यातायात लाईब्रेरी से स्प्रिंग रोड बेवरली काॅन्वेन्ट स्कूल की ओर भेजा जायेगा।
3.झील पर यातायात दबाव की स्थिति में मसूरी से देहरादून की ओर जाने वाला यातायात जे.पी मोड से बार्लोगंज, झडीपानी होते हुये देहरादून आयेगा।
4.चम्बा/धनोल्टी रोड से आने वाले वाहनों को वाटाघाट चैकी से मसूरी की ओर नही भेजें जायेंगे बल्कि बाटाघाट से बाईपास रोड, जेपी बैण्ड होते हुए मसूरी जायेंगे।
5.माल रोड नो पार्किंग जोन रहेगा। 1600 बजे लाईब्रेरी चौक, पिक्चर पैलेस से वाहनों के लिये माल रोड को प्रतिबन्धित किया जायेगा।
6.लण्ढौंर बाजार का मार्ग सकींर्ण है जिस पर दोनो रोड पर समानान्तर ट्रेफिक मुश्किल से निकल पाता है अतः इस रोड को घंटाघर से अनुपम चौक तक व अनुपम चौक से लोवर रोड होकर घंटाघर तक वन-वे व्यवस्था की जायेगी।
पार्किंग व्यवस्था:-
1. लाईब्रेरी टैक्सी स्टैण्ड एम.डी.डी.ए पार्किंग।
2. लाईब्रेरी पर कैम्पटी टैक्सी स्टैण्ड,मल्टी स्टोरी पार्किंग।
3. पिक्चर पैलेस पर एम.डी.डी.ए पार्किंग।
4. पिक्चर पैलेस पर नगर पालिका परिषद पार्किंग।

गेट सिस्टम:-मसूरी में यातायात का दबाव अधिक होने पर निम्नलिखित स्थानों पर गेट व्यवस्था कर थोडे-थोडे समय पश्चात वाहनों को रोककर आपसी समन्वय के पश्चात वाहनों को छोटे-छोट ग्रुप में भेजा जायेगा, ताकि मसूरी में यातायात का दबाव कम किया जा सकेः-
• कुठाल गेट
• कोल्हूखेत
• जेपी मोड के आगे।
मसूरी में डायवर्ट वाले प्वाईंट:-
1- गज्जी बैण्ड
2- जे.पी बैण्ड
3- लाइबे्ररी चौक
4- जीरो प्वाईट

सूबे में बदला मौसम, बारिश और बर्फबारी से बढ़ी ठिठुरन

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देहरादून। सूबे में विभिन्न स्थानों पर मंगलवार को हुई बारिश और बर्फबारी से लोगों के चेहरे खिल उठे। कई दिनों से बारिश और बर्फबारी का इंतजार कर रहे किसानों को राहत मिली है। मंगलवार दोपहर मौसम के करवट बदलने से जौनसार बावर की ऊंची चोटियों पर बारिश के साथ बर्फबारी हुई। बर्फबारी होने से क्षेत्र में ठिठुरन बढ़ गई। ठंड से बचने को लोगों ने अलाव का सहारा लिया। सूबे के लगभग सभी जिलों में बारिश का दौर शुरू हो गया है।
बादलों के बरसने के साथ ही मंगलवार शाम से चकराता ब्लॉक की सबसे ऊंची चोटी लोखंडी, देववन, मुंडाली, खंडबा, कोटी-कनासर व कथियान समेत आसपास के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हुई। बारिश के साथ बर्फबारी होने से समूचा क्षेत्र शीतलहर की चपेट में है। नए साल की इस पहली बर्फबारी व बारिश को फसलों के लिए उपयुक्त माना जा रहा है।
वहीं पहाड़ों की रानी मसूरी में मौसम के अचानक करवट बदलने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। शहर में मंगलवार को सुबह के समय हल्की धूप खिली रही। दोपहर के बाद बारिश के साथ ही शीतलहर चलने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया। मालरोड पर छाये घनै कोहरे के कारण वाहन चालकों को लाइट जलानी पड़ी।
अचानक बदले मौसम ने कोटद्वार में सभी को चौंका दिया। सर्द हवाओं व रिमझिम बारिश से लोगों की दिनचर्या भी विगड़ गई। बारिश की वजह से लोग ठंड व गलन से ठिठुर रहे हैं। वहीं ऋषिकेश में तेज हवाएं चलने के साथ फुहारें पड़ी। आसमान में काले बादल छाने से दिन में ही अंधेरा छा गया। बारिश ने मौसम में ठंडक बढ़ा दी है। सूबे के पौड़ी में दोहपर बाद मौसम का मिजाज बदल गया। हवाओं के साथ रुक-रुक कर हो रही बारिश ने ऊंचाई वाले हिस्सों में ठिठुरन में इजाफा कर दिया।चमोली जिले में भी दिनभर मौसम साफ रहा, शाम के वक्त बारिश का दौर शुरू हो गया।

27 जनवरी को बंद रहेंगे पूरे उत्तराखंड के निजी स्कूल

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रुड़की। स्कूल प्रबंधनों पर दर्ज हो रहे मुकदमों के विरोध में 27 जनवरी पूरे प्रदेश के सभी निजी स्कूल मदरसे बंद रहेंगे। संयुक्त विद्यालय प्रबंधन समिति के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल रावत ने यह जानकारी दी।
मंगलवार को रुड़की के सेंट मार्क्स स्कूल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान अग्रवाल ने बताया कि नई दिल्ली हरियाणा मध्य प्रदेश आदि प्रदेशों में घटित हुई दुर्घटनाओं के लिए विद्यालय प्रबंधकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज होना संवैधानिकता हनन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में छात्र द्वारा प्रधानाचार्य की हत्या का ताजा उदाहरण सबके सामने हैं। इसलिए समिति ने निर्णय लिया है शासन की संवैधानिकता के लिए पूरे उत्तराखंड के समस्त विधालय संचालक सीबीएसई, आईसीएसई, उत्तराखण्ड मदरसा बोर्ड से संबद्ध समस्त विधालय 27 जनवरी को विरोध स्वरूप एक दिन के लिए सभी स्कूल बंद रखेंगे। समिति के संरक्षक कुंवर जावेद इकबाल ने कहा कि विद्यालय किसी कर्मचारी, छात्र-छात्रा, अभिभावक अथवा संबंधित कर्मियों के साथ किसी भी दुर्घटना के लिए विधालय प्रबंधन एवं प्रधानाचार्यों को शासन प्रशासन द्वारा जिम्मेदार ठहराया जाता है। इसका प्रबंधन समिति विरोध करती हैं। उन्होंने कहा 27 जनवरी को होने वाले बन्द के लिए पूरे प्रदेश में व्यापक प्रचार-प्रसार एवं निगरानी कमेटी का गठन किया गया है जो कि विद्यालय संचालकों को बंद के लिए प्रेरित करेगी। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री राम गोपाल गुप्ता, संदीप अग्रवाल, कृष्ण कुमार चौहान, लोहार सिंह पवार, राजीव तुंबड़िया, अभिषेक चंद्रा, अशोक चौहान, मुकेश, प्रदीप देशवाल, सोहनलाल दिनकर, भावना त्यागी आदि लोग उपस्थित रहे।

महाकुंभ के लिए लोगो तैयार करें, एक लाख जीते

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देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वर्ष 2021 में हरिद्वार में आयोजित होने वाले पूर्ण महाकुंभ के लिए थीम पर आधारित लोगों के लिए प्रदेशवासियों से सुझाव देने का आह्वान किया है। सबसे बेहतर लोगो को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2021 में आयोजित होने वाला महाकुम्भ उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित होने वाला दूसरा पूर्ण महाकुम्भ है। इस कुम्भ के महाआयोजन की सफलता के लिए उन्होंने सभी से सहयोग एवं सुझाव देने का भी अनुरोध किया है। उन्होने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हरिद्वार महाकुम्भ यूनेस्को की धरोहर में शामिल है। उन्होंने कहा कि कुम्भ के लिए चयनित होने वाले लोगो के लिए एक लाख रुपये का नगद पुरस्कार भी दिए जाने की व्यवस्था की गई है। 

औली के व्यू प्वाइंट ग्लास हाउस में सफाई शुरू

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गोपेश्वर। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल औली में स्कीइंग तथा यहां की खूबसूरती को देखने के लिए बने व्यू प्वाइंट ग्लास हाउस में बिखरे कूड़ा करकट को हटाने का अभियान शुरू हो गया है। यह सकारात्मक पहल जीएमवीएन के औली रिजाॅल्ट के प्रबंधक प्रदीप शाह के नेतृत्व में बने जीएमवीएन की टीम ने की।
औली गौरसों ट्रेक पर शौचालय नहीं तथा व्यू प्वाइंट ग्लास हाउस की खबरे सामने में आयी थी। पर्यटन विभाग और जीएमवीएन दोनों इसके रख-रखाव व सफाई के लिए एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे थे लेकिन जीएमवीएन के प्रबंधक प्रदीप शाह ने यह सकारात्मक पहल शुरू की है। उनके नेतृत्व में जीएमवीएन के कर्मियों सात ग्लास हाउस में स्वच्छता अभियान चलाया और आसपास के कूड़े को एकत्र किया है और ग्लास हाउस को पुनः खूबसूरती देने का काम स्वयं और अपनी टीम के साथ किया है। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े संजय कुंवर कहते है कि प्रदीप शाह का यह कदम निसंदेह सकारात्मक है।

फिल्म ‘पद्मावत’ के प्रदर्शन के दौरान हिंसा बर्दाश्त नहीं: एडीजी

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देहरादून। फिल्म पद्मावत का जगह-जगह हो रहे विरोध को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए कमर कस ली है। मंगलवार को अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने 25 जनवरी को प्रदर्शित होने वाली फिल्म ‘पद्मावत’ के प्रर्दशन किये जाने पर तोड़-फोड़ आदि करने की विभिन्न सगठनों की धमकियों के चलते एक बैठक आयोजित की।

बैठक में पुलिस महानिदेशक ने कहा कि फिल्म के प्रदर्शन के दौरान हिंसा किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिस किसी व्यक्ति के द्वारा तोड़-फोड़ की कोई घटना किए जाने का प्रयास किया जाता है तो उसके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करते हुये जेल भेजा जाएगा। इस सम्बन्ध एडीजी ने गढ़वाल एवं कुमाऊ परिक्षेत्र प्रभारी व सभी जनपद प्रभारियों को इस दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि 18 जनवरी को उच्चतम न्यायालय ने फिल्म पद्मावत के सम्बन्ध में निर्देश दिये हैं, जिनका पूर्णतः पालन किया जाएगा।

प्रदेश के अस्पताल झेल रहे डॉक्टरों की किल्लत

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देहरादून। पहाड़ की बात छोडि़ए, डॉक्टर दून तक में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों में शुमार दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय तक उन्हें आकर्षित नहीं करता। हालिया स्थिति तो कम से कम यही बयां कर रही है। अस्पताल की इमरजेंसी में डॉक्टरों का बोझ कम करने को चार इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) की नियुक्ति हुई थी। जिसमें मात्र एक ने ही ज्वाइन किया है।

दरअसल, आपातकालीन सेवा 24 घटे तीन पालियों में चलती है और इस दौरान 450 से 500 मरीज यहां उपचार के लिए पहुंचते हैं। इन मरीजों के उपचार के लिये इमरजेंसी में पर्याप्त ईएमओ तक नहीं हैं। इन विशेषज्ञों के अभाव में अन्य डॉक्टरों की मदद लेनी पड़ रही है। अभी कुछ वक्त पहले दून मेडिकल कॉलेज में ईएमओ के रिक्त पद भरने के लिए कवायद शुरू की गई। जिसके तहत चार डॉक्टरों की नियुक्ति की गई। लेकिन इनमें महज एक डॉ. नरेश ने ही ज्वाइन किया। अन्य तीन डॉक्टरों के ज्वाइन न करने से अस्पताल में संकट अब भी बरकरार है और इस स्थिति से उबरने के लिए अन्य डॉक्टरों की आपातकालीन ड्यूटी लगाई जा रही है।
कार्यकारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केसी पंत का कहना है कि इमरजेंसी में दिक्कत को देखते हुए ही चार डॉक्टर की नियुक्ति की गई थी। उम्मीद थी कि इससे स्थिति सुधर जाएगी, लेकिन इनमें से एक ही डॉक्टर ने ज्वाइन किया है। इसके अलावा एक अन्य कुछ दिन में ज्वाइन करेंगे। बाकी ने ज्वाइनिंग क्यों नहीं ली, यह बता पाना मुश्किल है। 

अब नए लुक में नज़र आएगी उत्तराखंड की यह मशहूर ”पहाड़ी टोपी”

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नवंबर में पहाड़ों की रानी मसूरी के 18वें जन्मदिन पर ‘सोहम हैरिटेज और आर्ट सेंटर’ द्वारा बनाई गई पहाड़ी टोपी ने बहुत ही जल्दी लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली है, नवंबर से अब तक लगभग पांच सौ टोपियों को लोगों ने सराहा और खरीदा है।

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इसी कड़ी में ‘सोहम हैरिटेज और आर्ट सेंटर’ के समीर शुक्ला पहाड़ी टोपी की एक और रेंज लेकर आने वाले हैं।जी हां, अब पहाड़ी टोपी आपको उत्तराखंड के लोकल फसल के ही फैब्रिक से बनी हुई मिलेगी। उत्तराखंड के क्षेत्रीय फ़सल बिच्छु घास,पहाड़ी सिल्क और हैंप यानि की भांग के फैब्रिक से बनाई हुई टोपी जल्द ही आपके बीच होगी।अगर आप उत्तराखंड के हैं तो आपको बिच्छु बूटी का पता ही होगा कि यह उत्तराखंडियों के जीवन में एक महत्तवपूर्ण जगह रखती है।इन्हीं सभी फसलों के रेशें से बनाई जाएगी यह नई पहाड़ी टोपी जो अपने आप में बेहतरीन शुरुआत है उत्तराखंड की परंपरा को आगे बढ़ाने का।

इस विषय में टीम न्यूज़पोस्ट से बातचीत करते हुए समीर शुक्ला ने बताया कि, “हमारी बनाई हुई पहाड़ी टोपी की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए हम पहाड़ी टोपी की एक और रेंज लेकर आ रहे हैं, हालांकि इस रेंज की खास बात है कि इसमें हम हिमालय के क्षेत्रों में होने वाली फसल के फैब्रिक का इस्तेमाल करेंगे। इस बार हम पहले से महंगे कपड़ों के इस्तेमाल से टोपी बना रहे हैं तो यह पहले वाली टोपी से थोड़ी महंगी जरुर होगी लेकिन इसकी गुणवत्ता भी बेहतर होगी। उन्होंने बताया कि, “यह फैब्रिक बहुत ही रिफाईंड और थोड़ी महंगी होगी जिसकी वजह से टोपी पहले से महंगी है, लेकिन पहाड़ी फसल होने की वजह से जो भी मुनाफा है वह पहाड़ के लोगों को ही होगा।” पलायन को रोकने के लिहाज़ से भी यह पहल सराहनीय है।समीर ने कहा कि, “हमारे पहाड़ में मैन्फेक्चरिंग की कमी नही हैं लेकिन यहां पर चीजों को मार्केट करने की कमी है जिसकी वजह से लोगों को उनके प्रोडक्ट का सही पैसा नहीं मिलता। हमारी इस पहल से ऊचाईं वाले क्षेत्रों में होने वाले इन फसलों के इस्तेमाल से लोगो को रोज़गार तो मिलेगा ही साथ में इन सभी फसलों को एक नई पहचान मिलेगी।”

आपको बतादें कि समीर शुक्ला और उनकी पत्नी कविता शुक्ला जोकि मसूरी में ‘सोहम हैरिटेज और आर्ट सेंटर’ चलाते हैं, पिछले कई सालों से इस दंपत्ति ने मिलकर उत्तराखंड की परंपरा और यहां की जीवनशैली को बढ़ावा दिया है। चाहे वह उत्तराखंड के पारंपरिक गहने हो, या फिर पहाड़ी वाद्य यंत्र, पहाड़ी कला हो या फिर शिल्प।

समीर शुक्ला की इस नई पहाड़ी टोपी का हर पहाड़ी को बेसब्री से इंतजार रहेगा और मार्च के आखिरी तक यह टोपी मार्केट में होगी।

सही साबित हुआ मौसम विभाग का पूर्वानुमान, दून में हुई बारिश

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देहरादून। मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ, राजधानी देहरादून सहित आस-पास के क्षेत्रों में बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग द्वारा सूबे में मंगलवार को बारिश और बर्फबारी की संभावना व्यक्त की गई थी।

सूबे में 3000 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है। विशेषकर चकराता, मसूरी, नई टिहरी, नैनीताल, भुक्तेश्वर और पिथौरागढ़ में ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है।माना जा रहा है कि प्रदेश में बारिश एवं बर्फबारी से किसानों-बागवानों को लाभ मिलेगा। राजधानी देहरादून का अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

मंगलवार को दोपहर लगभग बारह बजे तक आसमान में कहीं बादल तक नहीं दिखाई दिए। बारह बजे के बाद आसमान में बादल की हल्की लकीरें दिखाई देने लगीं, लगभग दो बजे रिमझिम बारिश शुरू हो गई।

बता दें कि सर्दी के इस सीजन में बारिश का लोगों को इंतजार था। बारिश अगर तेज होती हुई तो इससे किसनों और बागवानों को लाभ मिलेगा, साथ ही सूबे के जल स्रोतों भी रिचार्ज होंगे। बारिश के कारण दून में एक बार फिर से ठिठुरन बढ़ गई।अगले 24 घंटे में बारिश के कारण दून में एक बार फिर से ठिठुरन और बढ़ सकती है।