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अनुकृति करेंगी ”मिस ग्रैंड इंटरनेशनल” में भारत का प्रतिनिधित्व

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फेमिना मिस इंडिया के टॉप-5 में रहीं अनुकृति गुसाईं को मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल टाइटल से नवाजा गया है। फेमिना ने मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा की गर्इ। इस खिताब को पाने के बाद अब अनुकृति गुसाईं 19 जुलार्इ को देहरादून पहुंचेंगी।

फेमिना मिस इंडिया के टॉप-5 प्रतिभागियों को हर साल इंटरनेशनल लेवल पर होने वाले ब्यूटी कॉन्टेस्ट में भेजा जाता है। इसी के तहत अनुकृति अक्टूबर में वियतनाम में होने वाले मिस ग्रैंड इंटरनेशनल इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। अनुकृति ने बताया कि फेमिना मिस इंडिया के लिए उन्होंने बहुत तैयारी की थी। हालांकि वो खिताब नहीं जीत सकी, लेकिन टॉप 5 में जगह बनाने में कामयाब रहीं। उन्होंने कहा कि वो लोगों का विश्वास जीतने में सफल रहीं। इसी का नतीजा है कि उन्हें वियतनाम में होने वाली मिस ग्रैंड इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है।

लैंसडाउन निवासी अनुकृति ने बताया कि प्रतियोगिता में करीब 140 देशों की सुंदरियां हिस्सा लेंगी। 2014 में मिस एशिया पेसेफिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी अनुकृति का कहना है कि वो इस इवेंट को लेकर अभी से उत्साहित हैं और वो इस प्रतियोगिता को जीतने की पूरी कोशिश करेंगी। गौरतलब है कि 25 जून को मुंबई में हुई फेमिना मिस इंडिया में अनुकृति मिस मल्टीमीडिया चुनी गईं थीं।

सीएससी के 48 केंद्रों से हटी रोक, छात्रों को मिलेगी राहत

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केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के 48 कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) को दोबारा आधार कार्ड बनाने की अनुमति दे दी है, जबकि 302 केंद्रों पर लगी रोक अभी बरकरार है। अब प्रदेश में 344 सीएससी पर आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। शिक्षण संस्थानों में इस वक्त प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। इन केंद्रों के शुरू होने से छात्रों को खासी राहत मिलेगी।

उत्तराखंड में कुल 5400 सीएससी हैं, जिनमें से 646 आधार कार्ड बनाने के लिए अधिकृत थे। केंद्रों पर अनियमितताओं की शिकायत के बाद एक जुलाई को केंद्र सरकार ने राज्य के 350 सीएससी पर आधार कार्ड बनाने पर रोक लगा दी। इसके बाद राज्य ने केंद्र सरकार से यह रोक हटाने का निवेदन किया। इस पर केंद्र ने 48 सीएससी को दोबारा आधार कार्ड बनाने की अनुमति दे दी, हालांकि 302 पर रोक अभी बरकरार है। यह रोक क्यों नहीं हटाई गई है इसको लेकर स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।
सीएससी के प्रदेश प्रमुख ललित बोरा ने बताया कि जिन केंद्रों में आधार कार्ड बनाने का काम बंद कराया गया, उनके संबंध में यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआइडीएआइ) की ओर से शिकायत की गई थी कि उक्त केंद्रों पर आधार के आवेदन में गंभीर त्रुटियां बरती जा रही हैं। कई जगह पर तो केंद्र संचालक आवेदन में अपने हस्ताक्षर भी नहीं कर रहे थे। वहीं, राज्य के यूआइडीएआइ के अधिकारी विनय कुमार का कहना है कि उन्होंने कोई शिकायत केंद्र से नहीं की। उन्होंने केंद्रों में आधार कार्ड बनाने का काम बंद किए जाने के कारण की जानकारी होने से भी इंकार किया है।
केंद्र सरकार ने स्कूलों व अन्य शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए आधार अनिवार्य कर दिया है। फिलहाल प्रवेश का सीजन चल रहा है, इस कारण आधार केंद्रों पर छात्र-छात्राओं की भीड़ जमा हो रही है। चूंकि, आधे सीएससी में आधार कार्ड बनाना बंद हैं, ऐसे में उनका लोड भी अन्य सीएससी पर आ गया है। वहीं, सर्वर पर अधिक लोड पड़ने के कारण दिनभर में एक केंद्र पर 30 से 40 लोगों के ही आधार के आवेदन अपलोड हो पा रहे हैं।
उधर, आधार कार्ड के आवेदन को सीएससी पर उमड़ रही भीड़ का फायदा उठाकर कुछ लोग अवैध कमाई भी कर रहे हैं। कई सीएससी संचालक आधार के एक आवेदन पर 50 से 100 रुपये तक की वसूली कर रहे हैं

आपदा प्रबंधन, लोगों को करें प्रशिक्षितः सीएम

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आपदा प्रबंधन में स्थानीय लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका है, लोगों को फर्स्ट रेसपांडर के रूप में भी प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि ग्रामीणों को आवश्यक संसाधन दिए जाएं। स्कूल के बच्चों में जन जागरूकता गतिविधियां चलाएं, पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन की जानकारिया शामिल करें। एसडीआरएफ का मौसम विभाग से सीधा तालमेल जरूरी है। बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए ईको टास्क फोर्स की तर्ज पर एसडीआरएफ को रिस्पना नदी के पुनर्जीवन के लिए उसके कैचमेंट एरिया में वृक्षारोपण का कार्य दिया गया।

सोमवार देर शाम सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की तर्ज पर राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के ढांचे को और तार्किक करने किया जाएगा। पुलिस महानिदेशक, आर्मी, आईटीबीपी के प्रतिनिधियों को सदस्य रूप में और विशेषज्ञ वैज्ञानिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को विशेष आमंत्रित सदस्य रूप में लाने पर भी बैठक में सैद्धांतिक सहमति बनी। मुख्यमंत्री ने इसके लिये कैबिनेट में प्रस्ताव लाने के निर्देश दिए। राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण में आकाशीय बिजली को राज्य के परिप्रेक्ष्य में प्राकृतिक आपदा घोषित किए जाने पर कार्योत्तर अनुमोदन किया गया।

बैठक में अधिकारियों ने विश्व बैंक एवं एशियाई विकास बैंक के माध्यम से सितम्बर, 2016 से आज तक किए गए कार्यो की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति एवं क्रियाकलापों का विवरण दिया गया। विश्व बैंक एवं एशियाई विकास बैंक की आडिट रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। इस दौरान राज्य आपदा प्रबंधन योजना में किए गए संशोधन पर प्राधिकरण का अनुमोदन तथा जनपद नैनीताल की जिला आपदा प्रबंधन योजना पर प्राधिकरण का अनुमोदन किया गया। बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मद में वित्तीय वर्ष 2016-17 एवं 2017-18 में स्वीकृत धनराशि का विवरण एवं कार्योत्तर अनुमोदन एवं राज्य आपदा विमोचन निधि से वित्तीय वर्ष 2016-17 एवं 2017-18 में जारी की गई धनराशि का विवरण एवं कार्योत्तर अनुमोदन किया गया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बैठक में विश्व बैंक एवं एशियाई विकास बैंक द्वारा ओडीसीएच व पेयजल पर तैयार की गई 02 कॉफी टेबल बुक्स का विमोचन भी बैठक में किया। इसके साथ ही डीएमएमसी द्वारा राष्ट्रीय विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत जन जागरूकता हेतु बनाई गई 05 लघु फिल्मों एवं डीएमएमसी द्वारा आपदा प्रबंधन जन-जागरूकता हेतु तैयार की गई 20 लघु कहानियों की पुस्तक ’प्रयास’ का विमोचन भी किया।

बैठक में भारत सरकार एनडीएमए द्वारा सहायतित राज्य में चलायी जा रही आपदा प्रबंधन संबंधी 05 योजनाओं का विवरण प्रस्तुत किया गया। इण्डिया डिजास्टर रिसोर्स नेटवर्क का अद्यतन विवरण प्रस्तुत किया गया। मानसून ऋतु 2017-18 में घटित प्राकृतिक आपदा की अद्यतन स्थिति का विवरण भी प्रस्तुत किया गया। बैठक में निदेशक भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून विक्रम सिंह ने मानसून के सम्बंध में प्रस्तुतीकरण दिया गया। आईजी संजय गुंज्याल ने राज्य आपदा प्रतिवादन बल(एसडीआरएफ) के आपदा से सम्बंधित जन जागरूकता को चलाये जा रहे प्रशिक्षिण कार्यक्रम एवं क्रियाकलापों पर प्रस्तुतीकरण दिया । बैठक में वित्त मंत्री प्रकांश पंत, मुख्य सचिव एस.रामास्वामी, पुलिस महानिदेशक एमए गणपति, सचिव आपदा प्रबन्धन अमित नेगी, सचिव गृह विनोद शर्मा समेत आर्मी व आईटीबीपी के प्रतिनिधि मौजूद थे।

दून में लोगों को मिली राहत, पांच दिन बाद पानी की आपूर्ति शुरू

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भारी बारिश के दौरान पांच दिन पहले बही बांदल जलस्रोत की पाइप लाइन को जल संस्थान ने ठीक कर दिया। इसके बाद सोमवार से पेयजल आपूर्ति बहाल हो गई है। हालांकि, मंगलवार सुबह तक भी सभी इलाकों में आपूर्ति सुचारु नहीं हो पाई है, लेकिन एक बड़ी आबादी को सोमवार से पानी मिलना शुरू हो गया था। जल संस्थान के अधिकारियों का दावा है कि मंगलवार सभी इलाकों में पानी मिलना शुरू हो जाएगा।

बीते बुधवार को हुई भारी बारिश से जल संस्थान की बांदल स्रोत की पाइप लाइन रायपुर में बह गई थी। इससे राजपुर रोड, चकराता रोड समेत एक दर्जन से ज्यादा इलाकों के 60 हजार से ज्यादा लोगों के सामने पानी का संकट खड़ा हो गया था। पांच दिन की मशक्कत के बाद रविवार रात्रि में लाइन को ठीक किया गया। इसके बाद सोमवार सुबह तक पानी वाटर वर्क्स पहुंचा। हालांकि, कई मोहल्लों में सोमवार को पानी पहुंच गया। चूंकि, पहले दिन लोग घरों में निजी टैंकों को भरने में जुट गए, इसलिए पानी सभी घरों तक नहीं पहुंच पाया। हाथीबड़कला क्षेत्र के पार्षद भूपेंद्र कठैत ने बताया कि कुछ क्षेत्रों में पानी जरूर पहुंचा है, लेकिन अब भी कई जगहों पर लोग पानी को तरस रहे हैं। इस संबंध में जल संस्थान के अधिकारियों से शिकायत की गई है, जिसके बाद टैंकरों से इन जगहों पर सप्लाई दी गई। वहीं, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता यशवीर मल्ल ने बताया कि अधिकांश घरों तक पानी पहुंच गया है। 

बच्चों ने देखी ‘पप्पू की पगडंडी’ फिल्म

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केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की स्वायत्त संस्था ‘बाल चित्र समिति’ द्वारा 17 से 22 जुलाई तक जिले के सिनेमाघरों में प्रतिदिन सुबह के शो में दिखाई जाने वाली बाल फिल्म कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम के तहत सोमवार को शहर के सिनेमा हाॅल सिलवर सिटी में विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों को ‘पप्पू की पगडंडी’ फिल्म दिखाई गर्इ। बच्चों ने फिल्म का खूब आनंद लिया।

इसी प्रकार जिले के अन्य सिनेमा घरों जिनमें पीवीआर सिनेमा, बिग सिनेमा, मूवी लांउग सिनेमा, मुक्ता सिनेमा, गिल्ट्ज सिनेमा तथा रामा पैलेस ऋषिकेश में सुबह के शौ में फिल्मे प्रदर्शित की गर्इ। 

किसान की खुदकुशी की धमकी से खलबली

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लामाचौड़ क्षेत्र, हल्द्वानी के रामपुर गांव में खेतों में सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से परेशान ग्रामीण, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता तारा दत्त कांडपाल से मिले। खेती चौपट होने से परेशान एक किसान ने खुदकुशी की धमकी दी तो अफसरों में खलबली मच गई। तुरंत अधिशासी अभियंता ने अवर अभियंता को तलब कर फटकार लगाने के साथ ही सिंचाई नहर की सफाई कर जलापूर्ति सुचारू करने के निर्देश दे डाले। वहीं कृषि विभाग के अफसरों ने भी दोपहर में गांव का मौका मुआयना किया। ग्रामीण ने व्हाट्सएप पर डीएम से भी इसकी शिकायत की है।

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रामपुर गांव के ग्रामीण चंदन सिंह लटवाल व मदन मोहन सनवाल कालाढूंगी रोड स्थित सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता के कार्यालय पहुंचे। उन्होंने बताया कि गांव में गौला के पानी से सिंचाई होती है। लामाचौड़ चौराहे से नहर का पानी नाले में डाइवर्ट कर दिया गया है। वहीं नहर में कई फुट ऊंची सिल्ट जमा हो चुकी है। कई बार सिंचाई विभाग के अफसरों से पत्राचार के बाद भी नहर की सफाई नहीं की जा रही है। इसी दौरान ग्रामीण चंदन सिंह ने गुस्से में अफसर के सामने ही खुदकुशी की धमकी दे डाली, इससे अफसर व मातहतों में हड़कंप मचा।

अधिशासी अभियंता ने तुंरत फोन कर क्षेत्रीय अवर अभियंता को तलब किया। दोनों ग्रामीणों के साथ अवर अभियंता को नाले की सफाई करने व जलापूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए। वहीं दोनों ग्रामीणों ने कृषि विभाग के अफसरों को भी अपनी समस्या से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पानी न मिलने से धान की रोपाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में किसान भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएंगे। इस पर मुख्य कृषि अधिकारी धनपत कुमार व कृषि अधिकारी हल्द्वानी आरके आजाद ने गांव का दौरान कर समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।

मनरेगा मजदूर के खाते लिंक की प्रगति पर डीएम सख्त

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मनरेगा मजदूर के खातों में धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी रंजना ने कहा कि 25 जुलाई से सभी बैंक शिविर आयोजित करके मैपिंग कार्य प्रारंभ करें। इस दौरान सीडीओ को शिविरों की तिथि उपलब्ध कराने को कहा, डीएम ने अपने कार्यालय सभागार में बैंकर्स के साथ मनरेगा मजदूरों के खातों के आधार पर मैपिंग की समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए।

डीएम ने कहा कि गलत नाम के कारण या आधार कार्ड का सही नंबर अंकित न होने के कारण जिन खाता धारकों के आधार मैपिंग नहीं हो पा रही है उनके खातों की मैपिंग कराएं।

जिलाधिकारी ने आधार सिडिंग से वंचित मनरेगा मजदूरों को विकास खंड स्तर से कंसलटेंट फॉर्म प्राप्त करके खाता लिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि आधार मैचिंग में आ रही कमियों को शिविर के माध्यम से दूर करने को कहा। उन्होंने डाक विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो खाते सीवीएस ब्रांच पोस्ट आफिस में नहीं हैं उनकी सूची उपलब्ध कराएं।

डीएम ने अग्रणी बैंक अधिकारी को हर बैंक शाखा की मॉनिटरिंगकर आधार मैपिंग की प्रगति आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। सीडीओ एसएस पांगती ने बैंकर्स को आधार सीडिंग व आधार मैपिंग में तेजी लाने को कहा। 

अंजान शिष्यों की मदद को आगे आई ये खास “गुरु”

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‘गुरु हमेशा गुरु ही होता है,’ यह कहावत तो आपने सुनी ही होगी और इसी कहावत को साकार कर रही हैं 32 साल की ऊषा सुयाल जिन्होंने जरुरत के समय बच्चों को पढ़ाने का फैसला लिया।

जी.बी पंत यूनिर्वसिटी से प्लांट पैथालाॅजी में पीएचडी की उपाधि लेने वाली ऊषा, हल्द्वानी में पली-बड़ी ।पीएचडी रिसर्च में एडमिशन लेने से पहले ऊषा ने पौड़ी डिग्री कालेज में एक साल तक बाॅटनी पढ़ाई। शादी के बाद ऊषा टीचिंग छोड़कर अपने पति आईएएस मंगेश घिल्डियाल जो आजकल रुद्रप्रयाग के डीएम पद पर पोस्टेड हैं उनके साथ रहने लगीं।

लेकिन एक बार फिर ऊषा ने अपना जूनून, यानि टीचिंग शुरु करने की ठानी। ऊषा की इस पहल ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया है। लेकिन शादी के 4 साल बाद एक बार फिर ऐसा क्या हुआ जो उन्होंने टीचिंग शुरु कर दी? आपको बतादें कि इस बार ऊषा ने अपने लिए टीचिंग अपने लिये नहीं बल्कि दिल छू जाने वाले कारण से शुरू की।

न्यज़पोस्ट से एक्सक्लूसिव बातचीत में ऊषा कहती हैं कि ‘मैं अपने पति के साथ जीजीआईसी कैंपस रुद्रप्रयाग में निरीक्षण के लिए गई थी जब मुझे स्कूल के प्रिसिंपल ने बताया कि स्कूल के क्लास 9-10वी के बच्चों के लिए साइंस का कोई अध्यापक नहीं है।’ उषा ने बताया कि, यह दो साल स्कूल के बच्चों के लिए सबसे मुश्किल और सीखने वाले साल होते हैं, ऐसे में टीचर का ना होना बहुत बड़ी समस्या है। यह सोच कर मैं अपने आप को रोक नहीं पाई और जब तक स्कूल में स्थायी टीचर की पोस्टिंग नहीं हो जाती तब तक मैंने बच्चों को फिजिक्स,कैमिस्ट्री और बायोलाजी पढ़ाने का फैसला लिया।’

उनकी इस निस्वार्थ सेवा से ना केवल वो लोग प्रभावित हुए हैं जिनको इसका सीधा फायदा मिल रहा हैं, बल्कि जिस किसी ने ऊषा के बारे में पढ़ा वह प्रशंसक बन गया।ऊषा क्लास 9-10वीं के कुल 80 स्टूडेंट को दिन में चार घंटे पढ़ाती हैं, वो कहती हैं कि मैं बच्चों को पढ़ाकर अच्छा महसूस करती हूं, ‘मुझे बहुत अच्छा लगता है छोटे बच्चों के बीच समय बिताकर और उनको पढ़ाकर।’

जिले के डीएम की पत्नी को शायद काम करने की कोई जररूत नहीं थी, लेकिन ऊषा ने अपने जज्बे से ये साफ कर दिया है कि अपने आसपास के लोगों की मदद करने और समाज में बदलाव लाने के लिये पद और सामर्थ का जरूरत नहीं है। हम सबको ऊषा घिल्डियाल से सीखने की जरुरत हैं, जो बिना किसी स्वार्थ के जरुरतमंद बच्चों की मदद कर रही हैं।

कैंसर से जूझ रहे बाॅलिवुड अभिनेता सीताराम पांचाल की मदद की गुहार

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बॉलीवुड की फिल्मों से लेकर टीवी सीरियलों में बरसों से काम करते आ रहे वरिष्ठ कलाकार सीताराम पांचाल कैंसर की बीमारी से जूझ रहे हैं और आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से उनकी मदद की अपील की जा रही है।
सोशल मीडिया पर फिल्म इंडस्ट्री के सितारों से भी सीताराम पाचांल की मदद की गुहार लगाई गई है। हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले सीताराम पांचाल पिछले लगभग 30 सालों से फिल्मों और टेलीविजन की दुनिया में काम कर रहे हैं। उनके परिजनों ने जानकारी दी है कि वे पिछले तीन सालों से ज्यादा वक्त से कैंसर से जूझ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, डॉक्टरों ने उनके कैंसर को चौथे स्टेज पर बताते हुए उनकी हालत को बेहद गंभीर बताया था। कहा जाता है कि शरीर कमजोर होने की वजह से ऐलोपैथी की दवाइयों को उनका शरीर स्वीकार नहीं कर पाता। इसलिए वे होम्योपैथी के इलाज पर ही चल रहे है।
उनके परिजनों के मुताबिक, पिछले तीन सालों से उनके इलाज में परिवार की जमा पूंजी खर्च हो चुकी है और एक मकान भी बिक चुका है। अब उनका इलाज जारी रखना मुश्किल हो गया, तब उनके दोस्तों की ओर से सोशल मीडिया पर मदद की अपील की गई। बालीवुड में कलाकारों की संस्था सिंटा की ओर से भी सीताराम पाचांल को तुरंत आर्थिक मदद करने की घोषणा की है। सिंटा ने फिल्म इंडस्ट्री के बड़े सितारों से मदद का हाथ बढ़ाने की अपील की है।
इस अपील पर राजकुमार राव, रणदीप हुड्ड, सतीश कौशिक की ओर से सकारात्मक जवाब मिला है। इनके अलावा संजय मिश्रा, इरफान की ओर से भी सीताराम को मदद पहुंचाई गई है। सीताराम पांचाल की प्रमुख फिल्मों में स्लमडाग मिलेनियर, नाना पाटेकर की शक्ति- द पावर, बैंडिट क्वीन, पीपली लाइव, पान सिंह तोमर के नाम शामिल हैं।

ट्रेन के आगे लेट युवक ने की आत्महत्या

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लंढ़ौरा क्षेत्र, हरिद्वार में रेलवे ट्रैक पर एक युवक ने ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली, इससे पहले युवक करीब दो घंटे तक फोन पर बात करते हुए स्टेशन पर देखा गया था।

ग्राम नगला खुर्द निवासी, 24 साल का उस्मान सुबह रेलवे स्टेशन पर घूम रहा था। वह करीब दो घंटे तक फोन पर बात करता रहा। अचानक वह रेलवे ट्रैक पर आ गया, तभी अप लाइन पर चेन्नई एक्सप्रेस आ रही थी। स्टेशन पर मौजूद लोगों ने उसे लाइन से हटने के लिए काफी आवाज लगाई, लेकिन वह नहीं हटा।

ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। कुछ दूर जाने के बाद ट्रेन भी रुक गई। जीआरपी चौकी प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि पीएम बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक के परिजनों ने बताया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।