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नीरव मोदी के खिलाफ दूसरी एफआईआर दर्ज

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नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक में की गई राशि की हेराफेरी के मामले में शामिल नीरव मोदी को लेकर हर पल नए खुलासे हो रहे हैं। इस बीच यह भी खबर आ रही है कि अभी मोदी न्यूयार्क स्थित आवास (36वीं मंजिल, इसेक्स हाउस, सिटी सेंट्रल पार्क) में रुके हुए हैं। यह संपत्ति उनकी पत्नी अमी मोदी के नाम लीज पर लिया गया है। साथ ही सीबीआई ने अब उनके खिलाफ दूसरी एफआईआर शुक्रवार को दर्ज कर ली है। इस एफआईआर में मोदी की कंपनियों की ओर 11,000 करोड़ की राशि का फर्जीवाड़ा दिखाया गया है। इस बाबत शिकायत पिछले 13 फरवरी को दी गई थी।

इससे पहले 31 जनवरी को दर्ज एफआईआर में सिर्फ 280 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा दिखाया गया था। मगर प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में अभी तक दूसरी एफआईआर दर्ज नहीं की है। हालांकि निदेशालय की तरफ से इतना जरूर कहा गया है कि आज शुक्रवार को भी आरोपी के ठिकानों पर छापेमारी जारी रहेगी। अभी एजेंसी मुंबई, पुणे (महाराष्ट्र), सूरत(गुजरात), जयपुर(राजस्थान), हैदराबाद एवं कोयम्बटूर में आरोपी के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। 

सरकारी रवैये के खिलाफ ट्रांसपोर्टर का परिवार धरने पर बैठा

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हल्द्वानी। सरकार के व्यवहार से नाराज ट्रांसपोर्टर स्व. प्रकाश पांडे का परिवार बुद्ध पार्क में धरने पर बैठ गया है। इस दौरान उन्होंने सरकार पर वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है।

शुक्रवार को देहरादून में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दरबार में जहर खाकर जाने देने वाले ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे की पत्नी व माता-पिता लोगों के साथ बुद्ध पार्क में धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने सरकार पर वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाया।
स्व. प्रकाश पांडे के परिजनों ने कहा कि प्रकाश की मौत के बाद सरकार ने पत्नी को नौकरी और 12 लाख रुपये की सहायता देने का वादा किया था। सरकार के वादे के बाद ही लोगों ने प्रकाश पांडे के शव का अंतिम संस्कार किया था लेकिन सरकार ने अभी तक वादा पूरा नहीं किया है। धरना देने पहुंचे लोगों ने कहा कि सरकार ने आर्थिक बदहाली के चलते जान देने वाले उद्यमी के परिवार से किया वादा पूरा नहीं किया, जिसके चलते लोगों में सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है। यदि सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रकाश पांडे के परिजनों को आर्थिक सहायता व नौकरी नहीं दी तो बाध्य होकर आंदोलन को तेज किया जाएगा। 

उत्तराखंड पुलिस को मिले 29 महिला उपनिरीक्षक

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ऋषिकेश। राज्य के पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय नरेंद्र नगर में सीधी भर्ती 2016 के माध्यम से चयनित 29 महिला उपनिरीक्षकों का 1 वर्ष का आधारभूत प्रशिक्षण संपन्न होने के उपरांत प्रशिक्षुओं के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया।
यह दूसरा अवसर था कि जब पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय द्वारा सीधी भर्ती के माध्यम से चयनित उपनिरीक्षकों के आधारभूत शिक्षण का प्रथम बार सफलतापूर्वक आयोजन किया गया था।
शुक्रवार को समारोह में मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक राम सिंह मीणा ने शपथ ग्रहण कसम परेड के उपरांत उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि नए प्रशिक्षण प्राप्त उपनिरीक्षकों को साइबर क्राइम सीसीटीवी कैमरे, आपदा प्रबंधन, बम निरोधक डिस्ट्रक्शन सर्विसलांस, साइबर क्राइम, योग कराटे आदि विषयों की जानकारी भी दी गई है। इससे इनकी सर्विस में कोई भी व्यवधान उत्पन्न ना हो।
इस अवसर पर आधारभूत प्रशिक्षण को पीटीसी में नियुक्त पूर्व प्रधानाचार्य पुष्कर सिंह सैलाल उनके सहयोगी अधिकारी पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह पुलिस उपाधीक्षक डोभाल प्रतिसार निरीक्षक सुशील रावत, प्रतिसार निरीक्षक प्रशिक्षण मनीष जायसवाल, निरीक्षक नागरिक पुलिस संजय चौहान एवं चंद्र सिंह नेगी बाह्य कक्ष में नियुक्त समस्त अधिकारी मौजूद थे।

नव विवाहिता ने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

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ऋषिकेश। ऋषिकेश से सटे ग्रामीण क्षेत्र श्यामपुर खदरी में सम्पन्न हुए विवाह उत्सव पर पंजाब से देव भूमि ऋषिकेश में आये युवा इंजीनियर और उनकी नव नवेली दुल्हन सोनम सिल्सवाल ने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया ।
विदित हो कि पर्यावरण संरक्षण हेतु जन चेतना में कार्यरत पर्यावरण विद् विनोद जुगलान के सामाजिक कार्यों से प्रभावित होकर अरुण कुमार ने देव भूमि में विवाह का संकल्प लिया और गुरुवार को संपन्न हुई इस शादी के बाद आज खदरी में पौधरोपण का कार्यक्रम रखा गया। नव दम्पत्ति ने औषधीय पौधे रोपित किये।
इस अवसर पर अरुण कुमार व उनकी धर्मपत्नी सोनम के अतिरिक्त बड़ी संख्या में अन्य लोग भी उपस्थित थे।

कुमाऊं विश्वविद्यालय देगा अजीत डोभाल को मानद अपाधि

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कुमाऊं विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। विश्वविद्यालय समिति ने निर्णय लिया है कि डोभाल को आगामी मार्च में होने वाले दीक्षांत समारोह में ही उपाधि से नवाजा जाएगा।

कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को मानद उपाधि से नवाजने का फैसला गुरुवार को हुई बैठक में लिया। विवि कार्य परिषद की बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद अब आगामी दीक्षांत समारोह में अजीत डोभाल को उपाधि से नवाजा जाएगा। हालांकि इस उपाधि को देने की तिथि अभी तय नहीं हुई है।

कुमाऊं विश्वविधालय के कुलपति डीके नौरियाल का कहना है कि वो आने वाले वर्षों में प्रदेश के उन सभी सपूतों को सम्मानित करेंगे जिन्होंने देश के लिए अच्छा काम किया है। उन्होंने बताया कि इस दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री के सचिव आइएएस भाष्कर खुल्बे और फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को भी बुलाया जाएगा।

पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह ने कि सीएम रावत से मृतको को मुआवजा देने की मांग

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने जनपद चमोली में हुए जीप हादसे पर गहरा दुःख जताया है। प्रीतम सिंह ने जीप दुर्घटना में मृतकों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

अपने शोक संदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में लगातार इस प्रकार की दुर्घटनाओं से लोगों को असमय काल कल्वित होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में आये दिन होने वाले ऐसे हृदय विदारक हादसों को रोकने के उपाय किये जाने चाहिए। प्रीतम सिह ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत से दुर्घटना मे मृतकों के आश्रितों को उचित मुआवजा दिये जाने तथा घायलों के उचित उपचार की भी मांग की है।

दुख की घड़ी में पूरा कांग्रेस पीड़ितों के साथ

प्रीतम सिंह ने मृतकों की आत्म षांति के लिए प्रार्थना करते हुए कहा कि इस दुःख की घड़ी में पूरा कांग्रेस परिवार उनके परिजनों के साथ है, हम सभी कांग्रेसजनों की प्रार्थना है कि ईश्वर मृत आत्माओं को शन्ति प्रदान करें तथा उनके परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति देवें।

सीएम से की पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने जनपद उत्तरकाशी के ग्राम सावणी में हुए भीषण अग्निकाण्ड पर भी गहरा दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि इस अग्निकाण्ड में ग्रामीणों को भारी क्षति हुई है तथा उनके आशियाने जल चुके हैं तथा उनके पास सिर छुपाने का ठिकाना भी नहीं है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से पीड़ितों केा तत्काल राहत पहुंचाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से पीड़ित परिवारों को हुए नुकसान का षीघ्र मुआबजा दिये जाने की मांग की है।

पीएनबी घोटाला : देशभर में छापेमारी, नीरव गया विदेश

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बख्शे नहीं जाएंगे गड़बड़ी के आरोपी,बैंक के पास स्थिति से उबरने की क्षमता और योग्यता : सुनील मेहता,एमडी, पीएनबी

नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़े सवा 11 हजार करोड़ का घोटाला सामने आने के बाद गुरुवार को बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता ने कहा कि बैंक के पास पूरी स्थिति से उबरने की क्षमता और योग्यता है| मामले मे किसी को बक्शा नहीं जाएगा। हालांकि नीरव मोदी 1 जनवरी देश छोड़कर चला गया। उधर, गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने देशभर में हीरा कारोबारी नीरव मोदी के घर और दफ्तरों समेत नौ स्थानों पर छापेमारी की। मुंबई, सूरत और दिल्ली में की गई छापेमारी में कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं। सीबीआई को मामले की जानकारी 29 जनवरी को मिल गई थी| उसने 31 जनवरी केस दर्ज कर लुक आउट नोटिस जारी किया था। उधर, केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नीरव मोदी की 1300 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज कर ली गई है| कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से सफाई मांगी है|
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने गुरुवार को विश्वास व्यक्त किया कि 11 हजार करोड़ के इस घोटाले के दोषियों को कानून के कठघरे में लाया जाएगा तथा बैंक की धनराशि वसूल की जाएगी। दिल्ली में आनन-फानन में आयोजित प्रेस वार्ता में बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी (एमडी) अधिकारी सुनील मेहता कहा कि मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। पंजाब नेशनल बैंक के एमडी बताया कि मामला केवल बैंक की एक शाखा से ही जुड़ा हुआ है। इस तरह के फर्जीवाड़े की जानकारी मिलने के बाद बैंक की अन्य शाखाओं में भी जांच कराई गई, जहां ऐसा कोई गड़बड़ी नहीं मिली है।उल्लेखनीय है कि पंजाब नेशनल बैंक की दक्षिण मुंबई स्थित ब्राडी हाउस कोर्पोरेट ब्रांच में अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी का खाता है। वर्ल्‍डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्‍युनिकेशन (स्विफ्ट) के जरिए लाखों डॉलर की रकम अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर भेजी जाती है। बैंक के कर्मचारियों ने फर्जीवाड़ा कर इसके माध्यम से नीरव मोदी समूह की कुछ कंपनियों की तरफ से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) जारी किया। इस एलओयू का मतलब होता है कि बैंक एक अवधि में नीरव की ओर से देनदारी चुकाएगा।
पंजाब नेशनल बैंक के एमडी ने बताया कि इस पूरे मामले की शुरुआत 2011 में हुई थी। जैसे ही इस घोटाले की उन्हें जानकारी मिली उन्होंने जांच एजेंसियों को इस बारे में अवगत कराया। 3 जनवरी को उन्हें पता चला कि उनके बैंक के 2 अधिकारी इस तरह का लेन-देन करा रहे हैं। उन्हें 25 जनवरी को मामले में समझौता करने के लिए मेल भी प्राप्त हुआ। बैंक ने मेल के जबाव में मामले की पूरी जानकारी विस्तार से मांगी। उन्होंने बताया कि वित्त मंत्रालय दैनिक आधार पर मामले पर नजर रखे हुए है। मामला बेहद संवेदनशील है और दोषियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हम अपने स्टॉफ के खिलाफ कार्रवाई करेंगे और किसी भी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे।
घोटाले की राशि की बरामदगी से जुड़े प्रश्न के उत्तर में श्री मेहता ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय जब्ती की कार्रवाई कर रहा है और उन्हें लगता है कि राशि का अधिकतम हिस्सा वसूल हो जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि अभी कोई पैसा नहीं दिया गया है| केवल बैंक पर एक देनदारी है। जांच होने के बाद अगर देनदारी बनी तो उसे चुकाया जाएगा।
क्या है घोटाला
घोटाला मूल रूप से पीएनबी की ओर से फर्जी तरीके से ‘लेटर ऑफ अंडर टेकिंग’ जारी कराने का है। यह ‘लेटर ऑफ अंडर टेकिंग’ बैंक क्रेडिट संबंधी दस्तावेज है जिसके जरिए अन्य भारतीय बैंक की विदेशी शाखा विदेश में पीएनबी के खाताधारक को ऋण देती है। इस ऋण से पीएनबी का खाताधारक अपने कारोबार से जुड़े सामान का विदेश में भुगतान कर उसे देश लेकर आता है।
लेटर ऑफ अंडरटेकिंग को दूसरे बैंक को जारी करने के लिए पीएनबी के दो कर्मजारियों ने वर्ल्‍डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्‍युनिकेशन (स्विफ्ट) का इस्तेमाल किया जिसकी जानकारी कहीं भी बैंक के रिकॉर्ड में नहीं थी। इसका मतलब है कि बिना शीर्ष अनुमति के बैंक की ओर से देनदारी संबंधी गारंटी दी गई। इसी गारंटी का बोझ अब पीएनबी पर पड़ सकता है जिसका अनुमान नहीं लगा है।
पीएनबी के अलावा इस घोटाले में दो सार्वजनिक और एक निजी बैंक के कर्मचारी भी शामिल हैं। यह बैंक हैं यूनियन बैंक, इलाहबाद बैंक और एक्सिस बैंक।
बुधवार को पीएनबी ने बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज को इस तरह के फर्जीवाड़े की जानकारी दी। बैंक ने बताया कि इस माध्यम से 1.7716 अरब डॉलर का अवैध लेन-देन किया गया है। मामले के सामने आने के बाद बैंक के शेयर 10 प्रतिशत गिर गए और इसके निवेशकों को करीब 3 हजार करोड़ का घाटा उठाना पड़ा।
मामले के केन्द्र में हीरा आभूषण कारोबार में लगे नीरव मोदी का नाम आ रहा है। फोब्स पत्रिका के मुताबिक यह देश का 57वां अमीर अरबपति है। इसकी कई कंपनियां हीरे के आभूषण के कारोबार से जुड़ी हैं और ब्रांड की प्रियंका चौपड़ा ब्रैंड अम्बेसडर है। इससे पहले भी पीएनबी से जुड़े ही 280 करोड़ के फर्जीवाड़े में नीरव मोदी का नाम सामने आया है।
यह घोटाला तब उजागर हुआ जब खरीददारी करने के लिए नीरव मोदी की कंपनियों ने आयात संबंधित दस्तावेज दिखाकर पीएनबी से खरीददारी की देनदारी चुकाने के लिए बैंक क्रेडिट की मांग की। पीएनबी ने फर्म को औपचारिकता पूरी करने को कहा। फर्म ने कहा कि वह पहले भी ऐसे ही बैंक क्रेडिट हासिल कर चुका है।
यह जानकारी मिलने के बाद जांच में पता चला कि इससे पहले भी बिना प्रक्रिया का पालन किए बैंक क्रैडिट जारी किया जाता रहा है जिसके लिए फर्जी एलओयू जारी किए गए। स्फीट इंस्ट्रक्शन के जरीए एलओयू की जानकारी भारतीय बैंकों की हॉंगकांग ब्रांच को भेजी गई। यह पूरी प्रक्रिया मेकर, चैकर और परिक्षक की निगाहों से गुजरनी चाहिए वो नहीं हुआ। इस तरह से इलाहबाद बैंक को पांच एलओयू और एक्सिस बैंक को तीन एलओयू जारी किए गए हैं जिनकी जानकारी बैंक को घोटाला उजागर होने के बाद पता चली। 

प्रवर्तन निदेशालय ने विदेश मंत्रालय को लिखा, नीरव मोदी उनकी पत्नी अमी और मेहुल चोकसी का पासपोर्ट रद्द किया जाए|

उत्तरकाशी के सावनी गांव में लगी आग से पूरा गांव जलकर हुआ राख

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उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 200 किलोमीटर दूर सावणी गांव में भीषण आग लग गई जिसके चलते गांव के अधिक्कतर घर जल कर खाक हो गये। ये गांव हिमाचल की सीमा से लगा है और निकटतम सड़क स्टेशन जखोल गांव से सावणी पहुंचने के लिए सात किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। आग लगना का कारण यहां एक घर में लगी आग रही। इस आग ने विकराल रूप लेना शुरू किया तो उसकी जद में एक-एक करते दूसरे मकान भी आने लगे।

देखते ही देखते पूरा गांव आग के शोले में बदल गया। ग्रामीण घरों से बाहर निकले और मवेशियों को भी बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक दो सौ से अधिक मवेशी जल कर मर गए। आग बुझाने के ग्रामीणों के प्रयास भी सफल नहीं हो सके। जैसे-जैसे आग बढ़ती गई तो ग्रामीण अपने बच्चों सहित खेतों की ओर भागे। पूरे गांव में चीख-पुकार मचने लगी।

करीब रात ढाई बजे जिला प्रशासन को आग की सूचना मिली। प्रशासन और पुलिस की टीम सावणी गांव के लिए रवाना हुई। जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि आग की खबर मिलते ही राहत और बचाव टीम तथा प्रशासन की टीम को मौके पर भेजा गया।

 

ट्रैफिक नियम तोड़ने पर मिलेगा “बेशर्म” का तमगा

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अगर आप ट्रैफिक नियम तोड़ते हैं तो सभल जाइए, उत्तराखंड पुलिस अब देगी ट्रैफिक नियम तोड़ने पर सामाजिक बहिष्कार का टाइटल। उत्तराखंड की स्थाई राजधानी के रूप में देहरादून लगातार आबादी के बोझ और लगातार बढ़ते ट्रैफिक की समस्या से जूझता रहता है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस को ट्रैफिक के नियम पालन कराने के लिए समय समय पर आम लोगों से दो चार होना पड़ता है। कहीं नेतागिरी की धोस कभी ट्रांसफर की धमकी लेकिन जनता है कि सुधरने का नाम नहीं लेती। बात करें नई जनरेशन की तो ट्रैफिक के नियम को तोड़ना उनकी हॉबी सी बन गई है।
ऐसे लोगों को काबू करने के लिए अब उत्तराखंड यातायात पुलिस सामाजिक बहिष्कार का सहारा लेने के मूड में है जिसके लिए ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पुलिस अब ऐसी सजा देगी कि हर कोई शर्म से पानी पानी हो जाएगा। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए यातायात निदेशालय एक अनोखी सजा देने की शुरुआत करने जा रहा है। ऐसे लोगों के वाहनों पर “बेशर्म नियम तोड़ता नालायक” के स्टीकर लगाए जाएंगे।

इस सजा को शुरू करने से पहले पुलिस इसके लिए रोगों की राय जानने में लगी है। यातायात निदेशालय के फेसबुक पेज पर इसे डाला गया है। इसमें लोगों से राय मांगी गई है। अगर ज्यादा लोग इसे सही बताते हैं तो इसे लागू कर दिया जाएगा। जो भी दुपहिया या चौपहिया वाहन चालक कहीं भी यातायात नियम तोड़ेगा उसकी गाड़ी में ये स्टीकर लगाया जाएगा। साथ ही उसका चालान किया जाएगा।

मजे कि बात ये है कि ये स्टीकर उसे कुछ दिन तक लगाए रखना होगा। अगर उसने ये स्टीकर अपनी मर्जी से निकाला तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। पुलिस लगातार नंबर के आधार पर ऐसी गाड़ियों पर नजर रखेगी। यातायात निदेशक केवल खुराना का कहना है कि अभी ये शुरुआती योजना है। जनता से इसे लेकर राय और सुझाव मांगे जा रहे हैं। अगर राय पक्ष में आती है और इसमें और बेहतर करने के सुझाव आते हैँ तो सुझावों के साथ इसे लागू किया जाएगा।
अगर आप भी इस फजीहत और सामाजिक बहिष्कार वाले टाइटल से बचना चाहते हैं तो अभी से ट्रैफिक के नियमों का पालन करना शुरू कर दें नहीं तो आपकी बेशर्मी आपको देहरादून सहित उत्तराखंड में मशहूर कर देगी।

सरकार की नीतियों से परेशान जनता की समस्या को सोशल मीडिया पर लाएगी कांग्रेस

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देहरादून। कांग्रेस कमेटी की आईटी इकाई प्रदेश सरकार द्वारा पीड़ित जनता की परेशानियों को सोशल मीडिया के जरिए जन साधारण तक पहुंचाने का काम करेगी। शुक्रवार को हल्द्वानी में आयोजित हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में कई अहम मुद्दों पर भी विचार मंथन किया गया।

कांग्रेस की आईटी विभाग की कुमाऊ मंडल की एक दिवसीय बैठक हल्द्वानी में आयोजित की गई। बैठक स्वराज आश्रम में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस दौरान सिंह ने कहा कि प्रदेश स्तरीय विभिन्न विधानसभाओं एवं जिलों में वर्तमान सरकार द्वारा लिए जा रहे निर्णयों से पीड़ित जनता की समस्याओं को हम शोशल मीडिया के द्वारा जन साधारण तक पहुंचाने का कार्य करेंगे, प्रदेश में आंदोलनरत आंदोलनकारियों की समस्याओं को सोशल मीडिया के द्वारा जनसाधारण तक पहुंचाने का कार्य करेंगे, हमें सरकार की नीतियों, नाकामियां आदि को शोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश के जनसाधारण तक पहुंचाने का कार्य सोशल मीडिया करे। प्रीतम सिंह ने कहा कि आईटी विभाग को पार्टी संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ केन्द्र व राज्य सरकार की विफलताओं को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना है। उन्होंने कहा कि स्व. राजीव गांधी का सपना साकार हो गया है व उन्हेांने जिस आईटी की नींव डाली थी। आज उसका लाभ पूरे भारत के लोगों को मिल रहा है व गांव देहात के लोगों तक पहुंचना आसान हो गया है। इस दृश्टिकोण से भी संगठन की मजबूती के लिए आईटी विभाग का महत्व बढ़ जाता है।
नेता प्रतिपक्ष डाॅ. इन्दिरा हृदयेष ने प्रदेष कांग्रेस आईटी विभाग से गांव-गांव तक संगठन का विस्तार करने का आह्रवान करते हुए अपेक्षा की है कि संगठन की गतिविधियेां के साथ ही कांग्रेस की नीतियों को भी गांव-गांव तक पहुंचाने में आईटी विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सूचना तकनीक में इस विभाग का विषेश महत्व है। इसलिए विभाग को कर्मठ एवं निश्ठावान साथियों को पार्टी से जोड़ने विषेशकर युवा साथियों को कांग्रेस की जनकल्याणकारी नीतियों से भी अवगत कराना है।
राष्ट्रीय कांग्रेस आईटी की राष्ट्रीय समन्वयक एवं उत्तराखंड प्रभारी रुचिरा चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया से सम्बंधित छोटी सी छोटी जानकारियां दी, जिसमें बीजेपी के द्वारा सोशल मीडिया में फैलाई जा रही झूठी बातों का जवाब देना, किस प्रकार फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप्प आदि का प्रयोग कर हम बीजेपी के द्वारा फैलाये जा रहे भ्रामक बातों का करारा जबाब दे सके। आज के आधुनिक युग मे युवाओ को शोसल मीडिया के माध्यम से शालीनता व अनुशासन के साथ उन ताकतों से लड़ना है जो समाज और देश मे भ्रामक संदेश फैला रहा हैं। विधानसभा की बूथ स्तर तक किस प्रकार से टीम को मजबूत किया जाए। उत्तराखंड प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने आईटी को प्रदेश से बूथ स्तर तक किस प्रकार से आईटी को मजबूत किया जा सके इस संदर्भ में अपने सुझाव दिया। मंडी समिति अध्यक्ष सुमित ह्रदयेश ने भी आईटी के बारे में अपने विचार रखे। आईटी प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस आईटी विभाग द्वारा किये गए सोशल मीडिया द्वारा किये गए कार्य की जानकारी दी।
आईटी को बैठक में उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य, महासचिव खजान चंद पांडेय, प्रदेश कार्यक्रम समन्वयक राजेंद्र शाह जी, पूर्व राज्यमंत्री अजय सिंह जी, मंडी समिति अध्यक्ष सुमित ह्रदयेश, जिला अध्यक्ष उधमसिंह नगर नारायण सिंह बिष्ट जी, आईटी उपाध्यक्ष विशाल मौर्य, आईटी सचिव किशोर कुमार, आईटी सचिव विशाल मौर्य, प्रदेश सचिव सुमित तिवारी, सौरभ बेहड, गजराज नारायण आईटी से सम्बद्ध आशीष सैनी, गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल के कांग्रेस आईटी विभाग के विधानसभा अध्यक्ष व अन्य आईटी कार्यकर्ता उपस्थित थे।