निकाय चुनावों में भाजपा को शिकस्त देने की तैयारी में कांग्रेस

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देहरादून। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को कांग्रेस होने वाली नगर निकाय के चुनाव में शिकस्त देने की योजना बना रही है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के लिए कई मायनों में यह चुनाव प्रतिष्ठापूर्ण बन गया है, जबकि भाजपा अपनी सरकार के विकास कार्यों से जनता को छूने की कोशिश कर रही है।
सत्ता से बेदखल हो चुकी कांग्रेस के लिए निगम चुनाव संजीवनी साबित हो सकता है। वर्ष 2017 में आम विधानसभा चुनाव में भाजपा से बुरी तरह पाराजित कांग्रेस नगर निकाय के चुनावी जंग को जीतने के लिए पार्टी के बड़े चेहरों पर भी दांव खेलने की तैयारी में है। साथ ही डबल इंजन सरकार के बहाने महंगाई, नोटबंदी और जीएसटी जैसे मामले को मुद्दा बनाकर कांग्रेस जनता को अपने पाले में कर सकती है। अगर कांग्रेस की यह युक्ति काम कर गई तो भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं इस चुनाव में पार्टी को सत्तारूढ़ दल भाजपा को विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त का जवाब तो देना ही है, साथ ही यह चुनाव प्रदेश कांग्रेस के नए मुखिया प्रीतम सिंह के नेतृत्व के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं है। वहीं इस चुनाव को वर्ष 2019 के आम चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में भी लिया जा रहा है, जिससे सभी वजहों से पार्टी ने निकाय चुनाव को लेकर कमर कस ली है।
कांग्रेस की निगाहें अहम नगर निगमों पर भी जमी है। देहरादून, काशीपुर, रुद्रपुर, हल्द्वानी के साथ ही हरिद्वार जिले के दोनों नगर निगमों हरिद्वार और रुड़की के लिए दमदार चेहरों को आगे लाने की कवायद चल रही है। पिथौरागढ़, रामनगर, नैनीताल, अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी समेत जिला मुख्यालयों की बड़ी नगरपालिकाओं पर कांग्रेस ने नजरें गड़ा रखी हैं। निगमों और पालिकाओं में कांग्रेस पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों के साथ बीते वर्षों में पार्टी में अपना मुकाम बनाने में कामयाब रहे तो नए चेहरों पर उसके दांव खेलने की रणनीति सफल हो सकती है। इसे लेकर कांग्रेस गढ़वाल और कुमाउं दोनों मंडलों में कई दौर की बैठक कर चुकी है। वहीं प्रचार को हाइटेक बनाने के लिए सोशल मीडिया सहित अन्य प्रकार के प्रचार को लेकर प्रमुखता से विचार विमर्श कर रही है। इसी को लेकर प्रदेश पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बैठक कर आगामी योजना को लेकर बातचीत की है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि कांग्रेस राज्य और देश में विकास को देखकर बौखला गई है। भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को देख कांग्रेस अनर्गल बयानबाजी कर विकास में बाधा बन रही है, लेकिन इससे सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल को पूरी तरह से विफल बताया है। उनका कहना है कि भाजपा ने सत्ता से पहले अनेकों लोकलुभावन वादे किए थी, जिसे पूरा करने में आज सरकार असमर्थ दिख रही है। ऐसे में सरकार से जनता का अब मोह भंग होने लगा है।