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डिस्कशन मोड से एक्शन मोड में आना होगा: राज्यपाल

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देहरादून। नैनी झील के संरक्षण में नैनीताल शहर के नागरिकों की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका है। नैनी झील के संरक्षण के लिए अब एक्शन मोड में आना होगा। नैनीताल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सुनिश्चित करते हुए पानी के दुरूपयोग पर पूरी तरह से रोक लगानी होगी। सोमवार को राजभवन में आयोजित हुई यूएनडीपी ‘नैनी झील के संरक्षण के लिए वैज्ञानिक व तकनीकी उपाय’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में राज्यपाल डा. कृष्ण पॉल ने यह बात कही। उन्होंने वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों के सुझावों पर शीघ्र क्रियान्वयन करने की जरूरत बताई।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए राज्यपाल डा. पॉल ने कहा कि नैनीताल झील के संरक्षण के लिए समय-समय पर अनेक सेमीनार किए गए हैं जिनमें विशेषज्ञों ने अपने सुझाव दिए हैं। विभिन्न संस्थाओं व समितियों द्वारा भी व्यापक अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार की गई हैं। अब समय आ गया है कि नैनीताल झील को बचाने के लिए इन सुझावों का ठोस क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसके लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। माननीय उच्च न्यायालय ने भी दिशा निर्देश दिए हैं। इसलिए स्थानीय प्रशासन को गम्भीरता के साथ इस पर काम करना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि सर्वाधिक महत्वपूर्ण जिम्मेवारी नैनाताल के नागरिकों को उठानी होगी। नैनीताल शहर पीने के पानी की आपूर्ति के लिए नैनी झील पर निर्भर है। प्रति वर्ष यहां की आबादी से कई गुना अधिक पर्यटक आते हैं। इनके लिए भी पानी की व्यवस्था करनी होती है। हमें समुचित जल प्रबंधन व सस्टेनेबल टूरिज्म की अवधारणा को अपनाना होगा। पीने के पानी के दुरूपयोग को रोका जाए। रेन वाटर हार्वेस्टिंग को प्रोत्साहित करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इससे प्राप्त पानी सीवरेज में न जाए। नैनीताल के लिए पानी के वैकल्पिक स्त्रोत को विकसित करना होगा। साथ ही यह भी देखा जाए कि क्या नैनीताल आने वाले पर्यटकों के एक भाग को निकटवर्ती दूसरे पर्यटन स्थल जाने के लिए पे्ररित किया जा सकता है।
राज्यपाल ने ढांसा, बड़कल व सुरजकुंड आदि झीलों का उदाहरण देते हुए कहा कि ये सभी कभी दिल्ली के पास स्थित महत्वपूर्ण झीलें थीं, परंतु अब ये सभी सूख चुकी हैं। ये हम सभी की जिम्मेवारी है कि नैनी झील की हालत इन झीलों जैसी न हो। इसके लिए दृढ़ इच्छा शक्ति से काम करना होगा। सामान्य बुद्धिमत्ता का प्रयोग करते हुए सामान्य नागरिक भी नैनी झील के संरक्षण में अपनी भूमिका निभा सकता है।

 कार्ययोजना बनाने की बताई जरूरत 
मुख्यमंत्री त्रिवेद्र सिंह रावत ने कहा कि पूरे प्रदेश में जलस्त्रोतों व नदियों के पानी में कमी आई है। हम सभी इसके लिए चिंतित हैं। नैनी झील के लिए रणनीति बनाते हुए समयबद्ध तरीके से कार्ययोजना बनानी होगी। शहर के पीने के पानी के लिए विकल्प विकसित करने होंगे। स्थानीय सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। राज्य सरकार ने नैनी झील के साथ ही पूरे प्रदेश में जल संरक्षण के लिए दृढ़ संकल्प के साथ काम शुरू किया है। 25 मई को जल संचय-जीवन संचय अभियान संचालित किया गया था। बिंदाल व रिस्पना के पुनर्जीवीकरण के लिए अभियान प्रारम्भ किया गया है। वहां एक दिन निश्चित करके व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण व सफाई का काम एक ही दिन में किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूएनडीपी की कार्यशाला में जो भी सुझाव आएंगें, उन्हें राज्य सरकार कार्यरूप में परिणत करेगी। इस दौरान कार्यशाला में तीन सत्र भी आयोजित किए गए। दूसरे सत्र में ‘झील के जलस्तर में गिरावट के कारण, शोध आवश्यकताएं व सम्भावित समाधान‘, तीसरे सत्र में ‘नैनीताल का बदलता भूदृश्यः पारिस्थितिक दृष्टिकोण व मानवीय दबाव‘ जबकि चैथे सत्र में ‘संगठनों की भूमिका, क्रियान्वयन रणनीति व कार्य बिंदु’ विषय पर व्यापक विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, प्रमुख सचिव आनंदबर्धन, यूएनडीपी के एडिशनल कंट्री डायरेक्टर डाॅ. राकेश कुमार, सचिव रविनाथ रमन, प्रोफेसर एसपी सिंह, विभिन्न संस्थाओं से प्रतिभाग करने आए वैज्ञानिक व विशेषज्ञ उपस्थित थे।

डीएम ने लगाई मेडिकल संचालकों की क्लास

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हरिद्वार। जिलाधिकारी दीपक रावत द्वारा रुड़की में मेडिकल स्टोर पर की गई सील की कार्रवाई के बाद नाराज मेडिकल एसोसिएशन ने जिले की सभी केमिस्ट दुकानों कोे अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का फैसला लिया था। जिसके बाद आज एसोसिएशन के पदाधिकारी डीएम रावत से मुलाकात करने पहुंचे। मेडिकल एसोसिएशन द्वारा जिले के सभी मेडिकल स्टोर्स को बंद करने की घोषणा और अनिश्चितकालीन हड़ताल के फैसले पर जिलाधिकारी सख्त नजर आए। मेडिकल एसोसिएशन के जब आज डीएम दीपक रावत से मुलाकात की तो उन्हें जिलाधिकारी के सख्त तेवरों का सामना करना पड़ा। इस दौरान डीएम रावत ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों की जमकर क्लास लगाई।

जिलाधिकारी ने हड़ताल पर गए मेडिकल स्टोर संचालकों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दुकान पर फार्मासिस्ट नहीं होगा तो कार्रवाई की जाएगी और इसमें कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आप लोगों को दवाइयों के सेल पर्चेज को भी मेंटेन रखना है, यदि कहीं भी कोई अनियमितता पाई गई और भविष्य में कोई हड़ताल की बात की गई तो मेडिकल स्टोर स्वामियों के खिलाफ आइपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। वहीं, जिलाधिकारी से मुलाकात के बाद मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी बैकफुट पर नजर आए।
डीएम से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि हमने जिलाधिकारी को आश्वासन दिया है कि जो भी खामियां हैं उन्हे पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट तो मेडिकल स्टोर पर रहते ही हैं, लेकिन कभी-कभी किसी काम से उन्हें इधर-उधर जाना भी पड़ सकता है।
बता दें कि मेडिकल स्टोर्स का संचालन फार्मासिस्ट की डिग्री होने पर ही किया जा सकता है। लेकिन शहर में कई ऐसे मैडिकल स्टोर हैं, जहां फार्मासिस्ट केमिस्ट शॉप से गायब रहकर दूसरी जगह काम कर रहे हैं और दुकान खोल के लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

सात लोगो को जुआ खेलते हुए पुलिस ने पकड़ा

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रुद्रपुर पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए ब्लॉक प्रमुख दलजीत सिंह खुराना को सात लोगो के साथ जुआ खेलते हुए गिरफ्तार किया है पुलिस को मौके पर हरियाणा ब्रांड की 10 पेटी भी मिली है ये सब लोग ब्लॉक प्रमुख के आफिस में जुआ खेल रहे है थे जानकारी देते हुए सीओ सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया की तीन पानी किच्छा रोड पर ट्रांसपोर्ट के आफिस में मुखबिर ने जुआ खेलने की सूचना दी थी जिस पर एसओजी टीम ने छापा मारा और मौके पर ब्लॉक प्रमुख दलजीत सिंह खुराना और प्रीतम सिंह पुत्र अर्जुन सिंह निवासी मजरा मिलख ,बूटा सिंह पुत्र जोगेंद्र सिंह ढाकी बिलासपुर ,मंजीत सिंह पुत्र दिलबाग सिंह निवासी धनोरा बिलासपुर नानक सिंह पुत्र अंग्रेज सिंह ढाकी फार्म बिलासपुर ,हरचरण सिंह पुत्र गुरुबख्श सिंह निवासी रुद्रपुर ,दवेंद्र सिंह पुत्र बहादुर सिंह निवासी रुद्रपुर को गिरफ्तार किया पुलिस को मौके पर 64 हजार रुपए नगद ,ताश की गद्दी, और 10 पेटी हरियाणा ब्रांड शराब पकड़ी गई सीओ का कहना है की मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपियो को जेल भेजा जाएगा इस दौरान   पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ समर्थको के साथ कोतवाली पहुचे और पुलिस पर राजनैतिक द्वेष के चलते ब्लॉक प्रमुख को फ़साने का आरोप लगाया l

मुंह दिखाई से पहले ही दुल्हन लापता, छोड़ गई एक खत

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हल्द्वानी। नैनीताल जिले के हल्‍द्वानी शहर में ऐन मुंह दिखाई की रस्म से पहले दुल्हन ससुराल से चली गई। जाने से पहले वह एक खत छोड़ गई।

 22 नवंबर को शादी, 24 को प्रीतिभोज और 26 नवंबर को घर पर मुंह दिखाई की रस्म। सब कुछ तय था, लेकिन दुल्हन ऐन मुंह दिखाई की रस्म से पहले ससुराल से चली गई। दुल्हन घर के सभी दरवाजों पर कुंडी लगा गई और एक खत छोड़ गई। खत में उसने धोखे से शादी किए जाने एवं मरने जाने की बात कही है। परिवार की ओर से तहरीर मिलने के बाद पुलिस भी खोजबीन में जुटी है।

सदर बाजार हल्द्वानी निवासी बिंदेश कुमार उर्फ बीरू का विवाह 22 नवंबर को भगवानपुर रुद्रपुर निवासी सोनी के साथ रुद्रपुर में ही संपन्न हुआ था। बरात अगले दिन लौटी तो सब कुछ ठीक चल रहा था। 24 नवंबर को रामलीला मोहल्ले के पास स्थित बैंक्वेट हॉल में प्रीतिभोज का कार्यक्रम भी निपट गया। रविवार तड़के करीब 4:30 बजे सोनी एक खत छोड़ घर के सभी दरवाजों पर कुंडी लगाकर निकल गई।

सुबह परिवार में खलबली मच गई। पड़ोसियों को आवाज देकर दरवाजे खुलवाए गए। वहीं दोपहर तक आसपास, रिश्तेदारी में और सोनी के मायके व सहेलियों से परिजन जानकारी जुटाने में ही रहे। सोनी का मोबाइल स्विच ऑफ रहने से चिंता और बढ़ गई। दोपहर बाद बीरू के चाचा नवल किशोर कोतवाली पहुंचे और पूरा वाकया बताते हुए गुहार लगाई। नवल के मुताबिक बीरू के पिता हार्ट पेशेंट हैं और बीमार हैं। सोनी अपने साथ लाए शादी के गहनों में ही घर से निकली है। मायके से मां और भाई भी यहां पहुंच गए।

मंगलपड़ाव चौकी प्रभारी अजेंद्र कुमार ने बताया कि ससुराल व मायके पक्ष के लोग अपने स्तर से भी जानकारी ले रहे हैं। देर शाम सोनी की लोकेशन मुरादाबाद में होने की सूचना मिली है। मुरादाबाद पुलिस से भी संपर्क का प्रयास किया जा रहा है। वहीं देर रात फिर कोतवाली पहुंचे नवल ने पुलिस से जानकारी ली। नवल ने बताया कि एसएसपी ने खुद सोनी के भाई से मोबाइल पर बात की। भाई ने सोनी के मुरादाबाद में अपने रिश्तेदारों के घर पर होने की बात कही है।

सोनी ने लिखा झूठ बोलकर हुई शादी

घर में छोड़े गए खत में नवविवाहिता ने लिखा है कि मुझे अपने मां-पापा की परवाह नहीं है। मैं अपने घर नहीं जा रही हूं। मेरी जिंदगी का सवाल है। मुझसे झूठ बोलकर शादी की गई है। मैं मरने जा रही हूं।

आमने-सामने भिड़ी दो कार, अधिवक्ता घायल

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खटीमा: टनकपुर राजमार्ग पर जगबूढ़ा पुल के समीप आमने-सामने दो कारों की भिड़ंत हो गई। जिसमें एक कार में सवार हाई कोर्ट के अधिवक्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। इस घटना से राजमार्ग पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। बाद में पुलिस ने दोनों कारों को सड़क से हटाकर चकरपुर चौकी में रखवा दिया है।

लोहाघाट के रहने वाले हाई कोर्ट के अधिवक्ता आरके पांडे अपनी कार संख्या यूके 03 9593 से टनकपुर की ओर जा रहे थे। इसी बीच जगबूढ़ा पुल के पास सामने से आ रही कार संख्या यूपी 26 के 0375 से भिड़ंत हो गई। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। बीच राजमार्ग में हुई इस घटना में मार्ग पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। मौके पर पहुंचे चकरपुर चौकी प्रभारी दीपक कौशिक ने पुलिस कर्मी की मदद से अधिवक्ता पांडे को अस्पताल में भर्ती कराया। जबकि दूसरी कार में सवार लोग निजी अस्पताल में उपचार कराने पहुंचे। चौकी प्रभारी ने बताया कि अभी इस मामले में किसी की ओर से तहरीर नहीं मिली है। जिस वजह से दुर्घटना का कारण पता नहीं चल सका है।

मायके से गई ससुराल, सुबह पहुंची मौत की खबर

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गदरपुर। गदरपुर की एक युवती की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि युवती की मौत जहर के सेवन से हुई है। उसका पति उसे मृतावस्था में जिला अस्पताल लाया था। वह यहां शव छोड़ कर फरार हो गया।

जानकारी के अनुसार गदरपुर निवासी अमन दो दिन पूर्व ही कल्लन के मकान में किराए पर आया था। अमन अभी 19 वर्ष का है, जबकि उसकी पत्नी कविता की उम्र 26 वर्ष के आस पास है। कविता पर दो लड़कियां हैं। बीती रात कविता की घर में ही हालत बिगड़ी तो उसे अमन जिला अस्पताल लेकर चला, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल में कविता को मृत घोषित कर दिया गया। बताया जाता है कि कविता ने कोई जहरीला पदार्थ खाया है। पति शव को छोड़ कर गायब हो गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। कविता का मायका गूलरभोज की केनाल कालोनी नंबर दो में है। बताया जाता है कि कविता कल सुबह अपने मायके गई थी, लेकिन शाम को अमन ने उसे वापस घर बुला लिया। घर पहुंच कर क्या बात हुई इसका पता किसी को नहीं है। कविता के पिता मुन्नी लाल को आज सुबह बेटी की मौत की खबर मिली। बताया जाता है कि अमन के मां बाप की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। वह अपनी रिश्तेदारों के यहां रहता रहा है। वह हलवाई का कार्य करता है। पोस्टमार्टम हाउस पर कविता के एक रिश्तेदार ही मिले, जिन्हें घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। गदरपुर पुलिस का कहना है कि उनके पास अभी इस घटना के बावत कोई जानकारी नहीं है।

साइबर सेल और एसओजी टीम के हत्थे चढ़ा साइबर ठग

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अल्‍मोड़ा। पुलिस ने साइबर क्राइम करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के एक सदस्य को उत्तरप्रदेश के गोंडा से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के पास से पंद्रह सौ रुपये की नगदी और वारदातों में प्रयुक्त स्विफ्ट कार भी बरामद की गई है। एसएसपी ने पुलिस की इस सफलता पर टीम को ढ़ाई हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

अल्मोड़ा के पांडेखोला निवासी किरन साह के एसबीआइ बैंक के खाते से 1.83 लाख रुपये निकाले गए। इसके अलावा एक और व्यक्ति के पीएनबी के खाते से 43 हजार रुपये पर हाथ साफ किए थे। पांच नवंबर को पीडि़तों ने अल्मोड़ा कोतवाली में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद अल्मोड़ा साइबर सेल समेत एसओजी की टीम ने तफ्तीश शुरू कर दी थी।

पुलिस टीम ने सर्विलांस की मदद से इस गैंग से जुड़े लोगों का उत्तर प्रदेश के गोंडा में होना पाया। टीम ने गोंडा पहुंचकर गैंग में शामिल राहुल त्रिपाठी (34) पुत्र चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, निवासी ग्राम जोगापुर, थाना मनकापुर(गोंडा) को हिरासत में ले लिया। एसएसपी पी रेणुका ने बताया कि पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग भी मिले हैं। पकड़े गए अभियुक्त ने बताया कि नवनीत शुक्ला और शरद मिश्रा भी इन वारदातों में उसके साथ शामिल थे। इन तीनों शातिरों पर उत्तर प्रदेश में भी आइटी एक्ट में अभियोग पंजीकृत हैं। इन मामलों में वह जमानत पर  है।

गौवंश संरक्षण स्कवाड का छापा, सवा कुंतल गौमांस बरामद

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किच्छा। गौवंश संरक्षण स्कवायड ने किच्छा में छापा मारकर वार्ड नंबर-09 से सवा कुंतल गौमांस बरामद किया है। इस दौरान एक युवक को भी दबोच लिया गया, जबकि चार लोग फरार हो गए। स्क्वायड ने कटने के लिए तैयार दो गौवंशीय बचा लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर बरामद मांस सील कर दिया है।

गौवंश संरक्षण स्कवायड प्रभारी कुमाऊ परिछेत्र ओम प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में मुखबिर की सूचना पर वार्ड नंबर-9 स्थित कुरेशी मोहल्ला में इस्लाम कुरेशी के घर में दबिश दी। अहाते में तीन गौवंशीय काटने के लिए बांध रखी थी। पुलिस मुख्य दरवाजा बंद देख छत के रास्ते से घर में घुसी। इस दौरान आहते में एक गौवंश काट दिया था। बाकी की दो को काटने की तैयारी थी। पुलिस को देखते ही भगदड़ मच गई। पुलिस ने इरफान कुरेशी पुत्र इस्लाम को दबोच लिया। उसकी मां नूरजानी जो बाद में घर-घर जाकर प्रतिबंधित मांस बेचती थी, उसके साथ ही अन्य आरोपी इस्लाम, तस्लीम और पप्पू फरार हो गए।
गौवंश संरक्षण स्कवायड ने मौके से प्रतिबंधित सवा कुंतल मांस सहित दो गौवंशीय बरामद किए हैं। पुलिस की सूचना पर पशु चिकित्सा प्रभारी डॉ़ रजनीश पाठक ने मौके पर पहुचकर सेंपल भरने के साथ ही बरामद गौवंशीय पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया। स्क्ययड प्रभारी ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर बरामद प्रतिबन्धित मांस को नष्ट करने की कार्यवाही की जाएगी।

कोहरे और निर्माण कार्य के चलते उपासना एक्सप्रेस रद्द, बाकी की अधिकांश गाड़ियां देर से चल रही हैं

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देहरादून। कोहरे और रेल ट्रैक पर चल रहे निर्माण कार्य के चलते देहरादून आने-जाने की अधिकांश गाड़ियां अपने निर्धारित समय से विलंब से चल रही हैं। वहीं एक और दो दिसम्बर को देहरादून से आने-जाने वाली उपासना एक्सप्रेस रद्द कर दी गई है।

सोमवार को हावड़ा से देहरादून आने वाली दून हावड़ा एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से दस घंटे की विलंब से चल रही है। जनता एक्सप्रेस का दून पहुंचने का समय सुबह 6:30 बजे का है, लेकिन निर्धारित समय से पांच घंटे लेट पहुंची। दिल्ली से देहरादून आने वाली मसूरी एक्सप्रेस सवा घंटे की देरी यानी पौने दस बजे पहुंची। अन्य ट्रेनें भी अपने तय समय से विलंब से चल रही थीं। ट्रेन विलंब होने के कारण यात्रियों और परिजनों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
हावड़ा जाने वाली उपासना एक्सप्रेस का संचालन एक और दो दिसंबर को नहीं हो सकेगा। क्योंकि लखनऊ-सुल्तानपुर के बीच नान-इंटर लाकिंग का कार्य हो रहा है। इसी के चलते दो दिसम्बर को देरादून से जाने वाली उपासना एक्सप्रेस भी रद्द रहेगी। वहीं यात्रियों का कहना है कि अभी तो कड़ाके की ठंड भी नहीं पड़ रही है, तब रेलगाड़ियों का परिचालन समय से नहीं हो पा रहा है। जब ठंड पड़ने लगेगी तो और परेशानी बढ़ेगी।
पिछले दिनों हावड़ा से चलने वाली दून और उपासना एक्सप्रेस को एक-एक दिन के लिए कैंसिल किया गया, जिससे यात्रियों को दिक्कतें झेलनी पड़ी थीं। हालांकि रेल प्रशासन ने ट्रेनों के रद्द करने के पीछे कोई ठोस कारण नहीं बताया। उनका कहना है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसा निर्णय लिया जाता है। स्टेशन अधीक्षक करतार सिंह ने बताया कि ट्रेन परिचालन में यात्रियों की सुरक्षा का खास ध्यान दिया जा रहा है। देहरादून से जाने वाले अधिकांश ट्रेनें समय से रवाना हो रहीें हैं। कुछ लंबी दूरी वाली गाड़ियां काफी विलंब से आ रही हैं, उन्हें भी समय से भेजने का प्रयास किया जा रहा है। 

सोशल मीडिया पर की गई शिकायत पर पेयजल निगम ने दिये जांच के आदेश

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सोशल मीडिया की ताकत से इन दिनों आम लोगों को भी बात नेताओं और अधिकारियों तक पहुंचाने में आसानी हो रही है। इसी का उदाहरण देखने को मिला पेयजल निगम में जहां फेसबुक पर की गई शिकायत पर निगम ने जांच के आदेश दे दिये हैं।दरअसल पलायन एक चिंतन नाम के सामाजिक संसथान ने पौड़ी में पेयजल निगम द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों पर सवाल खड़े किये थे। इसके सबूत के तौर पर संस्थान के चीफ अजय रावत ने अपनी फेसबुक वॉल पर तसवीरें और वीडियो भी शेयर किये। इनमें निर्माण कार्यों में घटिया सामान इस्तेमाल होने के आरोप लगाये गये हैं।इस शिकायत पर एक्शन लेते हुए पेयजल निगम ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं।

ajay rawat

दरअसल पौड़ी में चिनवाड़ी इसाके में नाबार्ड के पैसे से करीब 27 करोड़ की लागत से पंपिग पेयजल योजना चल रही है। इसी काम में लापरवाही और धांधली का आरोप इस पोस्ट में लगाया गया है। सोशल मीडिया क्रांति के इस दौर में लोगों को अपनी बातें और शिकायतें सरकार तक पहुंचाने में काफी आसानी हो रही है लेकिन अब देखना होगा कि पेयजल निगम इस सोशल मीडिया पोस्ट में लगे आरोपों की कितनी गंभीरता से जाच करता है।