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नई प्रतिभाओं के लिये मंच बनेगा ‘खेलो इंडिया’

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नई दिल्ली, केन्द्र सरकार ने ओलंपिक सहित बड़े महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं में देश का प्रदर्शन सुधारने के लिए जमीनी स्तर से प्रयास करने शुरू कर दिए हैं। इस क्रम में सरकार स्कूली स्तर पर प्रतिभाओं की पहचान के लिए “खेलो इंडिया स्कूल गेम्स” लेकर आ रही है, जो स्कूली स्तर पर एक सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट होगा और श्रेष्ठ प्रतिभाओं के पहचान का महत्वपूर्ण मंच होगा।

“खेलो इंडिया स्कूल गेम्स” के पहले संस्करण की शुरुआत 31 जनवरी से हो रही है। इसके तहत 16 खेलों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें 17 वर्ष से कम आयु वर्ग के बालक-बालिकाएं भाग लेगे। 2017-18 में हुई 63वीं राष्ट्रीय स्कूल प्रतियोगिता के प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों का चयन किया गया है।

“खेलो इंडिया स्कूल गेम्स” में आयोजित प्रतियोगिताएं:
खेलो इंडिया स्कूल गेम्स में तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, जिमनास्टिक, जूडो, निशानेबाजी, तैराकी, वेटलिफ्टिंग और कुश्ती को मिलाकर कुल 10 खेलों में एकल स्पर्धाएं होंगी, जबकि बास्केटबॉल, फुटबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो और वॉलीबॉल छह टीम खेल हैं, जो पहले खेलो इंडिया स्कूल गेम्स का हिस्सा होंगे।

पहले संस्करण में हिस्सा लेंगे 4452 खिलाड़ी औऱ अधिकारी:
अभी तक खेलो इंडिया की आयोजक समिति को कुल 3298 प्रविष्टियां प्राप्त हो चुकी हैं। 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 16 खेलों में कुल 4452 खिलाड़ियों और अधिकारियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। अभी तक दिल्ली से 341 खिलाड़ियों के हिस्सा लेने की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, महाराष्ट्र से 321 खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में भाग लेंगे। हरियाणा से अभी तक सबसे ज्यादा 350 प्रविष्टियां मिली है। इन खेलों में एथलेटिक्स में सबसे ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।

197 स्वर्ण पदक होंगे वितरित:
खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के पहले संस्करण में कुल 197 स्वर्ण पदक वितरित किए जाएंगे। जिनमें एथलेटिक्स में 640 लड़के और लड़कियां 36 स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। तैराकी में 552 खिलाड़ी 35 स्वर्ण पदकों के लिए जद्दोजहद करेंगे। कुश्ती में कुल 480 पहलवान 30 स्वर्ण पदक और 400 मुक्केबाज 26 स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। वहीं जिमनास्टिक में कुल 86 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे।

पहले संस्करण का प्रमुख आकर्षण होंगे अनीश और जैरेमी लालरिनुंगा: 
विश्व जूनियर चैंपियन निशानेबाज अनीश भानवाला (हरियाण) और आईडब्ल्यूएफ विश्व वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले जैरेमी लालरिनुंगा (मिजोरम) 31 जनवरी से शुरू हो रहे पहले खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के प्रमुख आकर्षण होंगे।
15 साल के अनीश ने पिछले साल जुलाई में जर्मनी के सुहल में आयोजित आईएसएसएफ जूनियर विश्व चैंपियनशिप की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। मिजोरम के रहने वाले 15 साल के जैरेमी ने पिछले साल अप्रैल में बैंकॉक में आयोजित आईडब्ल्यूएफ वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया था। वह पुणे के आर्मी बॉयज स्पोर्ट्स कंपनी में अभ्यास करते हैं।

आंध्र प्रदेश के तीरंदाज बोम्मादेवारा धीरज इन खेलों में भाग लेने वाले बड़े नामों में से एक होंगे। धीरज ने पिछले महीने ही अहमदाबाद में आयोजित एसजीएफआई राष्ट्रीय स्पर्धा में पांच पदक अपने नाम किए थे। उन्होंने इससे पहले यूथ ओलंपिक गेम्स के लिए एशियाई उपमहाद्वीप के लिए आयोजित क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में रजत पदक जीता था।

“खेलो इंडिया स्कूल गेम्स” की प्रमुख बातें
खेलो इंडिया स्कूल गेम्स-2018 प्रतियोगिता में चयनित होने वाले राज्य के खिलाड़ियों को आठ साल तक बतौर स्कॉलरशिप पांच लाख रुपये मिलेंगे। इसके अलावा चयनित खिलाड़ियों को भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सेंटरों में बकायदा प्रशिक्षण भी दिलवाया जाएगा। कार्यक्रम के तहत 10 से 18 साल आयुवर्ग के करीब 20 करोड़ बच्चों को राष्ट्रीय शारीरिक फिटनेस अभियान में शामिल किया जाएगा। इससे ने केवल बच्चों की शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दिया जाएगा बल्कि फिटनेस से संबंधित गतिविधियों को भी समर्थन मिलेगा। इसके अलावा इस कार्यक्रम का लक्ष्य देश में 20 विश्वविद्यालयों को खेल की उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में बढ़ावा देना है। इसके तहत प्रतिभाशाली एथलीट अपनी शिक्षा के साथ समझौता किए बिना प्रतियोगी खेलों में आगे बढ़ने में सक्षम हो पाएंगे।

कोचों के लिए राष्ट्रव्यापी पारदर्शी प्रणाली स्थापित करेगी सरकार                                                              “खेलो इंडिया स्कूल गेम्स” के तहत सरकार ने स्कूल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतिस्पर्धाओं के लिए योग्य प्रशिक्षकों की नियुक्ति की एक पारदर्शी प्रणाली स्थापित करने के उद्देश्य से ऑनलाइन राष्ट्रीय कोच बैंक की स्थापना करने का फैसला किया है।
इस कोच बैंक के जरिये पूरे देश में जो भी अपने को कोच समझते हैं या किसी न किसी स्तर पर कोचिंग देते हैं वह अपना रजिस्ट्रेशन इस बैंक में करा सकते हैं। इसके बाद सरकार दो या तीन हफ्तों का कोर्स आयोजित कराएगी। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की भी सहायता ली जाएगी।

कोर्स देश के अलावा विदेशों में भी आयोजित कराये जाएंगे। जो कोच राष्ट्रीय कोच बैंक में अपना रजिस्ट्रेशन कराएंगे, उन सभी कोचों को एक राष्ट्रीय एजेंसी द्वारा सत्यापित कराकर उनको प्रशिक्षित कराया जाएगा इस तरह हमारे पास कोचों का डाटा जमा हो जाएगा। इससे हमें एक फायदा यह होगा कि जिसे भी कोचों की जरूरत होगी वह कोच बैंक पर जाकर सहायता ले सकता है।

“खेलो इंडिया स्कूल गेम्स” के अंतर्गत नगद प्रोत्साहन राशि योजना
इसके अलावा सरकार एक नगद प्रोत्साहन राशि योजना की भी शुरूआत करेगी। इस योजना के तहत अब सिर्फ पदक जीतने वाले खिलाड़ी और कोचों तक ही ईनामी राशि सीमित नहीं रहेगी। अब जब भी कोई खिलाड़ी राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल और ओलंपिक में पदक जीतेगा तो उसके कोच को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का 20 प्रतिशत हिस्सा अब खिलाड़ी के साथ जमीनी स्तर पर काम करने वाले कोच को और उनके विकास में योगदान देने वाले दूसरे कोच को 30 फीसदी राशि दी जायेगी।

ग्रामीण लडकियों और महिलाओं के लिए अलग से प्रतियोगिताएं आयोजित कराने की योजना
इसके अलावा सरकार ग्रामीण लडकियों और महिलाओं के लिए भी अलग से प्रतियोगिताएं आयोजित कराने पर विचार कर रही है। सरकार का मानना है कि महिलाएं केवल रसोईघर और बच्चों की देखभाल में ही न लगी रहें, बल्कि वह मैदान पर भी आएं।

अभिभावकों के लिए मोबाईल एप्लीकेशन
इसके अलावा सरकार अभिभावकों के लिए फिटनेस और खेलों पर एक मोबाईल एप्लीकेशन लाने के बारे में विचार कर रही है। इस एप के जरिये अभिभावक बच्चों के खेलों से संबंधित गतिविधियों को सरकार तक पहुचाएंगे। इसके बाद एक ई-कोच उन्हें उपलब्ध होगा, जो बच्चों को दिशानिर्देशित करेंगे। 
उल्लेखनीय है कि इससे पहले युवा प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए सरकार की स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च पोर्टल पहले से ही चलन में है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने 28 अगस्त 2017 को इंदिरा गांधी स्टेडियम में स्कूली बच्चों के बीच पोर्टल की शुरूआत की थी। इस पोर्टल के तहत कोई भी बच्चा या उसके माता-पिता, शिक्षक या कोच उसका बायोडाटा या वीडियो पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं। इस पोर्टल के जरिए खेल मंत्रालय प्रतिभावान खिलाड़ियों को चुनेगा और उन्हें भारतीय खेल प्राधिकरण के केंद्रों में प्रशिक्षण देगा। 

थाईलैण्ड और उत्तराखण्ड व्यापार में बढ़ाएंगे हाथ

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देहरादून, उत्तराखंड में निवेश आपसी सहयोग को लेकर थाईलैंड में दिलचस्पी दिखाने शुरू कर दी है उत्तराखंड मुख्य सचिव और थाईलैंड के राजदूत से मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में थाईलैण्ड में भारत के राजदूत श्री भगवंत सिंह विश्नोई से मुलाकात करके उत्तराखंड और थाईलैंड की आपसे सहयोग की दिशा में कदम बढ़ाया है।

श्री विश्नोई ने मुख्यमंत्री को बताया कि, “थाईलैण्ड और उत्तराखण्ड के मध्य आटो मोबाइल सेक्टर, फार्मा सेक्टर और वेलनेस सेक्टर के क्षेत्र में आपसी सहयोग और निवेश की व्यापक संभावनाएं है, उत्तराखण्ड उद्योग विभाग, सिडकुल और उद्योगपतियों के डेलीगेशन को थाईलैण्ड भ्रमण के लिये आमंत्रित भी किया।” मुख्यमंत्री ने कहा कि, “राज्य सरकार औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिये प्रतिबद्ध है। उद्योगों की सुगमता के लिते यहां सिंगल विण्डो सिस्टम भी संचालित है। पहाड़ों में पर्यावरण के अनुकूल उद्योगों तथा लघु उद्योगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार द्वारा आगामी सितम्बर-अक्टूबर माह में एक मेगा इंवेस्टर्स मीट भी आयोजित की जायेगी।”

उन्होंने थाईलैण्ड के उद्योगपतियों को इस मीट में आमंत्रित करने हेतु उद्योग विभाग को निर्देशित भी किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड सड़क, रेल और हवाई नेटवर्क में जुड़ा हुआ है तथा दिल्ली के बेहद नजदीक है। उड़ान योजना के अन्तर्गत यहां हवाई कनेक्टिीविटी में भी तेजी से विस्तार होगा जिससे यहां पर्यटन और वेलनेस टूरिज्म के सेक्टर में निवेशकों हेतु काफी मौका होगा।

उन्होंने पंचायतों के ग्रोथ सेन्टर के रूप में विकसित करने की सरकार की योजना बताते हुए कहा कि निवेशक लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों के लिये भी विचार कर सकते हैं। उत्तराखण्ड कानून एवं व्यवस्था की दृष्टि से भी निवेशकों के लिये पहली पसन्द है। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, प्रमुख सचिव श्रीमती मनीषा पंवार भी उपस्थित थे

मिसाल: रोजगार मेले में पहुंच आखिर क्यों लाइन में लगे योगी आदित्यनाथ के पिता

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(हरिद्वार), उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रिश्तेदारों ने भी नौकरी की चाह में रोजगार मेले में अपना पंजीकरण करवाया। एक तरफ जहां आये दिन देशभर में वाआीपी नेताओं के नाते रिश्तेदारों के घमंड की कहानियां सामने आती हैं वहीं इस वाक्ये ने एक सुहाना पल ज़रूर दिया है।

हरिद्वार के रोजगार मेले में सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट अपनी नातिन लक्ष्मी रावत और पोती अर्चना बिष्ट के साथ पन्ना लाल भल्ला कालिज पहुंचे। जंहा पर दोनों छात्राओं ने रोजगार पाने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया। बता दें कि उत्तराखंड सरकार द्वारा यहां दो दिवसीय रोजगार मेले का आयोजन कर रही हैं।

एक मुख्यमंत्री के पिता अपनी पोतियों को रोजगार दिलाने के लिए बेरोजगारों की लाईन में लग कर प्रयास करते दिखाई दिए। प्रदेश सरकार के सेवायोजन विभाग द्वारा दो दिवसीय रोजगार मेले में योगी आदित्यनाथ के पिता अपनी पोती और नातिन के साथ पहुंचे और उनका पजीकरण कराया।

यही नहीं आनंद सिंह बिष्ट ने कहा कि उन्हें अपनी पोतियों को रोजगार दिलाने के लिए किसी तरह की सिफारिश की जरुरत नहीं हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भांजी लक्ष्मी रावत ने कहा कि, “बिना सिफारिश के अपनी मेहनत से नौकरी पाने वाला योग्य होगा और अपने कार्य में दक्ष होगा।” जबकि भतीजी अर्चना ने कहा कि, “बिना सिफारिश से नौकरी पाने वाला कहीं ना कहीं देश और प्रदेश से भ्रष्टाचार को भी दूर करने में सहयोगी होगा।”

आइकिया के संस्थापक इन्गवार कैम्प्राड का निधन

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नई दिल्ली, दुनिया की सबसे बड़ी फर्नीचर रीटेल कंपनी ‘आइकिया’ के संस्थापक इन्गवार कैम्प्राड का निधन हो गया है। वे 91 वर्ष के थे। उन्होंने यूरोपीय देश स्वीडन में अपने घर में अंतिम सांस ली।

कैम्प्राड ने 17 साल की उम्र में 1943 में ‘आइकिया’ कंपनी शुरू की थी। भारत सरकार के हाल की एकल ब्रॉन्ड रीटेल में 100 फीसदी एफडीआई में सरकारी अनुमति को लेकर किए फैसले से ‘आइकिया’ को ही सबसे ज्यादा फायदा होने की बात हो रही है।
कैम्प्राड की कंपनी ‘आइकिया’ पूरी दुनिया में रेडी-टू-एसेम्बल फर्नीचर बेचने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। इसके दुनिया के 29 देशों में 355 स्टोर्स हैं। आइकिया कंपनी होम फर्नीशिंग, किचन एप्लाइंसेस और होम डेकोर सेक्टर में दुनिया की अग्रणी कंपनी है। ‘आइकिया’ बड़े पैमाने पर भारत में अपना कारोबार शुरू करने जा रही है। 

नेशनल डिफेंस कॉलेज के दल से मिले मुख्यमंत्री

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देहरादून, राष्ट्रीय रक्षा कालेज में सेवाकालीन प्रशिक्षण ले रहे 17 सदस्यीय दल ने उत्तराखंड भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से सचिवालय में मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने उन्हें राज्य में नए पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी दी।

सचिवालय में राष्ट्रीय रक्षा कालेज(एनडीसी) अकादमी के 17 सदस्यीय दल, जिसमें भारतीय सेना के साथ ही ब्राजील, बाग्लादेश व तजांनिया के सैन्य अधिकारी शामिल थे, ने भेंट की। यह अधिकारी सेवाकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड भ्रमण पर हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने भ्रमण दल का स्वागत करते हुए उनसे उत्तराखण्ड सरकार की योजनाओं और निर्णयों को साझा किया।

मुख्यमंत्री ने भ्रमण दल को राज्य में नए पर्यटन स्थलों के विकास की योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य ग्रामीण स्वच्छता में देश का चौथा ओडीएफ प्रदेश है और मार्च तक शहरी क्षेत्रों को भी ओडीएफ बना दिया जाएगा। उन्होंने ग्राम्य विकास और आर्गेनिक खेती पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने रक्षा अधिकारियों से उत्तराखण्ड भ्रमण के बाद अपने अनुभव व सुझावों को सरकार के साथ साझा करने को भी कहा।

इस अवसर पर राष्ट्रीय रक्षा कालेज के फैकल्टी इंचार्ज एयर वाइस मार्शल टीडी जोसेफ, आईडीईएस के टूर कोर्डिनेटर एनवी सत्यनारायण, ब्रि.एस. सज्जनहार, कमाण्डेंट केएस राजकुमार, एयर कॉमोडोर डी.वेडाज्ना, ब्राजील ऐयर फोस कर्नल एवी सिदनेई वेलोसो दा सिलवा जूनियर, ब्रि.आरएस रमन, एयर कॉमोडोर आरएन मेडीकैरी, ब्रि.एस थरेजा, तंजानिया के कर्नल लियोनीदास डेविड मुतालेम्वा, ब्रि. राजीव पुरी, आईटीएस ब्रह्मानन्द श्रीवास्तव, ब्रि.एएस बेविल, बाग्लादेश आर्मी के ब्रि. जन. मो.रशिदुल हसन, ब्रि. हरीश भूटानी, ब्रि. संजय होडा, आईपीएस ब्रिघु श्रीनिवास, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव डॉ. रणवीर सिंह, प्रमुख सचिव राधा रतूड़ी, मनीषा पंवार, सचिव दिलीप जावलकर आदि उपस्थित थे।

पलायन रोकने में कारगर साबित होगा रोजगार मेला : हरक सिंह

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हरिद्वार, भल्ला इंटर काॅलेज प्रांगण में सेवायोजन विभाग द्वारा रोजगार मेले का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सेवायोजन, कौशल विकास मंत्री डाॅ हरक सिंह रावत ने हिस्सा लिया। रोजगार मेले की अध्यक्षता हरिद्वार विधायक व शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने की। बड़ी संख्या में बेरोजगार युवाओं ने रोजगार पाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराए।

इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि, “युवाओं की बेरोजगारी दूर करने के लिए यह रोजगार मेला लगाया गया है। केन्द्र सरकार युवाओं को रोजगार मुहैया करा रही है। स्किल डेवलपमेन्ट एवं कौशल विकास के तहत अनेकों युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। हरिद्वार में यह पहल अच्छी है। निश्चित तौर बेरोजगार युवाओं की समस्याओं का निदान हो सकेगा और प्रदेश भर में इस प्रकार के रोजगार मेले वृहद स्तर पर लगाए जाएं।”

सेवायोजन कौशल विकास मंत्री डाॅ हरक सिंह रावत ने कहा कि, “उत्तराखण्ड के पलायन को रोकने के लिए यह रोजगार मेला लगाया गया है। आगे भी ऐसे मेले आयोजित किए जाएंगे। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देश की जनता को दिला रहे हैं। राज्य में बेरोजगारी को दूर करने के लिए कई योजनाएं संचालित हैं। फैक्ट्री प्रबन्धकों से भी अपील है कि ज्यादा से ज्यादा स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार मुहैया कराए तो निश्चित तौर पर रोजगार मेले से बेरोजगार युवकों को फायदा मिलेगा।”

रोजगार मेले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आंनद सिंह बिष्ट भी पहुंचे, उनका भी अतिथियों द्वारा बुकें देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने रोजगार मेले में अपनी नातिन लक्ष्मी रावत और पोती अर्चना बिष्ट का रजिस्ट्रेशन भी कराया।

पांच दिन से अंधेरे में जीवन काटने को मजबूर हैं इस इलाके के लोग

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चकराता। ट्रांसफार्मर फुंकने से मंझगांव में बिजली आपूर्ति ठप पड़ी है। बीते पांच दिन से गांव में लाइट नहीं है। शाम ढलते ही गांव में अंधेरा पसर जाता है। लोगों को अंधेरे में रात काटनी पड़ रही है। रोजमर्रा के काम निपटाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

24 जनवरी से गांव में लाइट नहीं है। ग्राम प्रधान सुरेश थपलियाल, बलवीर सिंह, सूरत सिंह, संजू, ‌सुंदर लाल का कहना है कि लाइट न होने से 70 परिवारों की दिनचर्या गड़बड़ा गई है। बिना लाइट के कड़ाके की ठंड में लोगों के लिए रात काटना मुश्किल हो गया है। बोर्ड परीक्षा के छात्रों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। लोगों को जोक्टी और लालटेन के सहारे रात काटनी पड़ रही है। बिजली उपकरण शोपीस बने हुए हैं। शिकायत के बाद भी अब तक कोई विभागीय कर्मचारी ट्रांसफार्मर की सुध लेने नहीं पहुंचा है। एसडीओ चकराता योगेश कुमार प्रजापति ने कहा कि सोमवार को ट्रांसफार्मर बदलवा कर बिजली आपूर्ति कर दी जाएगी। 

‘सर्व धर्म सम्भाव’ पर आधारित होगा गुरु गोविन्द सिंह के जीवन से जुड़ा कार्यक्रम

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(रुद्रपुर) गुरु गोविन्द सिंह के जीवन पर आधारित एक विशेष कार्यक्रम को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की ओर से 15 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम को भव्यता के साथ सम्पन्न कराने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी डाॅ नीरज खैरवाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में एक बैठक की।

बैठक में जिलाधिकारी डॉ खैरवाल ने बताया कि,” प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार गुरु गोविन्द सिंह के जीवन पर आधारित विशेष कार्यक्रम 15 फरवरी को नानकमत्ता गुरुद्वारा परिसर कार सेवा डेरा में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का थीम ‘सर्वधर्म सम्भाव’ है। कार्यक्रम में सिख समुदाय के अलावा विभिन्न जाति, धर्म, सम्प्रदाय के लोग भी शामिल होंगे । भव्य कार्यक्रम का विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार कराया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग कार्यक्रम में पहुंच सकें।”

उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ सदानन्द दाते से कहा कि वे कार्यक्रम स्थल के आसपास व्यापक संख्या में पुलिस बल रखें तथा सुरक्षा के सभी इंतजाम समय से कर लिए जाएं ताकि कार्यक्रम में आने वाले लोगों को कोई परेशानी न होने पाए।

बैठक में विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा कि, “प्रदेश सरकार द्वारा गुरु गोविन्द सिंह के जीवन पर आधारित यह कार्यक्रम निश्चय ही प्रशंसनीय है। कार्यक्रम में सर्वधर्म की झलक भी देखने को मिलेगी। वहीं गुरु गोविन्द सिंह की शिक्षा एवं उपदेशों का प्रचार भी जनता के बीच होगा।” 

विधायक डाॅ प्रेम सिंह राणा ने बताया कि, 22 दिसम्बर 1666 को जन्मे सिखों के गुरु गुरुगोविन्द सिंह ने समाज को बलिदान, त्याग व देश प्रेम का रास्ता दिखाया था। ऐसे में गुरु गोविन्द सिंह के आदर्शों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन अनुकरणीय है।”

 

रेलवे सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस की बैठक

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अनिल के.रतूड़ी, ड़ीजीपी उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में राज्य रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की एक उच्चस्तीरय बैठक हुई, जिसमें अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड, वी.विनय कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना/सुरक्षा, राम सिंह मीना, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन, उप निदेशक, आसूचना ब्यूरो, रोशन लाल शर्मा, पुलिस अधीक्षक, जीआरपी, पंकज गंगवार, पुलिस उपमहानिरीक्षक आरपीएफ, उत्तर रेलवे, राजेश चन्द्र जोशी, सुरक्षा आयुक्त, आरपीएफ, मुरादाबाद, मौहम्मद इशान, डिप्टी चीफ, ट्रैक इंजीनियर,उत्तर रेलवे, अरुण कुमार, सीनियर डिवीजनल इंजीनियर, पूर्वोत्तर रेलवे एवं डायरेक्टर राजाजी नेशनल पार्क ने भाग किया गया।

अशोक कुमार ने बताया कि बैठक में सुरक्षा व प्रशासनिक बिन्दुओं पर विचार विर्मश किया गया:-

1- गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक तीन माह में एक बार पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की बैठक तथा पुलिस अधीक्षक, जीआरपी, आरपीएफ, NER एवं NR एवं वन विभाग के अधिकारियों के मध्य माह में एक बैठक आयोजित की जायेगी।

2- रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण बिन्दु है। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी, बैगेज स्केनर, गुड्स स्केनर, डीएफएमडी की पर्याप्त व्यवस्था किये जाने का भी निर्णय लिया गया।

3- ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की सहायता के लिये जारी हेल्प लाइन नम्बर-182 का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाये।

4- टप्पेबाजी, जहरखुरानी गतिविधियों में सक्रिय एवं पेशेवर अपराधियों का चिन्हीकरण कर उनके विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।

5- रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा के लिये अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना/सुरक्षा की अध्यक्षता में  आरपीएफ, जीआरपी, अभिसूचना विभाग एवं स्थानीय पुलिस द्वारा संयुक्त रुप से रेलवे स्टेशनों का वार्षिक सुरक्षा ऑडिट किये जाने का भी निर्णय लिया गया ।

6- रेलवे ट्रैकों पर जंगली जानवरों के ट्रैक पर आने की सम्भावना वाले स्थानों का चिन्हीकरण कर ऐसे स्थानों पर वन विभाग से समन्वय स्थापित कर संयुक्त पट्रोलिंग की जाये।

7-रेलवे स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का परीक्षण कर लिया जाये तथा खराब सीसीटीवी कैमरों को सही कराया जाये तथा उनका रख-रखाव सुनिश्चित किया जाये।

8- ट्रेनों में चलने वाले एस्कार्ट के सम्बन्ध में जीआरपी एवं आरपीएफ समन्वय स्थापित कर उनकी आवश्यकताओं व उपयोगिता के आधार पर संचालित किया जाये।

9-  महिला सुरक्षा हेतु रेलवे स्टेशनों पर जीआरपी एवं आरपीएफ से महिला कर्मियों को नियुक्त किया जाये।

10-जीआरपी व आरपीएफ समन्वय स्थापित कर आपराधिक तत्वों के सम्बन्ध में सूचनाओं का आदान-प्रदान करें।

11- रेलवे प्लेटफार्म व ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था जीआरपी व आरपीएफ आपसी समन्वय से सुदृढ़ करें।

हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन का क्रमिक अनशन शुरू

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देहरादून। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशालय में मिनिस्ट्रियल संवर्ग के कर्मियों की पदोन्नति समायोजन तथा अन्य लंबित प्रकरणों के निस्तारण हेतु उत्तरांचल मेडिकल एण्ड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन ने सोमवार से क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। एसोसिएशन के प्रांतीय महामंत्री कुलदीप रावत ने कहा कि यदि उचित मांगों पर यथाशीघ्र कार्यवाही नहीं की जाती है, तो संगठन प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगा। धरनास्थल पर सुनील दत्त कोठारी, सुभाष दिवालियाल, कुलदीप सिंह रावत,आरपी जुयाल, चंद्रशेखर, आनंद सिंह आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्य मांगें
1. संवर्ग में मुख्य/वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी व पदोन्नति के अन्य सभी स्तरों पर इस भर्ती वर्ष में होने वाली रिक्तियों को सम्मिलित करते हुए सभी रिक्त पदों के सापेक्ष तत्काल पदोन्नति की जाए।
2. प्रेमलाल माहोरी प्रशासनिक अधिकारी के पद प्रकरण का तत्काल निस्तारण किया जाए।
3. संवर्ग में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति/पदोन्नति से फारगो के लिए आवेदन करने वाले कर्मियों के प्रकरणों पर तत्काल निर्णय करते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति/पदोन्नति से फारगो प्रदान की जाए।
4.संवर्ग में वर्षों से अधिसंख्यक पदों पर कार्यरत कनिष्ठ सहायकों का तत्काल रिक्त पदों के सापेक्ष समायोजन किया जाए।
5. संवर्ग में मृतक आश्रित भर्ती नियमावली के अंतर्गत नियुक्ति के प्रकरणों का तत्काल निस्तारण कराते हुए नियुक्ति आदेश जारी किया जाए।