नैनीताल की रौनक पर कोरोना का साया, होटलों में पर्यटक रद्द करा रहे बुकिंग

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कोरोना
राज्य सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए फिर से दिशा-निर्देश लागू करने, खासकर उत्तर प्रदेश व दिल्ली सहित आधा दर्जन से अधिक उत्तर भारत के एवं देश के 12 राज्यों के लोगों के लिए राज्य में प्रवेश के लिए 72 घंटे पुरानी कोरोना की निगेटिव लाना अनिवार्य कर दिया है। इससे राज्य के पर्यटन का प्रभावित होना तय है।
पर्यटन नगरी नैनीताल की बात करें तो मैदानी क्षेत्रों में मार्च माह में ही मई की तरह 40 डिग्री तक पारा चढ़ने की स्थितियों में होली से पहले से ही नगर में सैलानियों की आवक बढ़ गई थी और नगर के सभी प्रमुख होटल एवं डीएसए मैदान स्थित मुख्य पार्किंग पैक हो गए थे, जो बुधवार को भी यथावत रही। आगामी 2 अप्रैल को गुड फ्राइडे के साथ तीन व चार अप्रैल के सप्ताहांत पर भी सरोवरनगरी के अधिकांश बुकिंग लेने वाले बड़े होटल पैक हो गए थे लेकिन एक अप्रैल से नए दिशा-निर्देशों के आने के बाद होटलों की बुकिंग निरस्त होनी शुरू हो गई है।
नगर के सबसे बड़े मनु महारानी होटल के महाप्रबंधक नरेश गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष की तरह से इस वर्ष भी ठीक मार्च माह से कोरोना के मामले बढ़ने के रूप में इतिहास एक तरह से खुद को दोहरा रहा है। उन्होंने कहा कि काफी कम लोग ही आरटी-पीसीआर जांच कराकर घूमने निकलते हैं, क्योंकि कोरोना के बढ़ने के दौर में घूमने पर भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता है। उन्होंने बताया कि आगामी सप्ताहांत पर होटल फुल था किंतु सुबह से कई बुकिंग निरस्त हो चुकी हैं।
नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश साह ने कहा कि लोग कोरोना से बचाव के उपायों को नहीं मान रहे हैं। ऐसे में बढ़ते मामलों के साथ सरकार भी नियम कड़े करने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि नए निर्देशों का पर्यटन पर प्रभाव एक-दो दिन में साफ होगा। उन्होंने सैलानियों व स्थानीय लोगों से नियमों का पालन करने की अपील की है।