(गोपेश्वर) भरारीसेण में पहली बार शीतकालीन सत्र हो रहा है। यूं तो इस विधानसभा सत्र में पहले भी एक बार आधे अधूरे भवन में सत्र हुआ था। पर अब लगभग ठीक व्यवस्था में बने भरारीसेण विधानसभा भवन के शीतकालीन सत्र में जहां कुछ दिग्गज और अनुभवी चेहरे नहीं होंगे, वहीं इस सत्र में कुछ नये माननीय भी दिखेंगे जो विधायक और मंत्री के रूप में पहली बार भरारीसैण विधानसभा भवन में हो रहे सत्र में शामिल होंगे।
भरारीसैण शीतकालीन सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ऐसे दिग्गज होंगे जो गैरसैण में दो तथा भरारीसैण में आयोजित होने वाले पहले विधानसभा सत्र में शामिल तो थे पर इस बार नहीं होंगे। वहीं अपने गृह नगर गैरसैण भरारीसैण में आयोजित होने वाले विधानसभा सत्र में गैरसैण के विधायक सुरेंद्र नेगी पहली बार शामिल होंगे। दिलचस्प मामला यह कि पिछली बार वे भाजपा के नेता के रूप में विपक्ष की भूमिका में सरकार के विरुध प्रदर्शन करने आये थे इसबार वे खूद सरकार में है। थराली के विधायक मगन लाल भी पहली बार भरारीसैण विधानसभा सत्र में शामिल होंगे।
यूं तो बदरीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट नदंप्रयाग के विधायक के रूप में पहले 2007 में विधानसभा सत्र की कार्यवाही में शामिल हो चुके हैं। मगर भरारीसैण विधानसभा सत्र में वे भी पहली बार आयेंगे। केदारनाथ के विधायक मनोज रावत भी पहली बार आयेंगे। ऐसे अन्य कई विधायक है जो पहली बार भरारीसैण विधानसभा भवन देखेंगे और कार्यवाही में शामिल होंगे।
तस्वीर कुछ यूं होगी
पिछली बार इस विधानसभा भवन में तत्कालीन संसदीय कार्य मंत्री इंदिरा हृदयेश जिस कुर्सी पर बैठी थीं और सरकार की प्रतिनिधि थी इस बार अनुभवी विधायक के रूप में वे विपक्ष की नेता के रूप में भरारीसैण विधानसभा सत्र में दिखेंगी और उनकी जगह संसदीय कार्यमंत्री की कुर्सी में प्रकाश पंत दिखेंगे। सतपाल महाराज पहली बार केविनेट मंत्री के रूप में भरारीसैण विधानसभा सत्र में दिखेंगे।
अजय भट्ट नहीं दिखेंगे
अभी तक गैरसैण भरारीसैण में हुए सभी विधानसभा सत्र में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट विधायक व नेता प्रतिपक्ष के रूप में खूब गरजे थे पर इस बार जब उनकी ही सरकार है और उन्हें विधायक बनने का अवसर नहीं मिला तो वे सदन में नहीं होंगे।
भरारीसैंण विधानसभा सत्र में नहीं दिखेंगे कुछ दिग्गज चेहरे
मुझे गाने के बोल याद नहीं रहते हैंः ए.आर रहमान
पद्मश्री गायक और संगीतकार ए.आर.रहमान ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मेरी कमजोरी है कि मुझे गाने का बोल याद नहीं रहते हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं किसी कॉन्सर्ट में जाता हूं, तो मैं गाने के बोल याद नहीं करता हूं बल्कि मैं वहां कि चीजों को एक्सप्लोर करता हूं। उन्होंने कहा कि अगर गाने के बोल याद करने लगता हूं तो फिर दिमाग दूसरी जोन में नहीं जा पाता है।
रहमान ने कहा कि उन्हें हर तरह के संगीत के साथ काम करना पसंद है| जैसे राजस्थानी, सूफी, हिप हॉप करते हुए रैप करना हो। उन्होंने कहा कि मैं अगले जन्म में भी संगीतकार ही बनना चाहूंगा।
उल्लेखनीय है कि ए.आर रहमान को 2000 में पद्मश्री और चार बार संगीत के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। उन्हें फिल्म ‘स्लम डॉग मिलेनियर’ के संगीत के लिए आस्कर अवार्ड भी मिल चुका है।
‘ठग आफ हिन्दुस्तान’ की अगली शूटिंग थाईलैंड में
विजय कृष्णा आचार्य के निर्देशन में बन रही फिल्म ‘ठग आफ हिन्दुस्तान’ की शूटिंग मुंबई और मालदा में पूरी होने के बाद अब थाईलैंड में होने जा रही है। फिल्म की शूटिंग के लिए आमिर, सायना, अमिताभ बच्चन थाईलैंड के लिए रवाना हो चुके हैं। कटरीना अभी मुबई में ही हैं| वह सलमान के साथ आने वाली फिल्म ‘टाईगर जिंदा है’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं।
उल्लेखनीय है कि यशराज प्रोडक्शन में बन रही ‘ठग आफ हिन्दुस्तान’ ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित एक मल्टी स्टारर फिल्म है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, आमिर खान और सायना शेख मुख्य भूमिका में हैं| कटरीना कैफ सहयोगी भूमिका में हैं। इसके अलावा जैकी श्राफ, रणदीप हुड्डा, शशांक अरोड़ा जैसे अन्य कलाकार भी इस फिल्म में महत्वपूर्ण किरदार में नज़र आएंगे। यह फिल्म अगले साल दिवाली पर रिलीज होगी।
जल्द ढर्रे पर आएगी प्रदेश की चिकित्सा-व्यवस्था: सीएम
खटीमा, प्रदेश मे अच्छी स्वास्थ सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। स्वास्थ सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए दूरस्थ क्षेत्रों में भी डाक्टर उपलब्ध कराए जाएंगे। खटीमा में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह बात कही। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 70 करोड़ 51 लाख की योजनाओं का लोकार्पण, शुभारम्भ व शिलान्यस किया।
बुधवार को मुख्यमंत्री रावत ने 20 करोड़ 71 लाख की 10 योजनाओं का लोकार्पण और 49 करोड़ 80 लाख की 25 योजनाओं का शिलान्यास किया है। इसके अलावा 14 करोड़ 19 लाख 49 हजार की लागत से बनाया खटीमा नागरिक चिकित्सालय का शुभारम्भ किया है। इस मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डाक्टरों की नियुक्ति के लिए विज्ञप्तियां जारी की जा चुकी हैं। दो हजार डाक्टरों द्वारा आवेदन किए गए हैं। शीघ्र डाक्टर उपलब्ध हो जायेंगे।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में टैलीमेडिसिन व टैली रेडियोलाॅजी उत्तराखंड में भी लागू की जा रही है, जिसके अन्तर्गत अभी तक 12 चिकित्सालयों में टैली मेडिसिन व 10 चिकित्सालयों में टेली रेडियोलाॅजी प्रारम्भ की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि आज ही चार अन्य चिकित्सालयों में टैली मेडिसिन प्रारम्भ कराने हेतु एमओयू किया गया है। हम नई तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं। नई तकनीक के प्रयोग से अन्य विदेशी चिकित्सकों को भी जोड़ा जाएगा।
पीपीपी मोड पर दी जाएंगी शुगर मिलें
सीएम ने कहा कि उपनल की विसंगतियों को भी जल्द से जल्द दूर कर दिया जाएगा। इसके अलावा किसानों के हितों को देखते हुए शुगर मिलों को पीपीपी मोड पर दिया जा रहा है। पीपीपी मोड पर चीनी मिलों को देने से जहां चीनी मिलों का आधुनिकीकरण होगा, वहीं रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने प्रदेश में बढ़ रही हड़तालों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रदेश को हड़ताल मुक्त प्रदेश बनाया जायेगा। प्रदेश में न्यायपूर्ण तरीके से सरकार चलाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लघु व सीमांत कृषको के लिए 02 प्रतिशत की ब्याज दर से 01 लाख का ऋण उपलब्ध करा रही है, अभी तक प्रदेश में 46 हजार किसान इसका लाभ ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के अच्छे परिणाम आने पर इसकी सीमा को बढ़ाया जाएगा।
शहीद स्मारक बनाने की बात कही
रावत द्वारा खटीमा मे शहीद स्थल पर भव्य स्मारक स्थल बनाये जाने, देवीपुर-ज्ञानपुर गौडी सड़क निर्माण व लामाखेड़ा पुल निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा पतलिया में स्टेडियम के निर्माण व लालकोठी, शारदाघाट मंदिर व भारामल मंदिर के सौन्द्रयीकरण के कार्य भी कराए जाएंगे। इस मौके पर क्षेत्रीय सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि खटीमा में बड़े प्रयासों से चिकित्सालय की आस पूरी हुई है। उन्होने कहा प्रदेश सरकार उत्तराखंड के सभी लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प है। विधायक पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भाजपा सरकार में प्रदेश भ्रष्टाचार मुक्त हो रहा है। आने वाले समय में इसके अच्छे परिणाम मिलेंगे।
जानवरों की आवाजाही रोकने के लिए बना रहे हैं वाटर होल्स
हरिद्वार, राजाजी टाइगर रिजर्व से लगातार रिहायशी इलाकों में आ रहे जंगली जानवरों की रोकथाम के लिए पार्क प्रशासन द्वारा जगह-जगह पानी के कुंड बनाए जा रहे हैं। पहले चरण में ये होल्स हरिद्वार रेंज में बनवाए गए हैं, ताकि जानवरों को पानी के लिए रिहायशी इलाकों का रुख न करना पड़े।
पिछले कुछ सालों में देखने में आया है कि हाथी, गुलदार पार्क सीमा लांघ कर अक्सर शाम होते ही रिहायशी इलाकों की ओर चले जाते हैं। इसी को देखते हुए हरिद्वार रेंज में विभिन्न स्थानों पर कच्चे और पक्के पानी के कुंड तैयार किए जा रहे हैं। वार्डन कोमल सिंह ने बताया कि पानी की आपूर्ति के लिए ये होल्स तैयार हो रहे हैं।
वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का भी कहना है कि पिछले 20 से 25 वर्षों में जलवायु परिवर्तन के कारण वो जल स्रोत भी सूख गए हैं, जो कभी नहीं सूखा करते थे। इस वजह से जानवर आबादी वाले इलाकों की ओर चले जाते हैं। जंगली जानवरों को रोकने के लिए अब पार्क प्रशासन ने पानी के कुंड का सहारा लिया है। पानी के बाद अब वन महकमे को जानवरों के भोजन की भी पार्क के अंदर ही व्यवस्था करनी होगी। ताकि जानवर बाहर आबादी वाले क्षेत्र में जाकर तांडव न मचाए।
आठ साल में 82 बाघों की मौत, कौन है जिम्मेदार?
हरिद्वार, उत्तराखंड के कॉर्बेट और राजाजी नेशनल पार्क की केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में अलग पहचान है। ऐसे में वन विभाग भी पार्क सहित जंगलों में बाघ, गुलदार, हाथी, हिरण समेत दूसरे जंगली जानवरों की देखरेख में कोई कमी नहीं छोड़ता। लेकिन हालिया सर्वे के मुताबिक उत्तराखंड में पिछले आठ साल में बाघों के मौत के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, बीते आठ साल में अबतक कुल 82 बाघों की मौत हो चुकी है।
बता दें कि प्रदेश में वर्तमान में बाघों की संख्या वन विभाग के मुताबिक, 362 है। उत्तराखंड बाघों के संरक्षण में कर्नाटक के बाद दूसरे स्थान पर आता है, लेकिन प्रदेश में बाघों के पूर्ण संरक्षण के बावजूद बाघों की मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, यह चैंकाने वाली बात है। वर्ष 2010 से 2017 के बीच बाघों की मौत का ये आंकड़ा 82 तक पहुंच चुका है, जिसमें वर्ष 2011 में 18 अौर वर्ष 2015 में सर्वाधिक 13 बाघों की मौत हुई। इस साल अब तक 12 बाघ मर चुके हैं।
प्रदेश में बाघों के बढ़ते मौत के आंकड़े के मद्देनजर वन मंत्री हरक सिंह रावत ने चिंता जताते हुए महकमें के अधिकारियों को इस मामले की तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह पता लगाया जाना चाहिए कि कहीं बीमारी के चलते तो बाघों की मौत नहीं हो रही है या फिर विभाग की ओर से कोई लापरवाही बरती जा रही है?
राज्यपाल ने राजभवन में रोपे ट्यूलिप के पौधे
प्रदेश के राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पॉल ने राजभवन के गार्डन एरिया में ट्यूलिप के बल्ब रोपित किए। राज्यपाल ने कहा कि, “ट्यूलिप के फूल विश्व के सबसे मंहगे व आकर्षक फूलों में माने जाते हैं। ट्यूलिप ठंडे और पर्वतीय क्षेत्रों के अनुकूल वातावरण में ही लगाया जा सकता है।” अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में ‘ट्यूलिप’ के फूलों की बहुत अधिक मांग है। इसकी व्यावसायिक खेती उत्तराखंड के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकती है।
‘ट्यूलिप’ फूल की उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में व्यावसायिक खेती की संभावनाएं तलाशने की दृष्टि से ही राज्यपाल ने प्रायोगिक तौर पर राजभवन में दो वर्ष पूर्व ट्यूलिप लगवाना प्रारम्भ करवाया था। राजभवन में उद्यान अधिकारी दीपक पुरोहित ने बताया कि वर्ष 2015 में ट्यूलिप के 100 बल्ब व वर्ष 2016 में 200 बल्ब लगवाए गए थे। दोनों ही बार अच्छा परिणाम देखने को मिला था। इस वर्ष राज्यपाल के निर्देशों पर ट्यूलिप के तीन प्रजातियों के कुल 500 बल्ब लगाए गए हैं। आशा है कि लगभग 45-50 दिनों में इनमें फूल खिल जाएंगे।
राजभवन में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली पुष्प प्रदर्शनी के लिए यह एक आकर्षण होगा। इस अवसर पर सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन, चीफ हाॅर्टीकल्चर संजय श्रीवास्तव सहित राजभवन के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
होटल व्यवसाय पर मंदी की जबरदस्त मार
ऋषिकेश। धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश मे होटलों पर मंदी की मार छा गई है। होटल इंड्रस्टीज मे छाए सन्नाटे के चलते व्यवसाय से जुड़े लोगों के दिलों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं। वर्ष बीतने के बावजूद नोटबंदी से होटल व्यवसाय के लोग उबर नहीं पा रहे हैं।
नोटबंदी के एक वर्ष गुजर जाने के बावजूद होटल व्यवसाय पटरी पर नही आ पाया है। होटल व्यवसायी जबरदस्त मंदी के दौर से जूझ रहे हैं। होटल एसोसिएशन के सचिव व होटल गंगा किनारे के स्वामी सूरज गुल्हाटी का कहना है कि शहर के तमाम आलीशान होटलों में 30 से 40 फीसदी तक दी जा रही छूट के बावजूद पर्यटक आर्कषित नहीं हो पा रहे हैं। जिसकी वजह से होटलों के कमरे खाली पड़े हैं।
नोटबंदी से पूर्व तक विंटर के मौसम के आगाज के साथ ही पर्यटकों की जबरदस्त आमद के साथ होटल व्यवसायियों के चेहरे खिल उठते थे। खासतौर पर नवम्बर-दिसम्बर मे विदेशी सैलानियों के साथ-साथ पड़ोसी राज्य हिमाचल, उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों से पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ा करती थी लेकिन इस वर्ष तस्वीर बिल्कुल अलग है। नगर के अधिकांश होटलों मे सन्नाटा पसरा हुआ है।
तपोवन रिसोर्ट के मालिक दिलेराम रतूड़ी का कहना है कि मंदी से परेशान होटलों मे भी खर्च को सीमित करने के लिए कर्मचारियों की छटनी भी की जा रही है। जबकि अधिकांश होटल व्यवसायियों ने उत्तराखंड राज्य में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों ने बैंकों से कर्ज लेकर अपने व्यवसाय को खड़ा किया है लेकिन यात्रियों के ना होने के कारण उनके खर्चे भी नहीं निकल रहे हैं।
युवती की तहरीर पर सिटी बस सीज
देहरादून। राजधानी देहरादून की सिटी बस में सफर कर रही एक युवती को स्टॉपेज के बजाय अन्य स्थान पर उतारने की घटना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बुधवार को बस को सीज कर दिया। मामला थाना कैंट क्षेत्र का है।
मंगलवार को एक युवती ने थाना कैंट में लिखित तहरीर दी कि बीते तीन दिसम्बर की शाम वह एक बस में सवार हुई थी। उसे बल्लूपुर चौक पर उतरना था। युवती ने कंडक्टर को किराया देते हुए अपना स्टॉपेज बता दिया। युवती का आरोप है कि करीब सात बजे सिटी बस बल्लूपुर चौक के पास पहुंची तो वह अपना बैग उठाकर बस के गेट पर आ गई। आरोप है कि ड्राइवर ने बल्लूपुर चौक निकलते ही बस रोकने के बजाए उसकी गति बढ़ा दी और बल्लूपुर चौक पर न उतारकर फ्लाईओवर के ऊपर से ले जाकर किशन नगर चौक के पास उतार दिया। पुलिस ने अज्ञात बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
वाहन को चिन्हित करने के लिए थाना कैंट पुलिस ने बल्लूपुर चौक से लेकर किशननगर चौक के मध्य लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की व बस ऑपरेटर यूनियन से घटना के समय उस रूट पर चलने वाली सभी बसों का विवरण एकत्रित किया। सीसीटीवी फुटेज व प्राप्त बसों के विवरण का भौतिक सत्यापन करने पर संदिग्ध बस (यूके 07 पीए 0493) को रोका व बस में सवार कंडक्टर को वादिनी द्वारा अभियुक्त के रूप में शिनाख्त की गयी। थाना कैंट पुलिस ने बस को सीज कर दिया है।
पुलिस के हत्थे चढ़े तरस तस्कर, 2 लाख की पहाड़ी चरस भी हुई बरामद
ऋषिकेश :- ऋषिकेश पुलिस को उस वक़्त बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब अंतराष्ट्रीय गिरोह के दो चरस तस्कर को पुलिस ने 2 लाख की पहाड़ी चरस के साथ गिरफ्तार किया। ऋषिकेश सीईओ मंजूनाथ टीसी ने प्रेस वार्ता कर इस बात की जानकारी दी। आपको बता दे कि पिछले कई समय से पुलिस प्रशाशन को चरस की तस्करी की सूचना मिल रही थी, कि नेपाली मूल के कुछ युवक रायवाला, ऋषिकेश और जॉलीग्रांट के छेत्रों में चरस सप्लाई करते है, सूचना के बाद से ही पुलिस इनकी तलाश कर रही थी और चैकिंग अभियान के दौरान दोनों आरोपियों को रानीपोखरी चोक से गिरफ्तार किया गया. मीडिया से बात करते हुए सीओ मंजूनाथ टीसी ने बताया कि आरोपियों के पास से 2 लाख की चरस मिली है और आरोपियों को फिलहाल पेशी के लिए कोर्ट में भेज दिया गया है.