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गंगा तट पर जल मुर्गियां बनी आकर्षण का केन्द्र

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ऋषिकेश,  गंगा तट त्रिवेणी घाट पर इन दिनों जलमुर्गी श्रद्धालुओं के लिए कोतूहल का विषय बनी हुई है। नगर की ह्रदय स्थली त्रिवेणी घाट में अठखेलियां करते हुए जल मुर्गियों को पिछले एक सप्ताह से देखा जा रहा है। घाट पर स्नान करने आए श्रद्धालुओं की नजर जलक्रीड़ा करते हुए जैसे ही जल मुर्गियों की तरफ पड़ती है वह उसे काफी देर तक निहारते नजर आते हैं।

यह विशिष्ट पक्षी उत्तराखंड के सुदूरवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता रहा है लेकिन पिछले दो वर्षों से इसके दीदार ऋषिकेश के लोगों को भी हो रहे हैं। जल मुर्गी अधिकांश रुके हुए जल तालाब और पोखरो में ही देखने को मिलती है। यह दीगर बात यह है कि त्रिवेणी घाट में इस समय बहाव बहुत कम है। गंगा में घटते जल की वजह से स्थिति कुछ तालाब जैसी भी हो रखी है, जिसकी वजह से जलमुर्गी को यहां का वातावरण पूरी तरह से मुफीद आ रहा है।

बताया जाता है कि जल मुर्गी का प्रिय भोजन छोटी मछली और हरी काई होती है, जिसकी भरमार इन दिनों गंगा तट त्रिवेणी घाट पर भरपूर है। इन सबके बीच अच्छी बात यह भी है कि खूबसूरत नजारों को अपने केमरे में कैद करने वालों के लिए भी जलमुर्गी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

शिवालयों में शिवरात्रि की तैयारियां शुरू

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ऋषिकेश, 13 फरवरी को हिमालय की मणिकूट पर्वत की तलहटी में स्थित नीलकंठ महादेव सहित ऋषिकेश के तमाम शिवालयों में आयोजित किए जाने वाले शिवरात्रि मेलों को लेकर जबरदस्त तैयारियां प्रारंभ हो गई है। तो वहीं ऋषिकेश तीर्थनगरी में भोले भक्तों की आवाज भी बम भोले के उद्घोष के साथ गुंजायमान होने लगी है।

नीलकंठ महादेव में जल चढ़ाने वाले भोले भक्तों की आवाज बम भोले के उद्घोष से गुंजायमान हो रही है। वहीं, महाशिवरात्रि महोत्सव 2018 के चलते शुक्रवार से सोमेश्वर महादेव मंदिर पर पांच दिवसीय रासलीला का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया, जिसमें मथुरा वृंदावन के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा भगवान श्री कृष्ण की रासलीला का जोरदार मंचन किया गया।

मंदिर के संचालक महंत रामेश्वर दास ने बताया कि, “13 फरवरी को सोमेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में एक दिवसीय महाशिवरात्रि मेले का आयोजन किया जाएगा तथा 15 फरवरी को भगवान शंकर पार्वती विवाह उत्सव सजी सुंदर झांकियों के साथ नगर भ्रमण भी किया जाएगा।”

इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसके अंतर्गत मंदिर में महायज्ञ पंचांग, पूजा, रुद्री पाठ आयोजित किया गया है जिसका समापन 13 फरवरी को आचार्य पंडित विशाल मणि आचार्य सुनील के संचालन में आयोजित किया जा रहा है। वीरभद्र महादेव में मेले को लेकर तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है।

गंतव्य की ओर तेजी से कूच कर रहे हैं कांवड़िए

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हरिद्वार, महाशिवरात्रि का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे कांवड़ियों की संख्या में भी इजाफा होता जा रहा है। 13 फरवरी को होने वाले जलाभिषेक के लिए कांवड़ियों का आगमन व प्रस्थान लगातार जारी है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में कांवड़िए जल भरकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए।

हालांकि इस बार कांवड़ियों की संख्या अन्य वर्षों के मुकाबले काफी कम नजर आ रही है। उम्मीद है कि अगले दो दिनों में कांवड़ियों की संख्या में इजाफा हो सकता है। श्रद्धा के साथ जल भरने के लिए हरिद्वार आने वाले कांवड़ियों को इस बार अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसमें प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आती है।

 शहर की प्रत्येक दिशा में मार्ग खुदे होने के कारण कांवड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चाहे दिल्ली-हरिद्वार मार्ग हो या फिर हरिद्वार-बिजनौर मार्ग सभी की हालत एक जैसी है। कांवड़ मेला आरम्भ होने से पूर्व प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। कई प्रांतों से जल लेने के लिए आने वाले कांवड़ियों को रास्तों की खुदाई के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है पर परेशानी के बाद भी कांवड़िए जल भरकर अपने गंतव्य की ओर कूच कर रहे हैं।

धर पुलिस प्रशासन ने महाशिवरात्रि पर्व पर सुरक्षा के मद्देनजर अभी से कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सभी शिवालयों की सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया जाएगा। गंगा घाटों पर भी विशेष चौकसी बरती जा रही है। एसपी सिटी ममता बोहरा के अनुसार प्रशासन शिवरात्रि पर्व के लिए पूरी तरह से सतर्क है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था एकदम दुरुस्त है। 

उत्तराखंड में फ़िल्म शूटिंग के लिये नहीं होगा कोई शुल्क

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उत्तराखण्ड का नैसगिृक सौन्दर्य देखकर देश के अधिक से अधिक फिल्म निर्माता उत्तराखण्ड में फिल्मों का निर्माण करेंगे ताकि उत्तराखण्ड की पहचान देश-विदेश में हो। इसको देखते हुए सरकार ने फिल्म की शूटिंग के लिये शुल्क नही लेने का निर्णय लिया है।

यह बात मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नई टिहरी में फिल्म प्रोड्यूसर श्री नितिन चन्द्रचूड एवं श्री नारायण सिंह के निर्देशन में बनने वाली फिल्म ’’बिजली गुल मीटर चालू’’ के मुर्हुत के दौरान उपस्थित जनसामान्य को सम्बोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि, “इस क्षेत्र में फिल्मों के निर्माण/फिल्मांकन हेतु व्यापक सम्भावनायें है। आवश्यकता है उसको गहराई में देखने की। उत्तराखण्ड देवभूमि है, यहाॅ तीर्थ स्थलों के साथ ही साधकों की तपोस्थली भी है। जिसके बारे में इस क्षेत्र के सूदूर अॅचलों में जाने से जानकारी हो सकेगी। “

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मुख्यमंत्री ने कहा कि, “टिहरी ने इस देश को बहुत कुछ दिया है। अब टिहरी के विकास के लिए कुछ करने का समय आया है। इसलिए जब फिल्म निर्माताओं के द्वारा उत्तराखण्ड में फिल्म निर्माण की इच्छा जताई गई तो सरकार ने टिहरी को पहली प्राथमिकता दिये जाये जाने की बात कही।”

मुख्यमंत्री ने टिहरी के इतिहास के बारे में बताते हुए खेट पर्वत से लेकर सेम मुखेम गंगू रमोला तथा मलेथा के वीर भड माधौ सिंह के बारे में विस्तृत जानकारी फिल्म से जुडे लोगों को बताई। उन्होंने कहा कि टिहरी भिलंगना व भागीरथी नदियों का संगम रहा है और इस टिहरी बॅाध झील से यहाॅ का इतिहास जुडा है।

उन्होंने कहा कि फिल्मों की शूटिंग के लिये शुल्क अब नही लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में फिल्म निर्माण से यहाॅं के लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार मिलेगा। जिससे उनकी आर्थिकी में सुधार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि टिहरी झील को भी फिल्मों की शूटिंग के लिये विकसित किया जा रहा है।

इस फिल्म में मुख्य कलाकर के रुप में फिल्म अभिनेता शाहिद कपूर व अभिनेत्री श्रृद्धा कपूर के अलावा अन्य कलाकार भी शामिल है, जो जनपद के विभिन्न स्थानों पर इस फिल्म की शूटिंग करेंगे।

अज्ञात वाहनों ने ली दो सांभरों की जान

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हरिद्वार, हरिद्वार-नजीबाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर अज्ञात वाहन ने दो सांभरों को मौत के घाट उतार दिया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर दानों सांभरों के शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शवों को दफना दिया। एक की मौत गुरुवार रात तथा दूसरे की मौत शुक्रवार सुबह हुई।

जानकारी के मुताबिक हरिद्वार-नजीबाबाद मार्ग स्थित राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगल से निकलकर एक सांभर गुरुवार की रात सड़क पर आ गया। रात में सड़क पार करते समय सांभर को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, शुक्रवार को दिन में एक सांभर को फिर किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारकर बुरी तरह घायल कर दिया। जिसकी सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। घायल सांभर को रेस्क्यू सेंटर चिड़ियापुर ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

प्रभागीय वन अधिकारी आकाश वर्मा ने बताया कि दोनों सांभरों को पीएम कराने के बाद जंगल में दफना दिया गया। बता दें कि राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क से जानवरों का जंगल से निकलकर सड़क पर आने और सड़क को क्राॅस करने का सिलसिला जारी रहता है। सड़क पर जानवरों की आवाजाही संबधी बोर्ड लगाकर वाहन चालकों को सावधानी से वाहन चलाने के निर्देश भी लिखे हैं। बावजूद इसके आए दिन इस प्रकार की घटनाएं होती रहती हैं। इस प्रकार की घटनाओं में अब तक कई जानवर अपनी जान गंवा चुके हैं। 

उत्तराखण्ड का बजट सत्र 20 मार्च से 28 मार्च भराड़ीसैंण,गैरसैंण में होगा

देहरादून, देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य की चतुर्थ विधान सभा का, वर्ष 2018 का बजट सत्र 20 मार्च से 28 मार्च तक भराड़ीसैंण, गैरसैंण में आहूत किया जा रहा है। एवं दिनांक 22 मार्च को वित्त मंत्री द्वारा बजट प्रस्तुत किया जायेगा। इस दौरान विधान सभा सचिव श्री जगदीश चन्द भी मौजूद थे।

इस मौके पर ग्रवाल ने कहा कि, “उत्तराखण्ड के इतिहास में यह पहला अवसर है जब जनभावनाओं के अनुरूप महामहिम राज्यपाल महोदय का अपना अभिभाषण भराड़ीसैंण, विधान भवन में होगा।” इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि, “अब तक विधान सभा के पास 315 विभिन्न प्रकार के प्रश्न प्राप्त हो चुके है। एवं सत्र को लेकर विधायकों में खासा उत्साह देखने में आ रहा है।”

विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि, “भराड़ीसैंण में अन्तर्राष्ट्रीय संसदीय अध्ययन, शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की जा रही है। भराड़ीसैंण का प्राकृतिक सौन्दर्य एवं इस संस्थान का सदुपयोग करने के लिए यह संस्थान मील का पत्थर साबित होगा।”

विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि इस शोध संस्थान में निम्न गतिविधियां जैसे-संसदीय लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का विश्व स्तरीय पाठ्यक्रम तैयार करना और दीर्घ एवं लघु कालीन अध्ययन प्रशिक्षण कोर्स संचालित किया जायेगा। साथ ही बेहतर लोकतांत्रिक नीति निर्माण एवं सुव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अन्य देशों की संसद एवं विधायिकाओं, सरकारों का समन्वय एवं चिन्तन-मन्न किया जायेगा।

मां ने बेटी को तीन हिस्सों में काटा, मौत

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देहरादून, कोतवाली क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक सौतेली मां ने अपनी ही बेटी को तीन टूकड़ों में काट मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं मां ने अपनी करतूत को छिपाने के लिए बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराकर पुलिस को बरगलाने की कोशिश भी की। पुलिस ने कॉल डिटेल खंगाली तो मामला संदिग्ध नजर आया और पुलिस सच तक पहुंची। पुलिस ने हत्यारोपी मां को गिरफ्तार कर लिया है।

शुक्रवार शाम शहर कोतवाली पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया। एसपी सिटी प्रदीप राय ने जानकारी दी कि, “60/2 अंसारी रोड निवासी मीनू कौर पत्नी स्व. अजीतपाल ने सात फरवरी को कोतवाली नगर में अपने बेटी प्राप्ति आहूजा(21) के दिल्ली जाने के बाद गायब होने की जानकारी दी। तहरीर में मीनू कौर ने दिल्ली रवाना होने के बाद बेटी से दो बार मोबाइल पर बात होने की जानकारी दी। पुलिस मामले की जांच कर रही थी तो प्राप्ति के फोन की लोकेशन लगातार उसके घर पर ही मिली।” इससे पुलिस को मामला संदिग्ध लगा और पुलिस ने शुक्रवार को प्राप्ति की मां मीनू कौर को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। पुलिस पूछताछ में मीनू टूट गई और उसने अपनी बेटी की हत्या करने की बात कबूल की। इसके बाद पुलिस ने मीनू की निशानदेही पर उसके घर से प्राप्ति का शव बरामद किया।

आरोपी मीनू ने पुलिस को बताया कि, “सौतेली बेटी बाप की मौत के बाद से उसके कहने सुनने में नहीं थी और इसको लेकर लगातार उनके बीच झगड़ा होता था। इसी को लेकर विवाद बढ़ता गया और छह फरवरी की रात मामला तूल पकड़ा तो आवेश में उसने बेटी को धारदार हथियार से काट कर हत्या कर दी। इसके बाद उसने पुलिस को बरगलाने के लिए गुमशुदगी दर्ज कराई।” 

निर्ममता से की हत्या
मां के रूप में एक हत्यारा सामने आने से पूरा शहर सकते में है। आवेश में भले ही गोली मारकर या अचानक हुए हादसे में मौत हो जाए, लेकिन प्राप्ति की हत्या में मामले में हत्यारे की निर्ममता सामने आई। आरोपी मां ने बेटी को तीन हिस्सों में खुखरी से काटा। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने खुखरी रखकर पत्थर से प्राप्ति को काटा। 

पुलिस ने पकड़ा शराब का बड़ा जखीरा

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जनपद देहरादून में कई शिक्षण संस्थान व मैनेजमेट संस्थानो में काफी समय से यह जानकारी मिल रही कि इन संस्थानो में अपराधी किस्म के लोगो के द्वारा नशे का अवैध कारोबार फैलाया जा रहा है। जिससे छात्रो का भविष्य अंधकार मे होता जा रहा है, ये लोग संस्थानो के छात्रो को जो बाहर से यहाँ पढने आये होते है को अपना निशाना बनाते है और फिर इनके माघ्यम से ये लोग अन्य संस्थानो के छात्रो को यह नशा उपलब्ध कराते है।

ये लोग मुख्यतः संस्थानो के आसपास ठेलीे मे या चाय की दुकानों पर बैठते है या फिर संस्थानो में घूमकर यहाँ कार्य करते है, आम जनता के द्वारा भी समय-समय इसकी शिकायत की गई है, इस शिकायत को ध्यान मे रखते हुये नशे के विरूद्व अभियान के अन्र्तगत पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशानुसार टीम गठित कर नशे का सामान सप्लाई करने वालो की गिरफतारी के लिये अभियान चलाया गया।

जिसके तहत मुखबिर सूचना मिली की कुछ लोग एक कार व एक ट्रक में शराब भरकर सहसपुर की तरफ से आ रहे है, इस सूचना पर झाझरा चौकी पर बैरियर लगाकर चैकिंग प्रारम्भ की गई तो कुछ देर में सफेद रंग स्वीफट डिजायर व उसके पीछे एक ट्रक आता दिखाई दिया जिसको रूकने का इशारा किया गया तो वह गाडी बैक कर भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस ने घेराबंदी कर पकडे गये व गाडी की तलाशी लेने पर कार के अंदर 3 लोग बैठे मिले।

तलाशी ली गई तो कार के अन्दर 2 सुटकेस व कार की डिग्गी में से 180 बोतले अंग्रेजी शराब (15 पेटी) तथा एक व्यक्ति के पास से अवैध तमंचा व 4 जिंदा कारतुस, एक अभियुक्त के पास से अवैध खुखरी मिली। इसी प्रकार ट्रक की तलाशी ली गयी तो ट्रक में तीन अभियुक्त बैठे मिले जिनके पास से 1 अवैध खुखरी व ट्रक में सब्जी के नीचे रखी 285 पेटी अ्रंग्रेजी शराब की बरामद हुयी।

बरामद वाहनों के नम्बर को चैक कराया गया तो इनके द्वारा अपने वाहनो पर फर्जी नम्बर प्लेट का इस्तेमाल किया गया है। अभियुक्तों द्वारा पुछताछ में बताया गया कि, “हरियाणा से सस्ते दामों में शराब खरीदकर कभी यमुनानगर-सहारनपुर-भगवानपुर, हरिद्वार,ऋषिकेश के रास्ते पहाडी जनपदों में सप्लाई करते है और कभी यमुनानगर-पोटा-सहसपुर, देहरादून-ऋषिकेश के रास्ते पहाडी जनपदों में सप्लाई करते है।”

 राजभवन में 24 व 25 फरवरी को होना है बसंतोत्सव

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देहरादून, राजभवन में 24 व 25 फरवरी को होने जा रहे बसंतोत्सव में पाॅलिथीन का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। एमेच्योर वर्ग (शौकिया तौर पर बागवानी करने वाले) में अधिक प्रतिभागिता हो सके, इसके लिए फ्लावर कटिंग की आवश्यक न्यूनतम संख्या को घटाकर तीन कर दिया जाए। फूड कोर्ट में स्थानीय व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाए। बसंतोत्सव के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जानकारी मिल सके, इसके लिए किसी एक दिन विभिन्न प्रकार के फूलों से सजे वाहन को देहरादून में घूमाकर प्रचार किया जाए।
राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने राजभवन में 24 व 25 फरवरी को होने जा रहे बसंत उत्सव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए  निर्देश दिए। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि, “बसंतोत्सव का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार विभिन्न माध्यमों से किया जाए। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि बसंतोत्सव में पाॅलिथीन का उपयोग न हो। वितरित किए जाने वाले प्रमाण पत्र रिसाईकिल पेपर/हैण्ड मेड पेपर पर ही बनाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। विभिन्न स्टाॅलों में जो भी उत्पाद रखे जाएं उनके बारे में पूरी जानकारी प्रदर्शित भी की जाए।”
दो दिन चलने वाले इस उत्सव में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। एक एंट्री के सापेक्ष कट फ्लावर फूलों की संख्या (विशेष रुप से आर्किड, जैनथेडिशिया, लिलियम एवं गुलाब के स्पाईक) न्यूनतम 3 तक रखी जाये।  बैठक में जानकारी दी गई कि बसन्तोत्सव, 2018 में समस्त कैटेगरी में पुरस्कारों की व्यवस्था के अतिरिक्त विशेष रूप से समस्त पर्वतीय जनपदों के उत्कृष्ठ पुष्प उत्पादकों को भी पुरुस्कृत किया जायेगा।
दो दिवसीय आयोजन में छात्रों की अधिकाधिक भागीदारी शिक्षा विभाग के सहयोग से सुनिश्चित की जा रही है। दिव्यांग छात्रों एवं स्ट्रीट चिल्ड्रन को लाने ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गयी है। छात्रों एवं अन्य को टी शर्ट/जूट बैग/कैप की व्यवस्था हेतु ओ0एन0जी0सी0 द्वारा की जा रही है। राजवभवन आॅडिटोरियम गैलरी में आर्ट गैलरी का प्रदर्शन किया जाएगा। संस्कृृति विभाग द्वारा दिनांक 24 फरवरी, 2018 की सांय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। राज्य के विभिन्न नृृत्यशैलियाॅ राजभवन प्रांगण के लाॅन में कराया जाएगा।

राज्य में होगा 34,921 सस्ते भवनों का निर्माण

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देहरादून। किफायती आवास निर्माण योजना के तहत उत्तराखण्ड राज्य में 34,921 भवनों का निर्माण किया जाएगा। सचिव आवास अमित सिंह नेगी जानकारी दी कि बताया कि जनपद ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर में 79869 वर्ग मीटर नजूल भूमि पर आवासहीन परिवारों के लिए 1872 ईडब्ल्यूएस भवन निर्माण के लिए परियोजना केंद्र सरकार से स्वीकृत की गई है। इसमें प्रति आवास 1.5 लाख रुपये की केन्द्रीय सहायता का अनुमोदन भारत सरकार द्वारा कर दिया गया है। योजना में एक लाख रुपये राज्य सरकार अनुदान के रूप में देगी।

ट्रांसपोर्ट नगर में 11431 वर्ग मी.भूमि पर आवासहीन परिवारों के लिए 224 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण किया जा चुका है और भवन आवंटन की कार्यवाही गतिमान है। इन आवासों के निर्माण के लिए केंद्र द्वारा 134.4 लाख रुपये की धनराशि अनुदान के रूप में स्वीकृत की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि आमवाला तरला में 30,000 वर्ग मीटर भूमि पर आवासहीन परिवारों के लिए 240 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण कार्य प्रगति में है। उक्त योजना के लिए भी 1.5 लाख रुपये प्रति आवास अनुदान के हिसाब से भारत सरकार द्वारा 144 लाख रुपये की धनराशि जारी की जा चुकी है। हरिद्वार-रुडकी विकास प्राधिकरण द्वारा आईडीपीएल की 55410 वर्ग मी.भूमि पर 528 ईडब्ल्यूएस भवनों के निर्माण के लिए डीपीआर राज्य स्तरीय कमेटी ने दिनांक 04.01.2018 को अनुमोदित किया जा चुका है और भारत सरकार को अनुमोदन के लिए प्रेषित किया गया। देहरादून को छोडकर 11 जनपदों में जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण बना दिए गए है। इनके उपाध्यक्ष जिलाधिकारी है। जिनसें आवासहीन परिवारों के लिए भवन निर्माण हेतु भूमि चिह्नांकन की कार्यवाही गतिमान है।