बैंगलोर में पहाड़ी संस्कृति से रुबरु कराएगा ”पहाड़ी कनेक्ट” कार्यक्रम

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बेंगलुरु, पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के युवा देश से लेकर विदेश के कोने-कोने में हैं। लेकिन उनकी अपने राज्य से दूरी उन्हें अपने राज्य के लिए कुछ भी अलग करने से दूर नही कर पाती। ऐसे ही अपनी बोली भाषा को बढ़ावा देने के लिए प्रवासी उत्तराखण्डी समुदाय, बेंगलुरु एक बार फिर सामने आया है। उत्तराखंड महासंघ बेंगलुरु ने अपने दो दिवसीय पहाड़ी-कनेक्ट कार्यक्रम में प्रवासी उत्तराखंडियों को गढ़वाली-कुमाऊनी सिखाने के साथ-साथ अपनी संस्कृति से कला, संगीत व क्विज के माध्यम से अपनी संस्कृति से जुड़ने का अवसर देगा।

ईगल्स अनबाउंड कनकपुरा रोड में यह कार्यक्रम 11 व 12 मई को आयोजित किया जाएगा। आयोजकों का प्रयास है कि वह प्रवासियों को अपनी संस्कृति से जोड़े रखने व नई पीढ़ी को इससे रूबरू कराने में मदद करेंगे। इस कार्यक्रम में सभी उम्र के लोगों के लिए कुछ ना कुछ है, बड़ों के लिए योगा की वर्कशॉप तो बच्चों के लिए थीम पेंटिंग और क्विज भी है।

रमन शैली जो इस कार्यक्रम के संयोजक है हमें बताते हैं कि, “बेंगलुरु में पिछले 40-50 साल से जो लोग यहां रह रहे हैं, हम एक बार फिर से उन लोगों को उन्हीं की भाषा और संस्कृति से रुबरु कराना चाहते है।”

पहाड़ी-कनेक्ट कार्यक्रम मे पतंजलि के कर्नाटका प्रमुख कैप्टन राजेंद्र सिंह योगा क्लास देंगे। इसके अलावा यहां मौजूद लोग शाम को बॉनफायर के साथ पहाड़ी संगीत और नृत्य का लुत्फ उठा सकते हैं। दो दिन का यह पहाड़ी कनेक्ट कार्यक्रम अपने आप में एक मिसाल है कि कैसे कुछ लोग अपनी मातृभूमि से दूर होने के बावजूद अपने कर्मभूमि में अपने जड़ों से जुड़ा रहने चाहते हैं।