जलभराव से प्रभावित क्षेत्र के लिए 20 लाख की धनराशि जारी

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पौड़ी। जिलाधिकारी सुशील कुमार ने कोटद्वार में जलभराव से प्रभावित क्षेत्र के लिए बीस लाख रूपये की धनराशि सहायता के रूप में जारी की है। जबकि दस लाख रूपये की धनराशि पहले ही जारी की जा चुकी है। उन्होंने उप जिलाधिकारी कोटद्वार को निर्देशित किया कि अहेतुक राशि वितरित करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आनी चाहिए तथा तेजी के साथ धनराशि वितरित करें। जबकि भारी बारिश के चलते क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुई राष्ट्रीय राजमार्ग कोटद्वार- दुगड्डा एवं बैजरो-रिखणीखाल-कोटद्वार, दुगड्डा – गुमखाल – यमकेश्वर – लक्ष्मणझूला व विभिन्न मोटर मार्ग को तत्काल सुचारू करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि युद्धस्तर पर मशीन एवं श्रमिक तैनात कर सड़क को यातायात हेतु सुचारू करना सुनिश्चित करें। उन्होंने पौड़ी- देवप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग को सुचारू बनाये रखने हेतु तत्परता से तैनात रहने के निर्देश दिये। साथ ही आवागमन करने वालों की सुरक्षा को भी दृष्टिगत रखेंगे। वहीं उन्होंने क्षेत्र में हुई नुकसान का जायजा लेने के लिए संबंधित तहसीलदार को निर्देशित किया कि गत बारिश से अपने क्षेत्रों में हुए नुकसान की रिर्पोट तत्काल प्रेषित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सिंचाई खंड दुगड्डा को निर्देशित किया कि कोटद्वार में पनियाला, खोह तथा मालन नदी में अत्याधिक पानी आने के कारण आमपड़ाव, कौड़िया, काशीरामपुर, लालपानी, सनेह व भाबर क्षेत्र में मोटाढाक, नंदपुर में भू-कटाव से खतरे की जद में आने से उक्त क्षेत्रों में तत्काल सुरक्षात्मक कार्य करना सुनिश्चित करें तथा कृत कार्य से भी अवगत करायेंगे।
गौरतलब है कि गत दिवस कोमें हुई भारी बारिश के चलते क्षेत्र में जलभराव से क्षेत्र में भू कटाव तथा मलवा एकत्रित होने के कारण जनजीवन प्रभावित हुई। जिला प्रशासन के कुशल निर्देशन एवं कार्य से सभी लोगों को सुरक्षा प्रदान की गई। जिसके चलते गठित क्यूआरटी दल ने जलभराव एवं खतरे की जद में आने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान में भेजा साथ ही क्षेत्र में सर्तकता एवं सुरक्षा बरती गई। रविवार को जिलाधिकारी सुशील कुमार ने क्षेत्र का जायजा लिया तथा प्रशासन की ओर से संचालित राहत शिविर का निरीक्षण कर प्रभावित लोगों की समस्याएं सुनी। उन्होंने शिविर संचालकों को अधिक से अधिक सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिये। कहा कि किसी भी प्रकार की जनजीवन को समस्या न हो इस बात को गम्भीरता से लेना सुनिश्चित करें।