Page 260

सलमान के विरोध में सड़कों पर उतरा वाल्मीकि समाज

0

हरिद्वार, फिल्म अभिनेता सलमान खान की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। उनके विवादित बयान के बाद धर्मनगरी में उनका न केवल विरोध प्रदर्शन हुआ, बल्कि वाल्मीकि समाज ने उनके खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर भी दी है।
वाल्मीकि समाज के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए सलमान से तत्काल माफी मांगने की मांग की। इस दौरान उन्होंने फिल्म अभिनेता का पुतला फूंका। समाज के नेताओं ने कहा कि सलमान ने पूरे वाल्मीकि समाज को लेकर अपशब्द कहें हैं, जो गलत है। साथ ही उन्होंने अभिनेत्री शिल्पा राज कुन्द्रा पर भी आरोप लगाए हैं। वाल्मीकि समाज के लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सलमान माफी नहीं मांगते हैं तो पूरे देश में उनका विरोध किया जाएगा। सलमान के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है।
विदित हो कि फिल्म अभिनेता सलमान खान और विवादों का चोली दामन का जैसा रिश्ता है। पहले विवाद से वह अभीतक उबरे भी नहीं कि फिर से उनका विरोध होने लगा। दरअसल सलमान खान और शिल्पा राज कुन्द्रा पर वाल्मीकि समाज ने अपशब्द कहने का आरोप लगाया है। इस बयान से आक्रोशित समाज के लोग भड़क उठे हैं और देशभर में दोनों का कड़ा विरोध हो रहा है। एक डांस शो के दौरान गेस्ट बनकर आए सालमान ने वाल्मीकि समाज पर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। हालांकि ये एपिसोड अभी तक टेलीकास्ट नहीं हुआ है पर प्रोमों में दिखाए जाने के बाद इस पर हंगामा होने लगा है।

नकाबपोेश बदमाशों ने दिया लूट को अंजाम

0

रुद्रपुर शहर में सुबह सुबह एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम देकर लुटेरों ने पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है। शहर की मॉडल कालोनी में नकाबपोश बाइक सवार तीन लुटेरों ने एक व्यापारी को अपना निशाना बना डाला। सिर पर तमंचा अड़ा कर लुटेरों ने स्कूटी सवार व्यापारी से हजारों की नकदी लूटी और खुलेआम तमंचा लहराते हुए फरार हो गए। घटना की जानकारी के बाद सूचना पर पहुंची पुलिस अब सीसीटीवी में लुटेरों की तलाश कर रही है। 

मॉडल कालोनी निवासी अनिल तनेजा कई प्रमुख समाचार पत्रों की एजेंसी चलाते हैं। रोज की तरह वह आज भी अपना काम निपटा कर स्कूटी से घर लौट रहे थे। बकौल अनिल वह एजेंसी से 15 हजार रुपये बैग में डालकर अपनी स्कूटी से घर लौट रहे थे। घर पास मोड़ पर ही अचानक काली बाइक सवार नकाबपोश तीन लुटेरे ने उन्हें ओवरटेक किया और सिर पर तमंचा मार दिया। जिससे वह जमीन पर गिर गए। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते बाइक सवार दो लुटेरे उनके पास आ गए और कमर में खुसा तमंचा निकाल कर उनके सिर पर अड़ा दिया। अनिल की मानें तो लुटेरों ने पूरी वारदात को बेहद सुकून और बेखौफ अंदाज से अंजाम दिया। इस दौरान उन्होंने करीब दस मिनट का वक्त लिया। लुटेरों ने बैग में रखे 15 हजार रुपये तो निकाले ही साथ ही अनिल की भी जामा तलाशी ली। हमेशा राहगीरों से गुलजार रहने वाली इस सड़क पर एक टुकटुक व एक स्कूटी सवार ने भी लुटेरों का विरोध करने का हौंसला जुटाया, लेकिन लुटेरों के तमंचा दिखाने पर उनका हौंसला भी टूट गया। पूरी वारदात को अंजाम देने के बाद हाईवे की ओर से आए लुटेरे लूट करने के बाद हाईवे की ओर ही फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी में लुटेरों की शिनाख्त करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को सीसीटीवी से खास मदद नहीं मिल सकी।  अनिल ने बताया कि लुटेरों की उम्र 25 से 3० साल के बीच है। तीन में से एक लुटेरा बेनकाब था, जबकि अन्य दो ने अपने चेहरे कपड़े से बांध रखे थे। लुटेरे गाबा चौक की ओर ही भाग निकले।

हाथिनी का शव मिलने से सनसनी

0

(हल्द्वानी) शारदा रेंज के गुलिया पानी में हथिनी का शव मिलने से हड़कंप मच गया। सुबह वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो हाथिनी के मरने की वजह की जांच की। वन अधिकारियों का कहना है कि आपसी संघर्ष में हथिनी की मौत हुई है। हथिनी के शव के सभी अंग सुरक्षित मिले हैं। इसलिए उसके शिकार की कोई आशंका नहीं बताई जा रही है। चिकित्सकों की टीम ने हथिनी के शव का पोस्टमार्टम किया, जिसके बाद उसे वहीं दफन कर दिया गया है।हल्द्वानी डिवीजन के वन अधिकारियों को गुरुवार की रात गुलिया पानी में हथिनी का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई। डीएफओ चंद्रशेखर सनवाल ने बताया कि घटना स्थल के मुआयने से यह सामने आया है कि आपसी संघर्ष की वजह से हथिनी की मौत हुई है। सारे अंग सुरक्षित होने और शव के कई दिन पड़े रहने से यह साफ है कि उसका शिकार नहीं हुआ है।

पचास गरीब जोड़ों का वीआईपी विवाह

0

हर लडके लड़की की तमन्ना होती है कि उसकी शादी धूमधाम से हो, और वीआईपी उनको आशीर्वाद देने पहुंचे मगर गरीबों की ये हसरत शायद ही कभी पुरी हो पाती हो, मगर बाजपुर के लाडी परिवार ने एसे गरीब पचास परिवारों की हसरत को पुरा किया, जिनके विवाह समारोह को वीआईपी बनाते हुए खुद सूबे के मुख्यमंत्री नवविवाहित पचास जोडों को आशीर्वाद देने पहुंचे, उनके साथ मौजूद थे काबिना मंत्री और आधा दर्जन विधायक।

हजारों की संख्या में बाराती,मेहमान वो भी सभी वीआईपी और समारोह एसा कि सभी देख कर दंग रह जाएं, ये विवाह समारोह का नजारा किसी धनवान का नहीं बल्कि बाजपुर के उन गरीब परिवारों के विवाह समारोह का है जिन्होने सकभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उनका विवाह समारोह भी वीआईपी हो सकेगा, बाजपुर के लाडी परिवार द्वारा पिछले दस सालों से क्षेत्र के एसे परिवारों का सामुहिक विवाह पुरे रिती रिवाज के साथ कराया जिनके लिए विवाह समारोह में पैसा जुटाना भी मुस्किल हो जाता है, एसे परिवारों को लाडी परिवार एक ही पाण्डाल में विवाह सम्पन्न कराता है, अलग अलग धर्म गुरुओं की मौजूदगी में हर धर्म के लोगों का विवाह एक ही पाण्डाल में काराया जाता है, यही नहीं रस्म के अनुसार विवाहित जोडों को दहेज भी दिया जाता है, और आशर्वाद देने वाले कोई आम नहीं बल्कि खास होते है, खुद सूबे के मुक्यमंत्री ने इन नवविवाहित जोडों को आशीर्वाद देकर गरीब जोडों का मान बढाया।

हिन्दू मुस्लिम और सिख धर्मों से जुडे एसे पचास नवविवाहित जोडे सामुहिक विवाह समारोह में एक बंधन में बंधे सूबे के मुख्यमंत्री जहां आशीर्वाद देने पुहंचे तो हजारों लोग इस विवाह बंधन के साक्षी बने, वहीं लाडी परिवार द्वारा पिछले दस सालों से सामुहिक विवाह समारोह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे अब तक सात सौ से अधिक जोडों का विवाह सम्पन्न कराया जा चुका है, उनके इस प्रयास की जहां सभी ने प्रशंसा।

गरीबों पर बनी तस्वीर तो लाखों में बिक जाती है, मगर गरीबों का दर्द कोई नहीं खरीदता, ये बात भले सटीक हो मगर बाजपुर के लाडी परिवार द्वारा किये जा रहे प्रयासों को देखकर लगता है कि गरीबों की हसरत को पुरा करने में वो कोई कसर नहीं छोडते, और गरीबों की हसरत को पुरा करने के लिए पुरा परिवार एकजुट होकर सामुहिक विवाह समारोह का आयोजन करता है, जिसमेें वीआईपी मेहमानों को बुलाकर इन जोडों को आशीर्वाद दिया जाता है।

जेल में कैदियों की वास्तविक स्थिति जानेगा हाईकोर्ट

0

(नैनीताल) जेल में कैदियों के साथ क्या बर्ताव हो रहा है और कैदियों की दशा में क्या बदलाव हो रहे हैं इसके लिए हाईकोर्ट ने जवाब मांगा है, जिससे वास्तविक स्थिति पता चल सकेगी कि क्या वास्तव में जेल में कैदी सुरक्षित और उनकी मनोवृत्ती में बदलाव आ रहा है।जिसके लिए दायर जनहित याचिका का कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने जेलों में कैदियों की बुरी दशा, पुलिस अभिरक्षा में अप्राकृतिक मौत, जेलों में स्टाफ की कमी और अप्रशिक्षित स्टाफ के मामले में सरकार से स्थिति साफ करने के निर्देश दिए हैं।

इन दी मैटर ऑफ इन ह्यूमन कंडीशन ऑफ इन 1382 प्रिजन का सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्वत: संज्ञान लिया गया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा चार बिंदुओं पर दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। सर्वोच्च न्यायालय ने देश के उच्च न्यायालयों से इस मामले का स्वत: संज्ञान लेकर जनहित याचिका दायर करने की अपेक्षा की थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में हाई कोर्ट द्वारा स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका दायर की गई। वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति वीके बिष्ट व न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की खंडपीठ ने मामले को सुनने के बाद सरकार से पूछा है कि जेलों में कैदियों की स्थिति सुधारने के लिए अब तक क्या कदम उठाए गए हैं। सीएससी परेश त्रिपाठी ने खंडपीठ को बताया कि जेलों की स्थिति को लेकर हाई कोर्ट में पहले से पीआइएल विचाराधीन है। वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की अध्यक्षता में बनी कमेटी की ओर से राज्य सरकार को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। कहा कि 17 साल के उत्तराखंड में पुलिस अभिरक्षा में मौत के आंकड़े नहीं हैं, जो हैं भी वह अब तक साबित नहीं हुए हैं। सितारगंज में पहले से खुली जेल है। कैदियों का प्रॉपर ट्रीटमेंट किया जा रहा है, अगली सुनवाई दो जनवरी नियत की गई है। कोर्ट ने पूछा है कि सुप्रीम कोर्ट के इस संबंध मे जारी दिशा निर्देशों के दृष्टिगत अब तक क्या कदम उठाए गए हैं।

नैनीताल जाने वाले पहले करा लें बुकिंग नहीं तो होगी मुश्किल

0
rain saves naini lake

नैनीताल जश्न मनाने की हसरत रखने वालों को इस बार खास तैयारियों के साथ जाना पडेगा, पहले से ही होटल की बुकिंग वालों को ही नौनीताल में प्रवेश मिल सकेगा, क्रिसमस ौर नये साल का जश्न मनाने वालों को पहले से ही होटलों में बुकिंग करनी होगी जिससे वो नानीताल जा सकें, नहीं तो उनको रोका जा सकता है।बिना होटल, गेस्ट हाउस की एडवांस बुकिंग का साक्ष्य दिखाये आपको शहर में प्रवेश नहीं मिल पाएगा। दोनों अवसरों पर पर्यटकों की भीड़ अधिक होने की संभावना के चलते प्रशासन ने नया ट्रैफिक प्लान भी बनाया है।   

जिलाधिकारी और दीपेंद्र चौधरी व एसपी सिटी हरीश सती ने विभिन्न संगठनों, होटल व टैक्सी संचालकों के साथ बैठक की। डीएम ने साफ किया कि होटल, पार्किंग के लिए जगह होने तथा जाम की स्थिति नहीं होने पर सभी पर्यटकों को आने दिया जाएगा। डीएम ने कहा कि जश्न में हुड़दंग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले चालकों तथा नाव चालकों के लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। हाई कोर्ट के आदेशानुसार रात दस बजे तक ही डीजे बजाने की अनुमति दी जाएगी। हरीश सती ने कहा कि बड़े वाहनों को शहर में किसी भी दशा में एंट्री नही दी जाएगी। जाम की समस्या से निपटने के लिए ट्रैफिक के साथ ही रेगुलर पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की जाएगी। 31 दिसंबर की रात भवाली, नैनीताल, भीमताल आदि पर्वतीय मार्गों पर ट्रैफिक पूरी तरह बंद रहेगा। सड़क किनारे वाहनों को पार्क नहीं होने दिया जाएगा।

अपनी फुर्ती से जंगली जानवरों तक को हरा देते हैं हिमालयन मिस्टिफ नस्ल के कुत्ते

0

सर्दियों के महीनों में हर साल, भूटिया लोग जोशीमठ के पहाड़ी इलाकों से नीचे आकर ऋषिकेश के चोरपानी जंगलों में अपना बसेरा बना लेते हैं। जैसे ही आसपास के लोगों को उनके यहां आने की खबर मिलती है तो लोग यहा जंगल में आकर उनसे उम्दा क्वालिटी की ऊन के साथ-साथ उनके भूटिया कुत्ते के बच्चों को लेने पहुँच जाते हैं।

14 सदस्यों के परिवार की महिला सोनी भी सालों से चोरपानी में अपनी सर्दियां बिता रही हैं। सुबह होते ही घर के पुरुष जंगलो में  भेड़-बकरियों को चरने ले जाते है अौर साथ में होते है उनके भूटिया कुत्ते जो उन पर निगाह रखते हैं। इन कुत्तों के होते ना तो गडरिया और ना ही उसकी भेड़ो को कुछ खतरा है। सोनी बताती हैं कि “कुत्ता बेचना हमारा व्यापार नहीं है। कुत्ता हम साथ इसलिए लाते हैं क्योंकि ये हमारी भेड़-बकरी जो जंगल में चरने जाती हैं यह उनकी रखवाली करते हैं। लेकिल कुछ सालों से लोगों को यह पता चल गया है कि भूटिया की अच्छी नसल का कुत्ता यहां मिलता हैं तो लोग यहां इन्हें लेने आते हैं।

dog

जिनको कुत्ता पालने का शौक होता है वह हाथियों से भरे जंगल में छह किलोमीटर तक आते हैं छोटे भूटिया कुत्तों के बच्चे लेने के लिये। और आयें भी क्यों नहीं ये कुत्ते किसी टैडी बीयर से कम नहीं होते। इसके साथ ही ये कुत्ते लंबीकद काठी के मालिक होते हैं। जिसके चलते ये अपने मालिक के आस पास जंगली जानवरों को भटकने नही देते हैं। रफ्तार के साथ साथ ये कुत्ते काफी समझदार भी होते हैं। ऊेचे पहाड़ी इलाकों में रहने के कारण मूल रूप से आम कुत्तों के मुकाबले हिमालयन मिस्टिफ काफी फिट औऱ चुस्त होते हैं। यही वजह है कि लोगों के बीच इस प्रजाति के कुत्तों का काफी क्रेज है। सहारनपुर के एक खरीदार जंगलों में ट्रेकिंग करके अपने फार्म हाउस के लिए दो तिब्तन मास्टिफ खरीदने पहुंचे, “मुझे किसी ने बताया था कि ऋषिकेश में अच्छे कुत्ते मिलते हैं, इसलिए मैं यहां आया हूँ।” यह कुत्ते के बच्चे लकड़ी के मजबूत बाड़े में कैद रहते हैं जबकि बड़े कुत्ते घने जंगलों में भेड़ बकरी पर नजर रखते हैं।

यहां से खरीदे हुए कुत्ते दूर-दराज के शहरों जैसे कि गुरुग्राम,फरीदाबाद,दिल्ली, चंडीगढ़ और लखनऊ तक जाते हैं और लोगों के खुबसूरत घरों की अपनी जान पर खेल कर निगरानी तो करते हैं साथ साथ उनके परिवार का अटूट हिस्सा भी बन जाते हैं।

तस्करों पर लगाम लगाने को फुलों की घाटी में लगेंगे कैमरे

0

(चमोली) शीतकाल के दौरान हिमालय में वन्य जीव-जंतुओं के साथ ही तस्करों पर भी वन विभाग की नजर रहेगी। इसके लिए नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क की ओर से फूलों की घाटी में विभिन्न स्थानों पर छह कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं। इन कैमरों में कैद वन्यजीव अथवा तस्करों की फोटो एक पखवाड़े में देखी जाएंगी।

सीमांत चमोली जिले में समुद्रतल से 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी 87.5 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली हुई है। यहां विभिन्न प्रजाति के फूलों के अलावा स्नो लेपर्ड, कस्तूरी मृग, भूरा भालू समेत कई संरक्षित प्रजाति के जीव वास करते हैं। शीतकाल में घाटी के आवाजाही के लिए बंद रहने के कारण इन दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीवों पर तस्करों की निगाहें रहती हैं। वे चोरी-छिपे घाटी में प्रवेश कर इनका शिकार कर देते हैं।

इसी के दृष्टिगत नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन को फूलों की घाटी के बामणधौड़ समेत जिन स्थानों पर पूर्व में वन्य जीवों का मूवमेंट व तस्करों की सक्रियता दिखी है, वहां छह स्थानों पर कैमरा ट्रैप लगाए हैं।

फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क के वन क्षेत्राधिकारी दीपक रावत ने बताया कि वन कर्मियों की टीम कैमरा ट्रैप लगाने के बाद वापस लौट आई है। बताया कि हर 15 दिन में वनकर्मी फूलों की घाटी में लगाए गए कैमरा ट्रैप का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद कैमरों की चिप बदली जाएगी। इसके पीछे ध्येय वन्यजीवों की आवाजाही के अलावा तस्करों की सक्रियता पर भी नजर रखना है।

अप्रैल से चलेगा केदारनाथ में शवों को ढूंढने का सर्च अभियान

0

(देहरादून) केदारनाथ आपदा में मारे गए लोगों के शवों की तलाश को पुलिस अप्रैल में सर्च अभियान चलाएगी। इसके लिए सीनियर आइपीएस अफसरों के नेतृत्व में सर्च कमेटी गठित की जाएगी। यह कमेटी संभावित इलाकों में शवों की तलाश करेगी।

जून 2013 में केदारनाथ की आपदा में करीब चार हजार से ज्यादा लोगों के लापता होने की सूचना दर्ज हुई। इस संबंध में सरकार ने हाईकोर्ट में भी शपथ पत्र दिया है। शपथ पत्र में सरकार ने अब तक चले सर्च अभियान के दौरान करीब चार हजार में से 678 शवों का दाह संस्कार करने की बात कही गई। इनका डीएनए सुरक्षित रखा गया है।

हाईकोर्ट ने फिर से इस मामले में 20 दिसंबर को सुनवाई करते हुए सरकार को निर्देश दिए कि शेष लापता लोगों के शवों के लिए फिर से तलाशी अभियान चलाया जाए। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस यहां दोबारा सर्च अभियान चलाएगी।

उन्होंने बताया कि बर्फ पिघलने और कपाट खुलने पर अपै्रल में सीनियर आइपीएस अफसरों के नेतृत्व में एसडीआरएफ, पुलिस में बेहतर ट्रैकर, माउंटनेरिंग में दक्ष कर्मियों की टीम केदारघाटी के अलग-अलग हिस्सों में भेजी जाएगी।

इस दौरान जहां भी शवों के कंकाल मिलेंगे, उनका दाह संस्कार कर डीएनए सुरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए सर्च अभियान में जाने वाले लोगों के नाम मांगे गए हैं।

मेले की दूसरी शाम रंत रैबार कला मंच के नाम

0

गोपेश्वर,  चमोली जिले के पीपलकोटी में आयोजित सात दिवसीय बंड महोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या रंत रैबार कला मंच कर्णप्रयाग के नाम रही। लोक गायक अरविंद और हरिराम की प्रस्तुति पर श्रोता जमकर थिरके।

बंड महोत्सव में गुरुवार शाम को रंत रैबार कला मंच ने खूब रंग जमाया। लोक गायिका हीना के गीत मन भरमेगी मेरू…, लाली हो लछीमा लाली… गीत पर दर्शकों ने भी खूब ठुमके लगाए। साथ ही हास्य कलाकार सुरेंद्र कमांडर ने अपने हास्य चुटकुलों से दर्शकों को खूब गुद-गुदाया। शुक्रवार को लोक गायक गजेंद्र राणा व मीना राणा के नाम रही। गजेंद्र राणा ने मां नंदा की स्तुति जय हो नंदा तेरी जय बोला… के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू किया। मीना राणा के होंस उलारा मां…., हयूंद का दिन फिर बोडी ऐ गेनी…., हम उत्तराखंडी च…, चंदना मेरा पहाड ऐई…..की प्रस्तुति दी।

तीसरे दिन मुख्य अतिथि जिला सैनिक कल्याण अधिकारी व कर्नल नवीन चंद्र डबराल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होनें कहा कि मेले हमारी पौराणिक संस्कृति को बचाए रखने में कारगर सिद्ध होते हैं। साथ ही मेले के सफल संचालन के लिए मेला कमेटी को बधाई भी दी। इस अवसर पर अध्यक्ष शंभू प्रसाद सती, पूर्व अध्यक्ष अतुल शाह, गजेन्द्र राणा, प्रकाश नेगी, सुरेन्द्र राणा, क्षेपंस सुनील कोठीयाल, बृज लाल, गुलाब सिंह बिष्ट, सुंदर लाल आदि मौजूद रहे।