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ट्रैफिक नियम तोड़ने पर मिलेगा “बेशर्म” का तमगा

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अगर आप ट्रैफिक नियम तोड़ते हैं तो सभल जाइए, उत्तराखंड पुलिस अब देगी ट्रैफिक नियम तोड़ने पर सामाजिक बहिष्कार का टाइटल। उत्तराखंड की स्थाई राजधानी के रूप में देहरादून लगातार आबादी के बोझ और लगातार बढ़ते ट्रैफिक की समस्या से जूझता रहता है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस को ट्रैफिक के नियम पालन कराने के लिए समय समय पर आम लोगों से दो चार होना पड़ता है। कहीं नेतागिरी की धोस कभी ट्रांसफर की धमकी लेकिन जनता है कि सुधरने का नाम नहीं लेती। बात करें नई जनरेशन की तो ट्रैफिक के नियम को तोड़ना उनकी हॉबी सी बन गई है।
ऐसे लोगों को काबू करने के लिए अब उत्तराखंड यातायात पुलिस सामाजिक बहिष्कार का सहारा लेने के मूड में है जिसके लिए ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पुलिस अब ऐसी सजा देगी कि हर कोई शर्म से पानी पानी हो जाएगा। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए यातायात निदेशालय एक अनोखी सजा देने की शुरुआत करने जा रहा है। ऐसे लोगों के वाहनों पर “बेशर्म नियम तोड़ता नालायक” के स्टीकर लगाए जाएंगे।

इस सजा को शुरू करने से पहले पुलिस इसके लिए रोगों की राय जानने में लगी है। यातायात निदेशालय के फेसबुक पेज पर इसे डाला गया है। इसमें लोगों से राय मांगी गई है। अगर ज्यादा लोग इसे सही बताते हैं तो इसे लागू कर दिया जाएगा। जो भी दुपहिया या चौपहिया वाहन चालक कहीं भी यातायात नियम तोड़ेगा उसकी गाड़ी में ये स्टीकर लगाया जाएगा। साथ ही उसका चालान किया जाएगा।

मजे कि बात ये है कि ये स्टीकर उसे कुछ दिन तक लगाए रखना होगा। अगर उसने ये स्टीकर अपनी मर्जी से निकाला तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। पुलिस लगातार नंबर के आधार पर ऐसी गाड़ियों पर नजर रखेगी। यातायात निदेशक केवल खुराना का कहना है कि अभी ये शुरुआती योजना है। जनता से इसे लेकर राय और सुझाव मांगे जा रहे हैं। अगर राय पक्ष में आती है और इसमें और बेहतर करने के सुझाव आते हैँ तो सुझावों के साथ इसे लागू किया जाएगा।
अगर आप भी इस फजीहत और सामाजिक बहिष्कार वाले टाइटल से बचना चाहते हैं तो अभी से ट्रैफिक के नियमों का पालन करना शुरू कर दें नहीं तो आपकी बेशर्मी आपको देहरादून सहित उत्तराखंड में मशहूर कर देगी।

सरकार की नीतियों से परेशान जनता की समस्या को सोशल मीडिया पर लाएगी कांग्रेस

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देहरादून। कांग्रेस कमेटी की आईटी इकाई प्रदेश सरकार द्वारा पीड़ित जनता की परेशानियों को सोशल मीडिया के जरिए जन साधारण तक पहुंचाने का काम करेगी। शुक्रवार को हल्द्वानी में आयोजित हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में कई अहम मुद्दों पर भी विचार मंथन किया गया।

कांग्रेस की आईटी विभाग की कुमाऊ मंडल की एक दिवसीय बैठक हल्द्वानी में आयोजित की गई। बैठक स्वराज आश्रम में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस दौरान सिंह ने कहा कि प्रदेश स्तरीय विभिन्न विधानसभाओं एवं जिलों में वर्तमान सरकार द्वारा लिए जा रहे निर्णयों से पीड़ित जनता की समस्याओं को हम शोशल मीडिया के द्वारा जन साधारण तक पहुंचाने का कार्य करेंगे, प्रदेश में आंदोलनरत आंदोलनकारियों की समस्याओं को सोशल मीडिया के द्वारा जनसाधारण तक पहुंचाने का कार्य करेंगे, हमें सरकार की नीतियों, नाकामियां आदि को शोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश के जनसाधारण तक पहुंचाने का कार्य सोशल मीडिया करे। प्रीतम सिंह ने कहा कि आईटी विभाग को पार्टी संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ केन्द्र व राज्य सरकार की विफलताओं को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना है। उन्होंने कहा कि स्व. राजीव गांधी का सपना साकार हो गया है व उन्हेांने जिस आईटी की नींव डाली थी। आज उसका लाभ पूरे भारत के लोगों को मिल रहा है व गांव देहात के लोगों तक पहुंचना आसान हो गया है। इस दृश्टिकोण से भी संगठन की मजबूती के लिए आईटी विभाग का महत्व बढ़ जाता है।
नेता प्रतिपक्ष डाॅ. इन्दिरा हृदयेष ने प्रदेष कांग्रेस आईटी विभाग से गांव-गांव तक संगठन का विस्तार करने का आह्रवान करते हुए अपेक्षा की है कि संगठन की गतिविधियेां के साथ ही कांग्रेस की नीतियों को भी गांव-गांव तक पहुंचाने में आईटी विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सूचना तकनीक में इस विभाग का विषेश महत्व है। इसलिए विभाग को कर्मठ एवं निश्ठावान साथियों को पार्टी से जोड़ने विषेशकर युवा साथियों को कांग्रेस की जनकल्याणकारी नीतियों से भी अवगत कराना है।
राष्ट्रीय कांग्रेस आईटी की राष्ट्रीय समन्वयक एवं उत्तराखंड प्रभारी रुचिरा चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया से सम्बंधित छोटी सी छोटी जानकारियां दी, जिसमें बीजेपी के द्वारा सोशल मीडिया में फैलाई जा रही झूठी बातों का जवाब देना, किस प्रकार फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप्प आदि का प्रयोग कर हम बीजेपी के द्वारा फैलाये जा रहे भ्रामक बातों का करारा जबाब दे सके। आज के आधुनिक युग मे युवाओ को शोसल मीडिया के माध्यम से शालीनता व अनुशासन के साथ उन ताकतों से लड़ना है जो समाज और देश मे भ्रामक संदेश फैला रहा हैं। विधानसभा की बूथ स्तर तक किस प्रकार से टीम को मजबूत किया जाए। उत्तराखंड प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने आईटी को प्रदेश से बूथ स्तर तक किस प्रकार से आईटी को मजबूत किया जा सके इस संदर्भ में अपने सुझाव दिया। मंडी समिति अध्यक्ष सुमित ह्रदयेश ने भी आईटी के बारे में अपने विचार रखे। आईटी प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस आईटी विभाग द्वारा किये गए सोशल मीडिया द्वारा किये गए कार्य की जानकारी दी।
आईटी को बैठक में उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य, महासचिव खजान चंद पांडेय, प्रदेश कार्यक्रम समन्वयक राजेंद्र शाह जी, पूर्व राज्यमंत्री अजय सिंह जी, मंडी समिति अध्यक्ष सुमित ह्रदयेश, जिला अध्यक्ष उधमसिंह नगर नारायण सिंह बिष्ट जी, आईटी उपाध्यक्ष विशाल मौर्य, आईटी सचिव किशोर कुमार, आईटी सचिव विशाल मौर्य, प्रदेश सचिव सुमित तिवारी, सौरभ बेहड, गजराज नारायण आईटी से सम्बद्ध आशीष सैनी, गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल के कांग्रेस आईटी विभाग के विधानसभा अध्यक्ष व अन्य आईटी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

बोलेरो खाई में गिरी, पांच की मौत आठ घायल

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गोपेश्वर। चमोली जिले के विकास खंड पोखरी के पोखरी-रौता मोटर मार्ग पर गुरुवार दोपहर एक बोलेरे के दुर्घटनाग्रस्त होकर खाई में जा गिरी। इसमें सवार कुल 13 लोंगों में पांच की मौत हो गई, जबकि आठ लोग घायल हो गए हैं।

इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के प्रति गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगतों की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने के साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से कामना की है।
पोखरी से हरीशंकर चौड़ी जा रही एक बलोरो वाहन गनियाला के पास दुर्घटनाग्रस्त होकर 100 मीटर नीचे खाई में जा गिरी, जिससे चार लोगों की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक महिला ने कर्णप्रयाग चिकित्सालय लाते हुए रास्ते में दम तोड़ दिया है। घटना में आठ लोग घायल हो गए हैं, जिसमें दो गंभीर घायलों को हायर सेंटर श्रीनगर के लिए रेफर कर दिया गया है।
घटना के मृतकों में नाम साबर सिंह निवासी मज्याडी, धूमसिंह द्योका, असाडी देवी सेमतोप, जौरासी निवासी हरिसिंह और बसी देवी निवासी मज्याडी शामिल हैं, जबकि घायलों में बसूदेव मलेठा, प्रिंस, कुमारी खुशी, हेमादेवी, विक्रम सिंह, जीत सिंह, उर्मीला व मनोज सिंह शामिल है। इनमें दो गंभीर घायल चालक बसुदेव मलेठा एवं हेमा देवी को पोखरी चिकित्सालय में उपचार के बाद हायर सेंटर श्रीनगर रेफर कर दिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही संयुक्त मजिस्ट्रेट रोहित मीणा, थानाध्यक्ष पोखरी एवं एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंच कर घायलों को प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र पोखरी पहुंचाया। 

भारत बनेगा सशक्त, समर्थ और न्यायसंगत: शौर्य डोवाल

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देहरादून,। इंडिया फाउंडेशन के निदेशक शौर्य डोवल ने कहा कि दुनिया भर में भारत होगा सशक्त, सामथ्र्य और न्यायसंगत देश। शौर्य ने भावी भारत की उन्नति के परिपेक्ष में ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय में हजारों छात्र-छात्राओं को संबोधित किया।

‘विजन इंडिया’ का मूल मंत्र बताते हुए डोवल ने कहा कि एक उन्नत भारत की स्थापना तभी सम्भव है जब हम अपने और अपने देश के सामथ्र्य पर पूर्ण विश्वास रखे। युवा भारत को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत न्यायसंगत तभी होगा जब हर एक नागरिक को समान अधिकार और सामान विकल्प क अवसर प्राप्त होंगे। नारी सशक्तिकरण पर बोलते हुए डोवल ने कहा कि आज की भारतीय नारी घर सम्भालने से लेकर एयरोनाॅटीकल इंजीनियरिंग बनने की क्षमता रखती है और भावी भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। डोवल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी क नेतृत्व में भारत निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है और देश को एक सही दिशा प्रदान कर रहे हैं और उन्होंने यह भी कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पूरे विश्व में सर्वश्रेष्ठ होगी। ग्राफिक एरा के छात्रों ने डोवल के व्याख्यान का स्वागत करतल ध्वनी से किया। इस अवसर पर अतिथियों का आभार ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एलएमएस पालनी ने किया। इस अवसर पर ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला, मृणाल डोवल-निदेशक डोवल क्लोसर्स, अजेन्द्र अजेय-उपाध्यक्ष उत्तराखंड मीडिया एडवाईजरी कमेटी, यूसर्क के निदेशक प्रो. दुर्गेश पन्त, ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के चान्सलर प्रो. आरसी जोशी, ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय जसोला, शिक्षक व छात्र मौजूद रहे

नहीं बख्शे जाएंगे भ्रष्टाचार में लिप्त कोई भी अधिकारी: शिक्षा मंत्री

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पौड़ी। जनपद पौड़ी गढ़वाल में प्रदेश के सहकारिता व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने अपने जनपद भ्रमण के दौरान कंडोलिया मैदान में खेलो इंडिया खेलो का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि के रूप में किया। इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि हमें खेलों के प्रति नवयुवकों को जागरूक करना होगा ताकि प्रदेश का नाम भी खेलों में आ सके। पौड़ी की रौनक धीरे-धीरे खत्म हो रही है, पौड़ी की खोयी हुई रौनक को बढ़ायी जाने की बात कही। साथ ही पूर्व पालिकाध्यक्ष गणेश नेगी के सौजन्य से आयोजित खेलो इंडिया फुटबाल प्रतियोगिता को सराहना की।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि सरकार पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ काम कर रही है तथा अधिकारियों को भी ईमानदारी से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह कितना ही बढ़ा अधिकारी क्यों न हो। उन्होंने कहा कि जो अधिकारियों व कर्मचारी प्रदेश हित में अच्छे कार्य करेंगे उन्हें सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस पर कार्य कर रही है। सरकार की मंशा भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाना है। उन्होंने विधायक निधि से किये जाने वाले विकास कार्यो को भी जीरो टॉलरेंस पर किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पौड़ी के पुराने जेल परिसर में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के नाम पर संग्रहालय का निर्माण भी शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा एक लाख 87 हजार किसानों को अभी तक 2 प्रतिशत के ब्याज पर ऋण दिया गया है। 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के संकल्प को सरकार पूरा करने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा पौड़ी जनपद के दो हजार किसानों को आगामी 31 मार्च तक ऋण दिया जाएगा। उन्होंने विधवाओं को एक प्रतिशत पर ऋण देने की भी बात कही।
इस मौके पर डॉ रावत ने बताया कि आगामी 24 से 28 फरवरी तक श्रीनगर में पांच दिवसीय विशाल राष्ट्रीय पुस्तक मेला आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्धघाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम में 25 फरवरी को विधानसभा अध्यक्ष तथा 28 फरवरी प्रदेश के राज्यपाल भी शिरकत करेंगे। पुस्तक मेले में पूरे देश व प्रदेश के भारी संख्या में प्रकाशक व लेखक प्रतिभाग करेंगे।
मंत्री ने उद्घाटन के दौरान खिलाड़ियों का परिचय लिया। उन्होंने उद्धाटन मैच के प्रतिभागी मोनिक स्टार तथा बैंजवाड़ी की फुटबाल टीमों को खेल भावना से खेलने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर स्थानीय विधायक मुकेश कोली, नगर पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम, ब्लाक प्रमुख संतोषी रावत, पूर्व पालिकाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद टम्टा व गणेश नेगी, अपर आयुक्त हरक सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा, परियोजना निदेशक एसएस शर्मा, एसडीएम सदर केएस नेगी, एपीडी सुनील कुमार, डीएओ डॉ देवेंद्र सिंह राणा, डीपीआरओ एमएम खान, आदि उपस्थित रहे।

सड़कों का कूड़ा बना जी का जंजाल

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हरिद्वार। लाख कोशिशों के बावजूद भी पंचपुरी की सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। जगह-जगह सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे हैं। नियमित रूप से सफाई व्यवस्था नहीं होने से आमजनमानस को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।

ज्वालापुर के धीरवाली क्षेत्र का बुरा हाल है। हरिद्वार शहर में भी गंदगी के ढ़ेर निगम प्रशासन की हकीकत को बयां कर रहे हैं। नगर निगम सफाई व्यवस्था को लेकर कारगर कदम नहीं उठा पा रहा है। वार्डों में सफाई कर्मचारियेां की कमी के चलते दिक्कतें बनी हुई है। कई मौहल्लों से गंदे नाले निकल रहे है। नालों की नियमित सफाई नहीं होने से कूड़े के अम्बार लगे हुए हैं। क्षेत्र निवासी बार-बार नालों नालियों की सफाई किये जाने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेसी नेता अशरफ अब्बासी ने कहा कि नाला गैंग से नालों की सफाई नहीं कराई जाती है। जेसीबी मशीनों से सफाई ठीक नहीं हो पाती है। जिन कारणों से पूरे क्षेत्र में नाले की दुर्गन्ध आसपास के लोगों को प्रभावित कर रही है। कांग्रेसी नेता यशवंत सैनी का कहना है कि नगर निगम का कार्यकाल पूरी तरह से निराशाजनक रहा। जन समस्याओं से क्षेत्र की जनता जूझ रही है। धीरवाली क्षेत्र की सुध नहीं ली जा रही है। सड़कों पर कूड़े के अम्बार लगे हुए हैं। अवारा पशु जगह-जगह गंदगी को बढ़ा रहे है। मेयर मनोज गर्ग क्षेत्र की समस्याओं से अनभिज्ञ बने हुए है। सफाई कर्मचारियों की कमी के कारण नियमित रूप से सफाई नहीं हो पाती है। नालों नालियों का बुरा हाल है। नगर निगम के कई वार्डो में सड़कों पर डस्टबिन लगाये गये थे लेकिन डस्टबिन की गुणवत्ता अच्छी नहीं होने के कारण डस्टबिन जगह-जगह से टूट गये है। धन की बर्बादी की जा रही है लोगों की समस्याओं का कोई निदान नहीं हो पा रहा है। बड़े पैमाने पर धीरवाली क्षेत्र में कूड़े के अम्बार लगे हुए हैं जो निर्माण कार्य किये जा रहे हैं वह भी धीमी गति से चल रहे है। 

दून विवि में विशेषज्ञों के विचारों में दिखी ‘विजन इंडिया’ की झलक

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देहरादून। दून विश्वविद्यालय के प्रबंध शास्त्र विभाग द्वारा ‘विजन इंडिया’ विषय पर एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में विशेषज्ञों ने विषय से जुड़े मुद्दों पर अपने विचार रखे। इस दौरान वक्ताओं के विचारों में भी विजन इंडिया की झलक दिखाई दी।
विश्वविद्यालय के प्रबन्ध शास्त्र विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी ‘विजन इंडिया’ का शुभारंभ मुख्य अतिथि टिहरी गढ़वाल से सांसद एवं मुख्य अतिथि महारानी राज्य लक्ष्मी शाह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने विषय को छात्रों के लिए न्यू इंडिया को समझने में सहायक बताया। इस दौरान छात्रों को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता और इंडिया फाउंडेशन सस्था के निदेशक शोर्य डोभाल ने कहा 2022 में हमें आजादी के 75 वर्ष हो जाएंगे और 2047 में हम आजादी के 100वें वर्ष में प्रवेश करेंगे। ऐसे में देश निर्माण का पर्याय आज के न्यू इंडिया विजन पर आधारित होगा। उन्होंने कहा कि मेरे विचार से न्यू इंडिया का विजन मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर केन्द्रित होना चाहिए, जिनमें सुरक्षित भारत का निर्माण जैसे आंतरिक सुरक्षा, महिला सुरक्षा, नागरिक सुरक्षा व सीमाओं की सुरक्षा सम्मिलित है। और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए हमने आजादी के बाद से ही सैन्य शक्ति बढ़ाने का काम किया। आज भारत परमाणु सम्पन्न राष्ट्रों में शामिल है। हमारी सैन्य शक्ति विश्व में दूसरे स्थान पर है। डोभाल ने कहा कि न्यू इंडिया का दूसरा मंत्र आर्थिक रूप से समृद्व एंव सम्पन्न भारत का निर्माण है। उन्होंने आजादी से अब तक के 70 वर्षों की आर्थिक विकास यात्रा और बढ़ते सकल घरेलू उत्पाद पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि शीध्र ही भारत 05 खरब डाॅलर वाली अर्थव्यवस्था वाला सशक्त राष्ट्र हो जायेगा। विश्व में 16 ही राष्ट्र ऐसे हैं, जिनकी अर्थव्यवस्था 01 खरब डाॅलर से अधिक है। उन्होंन बढ़ती अर्थव्यवस्था के मुख्य कारकों में वर्तमान केन्द्र सरकार की जन-घन योजना, मुद्रा योजना, स्टार्ट अप योजना, प्रधानमंत्री बीमा योजना, कृषि बीमा योजना एवं डिजिटल इंडिया जैसे महत्वपूर्ण कदमों को बताया।
डोभाल ने कहा कि न्यू इंडिया का तीसरा मंत्र निष्पक्ष भारत का निर्माण करना होगा जिसमें बिना भेदभाव के सभी नागरिकों को समान अवसर उपलब्ध हों और युवाओं की रोजगार सृजन की शक्ति बढ़ सके। श्री डोभाल ने छात्रों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु अर्थव्यवस्था को और तेज गति से बढ़ाना होगा ओर उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत जैसे महत्वकांक्षी कार्य तभी सम्पन्न होंगे जब अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। श्री डोभाल ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा एंव अर्थव्यवस्था दोंनो को ही सुदृढ करने के लिये इन्फोरमेशन टैक्नोलोजी के उपयोग पर आधारित होगा।
टिहरी गढ़वाल से सांसद एवं मुख्य अतिथि महारानी राज्य लक्ष्मी शाह ने नारी सशक्तीकरण पर जोर देते हुए कहा कि आज महिलाएं पुरूषों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं बल्कि अग्रणी हैं। उन्होंने कहा कि आज का युग प्रतियोगिता का युग है जिसमें नारी एवं पुरूष दोनों को समान अवसर प्राप्त हैं। इस अवसर पर श्री मृणाल डोभाल एवं श्री अजेन्द्र अजय न विशिष्ठ अतिथि के रूप मे कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सीएस नौटियाल ने सभी अतिथियों को स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के विकास में अपनी प्राथमिकताएं साझा की। धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. एससी पुरोहित ने दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रबन्धशास्त्र विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. रीना सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. हर्ष डोभाल, डाॅ. आशीष सिन्हा, डाॅ. सुधांसु जोशी, डाॅ. प्राची पाठक, मुकेश देवराड़ी, डाॅ. मधु विष्ट, रमनप्रीत व अन्य शिक्षकगण उपस्थित थे।

ट्रैफिक नियम ना मानने पर निरस्त हो सकता है लाइसेंस भी

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गुरुवार को अनिल के0 रतूड़ी, महानिदेशक  उत्तराखण्ड द्वारा उत्तराखण्ड के सभी जनपद प्रभारियों व परिक्षेत्र प्रभारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश की यातायात व्यवस्था सुधारने के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक ली गई।

अनिल रतूड़ी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज के परिदृश्य में यातायात प्रबन्धन भी अपराध एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के समान ही महत्वपूर्ण हो गया है। यह वीडियों कांफ्रेंसिंग भी यातायात प्रबन्धन हेतु रखी गई है, जिससे की दुर्घटनाओं के कारणों का आंकलन कर सकें तथा दुर्घटनाओं के सम्बन्ध में तर्कसंगत सोच बना सकें। हमे दुर्घटनाओं के कारणों पर अधिक गहरायी से जाना पडेंगा। उन्होंने सभी जनपद प्रभारियों को अपने-अपने जनपदों में स्वयं भ्रमण कर ब्लैक स्पाट एवं दुर्घटना संभावित क्षेत्रों का चिन्हीकरण करते हुये 15 दिवस के भीतर उसपर की गयी कार्यवाही से अवगत कराने हेतु निर्देशित किया गया।

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अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड अशोक कुमार, ने बताया कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ओवर स्पीड,नशे में वाहन चलाना, रेश ड्राइविंग,ओवरलोडिंग, वाहनों एवं सड़कों की खराब स्थिति तथा अप्रशिक्षित चालक होना है जिनकी रोकथाम करना पुलिस की प्राथमिकता है। पर्वतीय जनपदों में अपराध कम है वहाँ यातायात को अधिक महत्व देना चहिये। उन्होने जनपद प्रभारियों को पुलिस मुख्यालय द्वारा यातायात प्रबन्धन हेतु प्रदत्त संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग करते हुये दुर्घटनाओं में अंकुश लगायें जाने के निर्देश दिये।

इस बैठक में कुछ बिन्दुओं पर विचार-विमर्श किया गयाः-

  • ऐसी सड़क दुर्घटनायें जिनमें दो या उससे अधिक व्यक्तियों की मुत्यु होती है उनमें दुर्घटना स्थल पर जनपद प्रभारियों को तथा समान्य दुर्घटनाओं होने की दशा में स्वयं थानाध्यक्ष को घटना स्थल पर जाकर निरीक्षण करने हेतु निर्देशित किया गया।
  • जनपद प्रभारियों को परिवहन एवं लोकनिर्माण विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त रुप से दुर्घटना सम्भावित/बोटल नेक/ब्लैक स्पॉट स्थानों का चिन्हीकरण कर सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु चेतावनी बोर्ड, पैरा फिट एवं रिफ्लैक्टर कलर आदि कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
  • पर्वतीय जनपदों में यातायात प्रबन्धन हेतु हिल पेट्रोल यूनिट को पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन चालकों से यातायात नियमों का पालन कराने, वाहनों की आकस्मिक चैकिंग कर शराब व मादक पदार्थ की तस्करी की रोकथाम, आपदा/दुर्घटनाओं की स्थिति में मैडिकल फर्स्ट रिसपॉण्डर के रुप में कार्य करने एवं निःशक्त/असहाय नागरिकों की सहायता करने हेतु भी निर्देशित किया गया।
  • समस्त जनपदों में यातायात जागरुकता के सम्बन्ध में अभियान चलाकर आमजन को यातायात नियमों एवं सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक करने हेतु निर्देशित किया गया।
  • जनपद प्रभारियों को मौके पर जाकर स्वयं निरीक्षण कर सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का आंकलन कर जैसे किन-किन स्थानों में दुर्घटनायें अधिक हो रही है, किस समय पर हो रही है, किन वाहनों से अधिक हो रही है आदि की रोकथाम हेतु कार्ययोजना तैयार किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
  • दुपहिया वाहनों के साथ-साथ चौपहिया वाहनों की भी नियमित चैकिंग विनम्रतापूर्वक किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
  • सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों जैसे ड्रंकन ड्राईविंग, रेड लाईट जम्पिंग, ओवर स्पीड, ओवर लोड़िंग, रैश ड्राईविंग, एवं मालवाहक वाहनों में सवारी बैठाना में शत-प्रतिशत डीएल निरस्तीकरण की कार्यवाही करने हेतु भी निर्देशित किया गया।
  • जनपद प्रभारियों को सिटी पेट्रोल यूनिट द्वारा की गयी मासिक कार्यवाही की समीक्षा किये जाने तथा सिटी पेट्रोल यूनिट का अधिक से अधिक उपयोग यातायात प्रबन्धन में किया जाये।
  • क्षतिग्रस्त मार्गों, बाईपास, फ्लाईओवर के निर्माण एवं सड़कों के सुधारीकरण हेतु अन्य सम्बन्धित विभागों एम0डी0डी0ए0,पी0डब्लू0डी0,एन0एच0आई0ए0 आदि से समन्वय स्थापित करने हेतु भी निर्देशित किया गया।
  • पर्यटन पुलिस को उच्च प्रशिक्षण प्रदान कर अधिक सक्षम बनाया जायेगा।
  • चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले थाना/चौकियों में नियुक्त पुलिस बल को एसडीआरएफ से प्रशिक्षण प्रदान कर दुर्घटनाओं/आपदा में फस्ट रिसपॉण्डर की भूमिका दिलाने हेतु सक्षम बनाया जायेगा।
  • 200 पुलिस कर्मियों को गोताखोरी का प्रशिक्षण भी दिलाया जायेगा।

बैठक में केवल खुराना, डी0आई0जी0/निदेशक यातायात,दीपम सेठ, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक पी/एम, पुष्पक ज्योति, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र, निवेदिता कुकरेती, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून, जगतराम जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पौड़ी गढ़वाल सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

गैरसैंण को राजधानी बनाने को लेकर 20 संगठन एकजुट

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देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण बनाये जाने की मांग को लेकर गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के बैनर तले उत्तराखंड के करीब 20 सामाजिक संगठन एकजुट हो गए हैं। सभी संगठनों का कहना है कि उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण बनाई जाए। छोटे से प्रदेश में दो राजधानी अब किसी भी शर्त पर स्वीकार नहीं की जाएगी।
गुरुवार को उत्तराखंड प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए गैरसैंण राजधानी निर्माण संगठन के सदस्य कैलाश जोशी अकेला ने कहा कि गैरसैंण को राजधानी बनाए जाने के लिए 17 फरवरी को राजधानी देहरादून स्थित गांधी पार्क से शहीद पार्क तक मशाल जुलूस निकाला जाएगा। इसके लिए प्रदेश के लगभग 20 संगठनों ने अपना समर्थन दिया है।
संगठन के एक अन्य सदस्य रविन्द्र जुगराल ने कहा कि हजारों करोड़ के कर्ज में डूबा उत्तराखंड दो-दो राजधनी का खर्च उठा पाने में उत्तराखंड सक्षम नहीं है। प्रदेश की जनता एक विधानसभा, एक राजधानी गैरसैंण चाहती है। राजधानी के नाम पर दो-दो लॉलीपॉप से प्रदेश नहीं चल सकता। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नीति, अपनी मंशा साफ करे। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य की प्रचंड बहुमत वाली सरकार प्रचंड इच्छाशक्ति का परिचय दे। उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण बनाई जाए।
अलकनंदा पिंडर घाटी विकास समिति, बद्री केदार विकास समिति, नैनीताल विकास समिति, उत्तराखंड फुटबॉल एकेडमी, उत्तराखंड जनमंच, पर्वतीय विकास मंच, अविरल गढ़वाल सभा आदि लगभग 20 संगठनों ने राजधानी निर्माण अभियान को अपना समर्थन दिया है।

दिल का दुश्मन बनता जा रहा है पिज्जा

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ऋषिकेश। खानपान की बदलती आदतो के बीच ,बच्चे व युवा ही नही बड़े-बुजुर्ग भी पिज्जा के शौकीन होते जा रहे है। स्कूल के बाद छात्र-छात्राएं व कपल्स रेस्तरां मे पिज्जा खाते हुए खूब देखे जा सकते है।ऋषिकेश मे भी पिज्जा के शौकिनों की तादात काफी तेजी से बढी है। रेस्तरां से सीधे होम डिलीवरी कराई जाने लगी है। मगर, जाने-अनजाने पिज्जा के शौकीन अनेक शारीरिक समस्याओ से घिर रहे है। चिकित्सको की माने तो स्वाद के लिए कभी कभी तो ठीक है, मगर इसे भोजन मे शामिल करना काफी नुकसानदायक है। पिज्जा से स्वास्थ्य पर पड़ रहे प्रभाव पर जब जानकारी जुटाई गई तो, जो बात सामने आई वो बेहद चौंकाने वाली थी।

निर्मल आश्रम अस्पताल के प्रशासक ब्रिकमजीत सिंह के अनुसार पिज्जा मे शरीर को फायदा पहुंचाने वाली कोई वस्तु नही होती। पिज्जा का ज्यादा खाना दिल के लिए हानिकारक है। इसमें कॉलेस्ट्रोल ज्यादा होने से आर्टरीज बंद होने के कारण हार्टअटैक का खतरा बढ़ जाता है। पिज्जा मे डाले जाने वाले प्रिजरेटिव भी सेहत को नुकसान पहुंचाते है। हास्पिटल के फिजीशियन डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि पिज्जा मे टॉपिग्स के नाम पर कई सारी सब्जियां डाली जाती है, इनमे से कई बेमेल सब्जियां पाचन तंत्र मे गड़बड़ी करती है। इसे टेस्टी बनाने के लिए अधिक मात्रा मे नमक व कैलोरी युक्त चीजे डाली जाती है। फैट से मोटापा भी बढ़ता है। लंबे समय तक पिज्जा खाने से शुगर लेबल बढ़ने व बीपी की समस्या हो सकती है। मैदे से बच्चो को इरेटेबल बॉबेल सिंड्रोम (आंत की बीमारी) की आशंका रहती है। इसमें जंक कैलोरी बच्चो को नुकसान पहुंचाती है। बकौल डा अग्रवाल के अनुसार पिज्जा व अन्य जंक फूड महिलाओ के लिए बेहद हानिकारक है।