नगर पालिका जोशीमठ को अजैविक कूड़ा बेचने से हुई 75 लाख से अधिक की आय

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    अजैविक

    सीमान्त नगर पालिका जोशीमठ ने अजैविक कूड़ा एकत्रित और विक्रय कर कूड़े से कमाई भी की जा रही है। चार महीनों में सात लाख से अधिक का कूड़ा विक्रय किया।

    धार्मिक एवं पर्यटन नगरी जोशीमठ न केवल श्री बद्रीनाथ एवं श्री हेमकुंड साहिब-लोकपाल यात्रा का मुख्य पड़ाव है बल्कि विश्व विख्यात हिमक्रीड़ा केन्द्र औली का भी मुख्य पड़ाव है, यहां वर्षभर पर्यटकों का आवागमन बना रहता है। आद्य जगद्गुरु शंकराचार्य की तपस्थली ज्योतिर्मठ-जोशीमठ स्वच्छ व सुन्दर दिखे इसके लिए वर्ष 2010-11 मे पर्यटन व शहरी विकास विभाग द्वारा ठोस अपशिष्ट कूड़ा प्रबंधन की योजना पर कार्य शुरू हुआ और नगर पालिका जोशीमठ के माध्यम से इस महत्वपूर्ण कार्य को मूर्तरूप दिए जाने का निर्णय लिया गया।

    उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने नगर पालिका को कंपैक्ट मशीन उपलब्ध कराई गई और तब से कूड़े से कमाई शुरू हुई। वर्ष 2010-11 में 2 लाख 15 हजार रुपये का कूड़ा बेचने से शुरू हुआ। कमाई का सिलसिला 2021-22 तक 75 लाख के आंकड़े को पार कर चुका है। इस वर्ष यात्राकाल के मई से अगस्त चार महीनों में ही नगर पालिका जोशीमठ ने 7 लाख 61 हजार 318 रुपये का अजैविक कूड़ा विक्रय किया है।

    नगर पालिका जोशीमठ के ईओ भारत भूषण पंवार के अनुसार पालिका द्वारा अजैविक कूड़ा विक्रय के साथ ही डोर टू डोर कूड़ा संग्रहण का कार्य किया जा रहा है, अजैविक कूड़े की छंटाई व कंपैक्ट के लिए 13 पर्यावरण मित्रों की अलग से तैनाती की गई है।

    पंवार ने बताया कि अजैविक कूड़ा विक्रय एवं डोर टू डोर कूड़ा संग्रहण से नगर पालिका को अब तक 1 करोड़ 13 लाख 35 हजार से अधिक की आय हुई है। उन्होंने बताया कि पालिका द्वारा निर्माणाधीन ट्रेंचिंग ग्राउण्ड कार्य भी अंतिम चरण में है। निर्माण पूरा होते ही जैविक कूड़े से खाद बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।

    नगर पालिका जोशीमठ के अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार ने कहा कि जोशीमठ नगर और हिमक्रीड़ा स्थल औली को स्वच्छ बनाने में पालिका कर्मियों व पर्यावरण मित्रों की दिन रात मेहनत तो है ही,नगर वासियों का भी भरपूर सहयोग है। उनका कहना था कि उन्हें खुशी है कि सीमान्त नगरवासी स्वच्छता के प्रति सजग है। यह सजगता व जागरूकता निरंतर बनी रहनी चाहिए ताकि यहां आने वाले तीर्थ यात्री व पर्यटक धार्मिक एवं पर्यटन नगरी जोशीमठ से स्वच्छता के प्रति सकारात्मक संदेश लेकर लौटें