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डाकघरों से मिलेगी मौसम की जानकारी

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आपदा के लिहाज से बेहद संवेदनशील उत्तराखंड के डाकघरों से मौसम की चिट्ठी भी मिलेगी। डाक विभाग ने इस सिलसिले में भारत मौसम विभाग के सम्मुख प्रस्ताव रखा है। हालांकि, बात अभी प्रारंभिक स्तर पर है, लेकिन दोनों ही महकमे इसे लेकर उत्साहित हैं।

मुहिम के परवान चढ़ने पर डाकघरों में एलईडी स्क्रीन पर मौसम का पूर्वानुमान डिस्पले होगा। यानी, लोग यह जान पाएंगे कि कब बारिश की संभावना है और कब पारा उछाल भरेगा। खेती, यात्रा आदि के लिए कौन सा वक्त मुफीद होगा। यही नहीं, डाक विभाग ने डाकघरों में ऑटोमैटिक वैदर सिस्टम लगाने का सुझाव भी मौसम विभाग को दिया है।
ज्ञातव्य है कि विषम भूगोल वाले उत्तराखंड में बैंकों से भी बड़ा नेटवर्क डाक विभाग का है। राज्य में जहां बैंकों की 2215 शाखाएं हैं, वहीं डाकघरों की संख्या 2718 है। इनमें भी ढाई हजार से अधिक ग्रामीण इलाकों में हैं। अब डाक विभाग ने अपने इस नेटवर्क का उपयोग लोगों को मौसम की जानकारी देने में भी करने की ठानी है।
उत्तराखंड परिमंडल के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल (सीपीएमजी) उदयकृष्ण के अनुसार मौसम विभाग से डाकघरों में ऑटोमैटिक वेदर सिस्टम लगाने के साथ ही मौसम पूर्वानुमान से जुड़ी हर जानकारी डाकघर के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का आग्रह किया है। इसके तहत प्रथम चरण में प्रधान डाकघरों में एलईडी स्क्रीन लगाने का प्रस्ताव है। इससे वहां आने वाले लोगों को मौसम की पूरी जानकारी मिल सकेगी। धीरे-धीरे इस मुहिम को शाखा डाकघरों तक ले जाया जाएगा। इस पहल के परवान चढऩे पर लोगों को फायदा होगा।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक सीपीएमजी की ओर से प्रस्ताव आया है। देखा जा रहा है कि किस प्रकार से मौसम से जुड़ी जानकारियां डाक विभाग के माध्यम से दी जा सकती हैं। इस संबंध में जल्द ही सीपीएमजी से वार्ता की जाएगी और फिर मसौदे को उच्चाधिकारियोंको भेजा जाएगा। उत्तराखंड में ग्रामीण इलाकों में डाकघरों की संख्या 2513 और शहरी क्षेत्रों में 205 है।

मारपीट को लेकर आइसा ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

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बीते शनिवार को हेमवती नन्दन बहुगुण गढ़वाल विष्वविद्यालय के बिड़ला परिसर श्रीनगर गेट के सम्मुख हुई मारपीट की घटना के संदर्भ में आइसा (ऑल इंडिया स्टूडेंट असोसियेशन) छात्र संगठन ने राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित कर विश्वविद्यालयों में वाद विवाद की स्वतंत्रता को खत्म करने के प्रयासों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

उपजिलाधिकारी श्रीनगर के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन के साथ ही प्रदेश के राज्यपाल और गढ़वाल केंद्रीय विवि के कुलपति को भी यह ज्ञापन भेजा गया है। आइसा(ऑल इंडिया स्टूडेंट असोसियेशन) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य अतुल सती और विवि छात्रसंघ में छात्रा प्रतिनिधि शिवानी पांडे की ओर से भेजे गए ज्ञापन में विद्यार्थी परिषद पर छात्राओं के साथ मारपीट, बदसलूकी का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि विवि के शांतिपूर्ण माहौल को खराब ही नहीं किया जा रहा वरन दहशत भी पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है।
छात्रसंघ में छात्रा प्रतिनिधि शिवानी पांडे ने शनिवार को हुई घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक पौड़ी को ई-मेल से प्रार्थना पत्र प्रेषित करते हुए कहा है कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने छात्राओं के साथ मारपीट और बदसलूकी भी की। जिसके लिए विद्यार्थी परिषद के नौ कार्यकर्ताओं के नामों का उल्लेख करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा कायम करवाने का अनुरोध भी पुलिस अधीक्षक से किया गया है।
वहीं शनिवार को आइसा और विद्यार्थी परिषद छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट की घटना के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय में पीएसी के साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है। गढ़वाल विश्वविद्यालय में पुलिस चौकी खोलने को लेकर श्रीनगर कोतवाल प्रवीण कोश्यारी की कुलसचिव डॉ. अनिल झा से वार्ता हुई है।

जीएसटी लागू होने से छोटे होटलों और ढाबों में भोजन होगा सस्ता

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गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के पास होने के बाद अब छोटे होटल और रेस्टोंरेंट में खना पीना सस्ता हो सकता है। शनिवार को जीएसटी काउंसिल की बैठक में जीएसटी कर प्रणाली से जुड़े दो अहम विधेयकों के मसौदे को मंजूरी दी गई है।जीएसटी पास होने के बाद से अब किसी होटल या ढाबे में खाने पर आपको मौजूदा सर्विस टैक्स की तुलना में सिर्फ एक तिहाई ही जीएसटी देना होगा। हालांकि अभी सर्विस टैक्स की दर 15 फीसदी है। जो रेस्टोरेंट की बिल राशि के 40 फीसदी पर लगता है।
केंद्र और राज्यों ने किसानों को जीएसटी व्यवस्था के तहत रजिस्ट्रेशन से छूट देने का फैसला किया है। जीएसटी काउंसिल ने 50 लाख रुपये तक सालाना टर्नओवर वाले छोटे होटलों, रेस्टोरेंट और ढाबों के लिए जीएसटी की दर 5 फीसदी तय करने को मंजूरी दी है। अगर किसी रेस्टोरेंट में 1,000 रुपये का बिल बनता है तो सर्विस टैक्स 60 रुपये बनता है। यदि इसी फॉर्मूले के मुताबिक 5 फीसदी जीएसटी लगा तो आपको 40 रुपये की बचत होगी। क्योंकि जीएसटी की राशि 20 रुपये ही बनेगी।

पिता-पुत्र दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा

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देहरादून जिले के डोईवाला क्षेत्र में पिता-पुत्र की हत्या मामले का खुलासा कर दिया गया है। हत्या में शामिल पुत्रवधू और उसके प्रेमी को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। जबकि दो अन्य हत्यारों की तलाश की जा रही है। पुलिस उच्चाधिकारियों ने खुलासे पर पुलिस टीम को नकद पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की है।
जानकारी के मुताबिक रविवार रात करीब दो बजे डोईवाला थाने के गश्त में निकले राजकीय वाहन को कुआँवाला के जंगलो के पास लावारिस हालत में सेन्ट्रो कार संख्या यूए-07एल-6891 खडी मिली। पुलिस कर्मियो द्वारा सैन्ट्रो के अन्दर देखने पर कम्बल से लिपटी कुछ संदिग्ध वस्तु दिखाई दी, जिस पर उन्होंने तत्काल उच्चाधिकारियां को सूचित किया। साथ ही एफएसएल, फील्ड़ यूनिट, डाग स्कवाड को भी तत्काल मौके पर पहुंचने के लिए सूचित किया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्वेता चौबे, सहायक पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारी सदर लोकेश्वर सिंह द्वारा मौके पर पहुँचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। कार में कम्बल में लिपटी दो पुरुषां की लाशे बरामद हुयी। फोरेन्सिक सहायक द्वारा इन लाशों का परीक्षण कर मौके से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किये गये।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल ने बताया कि घटना की जघन्यता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक अपराध, पुलिस अधीक्षक नगर और पुलिस अधीक्षक देहात के नेतृत्व में 6 टीमो का घटना के अनावरण हेतु गठन किया गया। सभी टीमो को अलग अलग टास्क देकर घटना के अनावरण हेतु निर्देशित किया गया।
सम्बन्धित कार संख्या के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित करने पर ज्ञात हुआ कि यह कार दीपिका राणा पत्नी राजेश राणा, 58 तपोवन रोड, निकट इग्नू कार्यालय ननूरखेडा थाना रायपुर के नाम से पंजीकृत है। तत्काल एक टीम को थाना रायपुर हेतु रवाना किया गया। जानकारी करने पर पता चला कि 4 मार्च की रात्रि में दीपिका राणा पत्नी राजेश राणा द्वारा राजेश राणा सुपुत्र प्रेम सिंह राणा व प्रेम सिंह राणा सुपुत्र स्व. दलबीर सिंह राणा के सम्बन्ध में थाना रायपुर में आकर यह सूचना दी गयी थी कि वे दोनो दिनांकः 3/4-3-17 की प्रातः 04.00 बजे अपने वाहन (सेन्ट्रो कार) से उत्तर प्रदेश बुलन्दशहर हेतु रवाना हुये थे तथा जो कि देर सायं तक बुलन्दशहर नही पहुचे है। उपरोक्त राजेश के काल डिटेल्स भी निकाले गये । जिससे उनकी लोकेशन मियाँवाला क्षेत्र में ही मिली थी। पुलिस द्वारा जानकारी करने पर यह ज्ञात हुआ कि तपोवन रोड पर ही योगेश अरोडा पुत्र सुभाष चन्द्र नि0 खेडापीर मन्दिर, खेडा कालोनी करनाल हरियाणा हाल पतादृ गोविन्दगढ थाना कैण्ट जनपद देहरादून पूर्व में मृतक राजेश राणा के घर के पास किराये पर रहता था।
इस दौरान मृतक की पत्नी दीपिका जिसकी अपने पति के साथ अक्सर अनबन रहती थी, के साथ अभियुक्त योगेश अरोडा की नजदीकिया हो गयी थी। अभियुक्त योगेश मृतक की पत्नी दीपिका को बहुत चाहता था। जब भी दीपिका घर पर अकेली रहती थी, मौका देखकर अभियुक्त योगेश उससे मिलता जुलता था । इस दौरान दीपिका कई बार अपने पति योगेश व उसकी बहनो के द्वारा अपने साथ किये जाने वाले दुर्व्यवहार की शिकायत करती थी। योगेश अक्सर दीपिका को कहा करता था, कि मै एक दिन राजेश राणा को रास्ते से हटा दूँगा और उसके बाद हम दोनो साथ साथ जिन्दगी गुजारेगें।
अग्रवाल ने बताया कि दीपिका द्वारा अभियुक्त योगेश को सममय पर अपने पति से छुपाकर पैसे भी दिये जाने की बात भी प्रकाश में आयी। उपरोक्त बिन्दुओ पर जाँच करने हेतु दीपिका राणा से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने जुर्म का इकबाल किया गया तथा बताया गया कि दिनांकः 3/4-3-2017 की रात्रि में लगभग 1.00 बजे के करीब उसने अपने मित्र योगेश अरोडा व दो अन्य साथी को पूर्व निर्धारित योजना के तहत घर के अन्दर पीछे के दरवाजे से प्रवेश करवाया तथा उसने व उसके मित्र ने मिलकर नाईलोन की रस्सी से दोनो का गला घोटकर व उसके उपरान्त अपने रसोई के चाकूँओ से दोनो पर ताबडतोड वार किये ताकि कोई बचने न पाये।
उसके उपरान्त अभियुक्तो द्वारा घर पर पडे खून को घर पर कपडो और तौलियो की सहायता से साफ किया और दोनो शवो के सिरो को प्लास्टिक की पन्नियो से बन्द कर डोरी से बाँध दिया ताकि शवो के ठिकाने लगाने के दौरान खून कही गिरने न पाये । इसके उपरान्त अभियुक्तो द्वारा दोनो शवो को घर पर रखे कम्बलो और चादरो की सहायता से बाधँकर कर सैन्ट्रो कार संख्या यूए 07एल-6891 की डिक्की में मृतक राजेश राणा व पीछे की सीट पर प्रेम सिंह राणा का शव डालकर छिपा दिया। इसके उपरान्त घर पर सफाई कर टूटा हुये टेबल की काँच, हत्या में प्रयुक्त चाकू व खून से सने कपडे को एक पन्नी में रखकर लाडपुर के जंगल में उसी कार से पहुँचकर उक्त सामान में पैट्रोल छिडककर आग लगा दी। इसके उपरान्त वाहन को पुलिया न0 6 से होते हुये कुआँवाला शराब फैक्ट्री से आगे के जंगल में एकान्त स्थान पर कार खडी कर उसके अन्दर पैट्रोल छिडककर उसे आग लगाने की कोशिश की ।
इस दौरान अभियुक्त योगेश का चेहरा और हाथ पैर झुलस गये। जिससे वह कार को उसी स्थिति में छोडकर भाग गया। अभियुक्त योगेश की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया तथा उनके द्वारा गोविन्दगढ से अभियुक्त योगेश को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गयी। गिरफ्तारी पर अभियुक्त द्वारा अपने जुर्म का इकबाल करते हुये हत्या में प्रयुक्त चाकू व अन्य जला हुआ सामान तथा मृतक का पर्स भी बरामद कराया । गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा इस आपराधिक षडयन्त्र में अपने दो अन्य साथियो के भी सम्मिलित होने की बात स्वीकार की है । जिसके सम्बन्ध में जाँच की जा रही है।

दो दिवसीय बसन्तोत्सव में प्रतियोगियों को राज्यपाल ने किया पुरस्कृत

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राजभवन में आयोजित दो दिवसीय ‘बसन्तोत्सव, पुष्प प्रदर्शनी का रविवार को समापन हो गया। कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा आयोजित ‘बसन्तोत्सव/पुष्प प्रदर्शनी’ के माध्यम से प्रकृति, संस्कृति, तकनीक तथा हुनर के समागम द्वारा आगन्तुकों तथा पुष्प उत्पादकों को उत्साहित करने का प्रयास सफल रहा है।
राज्यपाल डॉ.कृष्ण कांत पाल ने आज सायं पुष्प प्रतियोगिताओं, रंगोली तथा बच्चों की चित्र प्रतियोगिता, फोटो प्रतियोगिता आदि श्रेणियों के कुल 138 विजेताओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया।(विस्तृत सूची संलग्न है।) इसके अतिरिक्त सभी जिलों से चयनित तीन-तीन पुष्पोत्पादकों को प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। टिकट प्रदर्शनी में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आने वाले छात्रों शोभित प्रियदर्शी, महक थापा और अभिति मिश्रा को राज्यपाल द्वारा क्रमशः पांच हजार, तीन हजार तथा दो हजार रूपये की नकद धनराशि देकर साम्मानित किया गया।
बसन्तोत्सव समापन के अवसर पर विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित करने के बाद अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने पूरे विश्वास से कहा उत्तराखण्ड पुष्पभूमि के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल होगा क्योंकि यहाँ का पूरा वातावरण सभी प्रकार के फूलों की खेती के अनुकूल है। व्यावसायिक पुष्पोत्पादन के माध्यम से राज्य के आर्थिक विकास को बल मिलेगा और दूर-दराज के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
उन्हांने कहा कि कुदरत के बेमिसाल रगों और खुशबू से सराबोर प्राकृतिक वैभव के इस उत्सव ने दो दिनों में प्रत्येक आगन्तुक के हृदय में एक नई उमंग, जोश और ताजगी का संचार निश्चित ही किया होगा। राज्यपाल ने कहा अब यह आयोजन केवल पुष्प प्रदर्शनी नहीं रही बल्कि पुष्प व्यवसाय से जुडे काश्तकारों, प्रकृति प्रेमियों, संगीत-नृत्य, लोक-कला, चित्रकला सहित अन्य हुनर से संपन्न तथा परम्पराओं से जुड़े लोगों के लिए यह एक विशेष अवसर बन गया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन औद्यानिकी से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों, विचारों तथा तकनीक के आदान-प्रदान के साथ ही लोगों को आपस में मेलजोल बढ़ाने का भी अवसर है जिससे समाज में अच्छे वातावरण की उम्मीदें बनी रहती हैं। चित्रकला प्रतियोगिता में बच्चों की भारी संख्या में प्रतिभागिता से अभिभूत राज्यपाल ने कहा कि इस आयोजन ने सभी वर्ग के बच्चों विशेष रूप से अपवंचित वर्ग के बच्चों को उनकी कल्पनाशक्ति को, रंगों के माध्यम से अभिव्यक्त करने का मौका मिला है।
राज्यपाल के विशेष दिशा-निर्देश से प्रेरित होकर इस वर्ष के आयोजन में कई नये आयाम जोड़े गये। जिनमें डाक टिकट संग्रहण करने वाले बच्चों के डाक टिकटों की प्रदर्शनी एवं सेलर्स एवं बायर्स मीट का आयोजन कराया गया। विभिन्न पुष्प व्यवसाय से जुड़े क्रेता-विक्रेताओं ने कई प्रकार की जानकारी साझा की जिसमें फूलों एवं सजावटी पौधों के उत्पादन से लेकर विपणन तक की समस्त गतिविधियों सहित इनकी मार्केटिंग को बढ़ाने पर विचार किया गया।
राज्यपाल ने सभी विजेताओं, प्रतिभागियों, विशेषतः बच्चों तथा प्रदर्शनी के मुख्य आयोजक उद्यान विभाग, संस्कृति विभाग सहित सभी सहयोगी विभागों को इस महोत्सव के आयोजन तथा उसे सफल बनाने के लिए बधाई देते हुए निदेशक उद्यान डॉ0 वी.एस.नेगी सहित राजभवन परिसर के वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक श्री दीपक पुरोहित के प्रयासों की विशेष रूप से सराहना की।
पुरस्कार वितरण समारोह में उद्यान विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों सहित राजभवन के अधिकारी तथा अनेक गणमान्य अतिथि, जनप्रतिनिधि तथा भारी संख्या प्रदर्शनी में आये दर्शक भी उपस्थित थे। पुरस्कार वितरण के पश्चात् राजभवन के प्रांगण में संस्कृति विभाग के सौजन्य से अनेक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।

वन माफियाओं ने कर्मचारियों पर झोंका फायर, वन कर्मियों ने की जवाबी कार्रवाई

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जल जंगल जमीन जो लोगों का आधार होना चाहिए। वहीं समस्या का कारण बन रही है। विभाग के कर्मचारियों को वन माफिया और तस्कर धमका रहे हैं। यहां तक कि फायर भी कर देते हैं। इसका कारण इन कर्मचारियों के पास आधुनिक हाथियारों का न होना तो है ही प्रशिक्षण का भी अभाव है।

वन विभाग के अधिकारियों के पास जो हथियार हैं वह पुराने जमाने के हैं ही जिसके कारण प्रायः वन माफियों के आगे वन कर्मचारी गच्चा खा जाते हैं। ऐसे ही एक प्रकरण मं जसपुर क्षेत्र में लकड़ी तस्करों ने वनों की सुरक्षा में लगे वनकर्मियों पर फायर झोंका, जिसके जवाब में वन कर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की,लेकिन वन कर्मियों से बचते हुए तस्कर भाग निकले। वन विभाग मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पतरामपुर रेंज के शिवराजपुर पट्टी बीट के वन कर्मचारी रात्रि गश्त पर थे। करीब 12 बजे जंगल में पेड़ गिरने की आवाज आयी।

जब वनकर्मी उस ओर बढ़े 5-6 वन तस्कर उधर दिखाई दिए। वन कर्मियों को आता देख तस्करों ने उन पर फायर झोंक दिए। जवाब में वन कर्मियों ने भी अपनी सुरक्षा में फायरिंग की। इससे जंगल के आसपास के गांवों में हडक़ंप मंचा हुआ है। वन कर्मियों ने सागौन की लकड़ी भारी मात्रा में बरामद की है। गश्त पर बीट के वन सुरक्षाकर्मी रणजीत सिंह,खुशीराम,जगत सिंह,वजीर सिंह थे।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा की कर्णप्रयाग में कांग्रेस अच्छी स्थिति में है, विकास के लिए जनता मतदान करेगी। किशोर उपाध्याय रविवार को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी प्रदेश में 18 मार्च की घटना को दोहराना चाहती है। बीजेपी नहीं चाहती है कि कांग्रेस की सरकार बने। इसलएि वह इसे रोकने की कोशिश कर रही है। भाजपा प्रचार कर रही है कि राज्य की स्थापना अटल बिहारी वाजपेयी ने की अगर इस बात को मान भी लिया जाए तो ये उनकी ही गलती है कि प्रदेश कि स्थायी राजधानी क्यों नहीं बनाई गई।
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस ने गैरसैंण में विधानसभा सत्र का आयोजन किया उससे पहले मैं और मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से मिलने गये तब उनकों स्थाई राजधानी के मुद्दे पर अपनी राय देने को कहा। श्री उपध्याय ने खुलासा किया कि खुद श्री भट्ट ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने के लिए सहमति जतायी मगर सत्र के दौरान वे और उनके दल के अन्य सदस्यों ने इस पर गम्भीरता के साथ कोई रूचि नहीं दिखाई।
उन्होंने ने कहा कि अब नौ तारीख को कर्णप्रयाग में होने वाले चुनाव से पहले भाजपा को स्थाई राजधानी के मुद्दे पर जनता को जवाब देना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा शराब की नदियां बहा रही है और पैसे बांट रही है। यह स्थिति पर्वतीय क्षेत्र के लिए बिल्कुल उचित नहीं कही जा सकती।

राज्य आपदा प्रतिवादन बल का 6 जिलों में प्रशिक्षण

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आने वाले 6 मार्च से राज्य आपदा प्रतिवादन बल जौलीग्रांट द्वारा राज्य के उत्तराखंड के 6 जिले टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, ऊत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथोरागढ़ के 30 ब्लॉक में विशेष जनजागरूकता अभियान के तहत दो-दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया जायेगा। इस हेतु एसडीआरएफ की दस सदस्यीय 06 टीमों को विशेष् प्रशिक्षण दिया गया है।

दो चरणों में चलने वाले इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्राम चौकीदारों, ग्राम प्रहरी, रेड क्रॉस, महिला मंगल दल, नेहरू युवा दल, भूतपूर्व सैनिक एवम क्षेत्रीय जन मानस को आपदा से बचाव के तरीकों (विशेषता भूकम्प और भूस्खलन) से अवगत कराया जायेगा। जिससे वे आपदा के दौरान प्रभावी रूप से कार्य कर सके और पूर्व तैयारी और लड़ने में सक्षम हो सके ।

प्रशिक्षण के पश्चात ग्राम चौकीदारों ग्राम प्रहरियों को एक एक रेस्क्यू किट भी प्रदान की जायेगी।एसडीआरएफ द्वारा आपदा से लड़ने हेतु एक गाइडलाइंस बुक “एसडीआरएफ एक परिचय” भी इस हेतु तैयार की गयी हे एक रेस्क्यू किट दी जायेगी। एक माह चलने वाला यह प्रशिक्षण 06 अप्रैल को समाप्त होगा।

किसी भी प्रकार की आपदा में त्वरित एंव प्रभावी तरीके से योजनानुसार राहत एंव बचाव कार्य करना। जन सामान्य को आपदा के पश्चात बचाव हेतु प्रशिक्षित एंव जागरूक करना है साथ ही सामाजिक क्रियाकलापों के माध्यम से समय-समय पर गरीबो, असहायों एंव दिव्यांगों के हित में कार्य करना पर्यावरण बचाने हेतु वर्षारोपर्ण में सहभागिता करना।

एसडीआरएफ द्वारा किए गए रेस्क्यू कार्यों का विवरणः

  • वर्ष            रेस्क्यू         जीवित       मृत
  • 2014        17          212         17
  • 2015        92          1821       61
  • 2016        89          1159       96
  • कुल योग     189         3192        180

योगा फेस्टिवल में उठी गंगा को साफ़ और निर्मल रखने की आवाज

योगनागरी ऋषिकेश में चल रहे अंतराष्ट्रीय योग महोत्सव में आये योग साधकों और योग प्रेमियों योग के साथ-साथ अब गंगा को साफ़ रखने के लिए भी एक कदम उठाया है। नमामि गंगे परियोजना द्वारा गंगा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक पद यात्रा का आयोजन किया गया जिसमें योग सिखने आये बच्चों और योग प्रेमियों ने बड़-चड़कर हिस्सा लिया। धरती की सबसे पावन और जीवनदायनी नदी गंगा जिसकी स्वतच्छता को लेकर एक तरफ सरकार तमाम प्रयास कर रही है तो वहीँ अब लोगों को जागरूक करने के लिए योग प्रेमियों ने भी अपने कदम आगे बढ़ाए है। ऋषिकेश में चल रहे इंटरनेशनल योगा फेस्टिवल में पहुँचे योगाचार्यों और योग प्रेमियों ने गंगा की सफ़ाई के लिए जन जागरूकता रैली निकाली। नमामि गंगे परियोजना के तहत रैली गढ़वाल मंडल विकास निगम से त्रिवेणी घाट तक निकाली गई जिसमे बहुत से लोगों ने हिस्सा लिया। ऋषिकेश में देश के कोने-कोने से योग सिखने आये योग प्रेमियों ने इस पद यात्रा के दौरान गंगा घाटों की भी सफ़ाई की। अंतराष्ट्रीय योग महोत्सव में जहाँ लोगो को योग गुर सिखने का मौका मिला है तो वहीँ गंगा की स्वतच्छता के लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। नमामि गंगे परियोजना के डायरेक्टर राघव लंगर ने बताया कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत इस जन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया है जिसमें योगा डेलीगेट्स ने काफी संख्या में हिस्सा लिया। मोदी की गंगा के संगरक्षण को लेकर मुहीम रंग लाने लगी है ,ऋषिकेश में योग सिखने आये योग प्रेमियों को भी अब स्वत्छ गंगा की मुहिम से जोड़ा जा रहा है ताकि हर कोई गंगा के संग्रक्षण के प्रति जागरूक हो सके।

अल्मोड़ा के दिवाकर बिष्ट मिस्टर इंडिया के फाईनल्स तक पहुंचे

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उत्तराखंड के बेटे दिवाकर बिष्ट ने अपनी मातृभूमि का नाम रोशन कर दिया है।जी हां मिस्टर इंडिया के फाइनल्स तक अपनी जगह बनाने वाले दिवाकर अब अपने घर वापस रानीकेत,अल्मोड़ा आ चुके है।

दिवाकर से हुई बातचीत के कुछ अंश आपके लिए एक्सक्लूसिव न्यूज़पोस्ट की तरफ से।

दिवाकर उत्तराखंड के अल्मोड़ा शहर से एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं।दिवाकर ने बताया कि इस पुरी प्रतियोगिता के दौरान मुझे अपने परिवार और अपने शहर का पुरा साथ मिला वरना शायद मेरे लिए यह राह और मुश्किल होती।दिवाकर कहते हैं सफर अभी रुका नहीं है और वह अल्मोड़ा शहर को बहुत आगे लेकर जाऐंगे।मिस्टर इंडिया की प्रतियोगिता में तीन राउंड निकालकर दिवाकर फाईन्लस तक पहुंचे थे।

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अल्मोड़ा जिला के दिवाकर बिष्ट एस.एस.जे कैंपस से फाईन आर्टस के चौथे साल के छात्र हैं।दिवाकर ने बहुत कम उम्र में मिस्टर इंडिया प्रतियोगिता में अपनी जगह बनाई और पूरी प्रतियोगिता में शानदार प्रर्दशन के बाद अब दिवाकर आने वाले सभी चुनौतियों के लिए तैयार हैं।उनेस बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेना उनके लिए अच्छा अनुभव रहा।दिवाकर के लिए यह बहुत अच्छा प्लेटफार्म था लोगों से मिलने व माडलिंग की दुनिया को समझने का।

दिवाकर बताते हैं कि इसके जरिए उन्हें लोगों से मिलने,उनको जानने व समझने का मौका मिला,इस पूरे प्रतियोगिता में एक बात जो अहम थी वह था दिवाकर का अपने काम के प्रति एकाग्रता।दिवाकर सबको यही कहना चाहते हैं कि जिंदगी में कुछ हासिल करना हो तो फोकस बहुत जरुरी है।दिवाकर कहते हैं कि मेरे लिए यह सिर्फ एक इवेंट नहीं था इसमें भाग लेने के बाद मुझमें और मेरी जिंदगी में बहुत सारे बदलाव आऐ हैं।

परिवार से सर्पोट मिलने पर दिवाकर ने बताया कि मेरे परिवार ने मुझे हमेशा सर्पोट किया और आज मैं जो कुछ भी हूं अपने परिवार की वजह से हूं।दिवाकर के लिए यह सफर कितना मुश्किल रहा इसपर दिवाकर ने कहा कि सफर मुश्किल ना हो तो मंजिल तक पहुंचने का मज़ा नहीं आता लेकिन उनके लिए यह सफर बहुत अच्छा रहा और उनके साथ साथ इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों के ले यह सफर अच्छा रहा और सबने इस प्रतियोगिता में अपना सौ प्रतिशत दिया है।आगे अपनी पढ़ाई पुरी करने के बाद दिवाकर अपने मिस्टर इंडिया बनने के सपने को पुरा करने की चाह रखते है।टीम न्यूज़पोस्ट की तरफ से दिवाकर को  हार्दिक बधाईंया और आगे आने वाले सभी प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं।