देहरादून। आम आदमी पार्टी (आप) उत्तराखंड के प्रदेश उपाध्यक्ष श्यामबाबू पांडेय ने कहा कि पार्टी आगामी नगर निकाय चुनावों में अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराएगी। चुनावों के लिए अपनी आक्रामक प्रचार रणनीति के तहत आगामी 26 फरवरी को पार्टी राजधानी देहरादून में ‘भ्रष्टाचार मुक्ति यात्रा’ (कार व दुपहिया वाहन रैली) निकालेगी, जिसमें जनता के समक्ष भाजपा-कांग्रेस के भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी का पर्दाफाश किया जाएगा। पांडेय बुधवार को देहरादून प्रदेश पार्टी कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
पांडेय ने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि समय कम है। सभी साथी एकजुट होकर कमर कसकर स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियाें में जुट जाएं और निकायों से भाजपा-कांग्रेस के कुशासन व भ्रष्टाचार का अंत आम आदमी पार्टी की झाड़ू चलाकर करें। ‘भ्रष्टाचार मुक्ति यात्रा’ में जिले के सभी क्षेत्रों से सम्मिलित होकर यात्रा को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आम आदमी पार्टी ही ईमानदार व स्वच्छ राजनैतिक विकल्प देने में सक्षम है और निकाय चुनावों के बाद आम आदमी पार्टी प्रदेश की मुख्यधारा की राजनीति में तेजी से अपनी जगह बनाएगी, क्योंकि आम जनता भाजपा-कांग्रेस के कुशासन से त्रस्त है।
सचिव (प्रदेश प्रभारी) नवीन पिरशाली ने बताया कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विशेष सलाहकार राकेश कुमार सिन्हा निकाय चुनावों की तैयारियों का जायजा लेने चार दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। अपने दौरे के तहत प्रदेश प्रभारी 25 तारीख को देहरादून में कुछ राजनैतिक बैठकें करेंगे। 26 तारीख को ‘भ्रष्टाचार मुक्ति यात्रा’ की अगवाई करेंगे एवं 27 व 28 फरवरी को पुरोला व उत्तरकाशी क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए ‘आप’ निकालेगी यात्रा
तीन बच्चे वाले को चुनाव लड़ने से रोकने पर विरोध के स्वर तेज़
ऋषिकेश। निकाय चुनाव में 3 बच्चों वाले व्यक्तियों को चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित किये जाने पर ऋषिकेश में विरोध के स्वर तेजी से मुखर होने लगे हैं। आने वाले दिनों मे यह मुद्दा बड़ा राजनैतिक रंग ले सकता है। बुधवार को पूर्व सभासद रवि जैन ने ऋषिकेश प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि वर्ष 2003 अप्रैल माह की कट आउट तिथि के बाद सरकार द्वारा निकाय चुनाव में वर्ष 2004 से 2 से ज्यादा बच्चों वाले व्यक्तियों पर चुनाव लड़ने पर राजनीतिक भावना से प्रतिबंध लगा दिया गया था, जो की पूरी तरह से असंवैधानिक है।
उन्होंने कहा कि देश के कानून में विधानसभा, लोकसभा और यहां तक कि ग्राम सभा में भी ऐसा कोई कानून लागू नहीं है जबकि सिर्फ निकाय चुनाव पर यह जबरदस्ती थोप दिया दिया गया है, जिसकी वजह से आगामी नगर निकाय चुनाव में समूचे प्रदेश भर में सैकड़ों लोगों के राजनीतिक भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर अध्यादेश लाकर नियम को परिवर्तित करने की जरूरत है। यदि सरकार द्वारा इस ओर कोई कार्यवाही न की गई तो शहर के विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन छेड़ेंगे, जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस दौरान दीनदयाल राजभर ,प्यारेलाल जुगलान, सीमा शर्मा ,राजीव चौधरी, सुभाष ठठेरा,आदि भी उपस्थित थे।
हरिद्वार में क्यों हो रहा सिटी पेट्रोल यूनिट का विरोध!!
हरिद्वार। कांग्रेस सेवादल के महानगर अध्यक्ष नितिन कौशिक के नेतृत्व में सेवादल कार्यकर्ताओं ने बुधवार को भगत सिंह चौक से चन्द्राचार्य चौक तक रैली निकालकर सीपीयू की कार्यप्रणाली का विरोध जताया।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नितिन कौशिक ने कहा कि आए दिन सीपीयू के जवान वाहन चालकों के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। मुख्य मार्गों पर यातायात नियमों का पालन कराने के लिए सीपीयू का गठन किया गया था लेकिन सीपीयू केवल हेलमेट चेकिंग तक सिमट कर रह गई है। हेलमेट चेकिंग के दौरान वाहन चालकों से मार पिटाई व अभद्र व्यवहार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
नितिन कौशिक ने मांग की कि ऐसे पुलिस कर्मियों को चिन्हित किया जाए जो कि वाहन चालकों के साथ मार पीट की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में मित्र पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस की छवि को धूमिल किया जा रहा है। अंजू शर्मा व दिव्यांश अग्रवाल ने कहा कि जब सीपीयू का गठन किया गया था तो पुलिस के बड़े अधिकारियों ने घोषणा की थी कि सीपीयू अपराध रोकने में भी भूमिका निभाएगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। सड़कों पर बेतरतीब तरीके से खड़े वाहनों को भी सीपीयू कर्मी नजर अंदाज कर देते हैं। ओवर लोडिंग सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों पर भी सीपीयू कोई कार्रवाई नहीं करती है। केवल हेलमेट चेकिंग के नाम पर लोगों का उत्पीड़न करने में लगी है।
एक बार फिर अधिकारियों की डीएम ने लगाई क्लास
गोपेश्वर। बुधवार को जिलाधिकारी आशीष जोशी ने क्लेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित व वाह्य सहायतित योजनाओं की माह फरवरी तक की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा करते हुए जिला योजना में कम धनराशि खर्च करने वाले विभागों के अधिकारियों को फटकार लगाई। डीएम ने कार्यों में तेजी लाने तथा 10 मार्च कर कार्यों को हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, वाह्य सहायतित एवं बीस सूत्री योजनाओं के अतर्गत प्रस्तावित कार्यों को तय समय के भीतर गुणवत्ता के साथ लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है, इसलिए सभी विभाग तय समय के भीतर वित्तीय एवं भौतिक लक्ष्य हासिल कर लें। कृषि विभाग के वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की सही-सही जानकारी न देने पर रोष प्रकट करते हुए जिलाधिकारी ने कृषि अधिकारी को आधे घंटे के भीतर सम्मपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इसके साथ ही परियोजना निदेशक डीआरडीए को मत्स्य, रेशम, पशुपालन, कृषि, उद्यान, डेयरी विभागों के संचालित कार्यों की प्रत्येक बुधवार को समीक्षा करने को कहा। बैठक के दौरान उन्होंने रेशम विभाग को जनपद में रेशम उत्पादन के लिए क्षेत्रफल बढ़ाने हेतु ठोस कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिये।
बीएडीपी के तहत मलारी-नीति मोटर मार्ग के किमी. 4 से सुधारीकरण व डामरीकरण, माणा में पुल निर्माण, माणा व कागा में पेयजल योजना, नीति व मलारी में लघु भेड़ पालन इकाई की स्थापना, चिकित्सा उपकरणों की खरीद आदि कार्यो को शीघ्र पूरा करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत सभी विभागों को समय से लक्ष्य पूरा करते हुए जिले को ‘ए‘ श्रेणी में रखने को कहा। विधायक एवं सांसद निधि के तहत प्रस्तावित कार्यो में तेजी लाते हुए समय से धनराशि व्यय करने के निर्देश परियोजना निदेशक डीआरडीए को दिये।
राजभवन की फिज़ा महकी, हज़ारों फूलों से गुलजार
देहरादून। राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पाल ने राजभवन में 24 व 25 फरवरी को आयोजित होने वाले बसंतोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने राजभवन के उद्यान परिसर में लगाए गए विभिन्न प्रजातियों के फूलों का अवलोकन किया। राज्यपाल के निर्देश पर इस बार एक वर्टिकल गार्डन भी तैयार किया गया है।
बुधवार को बसंतोत्सव की तैयारियों का जायजा लेते हुए राज्यपाल ने वर्टिकल गार्डन से संबंधित जानकारी भी प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर शहरी क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण व कम क्षेत्र में बागवानी में वर्टिकल गार्डन सहायक हो सकता है। राजभवन 27 प्रजातियों के पुष्पों से गुलजार होकर बसंतोत्सव की मेजबानी के लिए तैयार हो चुका है। बीते वर्ष की भांति इस बार भी ट्यूलिप के फूल आकर्षण के मुख्य केंद्र रहेंगे। इसके अतिरिक्त रेननकुलस, साइक्लामिन, अजेलिया, कमेलिया, मैगमोलिया आदि के फूल अलग ही छटा बिखेर रहे हैं। बोनसाई गार्डन व नक्षत्र वाटिका के साथ ही राजभवन परिसर का प्रत्येक कोना अब सुन्दर पेड़-पौधों और लताओं से सुसज्जित हो रहा है।
राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल के निर्देश पर उद्यान विभाग द्वारा बसंतोत्सव पर वेबसाइट www.uttarakhandspringfestival.in भी प्रारम्भ की जा चुकी है। यह वेबसाइट बसंतोत्सव के बाद भी स्थााई रूप से कार्यशील रहेगी। इस पर बसंतोत्सव के साथ ही फूलों की खेति से संबंधित तमाम आवश्यक जानकारियां भी उपलब्ध रहेंगी।
चमोली में हुई बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की समीक्षा बैठक
गोपेश्वर। बुधवार को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक जिलाधिकारी आशीष जोशी की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार गोपेश्वर में संपन्न हुई। इसमें बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का ग्राम पंचायत एवं ब्लाक स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरूक करते हुए बाल लिंगानुपात को संतुलित करने पर जोर दिया गया।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को ग्राम पंचायत एवं ब्लाक स्तर पर बाल लिंगानुपात की सूची तैयार करने के निर्देश दिये। इससे ग्राम पंचायत व ब्लाक स्तर पर लिंगानुपात के घटने व बढ़ने के कारणों की गहनता से समीक्षा की जा सके। उन्होंने कहा कि कम बाल लिंगानुपात वाले ग्राम पंचायत व विकासखंडों में विशेष फोकस करते हुए ठोस रणनीति के साथ कार्ययोजना के क्रियान्वयन में मदद मिलेगी। विकासखंडों की बाल लिंगानुपात की समीक्षा के दौरान गैरसैंण व कर्णप्रयाग नगर क्षेत्र तथा नारायणबगड व देवाल ब्लाक में सबसे कम बाल लिंगानुपात पाये जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने सीएमओ एवं उप जिलाधिकारियों को इन क्षेत्रों में विशेष फोकस करने तथा कम बाल लिंगानुपात के कारणों का पता लगाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सीएमओ को अल्ट्रासांउड केंद्रों की नियमित जांच करने तथा जिले की सीमा से लगे अन्य जिलों में भी निगरानी रखने को कहा। जिलाधिकारी ने सभी खंड विकास अधिकारियों, बाल विकास के सीडीपीओ व सुपरवाइजरों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तरों पर नियमित गोष्ठियों का आयोजन कर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिये। ग्राम पंचायत एवं न्याय पंचायत में की जाने वाली जागरूकता गोष्ठियों का तिथिवार कार्यक्रम जारी कर पूर्व में इसकी सूचना प्रसारित करने को कहा ताकि अधिक से अधिक लोग गोष्ठियों में भाग ले सकें।
यह है जिले के विकास खंडों में लिंगानुपात की स्थिति
चमोली जिले के विभिन्न विकास खंडों के खंड विकास अधिकारियों एवं बाल विकास के सुपरवाइजरों ने अपने-अपने ब्लाॅक के बाल लिंगानुपात के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में बाल लिंगानुपात 889 है। दशोली में 911, नारायणबगड में 892, गैरसैंण में 943, थराली में 914, पोखरी में 898, कर्णप्रयाग में 890, जोशीमठ में 947, देवाल में 859 तथा घाट में 910 है।
निकाय चुनावों में भाजपा को शिकस्त देने की तैयारी में कांग्रेस
देहरादून। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को कांग्रेस होने वाली नगर निकाय के चुनाव में शिकस्त देने की योजना बना रही है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के लिए कई मायनों में यह चुनाव प्रतिष्ठापूर्ण बन गया है, जबकि भाजपा अपनी सरकार के विकास कार्यों से जनता को छूने की कोशिश कर रही है।
सत्ता से बेदखल हो चुकी कांग्रेस के लिए निगम चुनाव संजीवनी साबित हो सकता है। वर्ष 2017 में आम विधानसभा चुनाव में भाजपा से बुरी तरह पाराजित कांग्रेस नगर निकाय के चुनावी जंग को जीतने के लिए पार्टी के बड़े चेहरों पर भी दांव खेलने की तैयारी में है। साथ ही डबल इंजन सरकार के बहाने महंगाई, नोटबंदी और जीएसटी जैसे मामले को मुद्दा बनाकर कांग्रेस जनता को अपने पाले में कर सकती है। अगर कांग्रेस की यह युक्ति काम कर गई तो भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं इस चुनाव में पार्टी को सत्तारूढ़ दल भाजपा को विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त का जवाब तो देना ही है, साथ ही यह चुनाव प्रदेश कांग्रेस के नए मुखिया प्रीतम सिंह के नेतृत्व के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं है। वहीं इस चुनाव को वर्ष 2019 के आम चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में भी लिया जा रहा है, जिससे सभी वजहों से पार्टी ने निकाय चुनाव को लेकर कमर कस ली है।
कांग्रेस की निगाहें अहम नगर निगमों पर भी जमी है। देहरादून, काशीपुर, रुद्रपुर, हल्द्वानी के साथ ही हरिद्वार जिले के दोनों नगर निगमों हरिद्वार और रुड़की के लिए दमदार चेहरों को आगे लाने की कवायद चल रही है। पिथौरागढ़, रामनगर, नैनीताल, अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी समेत जिला मुख्यालयों की बड़ी नगरपालिकाओं पर कांग्रेस ने नजरें गड़ा रखी हैं। निगमों और पालिकाओं में कांग्रेस पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों के साथ बीते वर्षों में पार्टी में अपना मुकाम बनाने में कामयाब रहे तो नए चेहरों पर उसके दांव खेलने की रणनीति सफल हो सकती है। इसे लेकर कांग्रेस गढ़वाल और कुमाउं दोनों मंडलों में कई दौर की बैठक कर चुकी है। वहीं प्रचार को हाइटेक बनाने के लिए सोशल मीडिया सहित अन्य प्रकार के प्रचार को लेकर प्रमुखता से विचार विमर्श कर रही है। इसी को लेकर प्रदेश पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बैठक कर आगामी योजना को लेकर बातचीत की है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि कांग्रेस राज्य और देश में विकास को देखकर बौखला गई है। भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को देख कांग्रेस अनर्गल बयानबाजी कर विकास में बाधा बन रही है, लेकिन इससे सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल को पूरी तरह से विफल बताया है। उनका कहना है कि भाजपा ने सत्ता से पहले अनेकों लोकलुभावन वादे किए थी, जिसे पूरा करने में आज सरकार असमर्थ दिख रही है। ऐसे में सरकार से जनता का अब मोह भंग होने लगा है।
अब 10 की बजाय 13 अंकों का होगा मोबाइल नंबर
नई दिल्ली। अब मोबाइल नंबर 10 की बजाय 13 अंकों का होगा। यह बात भले ही सबको हैरान कर सकती है, लेकिन सच है। केंद्रीय संचार मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश जारी किए हैं कि अब मोबाइल नंबर 10 अंकों से बदलकर 13 अंकों का हो सकता है। पिछले दिनों दिल्ली में मंत्रालय के अधिकारियों की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है।
भारतीय संचार नगर लिमिटेड (बीएसएनएल) ने भी इस संबंध में तैयारियां शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया को 31 दिसंबर 2018 तक सभी नंबर्स के साथ पूरा किया जा सकता है। डिपार्टमेंट आफ टेलीकाम (डीओटी) के अनुसार, मौजूदा सभी 10 अंकों वाले मोबाइल नंबर एक अक्टूबर 2018 से 13 अंकों वाले नंबर में बदलने शुरू होंगे। यह प्रक्रिया 31 दिसंबर तक पूरी कर ली जाएगी। 10 अंकों से 13 अंकों का मोबाइल नंबर करने के पीछे की प्रमुख वजह नए मोबाइल नंबरों की गुंजाइश नहीं होना बताया जा रहा है। ऐसे में अब नंबर 13 अंकों का करके सभी यूजर्स के नंबर्स को अपग्रेड कर दिया जाएगा।
जंगली हाथियों ने रौंद डाली फसल
ऋषिकेश। ग्रामीण क्षेत्रों की खेतों में खड़ी फसल को नष्ट कर रहे जंगली हाथियों के आतंक से इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीण क्षेत्र खदरी का खादर क्षेत्र अपनी उपजाऊ भूमि के लिए जाना जाता है। किंतु दो दशक से खदरी के किसान खेती को लेकर चिन्तित हैं। हाथी लगातार किसानों की फसलों को पौरों तले रौंद रहे हैं। मंगलवार की रात एक बार फिर किसानों की फसलों को हाथियों ने बुरी तरह रौंद दिया।
मंगलवार रात जंगली हाथियों ने आधा दर्जन से अधिक किसानों की गेंहू की फसल रौंद डाली है। पीड़ित किसानों में जनार्धन प्रसाद, श्याम सुन्दर, हरी प्रसाद, मधुसूदन रयाल, ज्ञान सिंह, प्यार सिंह भंडारी शामिल हैं। राज्य स्थापना के 18 वर्षों बाद भी खेतों व फसल सुरक्षा को लेकर आज तक न तो सुरक्षा तटबन्ध बना है और न सौर ऊर्जा बाड़ लगायी गयी है। लिहाजा खदरी के किसान खेती से विमुख हो रहे हैं।
पर्यावरण व सामाजिक कार्यकर्ता विनोद जुगलान का कहना है कि खदरी में 98 फीसदी भूमिधरों ने खेत बंटाई पर दे दिए हैं ताकि फसल से लाभ मिले या न मिले लेकिन खेत बंजर न दिखाई दे। पहाड़ी मूल के लोगों में खेत बंजर छोड़ने को विनाश का संकेत माना जाता है। उधर बंटाई पर खेती कर रहे साझेदार भी जंगली जानवरों की आमद से न केवल चिंतित हैं बल्कि फसल नुकसान से दुःखी हैं। सरकार का आलम यह है कि वन कर्मियों को खनन चोरी और ओवर लोडिंग के खिलाफ धर-पकड़ में नियुक्त किया हुआ है।
जुगलान ने कहा कभी कभार यदि वनकर्मी पहुंच भी जाते हैं तो उनके पास बन्दूक ख़ाली होती हैं। वे पटाखे छोड़कर जंगली जानवरों को भगाने का प्रयास तो करते हैं किंतु जानवरों पर इनका असर नहीं होता है। जुगलान ने बताया कि अभी तक 2015 तक के फसल मुआवजे लम्बित पड़े हुए हैं किंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने लम्बित पड़े फसल मुआवजों के शीघ्र निस्तारण की सरकार से मांग की है।
तीसरे दिन भी जारी रहा साधन समिति सचिव परिषद का धरना
देहरादून। साधन समिति सचिव परिषद उत्तराखंड और आंकिक कर्मचारी संगठन साधन सहकारी समितियों के कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। परेड ग्राउंड धरना स्थल पर परिषद कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। साधन समिति सचिव परिषद की हड़ताल से सहकारिता विभाग के कार्य प्रभावित हैं।
राजकीय कर्मचारी संयुक्त परिषद से संबध कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मचारियों ने कैडर सचिवों की सेवाओं का सरकारीकरण कर वेतन की स्थाई व्यवस्था जल्द किए जाने की मांग की। समिति कर्मचारियों की तीन प्रमुख मांगे हैं। जिनमें पैक्स कैडर सचिवों के खाली पदों पर आंकिकों की पदोन्नति, समितियों के व्यवसाय अनुसार कर्मचारियों का वर्गीकरण कर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन लागू करने, समिति कर्मचारियों का जिला कैडर बनवाये जाने शामिल हैं।
धरना स्थल पर कर्मचारियों को संबोधित करते हुए परिषद के प्रदेश महामंत्री लक्ष्मण सिंह रावत ने कहा कि कर्मचारी लंबे समय से कैडर सचिवों को सातवें वेतन मान का लाभ दिए जाने और उनका ग्रेड वेतन 2800 रुपये करने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही। जब तक हमारी मांगों पर सचिव सहकारिता द्वारा आदेश जारी नहीं किया जाता तब तक घरना जारी रहेगा। धरनास्थल पर परिषद के संरक्षक राजपाल तोमर, आरएस मेंगवाल समेत कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।