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नहीं हटा अतिक्रमण तो सोमवार को गरजेगी जेसीबी

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रुद्रपुर- एनएच 74 के निर्माण में बाधक बन रहे दूधिया बाबा मंदिर से तीनपानी शुक्ला फार्म तक सौ से अधिक भवन व व्यावसायिक प्रतिष्ठान यदि दो दिन के भीतर स्वयं न हटाए गए तो सोमवार को एनएचएआइ पुलिस प्रशासन की मदद से इन भवनों को ध्वस्त कर हाईवे का निर्माण शुरू करा देगा। इसके लिए शुक्रवार को एनएचएआइ ने भवनों पर नोटिस चस्पा कर दिए हैं।

दूधिया बाबा मंदिर से तीनपानी शुक्ला फार्म तक एनएच 74 का लगभग दो किमी हिस्से में भवनों के न हटने से निर्माण कार्य रुका हुआ है। हालांकि भवन स्वामी मुआवजा ले चुके हैं लेकिन कब्जा नहीं छोड़ रहे हैं। कई बार ऐसे भवन स्वामियों को नोटिस जारी हुए पर वह जगह खाली करने को तैयार नहीं हुए। इस पर मामले को एनएचएआइ ने शासन के सामने रखा। इस पर गुरुवार को इस मामले में अपर सचिव ओमकार सिंह ने सुनवाई कर जिला प्रशासन को अविलंब कार्रवाई करने के निर्देश दिए। शासन से मिले निर्देश पर जिला प्रशासन व एनएचएआइ ने शुक्रवार को मार्ग निर्माण में बाधक बन रहे सौ से अधिक निर्माणों पर दो दिन के भीतर इसे हटाने के नोटिस चस्पा कर दिए हैं।

काश्तकारों के हो रहे बयान दर्ज, नोटिस जारी

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(रुद्रपुर) एनएच 74 घोटाले में एसआइटी ने अब बाजपुर के 10 काश्तकारों को नोटिस भेजे हैं। साथ ही काशीपुर के एक काश्तकार से पूछताछ कर बयान दर्ज किए है। एनएच मुआवजा घोटाले की जांच कर रही एसआईटी काश्तकारों से पुछताछ के बाद अधिकारियों के गिरेबां तक पहुंच रही है, जिसके लिए काश्तकारों के बैंक खातों से लेकर जमीनी दस्तावेजों को पुरी तरह से खंगाला जा रहा है।

काशीपुर के एक काश्तकार से एसआइटी ने पूछताछ की। करीब एक घंटे तक एसआइटी ने काशीपुर के काश्तकार से 143 व मुआवजा संबंधी पूछताछ की। साथ ही उनके बयान दर्ज किए। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक शनिवार को बाजपुर के कुछ काश्तकारों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। एनएच-74 मुआवजा घोटाले की जांच कर रही एसआइटी अब तक काशीपुर और जसपुर तहसील की जांच कर 10 से अधिक अधिकारी, कर्मचारी और काश्तकारों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अब एसआइटी बाजपुर और रुद्रपुर तहसील की जांच कर रही है। इसके तहत बीते दिनों रुद्रपुर और बाजपुर तहसील के दस्तावेज कब्जे में लेकर उनका अध्ययन शुरू कर दिया था। दस्तावेजों के अध्ययन के बाद शुक्रवार को एसआइटी ने बाजपुर तहसील के 10 काश्तकारों को नोटिस भेजे हैं। साथ ही उनसे निर्धारित तिथि पर एसआईटी के समक्ष पेश होकर बयान दर्ज करने को कहा है।

 

आर पार की लड़ाई लडे़ंगे मिनिस्ट्रियल कर्मचारी

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(अल्मोड़ा) भेदभाव का आरोप लगाते हुए मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने अब आर पार की लडाई लडने का मन बना लिया है। उत्तरांचल लोनिवि मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन ने कार्मिकों के आवासों के सामान्य मरम्मत कार्य में विभाग पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। जिसके चलते अब कर्मचारियों ने विरोध की ठान ली है। कर्मचारियों ने आगामी 4 दिसंबर को अधीक्षण अभियंता प्रथम वृत्त तथा रानीखेत निर्माण खंड परिसर में धरना देंने की बात कहीं है। मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन के जिला सचिव टीका सिंह खोलिया ने कहा कि अधीक्षण अभियंता के निर्देश के बाद भी अब तक संबंधित अधिशासी अभियंताओं की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिससेे एसोसिएशन के सदस्यों में रोष बना हुआ है। कहा है कि यदि हित में सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन उग्र किया जाएगा।

शादी मे जाने से किया इन्कार, पत्नी ने खाय़ा जहर

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(काशीपुर) शादी मे जाने से किया इन्कार तो गर्भवती पत्नी ने जहर खाकर खुदखुशी कर ली, पति को पत्नी की जिद्द अखरने लगी और पत्नी से कहासुनी हुई, जिसपर पत्नी ने खेत मे छिड़काव करने वाली दवा को घटक लिया और अपनी और अपने होने वाले बच्चे की जीवन लीला को ही समाप्त कर दिया।
काशीपुर में गर्भवती महिला ने पति से कहासुनी पर जहर खाकर खुदखुशी कर ली, महिला को सरकारी अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, काशीपुर के गढीनेगी किलावली में रहने वाले नरेश की एक साल पूर्व ही पूनम नेगी से शादी हुई थी उसकी पत्नी गर्भ से थी, पत्नी की एक विवाह समारोह में जाने की जिद जब पुरी नहीं हुई तो दोनों में काफी कहासुनी हो गयी, खेत में काम करने के दौरान नरेश ने अपनी पत्नी को घर जाने को कहा तो गुस्से में आकर उसकी पत्नी ने खेत में छिडकाव करने वाली दवा घटक ली, जिससे वो खेत मे ही बेहोश हो गयी, जिसे सरकारी अस्पताल लाया गया मगर उससे पूर्व ही नरेश की पत्नी पूनम की मृत्यु हो गयी थी, वहीं पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

विन्टरलाईन महोत्सव में स्थानीय कालाकारों की हो सहभागिता : गणेश जोशी

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देहरादून। विधायक गणेश जोशी व जिलाधिकारी ने मसूरी में आयोजित होने वाले विन्टरलाईन महोत्सव में स्थानीय कलाकारों की सहभागिता पर जोर देते हुए कहा कि इससे राज्य की संस्कृति का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार होगा।

जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में विन्टरलाईन महोत्सव के रूपरेखा के सम्बन्ध में शुक्रवार को आयोजित बैठक में चर्चा की गई। बैठक में मौजूद क्षेत्रीय विधायक गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड के कलाकारों को इस इवेन्ट में प्रोत्साहित किया जाए। साथ ही कार्यक्रम में फैशन शो का भी भव्य आयोजन हो। इस दौरा उन्होंने दूरभाष से कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा से कार्यक्रम को भव्य बनाने एवं कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए निमंत्रण भी दिया।
बैठक जिलाधिकारी नेे मसूरी विन्टरलाईन कार्निवाल समिति के पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कार्निवाल में आयोजित होने वाले दैनिक कार्यक्रमों, सांयकालीन सांस्कृतिक खेलकूद एवं स्टार नाईट्स के आयोजन के सम्बन्ध में समय एवं स्थान चयनित कर लिये जायें।
जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों को कार्निवाल में अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु वीडियों क्लिप बनाकर प्रदेश के समस्त सिनेमाघरों में प्रदर्शित करने तथा प्रिन्ट एवं इलैक्ट्रानिक मीडिया, रेडियो एफ.एम, सोशल मीडिया यथा फेसबुक, गूगल प्लस, यूट्यूब आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने पर चोर दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि मसूरी विन्टर कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर अवसर पर वीर भड़ माधौ सिंह भण्डारी पर सांस्कृतिक नाटक कार्यक्रम के मंचन से कार्निवाल का शुभारम्भ किया जायेगा। कार्यक्रम को बेहतर बनाने के लिए बड़े गु्रप्स से भी स्पोंस्र्ड (प्रायोजन) कराया जाये, जिससे धन की प्रचुर उपलब्धता हो सके।
उन्होंने कहा कि इस कार्निवाल को गत वर्षो में हुए कार्निवाल को लीक से हटकर मनाने को कहा। उन्होने कहा कि कार्निवाल के अवसर पर विभिन्न प्रदेशों की शोभायात्रा एवं बैंड का प्रदर्शन भी कराया जाये। इसमें मसूरी होटलियर्स व्यवसायियों से उन्होंने अपेक्षा की, कि जो कलाकार बाहर से बुलाये जायेंगे उनके खाने एवं ठहरने की व्यवस्था की जिम्मेदारी उनके द्वारा वहन की जाये। इसके लिए कलाकारों को एयरपोर्ट से लाने एवं उन्हे छोड़ने की जिम्मेदारी गढवाल मण्डल विकास निगम द्वारा की जाये।
उन्होंने कहा कि कार्निवाल में स्थानीय कलाकारों स्थानीय कल्चर व स्थानीय पहचान जैसे स्थानीय फूड, ड्रेस, हैण्डीक्राफ्ट, कला आदि का अधिक उपयोग किया जाय। उन्होने कार्निवाल की अगली बैठक के लिए पूरा कार्य विवरण तैयार करने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जी.एस. रावत, सचिव एम.डी.डी.ए पी.सी दुम्का, अपर जिलाधिकारी अरविन्द पाण्डेय, उप जिलाधिकारी मसूरी मीनाक्षी पटवाल, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी के.एस रावत, व सीमा नौटियाल, एवं मसूरी विण्टर कार्निवाल समिति के सदस्य एवं होटल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप साहनी, अध्यक्ष होटल यूनियन मसूरी आर.एम माथुर, सचिव संजय अग्रवाल एवं महामंत्री भी मौजूद थे। 

उत्तराखंड की मशरुम एंबेसेडर दिव्या रावत को मिली प्लांट बंद करने की धमकी

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उत्तराखंड को मशरुम के सहारे ऊंचाईयों के शिखर पर पहुंचाने वाली दिव्या रावत को उनका प्लांट बंद करने की धमकी दी गई है।शुक्रवार रात लगभग 8:30 बजे 200 लोगों की भीड़ ने दिव्या के घर पर धमक गी। केवल इतना ही नहीं भीड़ में मौजूद लोगों ने दिव्या के साथ गाली गलौज भी शुरु कर दी।

दिव्या ने न्यूजपोस्ट से हुई बातचीत में बताया कि “शुक्रवार दिन में ढ़ाई बजे के करीब जब वह लोगों को ट्रेनिंग दे रही थीं तभी कुछ लोग आए और दिव्या से बहस शुरु कर दी लेकिन मैने मामले को ना बढ़ाते हुए बात वहीं खत्म कर दी। लेकिन फिर रात को करीब 8:30 बजे लोगों की भीड़ ने मेरे साथ बहस और गाली-गलौज शुरु कर दी। इसके साथ साथ यहां चल रहे मशरुम प्लांट को बंद करने की धमकी भी दी।”

दिव्या से यह पूछे जाने पर कि आखिर यह लोग कौन थे और उन्होंने किस बात पर कहासुनी की इसपर दिव्या का जवाब था कि शायद लोगों की बहस का कारण मेरा पालतू  कुत्ता है जिसके भौंकने से लोगों को परेशानी थी,हालांकि दिव्या ने यह भी साफ किया है उस भीड़ में उनके पड़ोसी नहीं हैं।

दिव्या ने बताया कि बहस ज्यादा होने पर उन्होंने पुलिस की मदद ली लेकिन पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को फोन करने के बाद ही पुलिस हरकत में आई और दिव्या की रिर्पोट लिखी गई। दिव्या ने बताया कि भीड़ में पहचाने हुए लोगों के नाम उन्होंने पुलिस के संज्ञान में ला दिए हैं और वह चाहती हैं कि इस केस में पुलिस उनकी मदद करें।

बातचीत में दिव्या ने बताया कि इस भीड़ में से तीन व्यक्तियों ने मुझे धमकी दी की वो मशरूम को उत्तराखण्ड से उखाड़ फेकेंगे और शुरुआत यही मोथरोवाला से करेंगे,और साथ ही यह भी बोला कि वह लोग दिव्या का राष्ट्रपति पुरस्कार भी छीन लेंगे।

देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या करती हैं क्योंकि जो आज हुआ हैं वह आगे भी हो सकता हैं और जब उत्तराखंड की मशरुम एंबेसेडर को उच्च अधिकारियों को फोन करना पड़ा तो आम जनता का क्या होगा।

नहीं रुक रही शराब की ओवर रेटिंग, मंत्री जी भी थके

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(रुद्रपुर) शराब की ओवर रेटिंग रोक लगाने में आबकारी विभाग लागातर नाकामयाब शाबित हो रहा है। विभागि के अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहे ओवररेटिंग के खेल को लेकर सूबे के अाबकारी मंत्री भले ही सोशल मीडिया के सहारे लोगों को जागरुक कर रहे हों लेकिन अधिकारी है कि उनकी कानों में जूं तक नहीं रेंगती। शराब की दुकानों के सेल्समैन बेखौफ होकर नियमों को ताक पर रख कर शराब की बिक्री कर रहें हैं।

आबकारी विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से चल रहे ओवर रेटिंग के खेल को रोकने के भले ही सूबे के आबकारी मंत्री कितने ही जतन कर लें लेकिन ओवर रेंटिंग पर लगाम लगती दिखाई नहीं दे रही है। अफसर सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई करते हैं। इस अर्थदंड की कार्रवाई का उन्हें कोई भय नहीं दिखता, क्योंकि प्रतिदिन वह लाखों रुपये की ओवर रेटिंग कर लेते हैं। उत्तराखंड आबकारी मंत्री प्रकाश पंत और आबकारी विभाग लगाम कसने में लगे हों लेकिन ओवर रेटिंग नहीं रोक पा रहे हैं। हर दूसरे दिन शराब की ओवररेटिंग को लेकर शिकायतें आती हैं, जिनके समाधान में मंत्री पंत जुटे रहते हैं। पिछले दिनों उन्होंने ओवर रेटिंग रोकने के लिए अभियान भी चलाया था, मगर नतीजा वही ढाक के तीन पात रहा। आबकारी विभाग के अफसरों की कार्रवाई ओवर रेटिंग पर भारी पड़ रही है। महानगर में खुलेआम ओवर रेटिंग हो रही है, मगर उसे रोकने के कोई प्रयास नहीं हो रहे हैं। यूं तो पूरे जिले में ही शराब की ओवर रेटिंग हो रही है। खुद आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने रुद्रपुर में अपने पीए को भेज कर शराब मंगाई तो ओवर रेटिंग मिली, लेकिन ओवर रेटिंग पर प्रभावी नियंत्रण करने में आबकारी विभाग के अधिकारी विफल साबित हो रहे हैं।

सेल्समैन धड़ल्ले से ओवर रेटिंग करते हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना रहता है। ऐसा नहीं है कि आबकारी विभाग इन सब गतिविधियों से अनभिज्ञ है, मगर वह जानबूझ कर आंखें मूंदे रहता है। ऐसा लगता है कि लाखों रुपये की ओवर रेटिंग की बंदरबांट में सब शामिल रहते हैं। आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर से लेकर आबकारी अधिकारी तक का रटा रटाया बयान रहता है कि शिकायत मिलती है तो वह कार्रवाई करते हैं। लेकिन आज तक किसी का लाइसेंस निलंबित नहीं हुआ, जबकि ओवर रेटिंग रोज होती है। आखिर ऐसी कार्रवाई का क्या फायदा? जिससे ओवर रेटिंग न रुक सके।

ऋषिकेश पुलिस के हत्ते चढ़ा चोर, 2 लाख 17 हजार कैश के साथ पकड़ा गया आरोपी

ऋषिकेश :- तीर्थनगरी ऋषिकेश में 28 नवंबर को हरिद्वार रोड स्थित नेशनल इंश्योरेंस कंपनी के दफ्तर में हुई चोरी का ऋषिकेश पुलिस ने खुलासा किया है।

पुलिस ने मोनू नाम के युवक को गिरफ्तार किया है जिसके पास से चोरी किये हुए 2 लाख रुपए भी मिले है. आपको बता दें कि बीते 28 नवंबर को ऋषिकेश में एक निजी इंश्योरेंस कंपनी के दफ्तर में 2 लाख से अधिक रुपए के चोरी की घटना सामने आई थी जिसके बाद से ही पुलिस चोर की तलाश क्र रही थी, बाद में पुलिस ने एक टीम गठित की और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी को पकड़ा गया. बताया जा रहा है कि आरोपी उसी इंश्योरेंस कंपनी में काम करता है और लालच में आकर उसने ये घटना को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है. वही ऋषिकेश क्षेत्राधिकारी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि आरोपी चोरी की घटना के बाद से ही फरार चल रहा था लेकिन अब वो गिरफ्त में आ चूका है उसके पास से चोरी के रुपए भी बरामद हुए है।

 

माॅल में शाॅपिंग करने पहुंचा जंगल का सांभर

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रामनगर- जंगल का सांभर रामनगर के माॅल में शापिंग करने पहुंच गया मगर पार्किंग पर ही उसको देख लोगों में भगदड मच गयी, भगदड देख सांभर पार्किंग से ही लौट गया, लोगों की भगदड के चलते सांभर शापिंग भी नहीं कर पाया।

जी हां रामनगर के जानवर भी हाईटैक होने लगे हैं वो जंगल छोड अब शाॅपिंग कामप्लेक्शों मोल में भी पहुंचने लगे हैं। कुछ एसा ही नजारा था शुक्रवार को रामनगर के माॅल के जहां जंगल से भटककर देर रात एक सांभर बाजार में शॉपिंग मॉल की पार्किंग में घुस गया। उसके आते ही पार्किंग में मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। बामुश्किल एक घंटे की मशक्कत के बाद सांभर को पकड़कर जंगल ले जाया गया। इस दौरान लोगो को हटाने के लिए पुलिस भी बुलानी पड़ी। रेस्क्यू में सांभर भी घायल हो गया।

पर्यटकों से गुलजार हो रहा राजाजी पार्क

ऋषिकेश। उत्तराखंड अपनी सुन्दरता और विशिष्टता के लिए पूरे अपनी विशेष पहचान रखता है, यहाँ के प्राक्रतिक नज़ारे नदी ,पहाड़ ,झरने और बुग्याल किसी का भी मन मोह लेते है ,इसलिए इसे देव भूमि कहा जाता है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये एक बार फिर राजाजी नेशनल पार्क सैलानियों के लिए खुल चूका है, और रोजाना पार्क में सैर सपाटे के लिए पर्यटक दूर दूर से राजाजी नेशनल पार्क में पहुंच रहे है ऋषिकेश के मोतीचूर रेंज में स्तिथ राजाजी नेशनल पार्क की पर्यटन छेत्र में अपनी एक अलग पहचान है, यहाँ हर सीजन में हजारों सैलानी वाइल्डलाइफ एडवेंचर का लुफ्त उठाने आते है। बरसात के बाद एक बार फिर शीतकालीन के लिए इस पार्क को पर्यटकों के लिए खोला जा चूका है।

park rajaji

सिर्फ देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पर्यटक इस पार्क का लुफ्त उठाने यहाँ का रुख करते दिख रहे है। पर्यटकों की माने तो उन्हें राजाजी नेशनल पार्क में जंगल सफारी करना बेहद पसंद है, और वो यहाँ काफी एडवेंचर महसूस करते है उत्तराखंड के सभी पर्यटक स्थल अब अपनी नयी खुबसुरती को ओढ़ कर पर्यटकों के लिए तैयार हो गए राजा जी नेशनल पार्क में नया जीवन अंगडाई लेने लगा है , छोटे जीव जंतु अपनी असीम खुबसुरती के साथ प्रक्रति से कदम ताल कर रहे है । इसके साथ साथ यहाँ पहुँच रहे पर्यटकों से यहाँ के युवाओं को रोजगार भी मिल रहे है। पर्यटक यहाँ जंगल सफारी के साथ साथ टाइगर और हाथी को देखने के लिए भी काफी उत्सुक नजर आरहे है. वहीँ राजाजी नेशनल पार्क के रंजेर राजेंदर नौटियाल का कहना है की यहाँ पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे है और उन्हें हर सुविधा मिल सके इसके लिए पार्क प्रशाशन द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है.शीतकाल शुरू होते ही एक बार फिर उत्तराखंड के राजाजी नेशनल पार्क ने नया पर्क्र्तिक श्रंगार कर लिया है ,अगर आप भी इन नजारों का करीब से लुफ्त उठाना चाहते है तो चले आईये उत्तराखंड यहाँ के प्राक्रतिक नज़ारे आपका बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है ।