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गजब : बिजली कनेक्शन व मीटर लगे बिना बन रहे बिल

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देहरादून, ऊर्जा निगम के कारनामे एक से बढ़कर एक है। कनेक्शन दिया नहीं, मीटर लगा नहीं और बिल जेनरेट हो गया। यह देख उपभोक्ता हैरान हुआ, क्योंकि साल भर पहले आवेदन करने के बाद भी कनेक्शन नहीं लगा तो बिल कैसे आया। जेई, एसडीओ तक खूब चक्कर काटे। फिर, विद्युत उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच में शिकायत दर्ज कराई तो सुनवाई में पता चला कि विभाग स्तर से मीटर जारी तो हुआ, पर लगाया नहीं गया। मंच के निर्देश पर मीटर लगा और विभाग को आदेश दिए कि मीटर लगने से पूर्व का बिल निरस्त किए गए।
विनोद विहार कॉलोनी ऋषिकेश निवासी सिद्धार्थ मैठाणी ने जून, 2016 में घरेलू कनेक्शन के लिए आवेदन किया था और इस्टीमेट के अनुसार 1400 रुपये की धनराशि भी जमा करा दी थी। एक साल तक वह चक्कर काटते रहे, पर विभाग ने कनेक्शन नहीं दिया। अगस्त, 2017 में उनके घर मीटर रीडर आया, लेकिन मीटर तो लगा ही नहीं था। इसके बाद सिद्धार्थ ने कॉल सेंटर फोन किया तो पता चला कि करीब दो महीने पहले कनेक्शन लग चुका है और 630 रुपये का बिल भी बना हुआ है। मंच में सुनवाई के दौरान उप खंड अधिकारी अमित कुमार भट्ट ने पक्ष रखते हुए कहा कि मीटर लाइनमैन महेंद्र सिंह बिष्ट को दिया था। लाइनमैन ने न तो मीटर लगाया और न ही इस संबंध में जानकारी दी। उससे स्पष्टीकरण तलब किया है।

विभागीय स्तर पर किया गया खेल
मंच ने ऊर्जा निगम से कनेक्शन से पूर्व बिल जारी करने के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी और जेई ने 09 सितम्बर 2017 को मीटर स्थापित करने की बात कही। मंच ने इससे जुड़े कागजात मांगे तो उसमें मीटर लगाने की तिथि 20 सितम्बर थी। सीलिंग में टिप्पणी अंकित थी कि पुराना मीटर खराब होने के कारण नया मीटर लगाया गया, जबकि सीलिंग पर विभागीय कर्मचारी के साथ उपभोक्ता या उसके किसी प्रतिनिधि के हस्ताक्षर तक नहीं थे। मीटर के विवरण वाला कॉलम भी खाली था। वहीं, उपभोक्ता को जारी बिल पर भी मीटर संख्या का उल्लेख नहीं था। मंच ने आदेश में कहा है कि मीटर स्थापित करने की तिथि से ही उपभोक्ता को बिल दिया जाए।

नहीं सुधर रही विभागीय व्यवस्थाएं
कनेक्शन जारी करने में देरी पर उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग पिछले आठ सालों में ऊर्जा निगम पर 14 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा चुका है। निगम की हठधर्मिता ऐसी है कि व्यवस्थाओं में सुधार करने के बजाय कई बार जुर्माना माफी की याचिका आयोग के समक्ष प्रस्तुत कर चुका है। इतना ही नहीं, इस वित्तीय वर्ष में एक माह की भी लंबित कनेक्शन रिपोर्ट आयोग को नहीं दी गई, जबकि हर महीने रिपोर्ट देने का प्रावधान है। हाल ही में आयोग ने ऊर्जा निगम को नोटिस जारी किया है।

राहुल के हाथों पर बागडोर देते ही भाजपा की फतहःभट्ट

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रानीखेत, मिशन गुजरात और हिमांचल जीत के बाद कोन्फीडेंस से भरी भाजपा अब कांग्रेस पर तंज कसने में कोई कसर नहीं छोड रही है, प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कसीदे पढ़ते हुए कांग्रेस पर जमकर तंज कसे, उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के हाथ में बागडोर आने पर कांग्रेस गुजरात और हिमाचल से भी हाथ धो बैठी है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड में सिडकुल घोटाले को कांग्रेसराज की देन करार देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर त्रिवेंद्र सरकार किसी को बख्शने वाली नहीं है।उन्होने तल्ख तेवरों में  कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि एनएच-74 हो या मौजूदा सिडकुल घोटाला, सब पूर्व की कांग्रेस सरकार की देन है, नोटबंदी, जीएसटी आदि पर विपक्ष द्वारा फैलाये जा रहे भ्रम भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की देश-विदेश में बढ़ती लोकप्रियता और जनविश्वास से कांग्रेस बौखला गयी है।

साइकिल पर डीएम जाऐंगे ऑफिस, शनिवार होगा ”नो कार डे”

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चंपावत, शहर में बढ़ रही गाड़ियों और उनसे निकलने वाले धूएं से हर रोज प्रदूषण बढ़ता जा रहा है जिससे लोगों में अलग-अलग बिमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। इसी को देखते हुए चंपावत जिले के डीएम ने एक अलग और अनोखी पहल की है। डीएम अहमद इकबाल ने कहा है कि, “मुख्यालय पर काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारी साइकिल से दफ्तर आये। केवल जरूरी दौरे या फिर बीमार होने की स्थिति में ही वाहन का प्रयोग करे।” शनिवार को जारी हुए इस अनोखे आदेश पर मिली जुली प्रतिक्रिया आ रही हैं।

कलक्ट्रेट सभागार में हुई सड़क सुरक्षा कमेटी की बैठक में इस समस्या पर लंबी चर्चा चली। जिसमें अधिकारियों व आमजन ने कई सुझाव रखे। इन्हीं सुझावों को देखते हुए डीएम ने पर्यावरण संरक्षण, सेहत व यातायात समस्या का हवाला देते हुए डीएम ने ये एडवाईजरी जारी की है। इसके तहत शनिवार को ‘नो-कार डे’ मनाया जायेगा। डीएम डॉ. इकबाल ने न्यूजपोस्ट से बातचीत में बताया कि, “यह केवल एक एडवाइजरी है और यह स्थानीय लोगों के लिए करना आसान भी है, ऐसा करने से ट्रैफिक की समस्या के साथ-साथ सेहत भी ठीक रहेगी।” उन्होंने कहा कि “समीक्षा बैठक में हमने यह एडवाइजरी क्षेत्रीय लोगों के लिए निकाली और साथ ही अपने दफ्तर में भी इसे करने का सोचा। इसमें कार पूलिंग के अलावा एक दिन ‘नो-कार-डे’ भी शामिल है। आने वाला शनिवार इस योजना का पहला शनिवार है और हम आशा करते हैं कि यह दिन हमारी अपेक्षाओं पर खरा उतरे। हमने सभी अॉफिस वालों को अपनी साइकिल खरीदने की बात कही है और कुछ लोगों ने मुझे बताया कि आज से 15 साल पहले हर कोई साइकिल से ही चलता था और अगर एक बार और ऐसा वापस हो जाए तो इससे अच्छी बात क्या होगी।”

बीते दिनों वन अभियान में चारधाम में आॅल वेदर सड़क के नाम पर जिस तरह से विकास के नाम पर दानवीय प्रवृति दिख रही है, वह खतरनाक संकेत है। 18 से 24 मीटर चौड़ी सड़क बनाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है और 24 मीटर का अधिग्रहण हो रहा है। पर्वतीय क्षेत्र में पेड़ों का कटान जहां तेजी से हो रहा है तो प्रदूषण की मात्रा भी तेजी से बढ़ी है। यही नहीं यातायात की समस्या भी इस कदर बढ़ गई है कि तमाम प्लानिंग के बाद भी इस पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है।

चिन्यालीसौड़ में हुर्इ वायु सेना के मालवाहक की सफल लैंडिंग

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उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर मंगलवार को वायु सेना के मालवाहक विमान एएन-32 ने सुरक्षित लैंडिंग की। हवाई पट्टी का जायजा लेने के लिए वायु सेना के इस विमान ने तीन लैंडिंग और टेक आफ का परीक्षण किया। इसके साथ ही वायु सेना की टीम ने हवाई पट्टी बनाने वाली यूपी निर्माण निगम के अधिकारियों से हवाई पट्टी के बारे में जानकारी ली। वायुसेना के इलाहाबाद के एयरबेस के एयर कामाडोर एस बनर्जी ने बताया कि वे जल्द ही वायु सेना के दूसरे विमान की भी यहां लैंडिंग कराएंगे। उन्होंने हवाई पट्टी को भविष्य में किसी भी आपात आपरेशन के लिए मुफीद बताया।

वायुसेना के इलाहाबाद के एयरबेस के एयर कामाडोर एस बनर्जी की अगुवाई मे वायुसेना के 6 सदस्यीय पायलेट दल ने दोपहर 1.15 बजे चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर वायु सेना के मालवाहक विमान एएन-32 को उतारा। रनवे का परीक्षण करने के लिए पायलेट दल ने तीन बार आसमान में चक्कर लगा कर तीन बार लैंडिंग की। तीनों बार पायलेट दल ने रनवे को सुरक्षित लैंडिंग के लिए मुफीद पाया। साथ ही हवाई पट्टी के आसपास हवाई सर्वेक्षण किया। हालांकि रनवे के एन्डिग प्वाइंट पर जहाज को घुमाने में हलकी कठिनाई हुई। जिसको एयर कामाडोर ने एन्डिग र्सिकल पांच मीटर बढाने और रनवे के दोनों और पीसीसी व हवाई अड्डे के लिए सेपरेशन दीवार बनाने को कहा।

गौरतलब है कि सामरिक नज़रिये से भारत और चीन की सीमा नाजुक मानी जाती है। पिछले कुछ समय से बॉर्डर को जाने वाली सड़कों और अन्य व्यवसाथओं को सुदृण करने के लिये सरकार ने काफी कदम उठाये हैं।

वाई-फाई आदि से लैस धनोल्टी के 13 गांव बनेंगे पर्यटन के “मॉडल विलेज”

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धनोल्टी के 10 ग्राम पंचायतों के 13 गांवों के क्लस्टर का खासतौर पर विकास किया जायेगा। सभी गावों में बुनियादी सुविधाओं के साथ थीम के आधार पर (गांव की विशेष पहचान) विकास किया जायेगा। पर्यटन के लिहाज से ये गांव माॅडल बनेंगे। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने नेशनल अरबन मिशन के बैठक में इस बात की जानकराी दी। उन्होने बताया कि क्लस्टर का विकास इस ढ़ंग से किया जाय कि पर्यटक आकर्षित हों औऱ गांव के लोगों की आमदनी बढ़े।

इन गांवों में कौशल विकास, सड़क, सम्पर्क मार्ग, गैस कनेक्शन, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट, स्वास्थ्य सुविधा, स्कूलों का अपग्रेडेशन, स्वच्छता, कृषि, प्रसंस्करण सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जायेंगी। एग्रो टूरिज्म के रूप में इन गांवों का विकास किया जायेगा। इसके लिए गांवों का डूर टू डूर सर्वेक्षण कर लिया गया है। योजना के अनुसार गांव के लोगों को हाॅस्पिटलिटी, योगा, पंचकर्मा की ट्रेनिंग दी जायेगी। स्थानीय संस्कृति, संगीत, व्यंजन, वेशभूषा के अनुरूप होम स्टे विकसित किया जायेगा। सभी गांवों में वाईफाई होगा। गांव वालों को डिजिटल लिटरेट किया जायेगा। गांवों की थीम संगीत, वाद्य यंत्र, एग्रो टूरिज्म, योग, एंडवेचर, आभूषण एवं कला, हिमालयी पक्षी, जड़ी-बूटी, मसाले, फल और फल पट्टी, फूल, पशु आदि पर होगी। बताया गया कि नेशनल अरबन मिशन के तहत भारत सरकार 90ः10 के अनुपात में क्रिटिल गैप फंडिंग करेगा। इसके लिए 66 करोड़ रूपये की योजना बनाई गई है।

उत्तराखंड के राजनीतिक अखाड़े में बीजेपी के नये दांव शौर्य डोभाल पर कांग्रेस ने साधा निशाना

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प्रधानमंत्री के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के पुत्र शौर्य डोभाल ने उत्तराखंड बीजेपी के रास्ते राजिनीति में अपनी नई पारी की शुरुआत कर रहे हैं। हल्द्वानी में आयोजित बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शौर्य डोभाल का प्रदेश कार्यकारणी सदस्य के रूप में एंट्री लेना इसकी तस्दीक करता है।

थिंक टैंक इंडिया फाउंडेशन के कर्ताधर्ता शौर्य डोभाल पिछले दिनों विपक्षी दल कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के निशाने पर भी आये थे,जब डोभाल की संस्था पर कुछ सौदों को लेकर आरोप लगाए गए थे। इसके पीछे इंडिया फाउंडेशन के कई निदेशकों के केंद्र में मंत्री पद पर होना कारण रहा।

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एक हफ्ता पहले गोआ में बीजेपी की थिंक टैंक की मीटिंग राम माधव ने ली थी जिसमे शौर्य डोभाल भी शामिल हुए थे। डोभाल गोआ से सीधे हल्द्वानी पहुंचे और बतौर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के रूप में बैठक में सम्मलित हुए। हांलाकि कुछ खास कारणों के चलते ये खबर स्थानीय मीडिया को बिल्कुल भी नही लगने दी गई और न ही प्रदेश बीजेपी नेताओं ने इसे हाईलाइट किया।

एकाएक शौर्य डोभाल का उत्तराखंड की भाजपा राजनीति में सक्रिय होने के पीछे ये बात मानी जा रही है कि राजनीति में हमेशा हितों को ही साधा जाता है। अटकलों का बाज़ार गर्म है कि डोभाल या तो राज्य सभा या फिर लोक सभा के लिए अपनी ज़मीन तैयार कर रहे हैं। गौरतलब है कि इंडिया फाउंडेशन ने लंबे समय से प्रधान मंत्री मोदी के लिए गुजरात और देश विदेश में एक थिंक टैंक का काम किया है। खुद मौजूदा राष्टीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी इस संस्था के साथ सक्रिय तौर पर जुड़े रहे हैं।

वहीं कांग्रेस ने इस कदम पर बीजेपी को घेरा है और कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि ”वंशवाद के खिलाफ जो बात करते हैं,वहीं लोग यह काम कर रहे हैं,तो यह उन्हें शोभा नहीं देता है।शौर्य डोभाल की जितनी बात सामने आई है वह ठीक नहीं है,जो खाऊंगा और नहीं खाने दूंगा की बातें करते हैं,उनके लिए भी यह ठीक नहीं है।”

बहरहाल इतना तो तय है कि उम्रदराज़ नेताओं को गुडबाय कहती उत्तराखंड बीजेपी में ढोभाल किस तरह अपनी जगह बनाते हैं ये देखना आने वाले दिनों काफी दिलचस्प होगा।

गंगा की धारा को बचाने के लिये पैसों की कमी नहीं आने दी जायेगी: त्रिवेंद्र सिंह रावत

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मुख्यमंत्री रावत एवं राज्य मंत्री जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय, भारत सरकार डाॅ. सत्यपाल सिंह ने ऋषिकुल आॅडिटोरियम, हरिद्वार में करीब 900 करोड़ रूपये की 34 योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इनमे 906.11 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास एवं 12.83 करोड़ के लागत की योजनाओं का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “गंगा की निर्मलता एवं अविरलता के लिए हिमालय से निकलने वाले 26 हजार जल स्रोतों की निर्मलता बनी रहे। औद्योगिक संस्थानों, गंगा के तट पर बसे गांवों के कूड़े-कचरे, कृषि में प्रयुक्त हो रहे केमिकल्स एवं कपड़ों के प्रयोग से  गंगा अधिक प्रदूषित हो रही है। गोमुख से गंगा सागर तक गंगा के 2500 किमी के प्रवाह को अविरल एवं निर्मल बनाये रखने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे आना होगा और नमामि गंगे योजना को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना होगा।”
राज्य मंत्री जल संसाधन, डाॅ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि “गंगा ने अनेक सभ्यताओं एवं संस्कृतियों को जन्म दिया। गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता बनाए रखने के लिए केन्द्र सरकार से धन की कभी कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। गंगोत्री से गंगा सागर तक गंगा को पवित्र बनाने के लिए सबको संकल्प लेना होगा।”
पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि नमामि गंगे योजना को सफल बनाने के लिए समाज का पूर्ण सहयोग जरूरी है। गंगा की स्वच्छता के लिए गंगा निरीक्षण यात्रा, गंगा आर्ट मैराथन, गंगा रथ संचालन एवं कार्याशालाओं का आयोजन किया गया। गंगा विचार मंच, नेहरू युवा केन्द्रों एवं शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाये गये हैं। उन्होंने कहा कि गंगा कि निर्मलता के लिए गंगा के प्रति सभी के मन में समर्पण का भाव होना जरूरी है।
शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक ने कहा कि केन्द्र सरकार के मदद से नमामि गंगे के कार्यों में तेजी आई है। गंगा में कूड़ा-कचरा न जाए। इसके लिए साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट की ठोस योजना बनाई जा रही है। गंगा  की स्वच्छता के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।

रेरा में शिकायतों पर सुनवाई के पहले दिन दो मामलों में फैसला

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देहरादून। रियल एस्टेट (रेगुलेशन एंड डेवलपमेंट) एक्ट-2016 के तहत रेरा (रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी) में शिकायतों का निस्तारण शुरू हो चुका है। मंगलवार को पहली बार रेरा ने दो केस निस्तारित किए। यह दोनों मामले जीटीएम बिल्डर की सहस्त्रधारा रोड पर जीटीएम कैपिटल आवासीय परियोजना के खिलाफ दायर किए गए थे। इसमें निवेशकों ने अपना पैसा वापस करने की मांग की थी, हालांकि अनुबंध के तहत कब्जा देने की समय सीमा बची होने के चलते बिल्डर के पक्ष में निर्णय दिया गया।

पहले केस में सहस्त्रधारा रोड निवासी रुथ कैलसंग ने शिकायत की थी कि उन्होंने जीटीएम कैपिटल में फ्लैट बुक कराया था और एडवांस के रूप में दो लाख रुपये जमा कराए थे। हालांकि बाद में उन्होंने बुकिंग निरस्त करने के लिए आवेदन कर दिया था। उनकी शिकायत थी कि इसके बाद भी जीटीएम बिल्डर के प्रतिनिधि उन्हें फोन व एसएमएस कर बुकिंग की पूरी राशि जमा करने का दबाव बना रहे हैं। प्रकरण की सुनवाई करते रेरा के सचिवालय के रूप में काम कर रहे उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण (उडा) के संयुक्त मुख्य प्रशासन गिरधारी सिंह रावत ने पाया कि कब्जा देने की समय सीमा अभी शेष है, लिहाजा अनु बंध शर्तों के अनुसार बिल्डर बुकिंग की जमा राशि दो लाख रुपये को जब्त कर सकता है। हालांकि बिल्डर को हिदायत दी गई कि वह निवेशक को फोन व एसएमएस कर परेशान न करे।
रेरा में निस्तारित दूसरा प्रकरण भी जीटीएम कैपिटल के खिलाफ था। इसमें सहस्त्रधारा रोड के ही निवासी दिनेश कुमार ने भी बुकिंग निरस्त करने व जमा राशि वापस करने की मांग की थी। उनका मत था कि आवासीय परियोजना की प्रगति धीमी है। इसके साथ ही उनका कहना था कि वह कुल बुकिंग की 67 फीसद राशि जमा करा चुके हैं और बिल्डर से बुकिंग निरस्त करने पर 20 फीसद राशि की कटौती की धमकी मिल रही है।
हालांकि सुनवाई में अनुबंध के अनुसार समय सीमा शेष पाई गई और ऐसे में रेरा ने अनुबंध शर्तों के अनुसार समय से पहले बुकिंग निरस्त करने पर 20 फीसद राशि जब्त करने की बात को सही माना। इसके साथ ही संयुक्त मुख्य प्रशासक ने निवेशक दिनेश कुमार को अभी इंतजार करने की सलाह दी और तय समय के बाद एक दिन का भी विलंब होने पर शिकायत करने को कह। इस पर निवेशक ने भी हामी भरी और प्रकरण का निपटारा कर दिया गया।
रेरा में 50 शिकायतें दर्ज
उडा के कार्यक्रम प्रबंधक कैलाश पांडे के मुताबिक रेरा में अभी तक बिल्डरों के खिलाफ 50 शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। करीब 40 शिकायतों में निवेशकों ने अपनी धनराशि वापस कराने की मांग की है। हालांकि कई केस में अनुबंध की समय सीमा बीत चुकी है और निवेशकों को कब्जा नहीं मिल पाया है। ऐसे मामलों में बिल्डरों पर निवेशकों की धनराशि लौटाने की तलवार लटकती दिख रही है।
इस दर पर चुकाना होगा पैसा फ्लैट की कीमत लौटाने के साथ ही संबंधित बिल्डर को एसबीआइ के प्रचलित मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिंग रेट के अनुसार अतिरिक्त भुगतान करना होगा। यह दर विलंब की अवधि के हिसाब से तय की जाएगी और इस राशि पर दो फीसद अतिरिक्त भुगतान भी करना होगा।

प्लास्टिक थैलियाें को लेकर 29 व्यापारियों के काटे चालान

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पिथौरागढ़। प्लॉस्टिक की थैलियों के खिलाफ नगर पालिका ने नगर के विभिन्न हिस्सों में अभियान चलाकर 29 व्यापारियों का चालन कर 10600 जुर्माना वसूला गया।

मंगलवार को नगर पालिका की टीम ने अधिशासी अधिकारी खीमानंद जोशी के नेतृत्व में नगर के गांधी चौक, महात्मा गांधी मार्ग, नया बाजार, केएमओयू स्टेशन, गुप्ता तिराहा सहित कई क्षेत्रों की दुकानों में छापे की कार्रवाई की। इस दौरान पालिका ने 29 दुकानों में प्लॉस्टिक की थैलियां मिलने, गदंगी व अतिक्रमण को देखते हुए चालान की कार्रवाई की। साथ ही मौके पर दुकानदारों से 10,600 रुपये का अर्थदण्ड वसूला गया। इस दौरान टीम के सदस्यों ने कई दुकानदारों को गदंगी व अतिक्रमण को लेकर भी चेताया।नगरपालिका के ईओ खीमानंद जोशी ने कहा कि नगर में प्लॉस्टिक की थैलियों के कारोबार को और ना ही दुकानों में गदंगी व सड़कों में अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गुलदार का शिकार बना युवक

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Noऋषिकेश, राजाजी नेशनल पार्क अंतर्गत रायवाला क्षेत्र में एक युवक गुलदार का शिकार बन गया। वनकर्मी की सूचना पर पुलिस ने को युवक का शव बरामद कर लिया है। पुलिस मृतक की शिनाख्त की पुलिस कोशिश कर रही है।

पुलिस के अनुसार, युवक का शव राष्ट्रीय राजमार्ग-58 से करीब 200 मीटर अंदर जंगल में बरामद हुआ है। युवक की उम्र करीब 28 वर्ष है। वन अधिकारी हरि गिरि के अनुसार, संभवतः युवक जंगल में शौच के लिए गया होगा। उसी समय गुलदार ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मृतक की शिनाख्त के लिए आसपास के क्षेत्रों में सूचना दे दी है। मामले की जांच की जा रही है।