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ऋषिकेश में फिल्म पद्मावत का विरोध

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ऋषिकेश, ऋषिकेश में चल रहीऋषिकेश में फिल्म पद्मावत का विरोध हिंदू संगठनों ने रामा पैलेस पहुंच कर किया प्रदर्शन पुलिस ने खदेड़ा ‘पद्मावत’ के विरोध में आज हिंदू संगठनों ने रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। रामा पैलेस पहुंचकर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध में नारे लगाए और प्रदर्शन किया।

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रामा पैलेस में सुरक्षा की दृष्टि से पहले से ही पुलिस बल तैनात था जिसने प्रदर्शन कर रहे इन संगठन को वहां से खदेड़ा। धारा 144 के उल्लंघन में हिंदू संगठन के कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया।

आपको बता दें ‘पद्मावत’ फिल्म शुरू से ही चर्चा का विषय बनी रही है जिसको लेकर पूरे देश भर में करणी सेना का विरोध भी देखा गया। लंबे समय के संघर्ष के बाद आखिरकार सुप्रीम कोर्ट का फैसला ‘पद्मावत’ के हक में आया था और पूरे देश में इसे रिलीज करने का आर्डर मिला था।

पहले फिल्म का नाम ‘पद्मावती’ था जिसको बदलकर ‘पद्मावत’ कर दिया और सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार पूरे देश में ‘पद्मावत’ को रिलीज करने के आर्डर मिले थे, लेकिन अभी भी फिल्म का संकट टला नहीं है ऐसे में तीर्थ नगरी ऋषिकेश में ‘पद्मावत’को लेकर विवाद सामने आया है।

पंकज की बहादुरी को पीएम मोदी का सलाम

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देहरादून, उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र में बहादुरी जैसे पेड़ों की तरह उठती है, कुछ ऐसा ही चरितार्थ कर दिखाया है टिहरी के पंकज ने जिनकी बहादुरी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटी उम्र में तेंदुए से भिड़ने वाले टिहरी के पंकज सेमवाल को असाधारण बालक बताया है। उन्होंने मां की जान बचाने के लिए अपनी जान की परवाह न करने के लिए पंकज को दूसरा श्रवण कुमार भी कहा।

प्रधानमंत्री ने पंकज को देश का सर्वोच्च बाल सम्मान “राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार” प्रदान किया। इस दौरान हर कोई उत्तराखंडवासी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा था। प्रधानमंत्री से मुलाकात से एक दिन पूर्व पंकज ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी विशेष भेंट की।

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राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित टिहरी के पंकज सेमवाल समेत सभी वीर बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास में मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने इन सभी बच्चों से व्यक्तिगत बातचीत की। प्रधानमंत्री को जब पंकज सेमवाल की वीरता का परिचय दिया गया तो वे बेहद प्रभावित हुए।

उत्तराखंड बाल कल्याण परिषद के संयुक्त सचिव केपी भट्ट ने बताया कि, “प्रधानमंत्री मोदी ने पंकज की प्रशंसा करते हुए कहा कि छोटी उम्र में गुलदार से भिड़ने का मजबूत हौसला असाधारण है। कहा कि अपनी मां व भाई-बहन को बचाने के लिए पंकज ने अपने प्राणों की चिंता नहीं की। यह सभी बच्चों के लिए मातृभक्ति की मिसाल बनेगा।” 

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंकज समेत सभी वीर बच्चों को राष्ट्रीय वीरता मेडल पहनाया और 20 हजार रूपये का चैक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। अब 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर होने वाली परेड में सभी वीर बच्चों को शामिल होने का मौका मिलेगा।

इससे पहले मंगलवार को पंकज समेत सभी वीर बच्चों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में भी विशेष भेंट की थी। वहीं, इससे पूर्व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, थलसेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत समेत कई अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों से मुलाकात कर चुके हैं।

गौरतलब है कि 10 जुलाई 2016 की रात पंकज की मां बिमला देवी घर के आंगन में काम कर रही थी। उस समय पंकज, छोटा भाई और बहन भी वहीं मौजूद थे। इस दौरान आंगन में घात लगाए बैठे गुलदार ने मौका देख पंकज की मां पर हमला कर दिया। मां की चीख सुन पंकच वहां दौड़ा चला आया और बिना डरे तेंदुए पर टूट पड़ा। पकंज ने गुलदार का डटकर सामना किया। जिसके बाद तेंदुए बिमला देवी को छोड़कर भाग गया।

विधानसभा अध्यक्ष ने किया क्रेजी पर्यटन मेले का उद्घाटन

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मुनि-की-रेती, ऋषिकेश में क्रेजी  विकास एवं पर्यटन मेला समिति के तत्वाधान में क्रेजी पर्यटन मेला 2018 का शुभारम्भ उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल ने किया, इस मौके पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल भी मौजूद थे।

इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने मेला समिति को बधाई एवं शुभकामना देते हुए कहा कि, “यह मेला ऋषिकेश क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना रहा है, इस प्रकार के आयोजनो से मन मस्तिष्क में नई चेतना का संचार होता है और साथ ही हमें अपनी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है।” अग्रवाल ने कहा कि, “मेले हमें मनोरंजन के साथ कुछ ना कुछ सीख भी दे कर जाते है।”

इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने मेला समिति को अपनी विधायक निधि से 50 हजार रूपये देने की घोषणा भी की साथ ही सास्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले 12 बच्चों को विधान सभा अध्यक्ष विवेकाधीन कोष से दो-दो हजार रूपये देने की घोषणा भी की। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने मेले में लगे स्टालो को देखा एवं सास्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद लिया

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष शिवमूर्ति कण्डवाल, रोशन रतुडी, शम्भु पासवान, मनीष कुकरेती, भरत बिष्ट, मौजूद रहे।

अब हवाई मार्ग से जुड़ेंगे उत्तराखंड के पहाड़

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देहरादून, विषम भौगोलिक परिस्थिति के चलते उत्तराखंड में यात्रा करना पर्यटक और आम आदमियों पर भारी पड़ता था। ज्यादा समय लगना और लैंडस्लाइड के समय घंटों का इंतजार पर्यटकों को उत्तराखंड में आने से रोके रखता था। अब 2018 में उत्तराखंड के 26 मार्गों पर हवाई सेवा का रास्ता साफ हो गया है ।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पवन हंस लिमिटेड और हेरिटेज एविएशन को सेवा शुरू करने की अनुमति प्रदान कर दी है। 2 माह के अंदर इन मार्गों पर सस्ती दर पर हेलीकॉप्टर और विमान सेवा शुरू कर दी जाएगी। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत उड़ान दो योजना में देशभर के 300 मार्गों का आवंटन किया है। इसमें उत्तराखंड के 26 मार्च शामिल है प्रदेश में 26 मार्गों पर उड़ान टू के तहत कम कीमतों पर हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की अनुमति प्रदान कर दी कर दी गई है।

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अब डीजीसीए और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की औपचारिकता पूरी करने के बाद कंपनियां सेवा देना शुरू कर सकेंगी हवाई जहाज 15 सो रुपए से लेकर ₹2000 प्रति व्यक्ति चार्ज करेंगे साथ ही हेलीकॉप्टर ₹3000 से लेकर ₹4500 प्रति यात्री किराया वसूलेगा।

उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत के अनुसार,” प्रदेश में 1984 से हवाई पट्टी बनी हुई है लेकिन इसका उपयोग नहीं हो पा रहा था इस सेवा को मंजूरी से प्रदेश की जनता बहुत खुश है जिससे अति दुर्गम क्षेत्रों में हवाई सेवा शुरू करने के लिए केंद्र सरकार को उत्तराखंड सरकार बधाई देती है।”

भारत-आसियान शिखर सम्मेलन के लिए आए राष्ट्राध्यक्ष, केंद्रीय मंत्रियों ने की आगवानी

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नई दिल्ली, नई दिल्ली में 25-26 जनवरी को हो रहे भारत-आसियान शिखर सम्मेलन के लिए आसियान के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली पहुंचे। सभी राष्ट्राध्यक्षों का दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर राजकीय स्वागत किया गया। सभी राष्ट्राध्यक्षों की आगवानी केंद्र सरकार के मंत्रियों ने की।

भारत एशियान-भारत शिखर सम्मेलन के लिए वियतनाम के प्रधानमंत्री, गुयेन झुआन फुक और मैडम ट्रॅन गुयेन थायू की आगवानी मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने की। कंबोडिया के प्रधानमंत्री समेक तिको हू सेन का स्वागत कपड़ा राज्यमंत्री अजय टमटा ने किया। म्यांमार की दाऊ आंग सान सू की का स्वागत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने किया। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हिसियन लूंग का स्वागत महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री वीरेन्द्र कुमार ने किया।

ब्रुनेई दारुसलाम के सुल्तान हसनल बोलकेयाह की आगवानी अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने की। फिलिपिन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो रॉआ डूटेटेटे का स्वागत मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह ने किया। थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत चान-ओ-चा और श्रीमती नारापोर्न चान-ओ-चा की आगवानी विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह की।

भारत सरकार इस बार नई दिल्ली में भारत-आसियान शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रही है, जिसमें आसियान सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष शिरकत कर रहे हैं। 25-26 जनवरी को आयोजित इस शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इन राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं भी होंगी। आसियान सदस्य देशों के 10 राष्ट्राध्यक्ष भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि भी होंगे। 

‘उत्तराखंड फिल्म नीति-2015 में संशोधन जल्द’

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देहरादून । उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद जल्द ही फिल्म नीति में संशोधन करेगी। इसे लेकर प्रस्ताव भी तैयार किया जा चुका है। परिषद ने फिल्म क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों व संस्थाओं से सुझाव देने की अपील की है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद डाॅ पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि उत्तराखंड फिल्म नीति-2015 में संशोधन किए जाने प्रस्तावित है। फिल्म क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों एवं संस्थाओं से अपील की है कि फिल्म नीति में संशोधन के लिए अपने सुझाव विभाग या परिषद को प्रेषित कर सकते है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में फिल्म निर्माण एवं शूटिंग के लिए बेहतर वातावरण तैयार किया जा रहा है। प्रदेश में फिल्म उद्योग को और अधिक अवसर मिले, इसके लिए फिल्म नीति-2015 में संशोधन किए जाने है। इसके लिए फिल्म क्षेत्र से जुड़े सभी लोगो से सुझाव आमंत्रित है।
उत्तराखंड फिल्म नीति-2015 विभागीय वेबसाइट (www.uttarainformation.gov.in) पर उपलब्ध हैं। फिल्म नीति के संबंध में अपने सुझाव विभागीय ईमेल ([email protected]) पर भी भेज सकते हैं। साथ ही लिखित रूप में विभाग व परिषद के पते-उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद, सूचना भवन में भी प्रेषित किए जा सकते हैं।

उत्तराखण्ड में पांच साल में लिंगानुपात को संतुलित करेगी सरकार: मुख्यमंत्री

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देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि बेटियां प्रदेश के विकास में बेटों के समान बराबरी का योगदान कर सकें, इसके लिए उन्हें समान रूप से आगे बढ़ाना जरूरी है। राज्य के पांच जिलों पिथौरागढ़, चम्पावत, चमोली, हरिद्वार एवं देहरादून में लिंगानुपात में असमानता है। पांच सालों में इस लिंगानुपात के अन्तर को संतुलित करना सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को सर्वे चौक स्थित आईआरटीडी आॅडिटोरियम में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने 50 नवजात बालिका शिशुओं को वैष्णवी किट का वितरण एवं बालिकाओं के विकास पर आधारित प्रारम्भिक एक हजार दिनों पर आधारित ‘सुनहरे 1000 दिन’ कलेण्डर का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए बेटियों की सुरक्षा, सुविधा एवं समृद्धि के लिए सबको एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा। पिछले 09 माह में बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ पर जागरूकता से पिथौरागढ़ में बाल लिंगानुपात में बेटियों की संख्या में वृद्धि हुई है, जहां 09 माह पहले एक हजार बालकों पर 813 थीं वहीं आज बढ़कर 934 हो गई हैं।
सीएम ने कहा कि सीएम डैशबोर्ड में बनाए गए गुड्डा-गुड्डी बोर्ड के माध्यम से बाल लिंगानुपात की लगातार समीक्षा की जा रही है, जिन जिलों में बालिकाओं की संख्या में कमी होगी, उन पर विशेष रूप से ध्यान दिए जाने में इससे मदद मिलेगी। शीघ्र ही प्रदेश के 27 लाख परिवारों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा जाएगा। जच्चा और बच्चा की सही देखाभाल हो सके, इसके लिए शीघ्र ही 900 नर्सों की भर्ती की जा रही है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए आशा कार्यकत्रियों के लिए 33 करोड़ रुपये के फंड की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि आज बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नहीं है। हर क्षेत्र में बेटियां राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां हांसिल कर रही हैं। यह समय रूढ़िवादी विचारधारा से हटकर आगे बढ़ने का है। नवजात बालिका शिशुओं के बीमा कवर देने के लिए भी सरकार कदम बढ़ाने को तैयार है।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्रदेश में बेटी बचाने-बेटी पढ़ाने की योजना को और आगे बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश में पहली बार नवजात बालिका शिशुओं के लिए समर्पित कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह पहला ऐसा कार्यक्रम हैं, जिसमें नवजात बालिका शिशु अपने कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रही हैं। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत प्रदेश में देहरादून से की है। नवजात बालिका शिशुओं को जो वैष्णवी किट दिया जा रहा है। उसमें मुख्यमंत्री एवं महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री का शुभाकामना संदेश भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के संदेश को लेकर 55 किमी साइकिल रेस का आयोजित किया गया। जल्द ही रुद्रपुर से महिलाओं को सेनेट्री नैपकिन उपलब्ध कराने की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि देहरादून में लिंगानुपात के अन्तर को कम करने के लिए हम सबको संकल्प लेना होगा।
राजपुर विधायक खजानदास ने कहा कि उत्तराखण्ड में बेटियों की सुरक्षा एवं प्रदेश में लिंगानुपात के संतुलन के लिए सीएम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जागरुकता पर विशेष बल दे रहे है, इसके सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहे हैं। पिथौरागढ़ एवं चम्पावत में लिंगानुपात में जो कमी आयी थी, अब उसमें वृद्धि हो रही है।
प्रमुख सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि मातृत्व एवं शिशु मृत्युदर को कम करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रत्येक सप्ताह समीक्षा की जा रही है। इस योजना के तहत बालिका के जन्म पर पांच हजार रुपये की धनराशि आॅनलाईन माध्यम से गर्भवती महिला के बैंक खाते में चली जाएगी। इस अवसर पर महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के अपर सचिव,महानिदेशक कैप्टन आलोक शेखर तिवारी, भाजपा के महानगर अध्यक्ष विनय गोयल, विकासनगर की ब्लाॅक प्रमुख तारा देवी, विशाल गुप्ता, खेमराज गुप्ता, डाॅ डीएस भण्डारी एवं महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास के अधिकारी उपस्थित रहे।

नौनिहालों का भविष्य चौपट कर रहे शिक्षक

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प्रदेश में शिक्षा का स्तर लगातार गिरते जा रहा है जिसके लिए कई बार हाईकोर्ट सरकार को फटकार भी लगा चुकि है, बावजूद इसके प्रदेश के शिक्षा विभाग का सिस्टम है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहा है, सूबे के शिक्षा मंत्री के ही गृह जनपद का हाल ये है कि यहां शिक्षा के नाम पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड किया जा रहा है, जिन शिक्षकों के हाथों में नौनीहालों का भविष्य सौंपा गया है उन शिक्षकों को ये तक नहीं पता कि उनके प्रदेश में कितने जिले हैं और उनके प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन है, एसे में शिक्षा के कर्णधार नौनीहालों का भविष्य कैसे संवारेंगे ये सवाल शिक्षा विभाग के लिए यक्ष प्रश्न है।

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सूबे के शिक्षा मंत्री जहां शिक्षा में गुणात्मक सुधार के दावे कर रहे हैं वहीं जिन शिक्षकों के हाथों में नैनीहालों का भविष्य है जब उनकी ही शिक्षा पर सवाल खडे हों तो शिक्षा में सुधार के दावे करना बेमानी ही होगा। जनपद उधमसिंहनगर के कुदय्योवाला गांव में राजकीय प्राथमिक विघालय में तौनात दो शिक्षकों की शिक्षा पर तब सवाल खडे होने लगे जब वो बच्चों को ब्लेकबोर्ड पर वो ज्ञान बांट रहे थे जो उनको भी नहीं आता, आधा अधूरा ज्ञान नौनीहालों को देते हुए शिक्षकों को जहां जिलों के नाम सही से पता नहीं थे वहीं अंग्रेजी में जिलों के नाम की तो पुरी तरह ही टांग तोड कर रख दी गयी, यही नहीं एक शिक्षक ने तो जिलों के पुरे नाम ही नहीं लिखे और अपनी ही मर्जी से जिले तक बना दिये, यही नहीं नौनीहालों को शिक्षा देने वाले गुरुजी को मुख्यमंत्री का नाम तो पता नहीं लिहाजा विभागीय मंत्री को ही मुख्यमंत्री का दर्जा दे डाला, शिक्षकों के इस सामान्य ज्ञान से आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि देश के नौनीहालों का भविष्य किन शिक्षकों के हाथों में, जो देश का भविष्य संवारने के बजाय़ बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हैं।

“पेसिफिक दून बुक बैंक” में पहुँची एस.एस.पी निवेदिता कुकरेती कुमार

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बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने और “सब पढ़े सब बढ़े” के सपने को साकार करने की दिशा में पैसिफिक मॉल द्वारा एक कैंपेन “पैसिफिक दून बुक बैंक” की शुरुआत की गई है। जिसमें उनके द्वारा 15 दिनों तक शहर भर से 5,50,000 किताबें एकत्र करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी क्रम में निवेदिता कुकरेती कुमार, महोदया ने पैसिफिक मॉल में “पेसिफिक दून बुक बैंक” कार्यक्रम में शिरकत की गई।

उपस्थित बच्चों को संबोधित करते हुए एस.एस.पी ने बच्चों की शिक्षा के हित के लिए पैसिफिक मॉल की इस पहल को अपना समर्थन देते हुए उसकी प्रशंसा की। उनके द्वारा बताया गया कि, “जिंदगी में मेहनत करने वाले की कभी हार नहीं होती इसलिए हमें अपने जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करते हुए उसकी प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहना चाहिए।”

उपस्थित बच्चों ने एस.एस.पी से प्रश्न भी पूछे, जिनका उनके द्वारा जवाब दिया गया। कार्यक्रम के दौरान पैसिफिक मॉल के सेंटर डायरेक्टर किंजल राडिया ने बताया गया कि, “15 दिनों तक चलने वाले विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों के माध्यम से पैसिफिक मॉल द्वारा शहर के सभी लोगों को इस कैम्पेन का हिस्सा बनने का आह्वान किया ताकि वह आगे आकर अपनी स्वेच्छा से उक्त बुक बैंक में किताबें दान करें।”

1 किलो 300 ग्राम अवैध चरस के साथ गिरफ्तार

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देहरादून, जनपद में चलाये जा रहे नशा मुक्ति अभियान के अन्तर्गत नशे की रोकथाम के लिये निर्देशो के क्रम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पटेलनगर ने समस्त उ.नि.गण एवं चीता मोबाइल कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्दश देते हुए पतारसी-सुरागरसी जारी रखते हुए मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत करते हुए ब्रीफ किया गया।

जिसके अनुपालन में रात को चेकिंग संदिग्ध वाहन / व्यक्तियों में कारगी चौक बंजारावाला में मोटर साइकिल यामाहा को रूकने का इशारा किया गया तो वाहन चालक वाहन को तेजी से मोड़कर भागने का प्रयास किया गया, जिस पर पुलिस टीम को शक होने पर घेर-घोट कर वाहन के चालक को पकड़ लिया।

चालक से नाम अशरफ अली, मोथरोवाला थाना, नेहरू कालोनी का निवासी बताया गया। पकडे गये व्यक्ति से भागने का कारण पूछते हुये तलाशी ली गयी तो इसके कब्जे से 1 किलो 300 ग्राम अवैध चरस बरामद हुई। पकडे गये व्यक्ति से इतनी भारी मात्रा में चरस रखने का लाइसेंस तलब किया तो माफी मांगने लगा।

अभियुक्त के विरूद्ध थाना हाजा पर मु.अ.सं 31/18 धारा – 8 / 20 एनडीपीएस एक्ट पंजीकृत किया गया ।

बरामदा माल का विवरण :-1 किलो 300 ग्राम अवैध चरस कीमत करीब 1 लाख 50 हजार रूपये ।