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कांवड़ यात्रा : दिल्ली-हरिद्वार मार्ग में नहीं चलेंगे वाहन

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श्रावण मास में चलने वाले कावड़ यात्रा के भीड़ के मदृेनजर 15 जुलाई की रात से यूपी और उत्तराखंड प्रशासन की ओर से दिल्ली-हरिद्वार मार्ग पर वाहनों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।हरिद्वार में कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों की अहम बैठक हुई जिसमे सभी मुद्दों पर बात की गई। दस जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने वाली है। कांवड़ यात्रा के दौरान प्रति वर्ष ऋषिकेश-दिल्ली रूट पर बस से सफर करने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऋषिकेश-दिल्ली रूट पर आने जाने वाले यात्रियों को अतिरिक्त दूरी, अतिरिक्त किराया और अतिरिक्त समय तीनों की मार झेलनी होगी।
कांवड़ यात्रा के दौरान ऋषिकेश-दिल्ली रूट पर 20 किमी अतिरिक्त दूरी तय करने के साथ ही ऋषिकेश से दिल्ली रूट पर परिवहन निगम की बसों में किराए में बढ़ोत्तरी हो जाएगी। वर्तमान में ऋषिकेश से दिल्ली का किराया 255 रुपये है जो यात्रा के दौरान 285 रुपये के आसपास होगा।
एआरएम नेतराम ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान ऋषिकेश में दिल्ली, बिजनौर, सहारनपुर, शामली, रुड़की आदि जगहों से पैदल और वाहनों में सवार होकर लोग नीलकंठ में जल चढ़ाने को आते हैं। जिससे ऋषिकेश-दिल्ली रूट पर कुछ जगहों पर जाम और अन्य समस्याओं से बचने के लिए बसों का रूट बदलना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि यात्रा से पूर्व बैठक की जाएगी जिसमें यात्रा के दौरान रूट निर्धारण और किराया बढ़ोत्तरी की घोषणा की जाएगी। यात्रा के दौरान लोकल यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, बैठक में इस समस्या का भी हल निकाला जाएगा।

‘डबल इंजन वाली सरकार ने रोकी दिव्यांगों की पेंशन’

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हरिद्वार जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव आफाक अली ने विगत तीन किश्तों से विकलांगों की पेंशन देन का राज्य सरकार पर आरोप लगाया है। कहा कि पेंशन मिलने से विगत दस माह से जनपद के नौ हजार विकलांग लाभार्थी पाई-पाई के लिए मोहताज हैं। जिस कारण दिव्यांगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

दिव्यांगों को पेंशन न मिलने से गुस्साए उपाध्यक्ष राव आफाक अली ने समाज कल्याण अधिकारी का अपने समर्थकों के साथ धेराव कर दिव्यांगों को शीघ्र पेंशन दिए जाने की मांग की।समाज कल्याण अधिकारी दीपराज अग्निहोत्री की गाड़ी को रास्ते में रोककर उनका घेराव कर उनसे दिव्यांग पेंशन न मिलने की बावत पूछा।

अग्निहोत्री ने बताया कि तीन माह में दिव्यांग पेंशन दी जाती है। गत दिन किश्तें शासन द्वारा प्राप्त न होने के कारण दिव्यांगों को पेंशन का आबंटन नहीं हो पाया। अली ने शादी अनुदान के लगभग बारह सौ मामले पेंडिंग होने पर भी जिला समाज कल्याण अधिकारी ने पैसा न होने का रोना रोया। अली ने कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर दिव्यांगों की पेंशन उनके खाते में नहीं आती तो वे कार्यालय का घेराव करेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी समाज कल्याण अधिकारी की होगी।

राव आफाक अली ने कहा कि भाजपा ने चुनाव से पूर्व सभी पेंशनों को दुगना करने, किसानों की फसल के दाम दोगुने करने, बेराजगारों को रोजगार देने की बात कही थी, जो आज धरातल पर कहीं दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि अभी तो भाजपा सरकार मोबाइल वैन लगाकर शराब घर-घर पहुंचाने का कार्य कर रही है। शीघ्र ही सरकार पाइप लाइन के जरिए शराब पहुंचाने का कार्य भी पूरा कर देेगी। उन्होंने कहा कि स्थित यह है कि किसान आत्म हत्याएं कर रहे हैं।
बेरोजगार रोजगार के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर हैं। सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार के सौ दिन के कार्यकाल में ऐसी कोई उपलब्धि नहीं है जिसे गिनाया जा सके।

सुपर-30 योजना के तहत 30 मेधावी छात्रों को निशुल्क मिलेगा एडमिशन

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राज्य सरकार द्वारा सुपर-30 योजना आरंभ की गई है। जिसके अंतर्गत राज्य भर से 30 मेधावी छात्र-छात्राओं को आईआईटी जैसे संस्थानों में दाखिले के लिए तैयारी निःशुल्क करवाई जाएगी। इसके साथ ही राज्य के प्रत्येक जिले में एक महाविद्यालय चुना जाएगा। जहां सिविल सेवा जैसी प्रतियोगिता परीक्षाओं के इच्छुक छात्रों को कोचिंग राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है, कि प्रत्येक वर्ष 100 मेधावी परास्नातक छात्रों को पीएचडी के लिए चुना जाएगा तथा उनकी सहायता की जाएगी। सभी महाविद्यालय में तिरंगा फहराना, राष्ट्रगीत तथा राष्ट्रगान लागू कर दिया गया हैं। 33 महाविद्यालयों ने प्रसन्नता से ड्रेस कोड को अपनाना लिया है। 11 तारीख से शैक्षणिक कैलेंडर लागू कर दिया जाएगा।

महाविद्यालयों में भी बायोमेट्रिक हाजिरी भी आरम्भ कर दी गई है। हर कॉलेज में शौर्य दीवार का निर्माण किया जाएगा। जिससे हमारे छात्र हमारे वीर जवानों से परिचित हो तथा प्रेरणा लें। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की उपस्थिति में राज्य मंत्री उच्च शिक्षा डॉ.धन सिंह रावत ने हिमालयन यूनिवर्सिटी जौलीग्रांट में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य सरकार के महत्वपूर्ण निर्णय से अवगत कराया।

मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि जिस प्रकार हमारी परंपरा में पित्रों के ऋण को चुकाने की बात की जाती है, उसी प्रकार शिक्षित तथा सफल होने के बाद हमें गुरुजनों तथा शिक्षा का ऋण समाज के अन्य अशिक्षित लोगों को शिक्षित कर चुका सकते हैं। उत्तराखंड 89 प्रतिशत साक्षर राज्य है, परंतु आज भी 11 प्रतिशत अशिक्षित है। अतः मेधावी छात्रों को इस दिशा में योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करने होंगे तथा उन्हें पाने के हर संभव प्रयास करने होंगे। युवाओं को निसंकोच अपने विचार व्यक्त करने चाहिए। इस अवसर पर दैनिक जागरण समूह द्वारा मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया।

बीमार शिक्षकों की ‘छुट्टी’ करेगा शिक्षा विभाग

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उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा विभाग अब बीमार शिक्षकों की छुट्टी करेगा। इसके लिए प्रदेश भर के स्कूलों में तैनात कार्मिकों और शिक्षकों की ब्यौरा एकत्रित किया जा रहा है। विभाग की ओर से सभी मुख्य व जिला शिक्षा अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार कर निदेशालय भेजने के आदेश जारी किए जा चके हैं।

महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा कैप्टन आलोक शेखर तिवारी द्वारा जारी किए गए निर्देशों में गौर करें तो उसमें कहा गया है कि राज्याधीन सेवाओं में कार्यरत कार्मिकों से कर्मचारी आचरण नियमावली एवं विभिन्य सेवा नियमावलियों के अधीन उनको दिए गए दायित्वों को पूर्ण का पालन करने की अपेक्षा की जाती है, लेकिन उसके बावजूद भी देखने में आया है कि विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत कार्यरत कार्मिक व शिक्षक अपेक्षित कार्य दायित्व के निर्वहन नहीं कर पाते। इसकी वजह उनका शारीरिक व मानसिक रुप से स्वस्थ नहीं होना होता है। जिस कारण वे या तो कार्यालयों और विद्यालयों में उपस्थित नहीं होते या फिर अस्वस्थता के कारण कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर पाते। इस कारण उनको दिया गया कार्य प्रभावित हो जाता है। ऐसे में इन पद के रिक्त नहीं होने के कारण दूसरे कार्मिक शिक्षक की नियुक्ति अटक जाती है।

उन्होंने बताया कि इसे लेकर साल 2002 में जारी किए गए शासनादेश का हवाला देते हुए ऐसे निशक्त कर्मिकों के लिए अनिवार्य सेवानिवृत्ति की व्यवस्था को प्रभावी रूप से लागू किए जाने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर उन्होंने प्रदेश के सभी शिक्षा अधिकारियों ऐसे शिक्षकों का ब्यौरा एकत्रित करने को कहा है। ताकि उन शिक्षकों व कार्मिकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति प्रदान की जा सके। उन्होंने इसके लिए तत्काल स्क्रीनिंग कमेटी भी बनाए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि बीते माह भी ब्यौरा एकत्र किए जाने के निर्देश दिए थे लेकिन अधिकारियों ने रिपोर्ट निदेशालय को नहीं भेजी थी। इसी क्रम में अब निदेशालय स्तर पर जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने साफ किया कि निर्देशों का पालन न किया जाना अनुशासनहीनता माना जाएगा। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। 

स्मैक सप्लाई के अर्न्तराज्यीय गिरोह का शातिर सदस्य गिरफ्तार

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थानाध्यक्ष बसंत विहार को मुखबिर द्वारा सूचना दी गयी कि नशे के कारोबार करने वाले एक अन्तर्राज्यीय गिरोह का एक सदस्य स्मैक की बडी खेप लेकर देहरादून आने वाला है जो कि पूर्व में भी बडी खेप लेकर देहरादून, हरिद्वार आदि आया है । मुखबिर की सूचना पर एक टीम का गठन किया गया।

बनियावाला तिराहे,  सुबह 09.35 बजे चैकिंग के दौरान स्मैक सप्लाई के अर्न्तराज्यीय गिरोह के एक शातिर सदस्य आसिफ पुत्र हासिम उम्र 38 वर्ष, मिर्जापुर सहारनपुर, उ.प्र. को 545 ग्राम (आधा किलो से ज्यादा) अवैध स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त से पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि वो सहारनपुर अौर उत्तराखण्ड में देहरादून एवं हरिद्वार में चरस बेंचने का काम करता था अौर चरस की डिमाण्ड कम होने व स्मैक में दोगुने से भी ज्यादा मुनाफा होने के कारण वह काफी समय से स्मैक की सप्लाई कर रहा है ।

वर्ष 2016 में चरस की भारी मात्रा के साथ सहारनपुर से जेल जाने की बात स्वीकारी है। पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह अन्तर्राज्यीय गैंग के सरगना बबलू निवासी फतेहगंज, बरेली, उ.प्र. के लिये काम करता है एवं फतेहगंज, बरेली से स्मैक की भारी खेप लाकर आता है एवं आज भी वह स्मैक की भारी मात्रा देहरादून लेकर आया था, जिसे विभिन्न स्थानो पर स्मैक बेचने का कार्य करने वाले लोगो को थोक में बेचने की फिराक में था ।

अभियुक्त से बरामद स्मैक उच्च क्वालिटी की है जिसकी कम मात्रा में नशा करने पर जानलेवा साबित हो सकती है । उक्त स्मैक के सप्लाई के अर्न्तराज्यीय सम्बन्धों की जानकारी की जा रही है । अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ नारकोटिक ब्यूरो व अभिसूचना इकाई द्वारा भी की जा रही है । अवैध स्मैक के बरामदगी के आधार पर आसिफ के विरूद्ध मु.अ.सं. 74/17 धारा 8/21/60 एन.डी. पी.एस एक्ट पंजीकृत किया गया है।

चुनावी बांड: जेब तुम्हारी, हाथ हमारा!

अब सरकार और चुनाव आयोग में मुठभेड़ की तैयारी है। वित्तीय वर्ष 2017 के बजट में वित्तमंत्री ने चुनावी बांड जारी करने की बात कही थी। उसे अब वे अमलीजामा पहनाने वाले हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने सरकार को लिखा है कि इन बांडों से चुनावी चंदे की पारदर्शिता खत्म हो जाएगी। इन बांडों के जारी होने पर यह पता ही नहीं लग सकेगा कि किस पार्टी को किसने कितना चंदा दिया है। अभी तो कोई व्यक्ति दो हजार रुपये तक और कोई संस्था 20 हजार तक चंदा दे तो उसे अपना नाम बताने की जरुरत नहीं है लेकिन अब लोग करोड़ों रुपये के बांड लेंगे और वे चाहे जिस पार्टी को दे सकेंगे। देने वाले और लेने वाले के नाम बिल्कुल गोपनीय रखे जाएंगे। चंदादाता को अपनी ऑडिट रिपोर्ट में भी उसे दिखाने की जरूरत नहीं होगी। चंदा बैंको के जरिए ही दिया जा सकेगा। यानी बांड बनाते वक्त बैंक भी डटकर कमीशन कमाएंगे। जो बांड बनवाएगा, उसका नाम बैंक को तो पता होगा लेकिन वह नाम कोई भी हो सकता है, असली भी और नकली भी !

सरकार के दिमाग में यह नया फितूर क्यों आया ? उसे पता है कि नोटबंदी और एकात्म-कर (जीएसटी) के बावजूद काला धन धड़ल्ले से चलेगा। उस काले धन को सफेद करने का यह नया तरीका सरकार ने खोज निकाला है। इसका एक फायदा जरूर है। जो नकदी पैसा नेता या दलाल लोग बीच में खा जाते हैं, वह वे नहीं खा पाएंगे। दूसरा फायदा यह गिनाया जाता है कि चंदा देने वाला भी नहीं फंसेगा। वह राम को कितना दे रहा है और रावण को कितना, यह किसी को पता नहीं चलेगा।

तीसरा फायदा राजनीतिक दलों को होगा। वे जनता के सामने सीना तानकर कहेंगे कि देखो, हमने काले धन का एक पैसा भी नहीं छुआ। इससे बड़ा ढोंग और पाखंड क्या हो सकता है ? चुनावी बांड जारी करना भ्रष्टाचार की जड़ों को सींचना है। सरकार के लिए यह मालूम करना बहुत आसान है कि जो पैसा उसकी पार्टी को मिला है, उसके अलावा शेष बांडों का क्या हुआ है ? सत्तारुढ़ दल अपनी जेब आसानी से भर लेगा लेकिन विपक्ष की जेब में बड़ा-सा छेद कर देगा। डर के मारे विपक्ष को कोई बांड ही नहीं देगा। भाजपा जरा सोचे, जब वह विपक्ष में होगी तो उसका क्या होगा ?

दून अस्पताल में अब होगी रोबोटिक सर्जरी

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दून मेडिकल कॉलेज के दून अस्पताल में अब रोबोटिक सर्जरी होगी।अस्पताल में कंपनी ने इसका डेमो दिखाया, इस दौरान अस्पताल कई सर्जन मौजूद रहे। यह मशीन करीब 13 करोड़ रुपये की है। इसे अभी तक एम्स और पीजीआई चंडीगढ़ जैसे सरकारी संस्थानों में इस्तेमाल किया जा रहा है। अस्पताल के एमएस डॉ. केके टम्टा ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी के लिए मशीन की खरीद का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।

यह रोबोट एक सर्जरी यंत्र है, इसे नियंत्रित करने की डोर सर्जन के पास होगी। इसमें हाथ की तरह यंत्र होंगे और बीच में थ्री डी कैमरा होगा। एम्स के अलावा दिल्ली के कई प्राइवेट अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी की जा रही है।इससे पेट में लंबे चीरों से मिलेगी आजादी रोबोटिक सर्जरी से मरीजों को काफी फायदा मिलेगा। पहले पेट की सर्जरी में काफी लंबा चीरा लगाना पड़ता था, इसमें दो से तीन छोटे-छोटे छेद किए जाएंगे। खून कम बहेगा, दवाओं का खर्च कम होगा। दो से तीन घंटे बाद मरीज को घर भी भेजा जा सकेगा। लेप्रोस्कोपी से ऑपरेशन में डाक्टरों को ज्यादा समय तक ऑपरेट करना पड़ता था, रोबोटिक में ऐसा नहीं होगा।

पेट की सर्जरी के लिए सबसे बढ़िया इस रोबोट से प्रोस्टेट, नेफ्रेक्टामी किडनी और अन्य सर्जरी की जा सकेंगी। रोबोटिक सर्जरी से डॉक्टरों को काफी फायदा मिलेगा।

हरिद्वार की इस बेटी को मिला अंतर्राष्ट्रीय मंच पर न्यौता

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9 साल की रिदिमा पांडे को पेरिस में होने जा रही क्लाइमेट चेंज कांफ्रेस में आने का न्यौता मिला है। मूल रूप से हरिद्वार की रहने वाली रिदिमा को ये न्यौता इतनी कम उम्र में पर्यावरण बचाने की तरफ उनके काम की वजह से मिला है। दरअसल रिदिमा ने पर्यावरण और मौसम में बदलाव को रोकने के लिये केंद्र औऱ राज्य सरकार की तरफ से नाकाफी कोशिशों की शिकायत मार्च में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) से की थी। रिदिमा ने ये शिकायत अपने परिवार के जरिये दर्ज कराई थी। एनजीटी ने भी इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है।

पेरिस में होने वाली ये कांफ्रेन्स 3 नवंबर को होगी। रिदिमा और उनका परिवार इस खास न्यौते से खासे खुश हैं। रिदिमा का कहना है कि वो आने वाले दिनों में भी पर्यावरण को बचाने के लिये और सक्रियता से काम करना चाहेंगी।

 

ट्रैप कैमरा चोरी से सरकार ने लिया सबक, नेशनल पार्क में तस्करों की आमद रोकने के लिए लगेंगे ड्रोन कैमरे

उत्तराखंड में बढ़ती टाइगरों की संख्या को देखकर देश भर से वन जीव तस्करों की निगाह यहां के दो मुख्य टाइगर रिजर्व राजा जी और कॉर्बेट पर हमेशा बनी रहती है। हाल के दिनों में राजाजी नेशनल पार्क से वन जीवों की सुरक्षा के लिए लगाए गए ट्रैप कैमरे चोरी हो गए जिसके बाद अब जाकर वन विभाग हरकत में आया। मानसून आते ही उत्तराखंड के टाइगर रिजर्व वन तस्कर गिरोह सक्रिय हो जाता है जिसके चलते बड़ी मात्रा में अवैध शिकार किया जाता है और लाखों की वन संपदा को नुकसान पहुंचा कर जीवो को मार कर उनके शरीर के अंगों को अंतरराष्ट्रीय मार्केट में ऊंचे दामों पर बेचा जाता है। इसकी गवाही राजाजी पार्क से वन जीवों की सुरक्षा के लिये लगाए गए ट्रैप कैमरा की चोरी से सामने आई है। वन विभाग भी इन कैमरों की छोरी से सकते में है और वन मंत्री हरक सिंह रावत अब ठोस कदम उठाने की बात कर रहे है।  वन महकमा पुरानी गलतियों से सबक लेकर इन दोनों पार्कों की सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरे की मदद से निगरानी रखने जा रहा है। वन विभाग के मुताबिक इससे यहां घुसने वाले वन तस्करों को पकड़ा जा सकेगा। इसके लिए वन मंत्रालय ने ड्रोन कैमरे की सुरक्षा को दोनों पार्कों के लिए सुनिश्चित किया है। वन मंत्री ने कहा जल्दी यहां ड्रोन कैमरे की मदद से पार्कों की निगरानी की जाएगी। उत्तराखंड का राजाजी टाइगर रिजर्व और कार्बेट टाइगर रिजर्व हाथी एवं बाघों की बढ़ती संख्या का देशभर में एक अलग ही उदाहरण है जहां बड़ी संख्या में टाइगर पाए जाते हैं।                सेव द टाइगर प्रोजेक्ट के तहत उत्तराखंड में बाघों की संख्या में वृद्धि देशभर में उम्मीद जगाई है। ऐसे में लगातार कॉर्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व में बढ़ रही मानवीय गतिविधियां यहां रह रहे जीवो के लिए खतरनाक साबित हो रही है। सरकार को वन जीवों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने होंगे जिससे वन तस्करों को मानसून में रोका जा सके और जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2’ में टाइगर श्रॉफ के साथ चंकी की बेटी अनन्या होंगी लॉन्च

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करण जौहर की कंपनी में फिल्म स्टूडेंट्स आफ द ईयर की सिक्वल बनाने की घोषणा के साथ ही ये जग जाहिर हो गया था कि टाइगर श्रॉफ इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाएंगे, लेकिन उनके साथ जोड़ी को लेकर कई हीरोइनों के नाम चर्चा में आते रहे। इसी कड़ी में अब खबर मिल रही है कि चंकी पांडे की बेटी अनन्या पांडे को इस फिल्म से लॉन्च किया जा रहा है।

इससे पहले इस रोल के लिए सैफ अली खान की बेटी सारा को लॉन्च करने की खबर आई। इसके बाद इस फिल्म में श्रीदेवी की बड़ी बेटी जाहन्वी को लॉन्च करने की खबर आई और कुछ दिनों पहले कथित तौर पर टाइगर की गर्लफ्रेंड दिशा पटानी को हीरोइन बनाने आई, लेकिन इन सारी चर्चाओं के बाद अब करण जौहर की कंपनी की ओर से अनन्या पांडे को लॉन्च करने की खबर दी गई है। कंपनी के सूत्रों का कहना है कि दिशा पटानी का नाम लगभग तय हो चुका था, लेकिन उनके साथ तारीखों की समस्या आने की वजह से फेरबदल किया गया।

सैफ की बेटी की लॉन्चिंग को लेकर मामला इसलिए टला, क्योंकि सारा की मां अमृता सिंह को फिल्म में कॉस्ट्यूम और किसिंग सीनों पर एतराज था। फिल्म की प्रोडक्शन टीम के साथ मतभेद बढ़ जाने के कारण सारा को इस प्रोजेक्ट से अलग किया गया, जबकि श्रीदेवी की बेटी जाहन्वी को एक दूसरी फिल्म से लॉन्च करने का फैसला हुआ है। ‘स्टूडेंट्स आफ द ईयर-2’ के लिए अनन्या पांडे ने डांस क्लास की ट्रेनिंग शुरू कर दी है। फिल्म में अभी अनन्या पांडे के अलावा एक और हीरोइन का चुनाव होना है।कुछ दिनों पहले तक चर्चा थी कि अनन्या को सलमान खान की कंपनी में बनने वाली फिल्म में सलमान के छोटे जीजू आयुष शर्मा के साथ लॉन्च किया जाएगा।