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43 लाख के झंडे से मनाया किच्छा में गणतंत्र दिवस

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देश में आज जहा 69 गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम से मना रहा है। देश भर में समृद्ध गणतंत्र की शान में अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।इधर उत्तराखंड के उधमसिंहनगर के किच्छा में गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर सूबे में गजब की ऊंचाई पर बड़ा तिरंगा लहराया गया।

नगर पालिका किच्छा ने स्थानीय इंदिरा गांधी स्टेडियम में कई खासियतों वाले तिरंगे को फहराया। गौरतलब है कि नगर पालिका किच्छा ने 153 फुट ऊंचांई पर 30 × 45 मीटर लंबाई चौड़ाई वाले तिरंगे को रिमोट के जरिए फहराया गयहै। जिले के कप्तान सदानन्द दाते ने रिमोट बटन दबाया। इस शानदार दृश्य को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग जुटे।जैसे ही तिरंगा  हवा में लहराया इंदिरागांधी स्टेडियम भारत माता के जयकारे से गूंज उठा।

बताया जा रहा है कि सूबे के कुमाऊं मंडल में इससे ऊंचा झंडा किसी भी इलाके में नहीं फहराया गया। आपको बता  दें कि इससे पहले उधमसिंहनगर के जसपुर नगर पालिका में भी 110 फिट ऊंचे तिरंगे झंडे को फहराया जा चुका है।

बहरहाल दिलचस्प बात ये है कि इस बड़े और ऊंचे तिरंगे को लहराने की लागत 43 लाख रुपए आई है।

 

तीर्थ नगरी मे कोहरे की सफेद घनी चादर ने किया राष्ट्रीय पर्व का इस्तकबाल

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ऋषिकेश, कोहरे की सफेद घनी चादर ने किया गणतंत्र दिवस का स्वागत। राष्ट्रीय पर्व के मौके पर बदले हुए मौसम के चलते कड़ाके की सर्दी में बच्चे कांपे और बुजुर्ग बुरी तरह से ठिठुरते दिखे।

गढ़वाल के मुख्य द्वार कहे जाने वाले ऋषिकेश में आज गणतंत्र दिवस के मौके पर मौसम के मिजाज ने एक बार फिर से करवट बदली। पौ फटने के बाद ही समूची तीर्थनगरी घने कोहरे की सफेद चादर में सिमटती हुई नजर आई, जिसके बाद शीत लहर भी शुरू हो गई। कोहरे का प्रभाव इतना जबरदस्त था कि यातायात व्यवस्था में भी इसका असर देखने को मिला और कम विजुअलटी की वजह से वाहनों की रफ्तार पर भी दिन भर अंकुश लगा रहा। जानकारों की मानें तो पिछले एक दशक में गणतंत्र दिवस के मौके पर आज सबसे ठंडा दिवस रहा। दिनभर सूर्य देव के दर्शन ना होने की वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खास तौर पर स्कूली बच्चों को आज बेहद दुश्वारियां झेलनी पड़ी, लेकिन इसके बावजूद भी बच्चों में देश प्रेम का जज्बा देखने लायक था। महत्वपूर्ण यह भी है कि बसंत पंचमी पर्व के बाद से ऋषिकेश में मौसम ने यू टर्न ले रखा है, इसकी झलक आज गणतंत्र दिवस के मौके पर भी दिखाई दी।

खाई में गिरी कार शिक्षक की मौत

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अल्मोड़ा- हल्द्वानी से मुनस्‍यारी की ओर जा रही आल्टो कार अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गयी, जिससे उसमें सवार एक शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि शिक्षक का बेटा गम्भीर रुप से घायल है, बताया जा रहा है कि घटना धौलछीना के पहलेपल्लू बैंड के पास की है जहां खाई में गिरने से हादसा हुआ।

हद्वानी से मुन्स्यारी लौटते हुए धौलछीना के पहले पल्लू बैंड के पास एक आल्टो कार खाई में पलट गई। इसमें अध्यापक भुवनचंद्र की मौत हो गई, जबकि उनके 15 वर्षीय एकलौते बेटे लोकेश को गंभीर चोट आई है। मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर विवेक रॉय ने बताया कि लोकेश को बेस अस्पताल अल्मोड़ा में भर्ती कराया गया है। वहीं मृतक के परिजनों को सूचना दे कर बुलवा दिया गया है।

गणतंत्र दिवस के दिन शहीद जगदीश पुरोहित की अंतिम विदाई

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कश्मीर की कृष्णा घाटी में शहीद हुए चमोली जिले के गंडासू गांव निवासी शहीद जगदीश पुरोहित की उनके पैतृक घाट पर सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गयी।

उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उन्होंने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए। कहा कि शहीद की शहादत ब्यर्थ नहीं जाएगी। देश सदैव उनका ऋणी रहेगा। शहीद जगदीश पुरोहित के फौजी पिता से विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल ने मुलाकात की। ढाढस बधाया।शहीद जगदीश पुरोहित को गणतंत्र दिवस के दिन अंतिम विदाई दी गयी। उनके फौजी पिता गोविंद प्रसाद पुरोहित, भाई और सैन्य अधिकारियों समेत भारी संख्या में लोगों ने शहीद को नमन किया। पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीवारी में चमोली के जगदीश पुरोहित घायल हो गए थे। बाद में उपचार के दौरान राजौरी सेना अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गयी थी।

पार्थिव शरीर सेना के विशेष विमान से गुरुवार को जिला मुख्यालय गोपेश्वर में पहुंचा था। उधर, पिता गोविंद प्रसाद पुरोहित जो सेवानिवृत फौजी का कहना है कि सीमा पर पाकिस्तान सेना की गोली से जाने कितने सैनिक शहीद हो गये हैं। उनमें मेरा बेटा भी शामिल हो गया। यही हालत रहे तो जाने कितने और शहीद होंगे। पाकिस्तान को उसकी ही भाषा में जबाव देना चाहिए, जैसा इंदिरा जी ने किया था। मोदी जी को  इंदिरा जी से प्रेरणा लेनी चाहिए। उधर, गंडासू गांव में मातम पसरा है। पिता के अनुरोध पर शहीद के पार्थिव शरीर को पहले उनके गांव ले जाया गया, जो सड़क से एक किमी दूरी पर है।

शहीद जगदीश पुरोहित का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर सेना के विशेष विमान से बाहर ससम्मान गढ़वाल राइफल्स और गढ़वाल स्काउट के जवानों अधिकारियों को उतार कर कंधे पर रखा तो स्टेडियम जहां पर यह विमान उतरा हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने पाकिस्तान विरोधी नारे व जगदीश अमर रहे के नारे लगाये तो पूरा नगर गुंजायमान हो गया। पूरा नगर पाकिस्तान के विरोध में गुस्साया नजर आया।

आपको बतादें कि शहीद जगदीश पुरोहित के पिता 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ हुए युद्ध में भारत की सेना के सिपाही के रूप में जंग जीत चुके है। कहा कि 71 की लडाई में हमने पाकिस्तान में अंधेरा मचा दिया था। ऐसा सैन्य बल हमारा है। कहा कि यदि पाकिस्तान को सबक न सीखाया गया तो न जाने कितने लोग सीमा पर शहीद होंगे।

आईटीबीपी के जवानों के साथ मुख्यमंत्री ने बनाया गणतंत्र दिवस

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मुख्यमंत्री रावत ने 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तरकाशी के नेलांग पोस्ट पर जाकर आईटीबीपी के जवानों के साथ गणतंत्र दिवस मनाया। इस अवसर पर उन्होंने नेलांग में ध्वजारोहण किया। उन्होंने जवानों के उत्साहवर्धन के लिए उनके साथ समय बिताया एवं मिष्ठान वितरण भी किया। जवानों ने उनके उत्साह वर्धन के लिए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र को अपने बीच पाकर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इससे कार्य करने का जज्बा और हौंसला और अधिक बढ़ता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, “देश के सैनिक एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवान विपरीत परिस्थितियों में जिस बुलंद हौंसले के साथ देश की सेवा कर रहे हैं, इसी के परिणामस्वरूप आज हम आजादी से सांस ले रहे हैं। अपने पराक्रम और साहस के कारण हमारे जवान दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं।”
उन्होंने कहा कि नेलांग क्षेत्र सामरिक और प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है, 11614 फीट की ऊंचाई पर लगभग .05 डिग्री सेल्सियस पर जवान चैबीसों घंटे हिमालय और देश के सजग पहरेदार के रूप में सेवा कर रहे हैं। क्षेत्र में आने वाली किसी भी आपदा के लिए पहले रिस्पोन्डर के तौर पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के जवान देश के प्रति निष्ठा से अपने कर्तव्यों का पालन करने के साथ ही सामाजिक हित के कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
केन्द्र सरकार आईटीबीपी के जवानों के कल्याण हेतु कई प्रयास किये हैं। आईटीबीपी को आधुनिक संसाधनों से लैस बनाया गया है, ताकि जवान भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए और अधिक सक्षम हों। इसके लिए जवानों को आधुनिक उपकरण, आॅप्टिकल डिवाइस, टैलीकम्यूनिकेशन के उपकरण प्रदान किये गये हैं।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि, “आईटीबीपी की सभी अग्रिम चैकियां सड़क मार्ग से जुड़ जाएं, इसके लिए बोर्डर क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उत्तराखण्ड सरकार ने घोषणा की है कि उत्तराखण्ड के निवासी जो सैनिक एवं अर्द्धसैनिक बलों में ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त होते हैं, उनके आश्रितों को राज्य सरकार के द्वारा शैक्षिक योग्यता के आधार पर सेवायोजित किया जायेगा।

लिंक 12 घंटे लेट, दून काठगोदाम रिशेड्यूल

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देहरादून,  लंबी दूरी की गई रेल गाड़ियां अपने तय समय से घंटों विलंब देहरादून पहुंची। जिस कारण दून काठगोदाम को रिशेड्यूल किया गया है। ट्रेनों को विलंब पहुंचने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्टेशन अधीक्षक करतार सिंह ने बताया कि, “मैदानी इलाकों में पड़ रहे कोहरे के कारण ट्रेनें अपने तय से काफी विलंब चल रही है। इलाहाबाद से चलकर देहरादून आने वाली लिंक एक्सप्रेस 12 घंटे देरी से चल रही है। उन्होंने बताया कि लिंक के लेट होने के कारण दून काठगोदाम को रिशेड्यूल किया गया है।”

दून काठगोदाम का यहां से खुलने का समय रात्री 22:55 मिनट पर है लेकिन अब वह 27 जनवरी को 3:55 मिनट पर रवाना होगी। वहीं हावड़ा दून एक्सप्रेस अपने तय समय से पौने चार घंटे विलंब से पहुंची, जबकि अमृतसर से चलकर देहरादून आने वाली लाहौरी एक्सप्रेस 3:30 मिनट की देरी से आई।

दिल्ली रोहिला सराय से चलकर देहरादून आने वाली मसूरी एक्सप्रेस दो घंटे तो नंदा देवी एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस अपने तय से एक-एक घंटे लेट पहुंची। करतार सिंह ने बताया कि देहरादून काठगोदाम को छोड़ अन्य गाड़ियां समय से रवाना किया जा रहा है।

 

एफिल टावर को निशाना बना सकता है आइएस

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पेरिस,  इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकी पेरिस स्थित ऐतिहासिक एफिल टावर को निशाना बना सकते हैं। यह खुलासा एक शोध रिपोर्ट से हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रांस का एफिल टॉवर इस्लामिक स्टेट के उस सेल के निशाने पर हो सकता है जिसने बार्सिलोना पर हमला किया था।

आतंकवाद को लेकर एक शोध प्रकाशन सीटीसी सेंटिनल के शोधकर्ता- फर्नांडो रीनारेस और कार्लो गार्सिया काल्वो की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक नष्ट किए गए ठिकाने से एक वीडियो मिला था, इसके बाद एफिल टॉवर के चारों ओर एक सुरक्षात्मक दीवार स्थापित की गई।

विदित हो किआईएस के सेल ने अगस्त में बार्सिलोना के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल लास रमब्लास और एक तटीय क्षेत्र पर हमला किया था जिसमें 16 लोगों की मौत हुई थी। जांचकर्ताओं के साथ साक्षात्कारों और अदालती दस्तावेजों पर आधारित इस रिपोर्ट के मुताबिक, सेल के सदस्यों ने हमले से पहले पेरिस की यात्रा की थी। वहां उन्होंने एक कैमरा खरीदा और एफिल टॉवर की फिल्म बनाई।

चमोली जिले में धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस

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गोपेश्वर, चमोली जिले में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर स्कूली बच्चों ने गोपीनाथ मंदिर प्रांगण से मुख्य बाजार होते हुए पुलिस लाईन तक प्रभात फेरी निकाली। सभी सरकारी, अद्र्व सरकारी एवं शिक्षण संस्थाओं में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।

क्लेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी आशीष जोशी ने ध्वजारोहण कर कार्मिकों को राष्ट्रीय एकता, अखण्डता एवं देश के संविधान पर आत्मर्पित करने की शपथ दिलायी। उन्होंने अधिकारियों को अपने कत्र्तव्यों का पूरी निष्ठा के साथ परिपालन करने तथा मिलजुल कर कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने अमर शहीदों के बलिदान को याद करते हुए शहीद स्मारकों पर माल्यापर्ण कर उन्हें श्रृद्वा सुमन अर्पित किये। इस मौके पर क्लेक्टेªट परिसर में देवदार, तिरपला, तेजपाल, हरड, बेहडा, आवला, च्यूरा आदि औषधीय पौध भी लगाये।

देश के 69वें गणतंत्र दिवस समारोह का भव्य आयोजन पुलिस मैदान, गोपश्वर में किया गया। पुलिस मैदान, गोपेश्वर में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित जिलाधिकारी आशीष जोशी ने ध्वाजारोहण कर कार्यक्रम का शुभांरभ किया। पुलिस एवं एनसीसी जवानों की टुकडियों ने पुलिस बैंड के साथ परेड की। जिसकी सलामी मुख्य अतिथि ने ली।

वहीं कृषि, उद्यान, वन, खाद्य नागरिक आपूर्ति, उरेडा, बाल विकास, स्वास्थ्य, स्वच्छ भारत, पशुपालन, ग्राम्य विकास, शिक्षा, आपदा एवं उद्योग विभाग ने झांकियां प्रदर्शित की। पुलिस परेड एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने के लिए हजारों की संख्या में स्थानीय दर्शक मौजूद थे।

गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी ने शहीदों को नमन करते हुए सभी को राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर हार्दिक बधाई दी। कहा कि गणराज्य बनने से अब तक देश ने कई उपलब्धियां हासिल की है। जिले में विकास कार्यो के बारे में अवगत कराते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आज पलायन और कम बाल लिंगानुपात जिले की सबसे बडी समस्या बनी हुई है। कहा कि पहाड़ों में मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है।

पुलिस मैदान में पुलिस के जवानों ने परेड में अपने जौहर दिखाने के साथ-साथ सड़क सुरक्षा, एटीएम चोरी, घरेलू गैस से सुरक्षा आदि पर सूक्ष्म नाटक प्रस्तुत कर लोगों को सजग किया। पुलिस परेड में महिला पुलिस टीम की टुकडी को बेहतर प्रर्दशन के लिए प्रथम स्थान मिला। दूसरे स्थान पर यातायात पुलिस व तीसरे स्थान निर्भीक पुलिस की टुकडी रही। जबकि विभागीय झांकियों में पहले स्थान पर उद्योग, दूसरे पर सर्वशिक्षा व तीसरे स्थान संयुक्त रूप से पशुपालन व वन विभाग की झांकियां रही। जिन्हें जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

 

जम्मू के दूरदराज क्षेत्रों से भारत भ्रमण पर निकला छात्रों का समूह राजनाथ से मिला

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नई दिल्ली, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के भारत दर्शन कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को जम्मू क्षेत्र के 40 स्कूली छात्रों (20 लड़के व 20 लड़कियां) का एक समूह गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिला। श्री राजनाथ ने छात्रों से कहा कि बांटने वाली ताकतों को हमें अपनी राष्ट्रीय एकता की सोच पर हावी नहीं होने देना है।

जम्मू के दूर दराज व पिछड़े क्षेत्रों के छात्रों का यह समूह 19 से 30 जनवरी तक भारत भ्रमण पर है। गृहमंत्री से मुलाकात के दौरान बीएसएफ के एसडीजी राजेश रंजन भी उनके साथ थे। इन्हें देश के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराया गया और इसके बाद अमृतसर व बाघा बॉर्डर घुमाया जाएगा। 

बीएसएफ ने वर्ष 2000 में इस तरह के भ्रमण कार्यक्रम की शुरूआत की थी। अब तक बीएसएफ 58 भ्रमण कार्यक्रम आयोजित कर चुका है जिसमें 1619 बच्चों ने भाग लिया है| 

मैड द्वारा आयोजित ‘रिस्पना रिटर्न’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रतिभाग किया।

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मुख्यमंत्री रावत ने मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता मिलन हाॅल में सामाजिक संस्था मैड द्वारा आयोजित ‘रिस्पना रिटर्न’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि, “सरकार ने रिस्पना को पुनर्जीवित करने का जो लक्ष्य रखा है उसमें सबका सहयोग जरूरी है। किसी भी बड़े अभियान को सफल बनाने के लिए जन सहयोग सबसे जरूरी है।  इस अभियान को सफल बनाने में पर्यावरणविदों, संत समाज, सेना, वैज्ञानिकों, सामाजिक संस्थाओं एवं औद्योगिक प्रतिष्ठानों से जुड़े लोगों का सहयोग सरकार को मिल रहा है।”
उन्होंने कहा कि रिस्पना नदी में वृक्षारोपण, ट्रेंचेज एवं सफाई का पूरा कार्य जनसहयोग से एक दिन में किया जायेगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने सभी से सहयोग की अपील की है।
शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक ने कहा कि, “रिस्पना नदी को पुनर्जीवित करने का सरकार ने जो निर्णय लिया है, जन सहयोग एवं एक संकल्प तथा एक भाव से कार्य कर यह मिशन पूरा किया जायेगा।”
ईको टास्क फोर्स के कर्नल एचआरएस राणा ने कहा कि, “रिस्पना को पुनर्जीवित करने का जो प्लान बनाया गया है, विभिन्न संगठन के सहयोग से यह प्रयास सफल होता दिख रहा है।सितम्बर तक रिस्पना को पुनर्जीवित करने का पूरा प्रयास किया जायेगा।”
इस अवसर पर मैड संस्था के कार्यकर्ताओं द्वारा गंगा की स्वच्छता और निर्मलता पर जनजागरूकता के लिये लघु नाटिका का प्रस्तुतीकरण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने रिस्पना रिटर्न पर आधारित पुस्तक का भी विमोचन किया।  कार्यक्रम में वैज्ञानिक प्रो. दुर्गेश पंत, मैड संस्था के अभिजय एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।