देहरादून। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने जन चेतना रैली की सफलता पर भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वर्तमान सरकार को अपनी गलतियों से सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कांग्रेस की रैली में युवाओं का उत्साह देखने को मिला, इससे साफ झलकता है कि वर्तमान सरकार से लोगों का मोह भंग हो रहा है। उन्होंने कहा कि जनता के हित में सरकार की विफलताओं को उजागर करने के लिए विपक्ष चेतना अभियान जारी रखेगी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने अपने जारी बयान में कहा कि 29 जनवरी को मंहगाई, बेरोजगारी, जीएसटी, नोटबंदी, एफडीआई एवं किसानों की आत्महत्या जैसे जनहित के मुद्दों को लेकर आयोजित जन चेतना रैली की आपार सफलता का श्रेय कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी का जन चेतना अभियान सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदैव गरीब, मजदूर एवं किसानों की हितैषी रही है। समाज के अंतिम छोर पर बैठे हुए व्यक्ति के साथ-साथ समाज के हर वर्ग के हितों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रही है।
प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जहां एक ओर यूपीए सरकार का नेतृत्व करते हुए देश के किसानों का लगभग 70 हजार करोड़ रुपये का ऋण माफ कर बड़ी राहत पहुंचाने का काम किया। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद से सड़क तक किसानों के हक की लड़ाई लड़ते हुए केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ आवाज उठाकर किसानों के हितों की मजबूत पैरवी कर उनको उनका हक दिलाने का काम किया।
प्रीतम सिंह ने कहा कि आज देश में मंहगाई अपने चरम पर है। भाजपा शासित प्रदेशों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है तथा राज्यों की कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुकी है। कांग्रेस पार्टी नोटबंदी एवं जीएसटी की मार झेल रहे आम आदमी व व्यापारी वर्ग के हित में लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण देश के कई उद्योग व्यापार चौपट हो गए तथा इन उद्योगों से रोजी-रोटी कमाने वालों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ा। कांग्रेस पार्टी सदैव उनकी लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ती रही तथा लड़ती रहेगी।
प्रीतम सिंह ने कहा कि युवा वर्ग ने जिस आस्था का परिचय देते हुए जनचेतना रैली में बढ़-चढ़कर भाग लेकर उसे सफल बनाने का काम किया उससे स्पष्ट होता है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में देश की सत्ता पर कांग्रेस पार्टी अपना परचम लहराएगी।
चेतना रैली की सफलता पर कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा को घेरा
ब्राजील के 25 सदस्यीय दल ने भारतीय संस्कृति को किया आत्मसात
ऋषिकेश। ब्राजील के 25 सदस्यीय दल ने पांच दिनों तक परमार्थ में रहकर योग, आयुर्वेद, पंचकर्म ध्यान और भारतीय संस्कृति को किया आत्मसात किया। डाॅ हुगे जूनियर के नेतृत्व में दल के सदस्य सिल्वियो, सोनिया रिबेरो, क्रिस्टियाना एंड्रैड एफ डी. क्रैवल डेनिस एर्ट्स, एल्बा ओलिवेरिया, फ्लाविया, गैब्रियला मगलाहेस, आइसाडोरा सुरियानी, मार्सिया ब्क्काइटिस रिबेरो, पेट्रियिया पेजियो, पाउला, रीटा मारिया चेवेज डे. काॅर्डोवा, राॅड्रिगो आॅलिविएरा, लुकास कैंपोस, कैरोलीना एलेंकर एवं अन्य सदस्यों ने पांच दिनों तक परमार्थ में रहकर आयुर्वेद आधारित भारतीय जीवन पद्धति के माध्यम से जीवन जीने के गुर सीखे।
डाॅ हुगे जूनियर प्रतिवर्ष एस्कोला योग ब्रह्म विद्यालय में प्रशिक्षण लेने वाले दल को परमार्थ निकेतन, भारत लाकर आयुर्वेद, योग पर आधारित जीवन पद्धति सीखने के लिये प्रेरित करते है। आयुर्वेद एवं भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर डाॅ हुगे जूनियर ने ब्राजील में एस्कोला योग ब्रह्म विद्यालय बनाया, जिसमें योग, आयुर्वेद एवं घरेलु चिकित्सा पद्धति के विषय में प्रशिक्षण देते है। इस अभियान के माध्यम से ब्राजील के योग और आयुर्वेद के प्रसार-प्रसार में उनका अद्भुत योगदान है।
डाॅ हुगे ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज से मिलकर और उनके परामर्श से ही एस्कोला योग ब्रह्म विद्यालय की स्थापना की और उनके आशीर्वाद से ही कई वर्षो से आयुर्वेद और योग के क्षेत्र में कार्य कर रहे है।
एस्कोला योग ब्रह्म विद्यालय में सम्पन्न होने वाले आयुर्वेद सम्मेलनों में पूज्य स्वामी को अनेक बार आमंत्रित भी किया गया ताकि इस अभियान को और गति प्रदान की जा सके। ब्राजील में भारतीय संस्कृति एवं वैदिक संस्कृति से परिपूर्ण आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति युक्त आश्रम एवं डाॅ हुगे जूनियर का आयुर्वेद एवं योग के प्रति समर्पण देखकर स्वामी महाराज भी अत्यधिक प्रभावित हुए। इस आश्रम को परमार्थ के साथ मिलकर पूर्णरूप से भारतीय योगमय जीवन पद्धति के रूप में विकसित करने पर कार्य योजना बनायी जा रही है ताकि पश्चिम में भी वैदिक संस्कृति आगे बढ़े।
डाॅ हुगे जूनियर ने वैश्विक मंचों पर आयुर्वेद एवं योग के अनेक सम्मेलनों में सहभाग कर वैदिक संस्कृति एवं आयुर्वेद पश्चिम देशों में आगे बढ़ाया है। ब्राजील से आए प्रतिभागियों ने पांच दिनों तक परमार्थ निकेतन में रहकर योगाचार्यो एवं आयुर्वेदाचार्यो से आसनों एवं पंचकर्म का प्रशिक्षण प्राप्त किया। साथ ही दल के सदस्यों ने पूज्य स्वामी एवं साध्वी भगवती सरस्वती के आडियो के माध्यम से भारतीय संस्कृति और आध्यात्म के विषयों पर जानकारी प्राप्त की।
चिदानन्द सरस्वती महाराज ने डाॅ हुगे जूनियर से फोन पर वार्ता की और बताया कि डाॅ हुगे का परमार्थ से गहरा सम्बंध है। उन्होंने परमार्थ निकेतन में रहकर आयुर्वेद एवं योग की कक्षाए ली और अब वे औरों को भी भारत लाकर इसके लिये प्रेरित कर रहे हैं। स्वामी ने बताया की डाॅ हुगे जब वैदिक मंत्रों से पूजन करते है; संध्या करते है तो पूरा माहौल आध्यात्मिक हो जाता है। दल के सदस्यों को स्वामी ने पर्यावरण सरंक्षण एवं नदियों के संरक्षण के लिये कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
पूज्य प्रेमबाबा और पूज्य स्वामी जी महाराज ब्राजील में साओ पाउलो की अगुपाची नदी के प्रति स्थानीय लोगों के जागरण के लिये योजना बना रहे हैं ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा जाग्रत हो क्योंकि पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने हेतु जन सहभागिता जरूरी है इससें सभी नदियों एवं जल स्रोतो को सुरक्षित भी किया जा सकता है, विशेष तौर से अगुपाची नदी पर वहां के लोगों का जीवन निर्भर है।
स्वामी ने अपने संदेश में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने योग को वैश्विक पहचान दिलाई है अब हम सभी का कर्तव्य है कि हम योग को विश्व के हर घर तक पहुंचायें ताकि हर व्यक्ति योग के महत्व को जाने और निरोग जीवनयापन कर सकें। डाॅ हुगे जूनियर और दल के सदस्यों ने नन्दिनी त्रिपाठी के साथ वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी में सहभाग किया। दल के सदस्यों ने प्रतिदिन गंगा स्नान, यज्ञ एवं दिव्य गंगा आरती में सहभाग किया।
नेता प्रतिपक्ष के उपवास कार्यक्रम में पहुंचे हरीश, प्रीतम सहित राज्य के कई कांग्रेसी नेता
हल्द्वानी। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का हल्द्वानी गौलापार में आईएसबीटी के निर्माण सहित भाजपा सरकार की विभिन्न जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आयोजित एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम में प्रदेशभर के प्रमुख कांग्रेस नेता पहुंच गए हैं। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश स्वयं यहां पहुंच रहे नेताओं का स्वागत कर रही हैं।
मंगलवार को हल्द्वानी के गौलापार में अंतरराज्यीय बस अड्डे का निर्माण को रोके जाने तथा किसानों का ऋणमाफी एवं नोटबंदी और जीएसटी की दोहरी मार से ठप व्यापार के विरोध में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम रखा है। इस कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व सीएम हरीश रावत, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्या, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक करन मेहरा, हरीश धामी, पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़, हरीश दुर्गापाल, पूर्व सांसद डॉ महेन्द्र सिंह पाल, जिला पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा प्रसाद, शोभा बिष्ट समेत हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता यहां पहुंच चुके हैं।
कार्यक्रम को लेकर सुबह से ही गौलापार स्थित मैदान में कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया था। इस दौरान टोलियों में कांग्रेस कार्यकर्ता नारे लगाते हुए उपवास स्थल पर पहुंच रहे थे। पूरे प्रदेश से कार्यक्रम को लेकर हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता यहां पहुंच रहे हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि कांग्रेस के शासन में शुरू हुए विकास कार्यों पर भाजपा सरकार रोड़ा बन रही है। तीन करोड़ से भी अधिक की धनराशि खर्च होने के बावजूद स्थान पर आईएसबीटी बनाने की तैयारी की जा रही है, जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।
दून की लक्षिता आंख में पट्टी बांधकर बता रही सब कुछ
देहरादून। डायनमो ब्रेन बूस्टर बच्चों की थर्ड आई खोलने में उन्हें तैयार कर रहा है। इसी का नतीजा है कि दून निवासी लक्षित अरोड़ा आंख में पट्टी बांधकर सबकुछ बता रही है। मंगलवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डायनमो ब्रेन बूस्टर की अध्यक्ष सुमन सैनी ने बताया कि आठ साल की लक्षिता अरोड़ा ने इस कला में माहीर हो गई है। जिसकी बदौलत वह बिना देखे सभी कार्य आसानी से कर सकती है। उन्होंने बताया कि डायनमो ब्रैन बूस्टर शहर के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले छत्र-छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है।
असंभव कार्य मिडब्रेन एक्टीवेशन तकनीक के द्वारा संभव है जो कि जापान में प्राचीनकाल से चली आ रही है। अब वर्तमान में डायनमो द्वारा भारत में भी इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मिडब्रेन एक्टीवेशन तकनीक लेने से बच्चों की मेमोरी शार्प होती है। साथ ही एकाग्र क्षमता बढ़ती है। क्रिएटिव तकनीक लेने से बच्चों को पढ़ाई से होने वाले तनाव से बचाव होता है। इस अवसर पर उनके साथ आरुषि, शिवी, संगीता अरोड़ा व अन्य लोग मौजूद रहे।
पत्रकारों पर हो रहे हमले के विरोध में एडीजी से मिला प्रतिनिधिमंडल
पत्रकार यूनियन का एक प्रतिनिधि मंडल ने आज एडीजी कानून व्यवस्था से मिलकर प्रदेश में लगातार पत्रकारों पर हो रहे हमले की निंदा की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने हमले में शामिल दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की पुलिस प्रशासन से मांग की।
सोमवार को एडीजी से भेंट के दौरान घायल पत्रकार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर घटना में शामिल हमलावरों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही कहा कि इस प्रकरण में शामिल चौकी प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों को तत्काल हटाया जाए। श्रमजीवी पत्रकार यूनियन से जुड़़े दर्जनों पत्रकार दून अस्पताल पहुंच कर ईटीवी पत्रकार अवनीश पाल का हाल-चाल जाना और हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया। इस मौके पर विश्वजीत नेगी ने कहा की अगर न्याय न मिला तो पत्रकार सड़कों पर उतरेंगे और दोषियों को कड़ी सजा दिलवाएंगे। इस मौके पर यूनियन के लोगों का कहना है कि दून में पत्रकारो पर लगातार हो रहे हमले से लोगों में भय का माहौल व्याप्त है। अगर पत्रकार या माफिया कानून को हाथ में लेता है तो उस पर पुलिस प्रशासन को सख्त कदम उठाना होगी।
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर पुराने विधायकों के चल रहे नाम
भले ही उत्तराखंड में विधानसभा के चुनाव लगभग साल होने को है लेकिन अभी तक निर्वाचन कार्यालय कि वेबसाइट पर 11 विधानसभाएं बिना चुनाव के कारण रिक्त चल रही है या अभी तक कोई भी विजयी प्रत्याशी नहीं दिखाया गया है। यह जानकारी चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर उत्तराखंड के अनुसार जो वेबसाइट www.ceo.uk.in पर उपलब्ध हैं।
19 जनवरी 2018 तक केदारनाथ, सात रुद्रप्रयाग, आठ नरेंद्र नगर, 11 घनसाली, नौ राजपुर, 19 सोमेश्वर, 51 रुड़की, 31 खानपुर, 32 राम नगर, 61 जसपुर, 62 सितारगंज, 68 विधानसभाएं बिना विधायक के हैं। वहां से अभी तक कोई निर्वाचित विधायक नहीं है। शायद उत्तराखंड में बाय इलेक्शन का नोटिफिकेशन जारी होगा। क्योंकि यदि विधायक होते तो वेबसाइट पर उनका नाम लिखा होता और इसी वेबसाइट पर धारचूला से अभी तक हरीश चंद्र सिंह रावत विधायक हैं और भी बहुत सी कमियां हैं।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि यह निर्वाचन कार्यालय की गलतियों का परिणाम है जिसे शीघ्र सुधार लिया जाएगा। बरहहाल विधानसभा अध्यक्ष के दखल के बाद शायद वेबसाइट अपडेट भी हो जाये लेकिन गौरतलब है कि जिस जोश से केंद्र और राज्य सरकार डिजिटल इंडिया का प्रचार प्रसार कर रहे हैं उसके बीच चुनाव आयेग की इस साइट ने सरकार की कथनी और करनी पर सवाल ज़रूर खड़ा किया है।
ट्रक की चपेट में आने से युवक की मौत
देहरादून, थाना पटेलनगर क्षेत्र में भुड्डी गांव व झिवारेडी गांव के बीच एक मोटरसाइकिल सवार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में मोटरसाइकिल सवार बुरी तरह घयल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना सोमवार देररत की है।
चौकी नया गांव को सूचना मिली कि भुड्डी गांव व झिवारेडी गांव के बीच एक मोटरसाइकिल सवार को अज्ञात ट्रक ने टक्कर मार दी है, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया है। सूचना पर चौकी नयागांव से चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे। घायल व्यक्ति को उपचार के लिए महंत इंद्रेश अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों द्वारा उसे मृत घोषित किया गया। मृतक की पहचान योगेंद्र सिंह(28) पुत्र नारायण सिंह निवासी रतनपुर थाना पटेलनगर,देहरादून के रूप में हुई। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है।
पुलिस का कहना है कि परिजनों के आने पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। वाहन की तलाश के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकाली जा रही है।
शहीद दिवस पर कृतज्ञ राष्ट्र ने महात्मा गांधी सहित अन्य को किया याद
नई दिल्ली, शहीद दिवस के मौके पर मंगलवार को कृतज्ञ राष्ट्र ने महात्मा गांधी सहित अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अनेक नेताओं ने महात्मा गांधी की 70वीं पुण्यतिथि के मौके पर उनके समाधि स्थल राजघाट जाकर श्रद्धांजलि दी। वहीं विश्व प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने पुरी बीच पर महात्मा गांधी की मिट्टी की आकृति बना कर उन्हें नमन किया है।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन, थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा और एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोवा ने महात्मा गांधी को राजघाट जाकर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर राजघाट पर प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संदेश में कहा कि शहीद दिवस पर हम महात्मा गांधी और उन अनगिनत स्वतन्त्रता सेनानियों को कृतज्ञता के साथ याद करते हैं, जिन्होंने हमारी आज़ादी के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा कि पूज्य बापू की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा हम उन सभी शहीदों को नमन करते हैं जिन्होंने हमारे देश की सेवा में खुद को बलिदान किया है, हम देश के प्रति उनके साहस और समर्पण को हमेशा याद रखेंगे।
रविदास जयंती शोभायात्रा के लिये यातायात डायवर्ट प्लान
देहरादून शहर में 3 बजे से 6 बजे तक होने वाले रविदास जयंती जयंती शोभायात्रा के लिए डायवर्ट होगें कुछ रुट।बाहर निकलने से पहले जरुर देखेंः
इन रोडों से होकर जाएगी शोभायात्राः
शिवाजी धर्मशाला – सहारनपुर चौक – धामावाला बाजार – पल्टन बाजार – डिस्पेनसरी रोड – दर्शनलाल चौक – लैन्सडाउन चौक – कनक चौक – सर्वे चौक – करनपुर बाजार – नालापानी रोड चौक – डीएल रोड रविदास मन्दिर तक रहेगा।
- शोभायात्रा शिवाजी धर्मशाला के अन्दर एकत्र होने पर सडक पर कोई भी व्यक्ति एवं वाहन खडा नहीं रहेगा। यदि रोड पर सहारनपुर चौक से आने वाले यातायात में दबाव रहता है तो शमशान घाट कट से सम्पूर्ण वाहनों को शमशान घाट तिराहा से मातावाला बाग कट पर भेजा जायेगा इस दौरान एकल मार्ग व्वस्था की जायेगी।
- शोभायात्रा के चलने पर निरजनपुर मण्डी से चौपहिया एवं तिपहिया वाहनों को डायवर्ट कर कमला पैलेस की ओर भेजा जायेगा। इन्द्रेश हास्पिटल जाने वाले वाहन ;एम्बुलेंन्सध्मरीजोद्ध व दुपहिया वाहनो को सामान्य रूप से चलते रहेगें।
- बल्लीवाला चौक से वनवे की व्यवस्था की जायेगी। बल्लीवाला से कोई भी वाहन सहारनपुर चौक की ओर नही आयेगा।
- शोभायात्रा का पिछला हिस्सा लक्खीबाग कट से पल्टन बाजार धामावाला की ओर निकलने पर निरजनपुर मण्डी व बल्लीवाला से समस्त यातायात सामान्य कर दिया जायेगा।
- शोभायात्रा को अगला दर्शनलाल चौक पर पहुचने से तहसील चौक से वाहनों को डायवर्ट कर दून चौक की ओर भेजा जायेगा तथा कोई भी वाहन दर्शनलाल चौक की ओर नहीं आयेगा।
- बुद्धा चौक से कोई भी वाहन दर्शनलाल चौक की ओर नहीं भेजा जायेगा।
- घण्टाघर से कोई भी वाहन दर्शनलाल चौक की और नही आयेगा व चकराता रोड़ से आने वाले समस्त यातायात को दर्शनलाल चौक की तरफ न भेजकर ओरिण्ट चौक की ओर भेजा जायेगा ।
- शोभायात्रा का पिछला हिस्सा दर्शनलाल चौक पास करने पर घण्टाघर व बुद्धा चौक से दर्शनलाल चौक की ओऱ यातायात सामान्य कर दिया जायेगा
- शोभायात्रा का अगला हिस्सा लैन्सडाउन चौक पहुचने से पहले बुद्धा चौक से कोई भी वाहन लैन्सडाउन चौक की ओर नही भेजा जायेगा व सीजेएम तिराहे से आने वाले वाहनों को लैन्सडाउन चौक से पहले लेप्ट टर्न से बुद्धा चौक होते हुऐ भेजा जायेगा।
- शोभायात्रा का अगला हिस्सा कनक चौक पहुचने से पहले ओरिण्ट चौक से कोई भी वाहन कनक चौक की ओर नही भेजा जायेगा एव पैसफिक की तरफ से आने वाले यातायात को ओरिण्ट चौक की ओर भेजा जायेगा ।
- शोभायात्रा का अगला हिस्सा रोजगार तिराहे पर पहुचने से पहले सर्वे चौक से कोई भी वाहन रोजगार तिराहे की तरफ नही भेजा जायेगा व यूकेलिप्टस से सम्पूर्ण वाहनों को बेनीबाजार न भेजकर घण्टाघर की ओऱ डायवर्ट किया जायेगा व क्रास रोड़ से आने वाले वाहनों को रोकण्रोक कर चलाया जायेगा ।
- शोभायात्रा का पिछला हिस्सा सर्वे चौक पास करने पर समस्त स्थानों से यातायात सामान्य कर दिया जायेगा ।
शोभायात्रा के दर्शनलाल चौक पहुचने से पहले विक्रम व सिटी बसों का डायवर्ट प्लान निम्नवत रहेगा-
- 5 व 8 न. विक्रमों को रेवले गेट से वापस भेजा जायेगा।
- 3 न. विक्रमों को तहसील से दून चौक से एमकेपी से सीएमआई की ओर भेजा जायेगा।
- 1 न. विक्रमों को ग्रेट वैल्यू से वापस भेजा जायेगा।
- 2 न. विक्रमों को सहस्त्रधारा क्रांसिग से वापस भेजा जायेगा।
- कैन्ट व प्रेमनगर से आने वाले समस्त विक्रमों को प्रभात से वापस भेजा जायेगा।
- आवश्यकतानुसार सिटी बसों को डायवर्ट किया जायेगा।
उत्तराखंड के वृक्षमित्र डॉ तिलक सोनी का हरा चोला फैला रहा है ये ज़रूरी संदेश
उत्तराखंड राज्य के जंगलों और फूल-पत्तियों की वजह से इसे गोल्डेन लैंड यानि की सुनहरा राज्य भी कहा जाता है।लेकिन राज्य में विकास के नाम पर हजारों पेड़ काटे जा रहे हैं, जो पर्यावरणविदोदं के लिये परेशानी का सबब बन गया है।
इस माहौल में भी बहुत से लोग हैं जो वृक्ष संरक्षण में लगे हुए हैं।ऐसे ही 45 साल के वृक्षमित्र डॉ तिलक सोनी कई सालों से पेड़ों को बचाने की मुहिम में लगे हुए हैं। इनकी सबसे खास बात है इनका पहनावा जो अपने आप में ही लोगों के लिए एक बहुत बड़ा संदेश है। जी हां, डॉ तिलक सोनी हमेशा हरे कुर्ते पजामे और हरी टोपी के साथ दिखते हैं। इनके पहनावे का मक्सद ही है लोगों तक हरियाली का संदेश पहुंचाना। पिछले 20 सालों में डॉ सोनी ने लगभग 10 हजार से ज्यादा पेड़ भेंट किए हैं, जिसमें 700 पौधे देश के बड़े नेताओं और खास लोगों को दिये गये हैं। चमोली के पूर्णा गांव, में पैदा हुए तिलक सोनी किसानों के घर से संबंध रखने वाले हैं।
इस बाबत न्यूजपोस्ट से हुई बातचीत में डॉ तिलक सोनी ने बताया कि, ”बहुत कम उम्र से ही मैं यह समझ गया था कि अगर हमारे आस-पास पेड़ पौधे नहीं हैं तो कुछ नहीं है।” उन्होंने बताया कि, “जब मैं बहुत छोटा था तब मेरे माता-पिता के जरिए मुझे एक बात समझ में आ गई थी कि जीने के लिए पेड़ों का होना जरुरी हैं चाहे वह इंसान हो या जानवर।” उन्होंने बताया कि, “ग्रामीण परिवेश में पालन-पोषण होने की वजह से मैंने बचपन से पहाड़ों को बहुत पास से देखा है और सारी तकलीफें महसूस की हैं। जब बचपन में हमारे गाय-भैस के लिए चारा नहीं होता था तब मेरे माता-पिता पौधारोपण करते थे बस यहीं से मेरी शिक्षा शुरु हुई और यहीं मेरी प्रेरणा बना। सोनी बताते हैं कि, “मैं बचपन में अपने माता-पिता को जगह-जगह पौधारोपण करते देखता था और इनसे प्रेऱणा लेकर आज में वृक्षमित्र के नाम से जाना जाता हूं।”
आपको बतादें कि वृक्षमित्र डॉ तिलक सोनी सन् 1998 में अपनी पहली पोस्टिंग माध्यमिक शिक्षा विद्यालय,जोशीमठ में होने के साथ ही पेड़ों को सुरक्षित रखने का संदेश देने लगे थे।आज 2018 में उन्होंने 400 से ज्यादा कार्यक्रमों में भाग लेकर लोगों को वृक्षारोपण का संदेश दिया है, साथ ही डॉ सोनी ने अपने 10 छात्रों की पढ़ाई लिखाई का खर्चा उठाने की ज़िम्मेदारी भी अपने ऊपर ली है।
बीते दिनों देहरादून प्रेस क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में पर्यावरण संरक्षण, संबर्द्धन, वृहद पौधरोपण तथा शुभकार्यो, राष्ट्रीय पर्वो, त्योहारों, नवजात शिशु जन्म, नामकरण, अन्नप्राशन, चूड़ाकर्म, सगाई, विवाह, शादी की सालगिरह, जन्मदिन, स्थानीय व धार्मिक मेलो, मृत्यु, तेरवी, श्राद्ध, तथा विशेष दिनों पर पौधरोपण के लिये जन जन को जागरूक व प्रेरित करने के क्षेत्र में अग्रीण कार्य करने पर नई दिशा जनहित ग्रामीण विकास समिति द्वारा वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चन्द्र सोनी को सम्मानित भी किया गया।
अपने हरे चोले के बारे में डॉ सोनी बताते हैं कि, ‘जब मैं इस कपड़ों में बाहर चलता हूं तो एक ना एक बार हरा देखने वाले को यह संदेश तो मिलता होगा ही कि यह पेड़ और हरियाली से संबधित हैं।बस इसी संदेश को लोगों तक पहुंचाने और लोगों से यह अपील करने की अपने आसपास लगे पेड़ों को काटना बंद करे और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करें मैं यह कपड़े पहनता हूं। बचपन में मेरी मां मुझे मेरे पिताजी को पेंड़ देने भेजती थी उसी परंपरा को आगे बढ़ाकर मैने वृक्ष भेंट आंदोलन शुरु किया जो लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए बेहतर कदम है।”
इस चोले की खास बात यह है कि यह पूरा हरे रंग का हैं और कुर्ते के जेब पर लिखा है वृक्षमित्र जिस नाम से आज डॉ सोनी को जाना जाता है। न्यूजपोस्ट वृक्षमिकत्र डॉ तिलक सोनी को उनके इस काम के लिए सलाम करता है।