कुछ यूँ होगा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन का स्वरुप

जल्द ही पहाड़ पर रेल का सपना सच होने जा रहा है। उत्तराखंड के तीर्थो को रेलवे लाइन से जोड़ने को लेकर केंद्र सरकार काफी गंभीर है जिसके लिए तेज़ी से  पहाड़ो पर रेल लाइन विस्तार की योजना बन रही है। हरिद्वार -रुड़की – ऋषिकेश के स्टेशन के भी कायाकल्प की तैयारी में विभाग जुट गया है और इसके लिए रेल मंत्री ने कर्णप्रयाग से बिगुल भी फूंक दिया है।

उत्तराखण्ड के पहाड़ों पर रेल चलना एक सपने के जैसा ही है, लेकिन ये सपना अब साकार रूप लेने लगा है। इस सपने को लेकर रेल मंत्रालय कसरत में जुट गया है, जिसके लिए उत्तराखंड के तीर्थो को रेलवे से जोड़ना पहली प्राथमिकता है रेल मंत्री के हरी झंडी दिखने के बाद अब विभाग भी अपनी तैयारियों में जुट गया है।  इस प्रोजेक्ट के अन्तर्गत 12 स्टेशनों सहित 16 सुरंगों और पुलों का  निर्माण किया जाएगा।

ओ पी मालगुड़ी, प्रोजेक्ट मेनेजर का कहना है की रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु 13 मई को उत्तराखंड आएंगे और ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के विस्तार के काम का शिलान्यास करेंगे रेलवे ने ऋषिकेश से कर्णप्रयाग  तक रेल लाईन बिछाने के लिए अपना मास्टर प्लान तैयार कर लिया है ।  जिसके लिए भूमि अधिग्रहण काम भी लगभग पूरा हो चूका है। विभाग का मानना है कि शुरूवाती चरणों का कार्य पूरा हो चूका है और बाकि की तैयारियों में भी विभाग लगा हुआ है। एक बार कार्य शुरु हो जाने के बाद 8 से 10 सालों में यह योजना पूरी हो जायेगी।

ऋषिकेश देवभूमि के प्रवेश द्वार के साथ साथ  चार धाम यात्रा का मुख्य केंद्र है यहाँ से पहाड़ो पर अभी रेल को पहुचना एक चुनौती है जिस पर रेल मंत्रालय लगतार कामों को अंजाम देने में लगा है उम्मीद है आने वाले कुछ सालो में पहाड़ो पर तीर्थयात्रा का लुफ्त रेल से भी उठाया जायेगा।