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दिल्ली मुख्य सचिव से मारपीट मामला: पुलिस अन्य 9 आरोपी विधायकों से करेगी पूछताछ

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(नई दिल्ली)। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस अब अन्य 9 आरोपी विधायकों से पूछताछ करेगी। हालांकि इसके लिए घटना के समय उनकी मौजूदगी होने की बात साफ हो जाने पर ही उनसे पूछताछ की जाएगी। इसके लिए पुलिस इन आरोपी विधायकों के मोबाइल फोन की लोकेशन की जांच कर रही है। मुख्यमंत्री आवास पर लगे जिन 21 कैमरों की फुटेज जब्त की गई है, उन्हें जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भेज दिया गया है। सूत्रों की मानें तो इनमें से सात कैमरे बंद थे, जबकि कुछ के समय से करीब 40 से 42 मिनट पीछे चल रहे थे। ऐसे में इन सीसीटीवी के साथ छेड़छाड़ किए जाने की भी जांच की जा रही है।
इस कारण ही इन फुटेज की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। ताकि यह साफ हो सके कि सच्चाई क्या है? अगर फॉरेंसिक जांच में छेड़छाड़ की बात सामने आएगी तो इस संबंध में भी केस दर्ज किया जाएगा। अगर छेड़छाड़ नहीं की गई होगी तो इन फुटेज के आधार पर ही पुलिस अपनी जांच आगे बढ़ाएगी। पुलिस के अनुसार बुधवार सुबह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वी.के. जैन से तीन घंटे की हुई पूछताछ के दौरान कई ऐसी जानकारी मिली है जिससे जुड़े साक्ष्य इकट्ठा करने की कोशिश की जा रही है। ताकि इसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
दोनों पक्षों ने दिए अलग-अलग बयान
देर रात आखिरकार किस मुद्दे पर बैठक बुलाई गई थी, इसे लेकर भी दोनों पक्षों के बयान अलग हैं। इस बात पर भी बहस जारी है कि ये बैठक किस मुद्दे पर बुलाई गई थी। आम आदमी पार्टी का तो यह दावा था कि ये बैठक राशन कार्ड के मुद्दे पर बुलाई गई थी जबकि मुख्य सचिव की तरफ से कहा गया था कि ये बैठक विज्ञापन मामले को लेकर बुलाई गई थी। ये बैठक करीब देर रात 12 बजे बुलाई गई थी। उसी दौरान हुई घटना। 

राजभवन में बसन्तोत्सव-2018 का हुआ रंगारंग आगाज

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देहरादून। शनिवार को राजभवन के हरित प्रांगण में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा आयोजित चिरप्रतिक्षित दो दिवसीय बसंतोत्सव 2018 का उद्घाटन प्रदेश के राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पॉल ने किया। प्रकृति के अद्भुत श्रृृंगार, फूलों के मनमोहक रगों तथा लोक संस्कृति के सुरीले स्वरों के बीच बसंतोत्सव का भव्य उद्घाटन हुआ। राज्यपाल ने डाक विभाग द्वारा तैयार प्रथम दिवस आवरण का भी विरूपण किया जिसमें औषधीय गुणों से सम्पन्न ‘जम्बू’ को चित्रित किया गया है।

spring festival

राज्यपाल ने यह भी कहा कि परम्परागत कृषि का एक सबसे लाभकारी विकल्प होने के कारण उत्तराखण्ड में फूलों की खेती छोटे काश्तकारों के लिए आमदनी का एक बेहतरीन जरिया बनने के साथ ही रोजगार का माध्यम भी बन सकती है। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों की तुलना में इस वर्ष बड़ी तादात में हुए पुष्पोत्पादन ने इस क्षेत्र में विकास की असीम सम्भावनाएं जागृत कर दी हैं। प्रदेश में फूलों की खेती का बढ़ता क्षेत्रफल बहुत अच्छे संकेत हैं। ट्यूलिप जैसे कीमती फूलों की खेती को प्रोत्साहित किया जा सकता है। राजभवन में प्रायोगिक तौर पर विगत वर्ष से लगाये गये ट्यूलिप के बल्ब्स सेे निकले फूलों ने इसकी सफल खेती के अच्छे संकेत दिए हैं।

राज्यपाल ने पेंटिंग प्रतियोगिता में आए बच्चों की अभूतपूर्व प्रतिभागिता देखकर कहा कि इस आयोजन के प्रति बच्चों में भी उत्साह बढ़ रहा है इससे उनके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। इनमें शारीरिक, मानसिक रूप से अशक्त तथा अपवंचित वर्ग के बच्चों सहित विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों को चित्रकला प्रतियोगिता के अन्तर्गत रंग और तूलिका के माध्यम से अपने मनोभावों को अभिव्यक्त कर प्रतिभा प्रदर्शन का मौका दिया गया।

tulip

इस वर्ष की विभिन्न वर्गों में लगभग 1850 प्रविष्टियां हुई हैं। जबकि विगत वर्ष 1581 प्रविष्टियां आई थीं। इनमें पुष्प प्रदर्शनी में व्यावसायिक पुष्प उत्पादकों, पुष्प प्रेमियों तथा विभिन्न शासकीय संस्थानों द्वारा प्रदर्शित जरबेरा, कारनेशन, ग्लैडोलियस, लिली जैसी कुछ प्रमुख प्रजाति के फूल ‘कट फ्लावर्स’, लोगों के आकर्षण का विशेष केन्द्र बने हुए हैं। प्रदर्शनी में पौटेड प्लान्ट्स, फ्रेश/ड्राई फ्लावर अरेंजमेन्ट, माला, कैक्टस वैरायटी, वोन्साई व फल-सब्जियों के पौधों सहित अन्य कई तरह के उत्पादों का आकर्षक प्रदर्शन किया गया है।
पुष्पों की विभिन्न प्रजातियों के अतिरिक्त इस वर्ष के बसन्तोत्सव में प्रमुख आकर्षण रहा आईटीबीपी के जवानों द्वारा ‘जूडो-कराटे’ का उच्चस्तरीय प्रदर्शन रहा। जिसमें यौगिक शक्तियों के माध्यम से आत्मरक्षा के इस जोशीले एवं सशक्त कला-कौशल की तकनीक का हैरतंगेज प्रदर्शन किया गया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय शान्तिकुंज की छात्र-छात्राओं द्वारा योगासनों का उत्कृष्ट प्रदर्शन तथा गोरखा रेजिमेंन्ट के जवानों का खुखरी नृत्य भी सबके आकर्षण का केन्द्र बना।
प्रदर्शनी में उद्यान तथा कृषि से जुड़े व्यवसायों से संबंधित उन्नत किस्म की तकनीक से निर्मित यंत्र, सामग्री, बीज/उपकरण आदि के स्टाॅल लगाए गए हैं। उद्घाटन के अवसर पर लेडी गवर्नर ओमिता पाॅल, केबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव रविनाथ रमन, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, राज्यपाल के विधि परामर्शी विवेक भारती शर्मा, वित्त नियंत्रक केसी पाण्डे, चीफ पोस्टमास्टर जनरल उदयकृष्ण, निदेशक उद्यान डॉ. वीएस नेगी सहित शासन-प्रशासन के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सोशल मीडिया के जरिये शराब के खतरों से रूबरू कराएगी उत्तराखंड पुलिस

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देहरादून। उत्तराखंड पुलिस अब लोगों को शराब के खतरों से आगाह करने का काम करेगी। इसके लिए खास तौर पर विभाग ने वीडियो तैयार किया है। वीडियों को फेसबुक और सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया जाएगा।

होली के मौके पर शराब पीकर वाहन चलाना आम बात है। यही कारण है कि हर साल होली के मौके पर वाहन दुर्घटनाओं में इजाफा होता है। इसी को देखते हुए अब पुलिस ने लोगों को त्योहारों पर नशे के खिलाफ जागरूक करने का निर्णय लिया है। पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने बताया कि होली के उपलक्ष्य में प्राय देखने में आया है लोगों द्वारा शराब का सेवन करने के उपरान्त यातायात के नियमों का उल्लंघन किया जाता है। साथ स्वयं की जान को खतरे में डाला जाता है। कई लोगों को इसके दुष्परिणाम देखने को मिलते है। जिसमें एक्सीडेन्ट में लोगों की जाने जाती है, इसी को ध्यान में रखते हुये यातायात निदेशालय उत्तराखंड ने लोगों को जागरूक करने के लिये एक वीडीयो बनवाया है। वीडियो को स्वीकृति दे दी गई है। बताया कि अब इस वीडियो को देहरादून के समस्त सिनेमा हॉल को रिलिज किया गया जा रहा है। इस वीडीयो को आमजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये चलाने के दिशा निर्देश भी दे दिए गए है। इसके अलावा इस वीडीयो को यातायात निदेशालय के फेसबुक पेज व उत्तराखंड पुलिस के फेस बुक पेज, देहरादून के फेसबुक पेज पर अपलोड किया गया है। इसके अलावा उत्तराखंड अन्य जनपदों के सभी फेसबुक पेजों पर वीडियो को अपलोड किया जायेगा। डीजीपी ने आमजन से अपील की कि वे इस वीडीयो को देखें एवं शेयर करें और अपने जीवन को ध्यान में रखते हुये यातायात नियमों को पालन करें ताकि आमजन अपने त्यौहारों को सुखद तरीकें से मना सके। उन्होंने बताया कि यातायात निदेशालय द्वारा लोगों की जागरुकता के लिये भविष्य में भी इसी तरह प्रयास किये जायेगें। आगे भी इसी प्रकार के जनजागरूकता वाले वीडीयो बनायें जायेगें, जिन्हे आप लोगों को समय समय पर शेयर किया जायेगा। 

राहुल गांधी तीन दिवसीय दौरे पर कर्नाटक रवाना

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नई दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को कर्नाटक दौरे पर रवाना हो गए हैं। अपने तीन दिन दिवसीय दौरे पर राहुल इस बार बेलगाम, विजयपुरा, बागलकोट, हुबली, धारवाड़ जिलों का दौरा करेंगे। ‘कर्नाटक-मुंबई’ क्षेत्र के नाम से मशहूर यह क्षेत्र लिंगायत समुदाय बाहुल्य है।

खास बात यह है कि बीते एक महीने में राहुल का यह दूसरा कर्नाटक दौरा है। राहुल अपने दौरे के पहले दिन बेलगाम के अथानी में एक बजे सार्वजनिक सभा को संबोधित कर जनआशीर्वाद यात्रा प्रारम्भ करेंगे। इसके बाद बीजापुर जिले के टिकोटा में अपराह्न 3.15 बजे ‘स्त्री शक्ति समावेश’ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

पार्टी के अनुसार, टिक्कोटा में ही राहुल महिलाओं की रैली को भी संबोधित करेंगे। इसके साथ राहुल अपनी इस यात्रा में जामखंडी, बागलकोट में चिक्कापडासालगी बैराज में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करेंगे। साथ ही राहुल वहां के स्थानीय किसानों से भी मुलाकात करेंगे। राहुल की इस यात्रा के लिए खास तौर पर एक बस को तैयार किया गया है। इसी बस से राहुल 26 फरवरी को बीजापुर की यात्रा करेंगे और हुबली में रैली को संबोधित करेंगे।

उल्लेखनीय है कि दक्षिण के अहम राज्य कर्नाटक में विधानसभा चुनाव इसी वर्ष अप्रैल-मई माह में होने की संभावना है। फ़िलहाल कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में है। राहुल गांधी के लिए कर्नाटक में पार्टी की वापसी करवाना बड़ी चुनौती है।

जस्टिन ट्रूडो ने आइस हॉकी के एक कार्यक्रम में लिया हिस्सा

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नई दिल्ली,  कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शनिवार को यहां कनाडाई उच्चायोग के आइस हॉकी के एक आयोजन में हिस्सा लिया।

कनाडा के आइस हॉकी खिलाड़ी और ओलंपियन हेले विकेनहेसर को युवा भारतीय लड़कियों के साथ अभ्यास करने के लिए आमंत्रित किया गया था ताकि वे इस खेल के बारे में जानें और खेलें ।

ट्रूडो ने इस कार्यक्रम में अपनी पत्नी सोफ़ी ग्रेगोइरे के साथ शिरकत की। दोनों ने भारतीय लड़कियों को कनाडा की आइस हॉकी जर्सी भी दी। कनाडा की ओर से शीतकालीन ओलंपिक में पांच बार हिस्सा लें चुकीं विकेनहेसर ने कहा कि यह एक बहुत अच्छा अनुभव था। हम लड़कियों और महिलाओं के खभागीदारी पर विश्वास करते हैं और आइस हॉकी कनाडा का नंबर एक खेल है।

उल्लेखनीय है कि कनाडा के प्रधानमंत्री का आज भारत दौरा खत्म हो रहा है।

होली पर सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश

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देहरादून। उत्तराखंड शासन के गृह विभाग ने 01 व 02 मार्च को होली के पर्व के दौरान शान्ति एवं कानून व्यवस्था तथा साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए महानिदेशक पुलिस, उप महानिरीक्षक पुलिस गढवाल व कुमाऊं मण्डल के समस्त जिला मजिस्ट्रेट, समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक को दिशा निर्देश जारी किए हैं।

गृह विभाग ने कहा कि होलिका दहन कार्यक्रम के लिए चयनित स्थल सुरक्षित एवं गैर विवादित होना चाहिए। होली के त्योहार पर कोई नई परम्परा, जिससे कि सामाजिक तनाव उत्पन्न हो एवं कानून व्यवस्था बाधित हो, न शुरू की जाए। उन्होने सम्बंधित उपरोक्त अधिकारियों को शांति समितियों की बैठक कर क्षेत्र में सामाजिक सौहार्द का वातावरण बनाने के निर्देश दिए हैं। होली के अवसर पर निकलने वाले जुलूसों/टोली के साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं और कतिपय क्षेत्रों में परम्परागत रूप से निकलने वाली होली जुलूसों के साथ पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही शराब/मादक पदार्थों के सेवन एवं अवैध तस्करी पर नियंत्रण लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही साम्प्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील एवं मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में शान्ति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु पर्याप्त संख्या में पुलिस बल व्यवस्था के निर्देश दिए है।
विभाग की ओर से जारी निर्देश में कहा गया कि होली के अवसर पर महिलाओं के साथ किसी प्रकार की अभद्रता न हो। इसके लिए विशेष सर्तकता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। होली के अवसर पर अन्य सम्प्रदायों के विरुद्ध भडकाऊ भाषणों, विज्ञापनों, पोस्टरों आदि पर भी कडाई से नियंत्रण करने के निर्देश दिए हैं। आदेश में लिखा है कि पूर्व में तनाव ग्रस्त क्षेत्रों में शान्ति एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष सर्तकता के साथ समुचित वैधानिक कार्यवाही की जाए।
जारी आदेश में लिखा गया कि होली के अवसर पर मादक पदार्थों का सेवन व अवैध तस्करी की जाती है, जिससे शान्ति एवं कानून-व्यवस्था तथा साम्प्रदायिक सौहार्द प्रभावित होने की सम्भावना बनी रहती है। उक्त के दृष्टिगत् प्रदेश के किसी भाग में कोई अप्रिय घटना न हो इस हेतु पुलिस एवं जिला प्रशासन को कुशलता पूर्वक कार्य करते हुए सर्तकता से निगरानी रखने के निर्देश दिए। 

बढ़ती दुर्घटनाओं के कारण सीपीयू का दायरा बढ़ाया

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हरिद्वार। लक्सर मार्ग पर लगातार हो रहे हादसों को देखते हुए एसएसपी ने सीपीयू का दायरा बढ़ा दिया है। लक्सर में शुक्रवार को ट्रैक्टर ट्राली से कुचलेर हुई किशोरी की मौत के बाद सीपीयू का फोकस लक्सर मार्ग पर रहा।

लक्सर मार्ग पर बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए एसएसपी ने विगत दिनों ग्रामीणों के साथ यातायात व्यवस्था दुरुस्त बनाने व दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बैठक की थी। इसमें ग्रामीणों ने कई सुझाव भी एसएसपी को दिए थे। कई स्थानों पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाने की मांग भी ग्रामीणों ने की थी। लक्सर मार्ग पर कई स्कूल होने के कारण बड़े वाहनों की लक्सर मार्ग पर आवाजाही पर रोक की मांग भी ग्रामीणों ने की थी। एसएसपी ने भारी वाहनों पर स्कूल समय में रोक के निर्देश भी दिए थे। बावजूद इसके भारी वाहनों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं लगी और सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी रहा।

इसी को देखते हुए लक्सर मार्ग पर सीपीयू ने बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों के चालान काटे। साथ ही कुछ लोगों को चेतावनी देकर भी छोड़ा। दुर्घटनाओं को देखते हुए एसएसपी के निर्देश पर सीपीयू की टीम ने जगजीतपुर अजीतपुर, मिस्सरपुर, कटारपुर, फेरुपुर आदि क्षेत्रों में बिना हेलमेट बाइक और स्कूटी चलाने वालों पर कार्रवाई करे।

ऋषिकेश की यातायात व्यवस्था में सुधार नहीं

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ऋषिकेश, नगर में जाम की समस्या का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है। न सिर्फ आमजन बल्कि मरीजों को भी परेशानी उठानी पड़ती है। ऋषिकेश में एम्स बनने के बाद अक्सर सामान्य वाहनों के अलावा जाम में एंबुलेंस भी फंसी रहती हैं और उनके अंदर मरीज तड़पते रहते हैं।

तीर्थ नगरी ऋषिकेश में हरिद्वार रोड, देहरादून रोड, लक्ष्मण झूला सहित मेन बाजार पर आए दिन जाम लग जाने के कारण पैदल निकलना तक मुश्किल हो जाता है और वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं। सबसे अधिक समस्या का सामना मरीजों और उनके तीमारदारों को करना पड़ता है। जाम में वाहनों के बीच अक्सर एंबुलेंस भी फंस जाती हैं। जाम से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कई बार प्रयास तो किए, लेकिन सभी नाकाम साबित हुए हैं।

घाट चौराहे पर सुबह जाम लग गया। इसकी वजह से हरिद्वार रोड एवं लक्ष्मण झूला मार्ग पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। इसमें आमजन के अलावा स्थानीय अधिकारी भी काफी देर फंसे रहे। यही नहीं एंबुलेंस वाहन भी इस जाम से जूझती नजर आई।

इस संबंध मे सीओ वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि, होली के बाद शहर की ट्रैफिक व्यवस्था मे सुधार को लेकर नई रणनीति बनाई जायेगी। मेन चौराहों पर होमगार्डों की ड्यूटी लगाई जाएगी जिससे वाहनों का आवागमन सही प्रकार से हो सके और जाम न लग सके।”

मोदी सर की क्लास में चेक होगी उत्तराखंड की प्रोग्रेस रिपोर्ट

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देहरादून, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते कुछ महीनों में उत्तराखंड के लिए कई केंद्र पोषित योजनाएं केदारनाथ पुनर्निर्माण और ऑल वेदर रोड जैसे प्रोजेक्ट त्रिवेंद्र सिंह रावत गवर्नमेंट को सौपे हैं। राज्य में चल रहे इन प्रोजेक्ट्स और केंद्र पोषित योजनाओं की प्रोग्रेस रिपोर्ट क्या है? 28 फरवरी को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड सरकार से कार्यों की समीक्षा बैठक कर के प्रगति रिपोर्ट जांचेंगे जिस की तैयारी में उत्तराखंड सरकार पूरी तरह से जुट चुकी है।

उत्तराखंड के मुख्य सचिव नहीं सभी विभागों को जिनके पास केंद्र पोषित योजनाएं चल रही है को अल्टीमेटम दे दिया है कि वह सभी विभाग जल्दी से जल्दी अपने कार्यों की प्रगति रिपोर्ट को सचिवालय को सौंप दें, गौरतलब है कि उत्तराखंड में नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट न्यू केदारपुरी निर्माण ,ऑल वेदर रोड और ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के कार्य चल रहे हैं जिस पर 28 फरवरी को प्रधानमंत्री उत्तराखंड सरकार से इन कार्यों की प्रोग्रेस रिपोर्ट के बारे में जानकारी लेंगे जिसको लेकर उत्तराखंड सरकार भी अपनी तैयारियों पर जुट चुकी है।

पर्यावरण: कैसे रह गई कोसी नदी 225 से 60 किमी की

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(देहरादून) उत्तराखंड की तक़रीबन 40% नदियां अपना स्वरुप बदल रही हैं। जिन नदियों को ग्लेशियर का पानी मिलता था, वो मौसमी नदियां बनती जा रही हैं। ये बात कोई एनजीओ या राजनीतिज्ञ नहीं बल्कि सालों से नदियों पर शोध करने वाले विशेषज्ञ कह रहे हैं।

शुक्रवार से ग्राफ़िक एरा में शुरू हुई दो दिवसीय युसर्क राज्य विज्ञानं और प्रौद्योगिकी सम्मलेन के पहले दिन उत्तराखंड की नदियां, तालाब और अन्य जल स्त्रोतों के बारे में चर्चा हुई। प्रोफेसर दुर्गेश पंत ने कहा की उनकी संस्था देहरादून में रिस्पना और अल्मोड़ा की कोसी नदी के पुनर्जीवन पर काम कर रही है। कोसी नदी के ज्यादार जल स्रोत सुख गए हैं वही रिस्पना नदी देहरादून घाटी में अपने आस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। रिस्पना के पानी में कोली बैक्टीरिया पाया गया है जो पेट के रोगों की जड़ है। जबकि नदी के गंदले पानी पर दून की बड़ी आबादी अभी भी निर्भर हैं।”

ये बात किसी से छुपी नही है कि रिस्पना का स्वरुप बिगाड़ने में नदी किनारे अतिक्रमण बड़ी वजह है। कुमाऊँ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जे एस रावत ने बताया की अल्मोड़ा की कोसी नदी जो ग्लेशियर के पानी से भरी रहती थी अब मौसमी नदी में तब्दील होती जा रही है। कोसी नदी की लम्बाई 60 साल पहले 225 किलोमीटर थी जो अब घटकर 41 किलोमीटर रह गयी है।

कुमाऊँ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सी सी पंत ने नैनीताल के प्रसिद्ध नैनी तालाब की स्थिति से रूबरू करवाया। लगातारड्राई सीजनरहने की वजह से तालाब का लेवल लगातार गिर रहा है। प्रोफेसर पंत का का कहना था की नैनी तालाब में हर साल करीब 61 घन मीटर मलबा एवं गरडा समां रहा है जो झील की पारिस्थिकी को प्रभावित कर रहा है। झील को रिचार्ज करने वाली सूखाताल हैं और वो अतिक्रमण की चपेट में है।”  यही नही पड़ोस की भीमताल झील भी लगातार सिकुड़ रही है। झील 30 किलोमीटर से सिकुड़कर 25 किलोमीटर ही रह गयी है।