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दो युवक गिरफ्तार,120 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद

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रुड़की, नव वर्ष के मौके पर आबकारी विभाग ने सक्रियता दिखाते हुए अवैध अंग्रेजी शराब के साथ दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से हरियाणा से लाई गई 120 बोतल अंग्रेजी शराब बारमद की है।

शनिवार को आबकारी निरीक्षक एमएस पतियाल ने बताया कि विभाग के सभी स्टाफ द्वारा नव वर्ष पर अवैध कारोबार करने के लिए लाई जा रही शराब को पकड़ने के लिए विभाग की पूरी टीम ने चेकिंग अभियान चलाया था। इसी कड़ी में भगवानपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नवादा मशीहा रोड पर आबकारी विभाग ने चेकिंग के दौरान 120 बोतल अंग्रेजी शराब पकड़ी है।

टीम ने अभियुक्त सतबीर देवासी लाल निवासी तोहरा थाना झप्पर, जिला यमुनानगर, हरियाणा, मुकेश निवासी छंगा माजरी थाना भगवानपुर जिला हरिद्वार को हरियाणा से तस्करी कर लाई जा रही एक लाख कीमत की अंग्रेजी शराब के साथ पकड़ा लिया है। शराब तस्करों को पकड़ने वाली आबकारी विभाग की टीम में जगत सिंह, राजेंद्र शर्मा, अजब सिंह, नितिन शर्मा, जगमोहन सेठी, विपेंद्र सिंह चौहान, मधुर, सृष्टि यादव, अनु शामिल रहे।

अपने-अपने अंदाज में लोगों ने किया नववर्ष का स्वागत

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देहरादून, देवभूमि उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में लोंगों ने बड़े गर्म जोशी के साथ नव वर्ष 2018 का स्वागत किया और वर्ष 2017 को विदाई दी। 31 दिसम्बर को आखिरी पल का जश्न मनाने के लिए लोगों ने पहले से ही शहर में कई जगहों पर गीत संगीत का खासतौर पर इंतजाम किया था। रात में युवाओं ने डीजे की धुन पर थिरकते हुए जमकर धमाल मचाया। 12 बजते ही अपनों और चाहने वालों को नव वर्ष की शुभकामनाएं भी दीं।

राजधानी देहरादून से लेकर तमाम पर्यटक स्थलों में रात बेहद ही रंगीन रही। यहां पहुंचे पर्यटकों ने अपने-अपने अंदाज में नए साल का स्वागत किया। इस दौरान उनमें बेहद जोश देखने को मिला। नव वर्ष मनाने के लिए पर्यटन पहले ही पहाड़ों की रानी मसूरी और नैनीताल में पहुंच चुके थे। आखिरी पल और न्यू इयर के आगाज ने लोगों को बेहद उत्साहित किया। लोगों ने रात को आतिशबाजी कर वर्ष 2017 को विदा किया और नववर्ष 2018 का स्वागत किया। नववर्ष की शुभकामनाएं देने का सिलसिला जारी है। 

प्राधिकरण नए साल में ऋषिकेश को देगा सौंदर्य करण की सौगात

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ऋषिकेश, यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो नया साल 2018 मे ऋषिकेश पर्यटकों व नगरवासियों के लिए काफी बदल चुका होगा। इसके लिए हरिद्वार विकास प्राधिकरण सौंदर्यीकरण की दृष्टि से नई सौगात देने जा रहा है, जिस पर प्राधिकरण करोड़ों रुपये खर्च करने की तैयारी कर चुका है।

हरिद्वार रुडकी विकास प्राधिकरण के सचिव बंशीधर तिवारी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि, “प्राधिकरण ऋषिकेश मे पर्यटन को बढ़ाने के लिए नगर के तमाम पार्कों को आधुनिक बनाने के साथ ही एक विशाल कम्युनिटी सेंटर, चंद्रभागा में दीर्घकालीन योजना के अंतर्गत पार्किंग स्थल बनाने, नगर में जगह-जगह आधुनिक शौचालय व गली मोहल्लों में एलईडी लाइटों से चकाचौंध करने की योजना बना चुका है। इसके लिए सर्वे कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद में एक दशक से प्रस्तावित बहुउद्देश्यीय कांप्लेक्स कम भूमिगत पार्किंग, योजना भी जल्द परवान चढ़ेगी। इसी के साथ त्रिवेणी घाट पर मल्टी स्टोरी पार्किंग, बनाए जाने की योजना भी प्रस्तावित है।  त्रिवेणी घाट व नगर पालिका का निरीक्षण कर लिया गया है, पार्किंग निर्माण की संभावनाओं को भी तलाश चुका है।”

इसके अलावा नगर के गली मौहल्ले को भी चकाचक करने की योजना बना चुका है। इसके लिए सर्वे कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिसर में एक दशक से उसका बहुउद्देशीय काम्प्लेक्स कम भूमिगत पार्किंग योजना भी जल्द परवान चढ़ेगी। इसी के साथ त्रिवेणी घाट पर मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाए जाने की योजना भी प्रस्तावित है, उन्होंने कहा कि त्रिवेणी घाट व नगरपालिका आंकलन कर लिया गया है। उनका कहना था कि नगर पालिका परिसर में प्रस्तावित बहुउद्देशीय काम्प्लेक्स की फाइल तैयार कर ली गई है, जो कि नए साल तक स्वीकृत हो जाएगी जिसके लिए संभावित बजट भी बना लिया गया है।

प्राधिकरण सचिव बंशीधर तिवारी का कहना था कि हरिद्वार विकास प्राधिकरण द्वारा ऋषिकेश के तहसील चौक नटराज चौक समेत त्रिवेणी घाट को भी विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नटराज चौक पर बने गोल चक्कर और तहसील चौक पर गोल चक्कर बनाया जाना प्रस्तावित है। यहां तक कि नगर में हाई मास्क लाइट भी आधुनिक तरीके से लगाई जाएगी। इसके लिए उन्होंने प्राधिकारी के अधिशासी अधिकारी महेंद्र यादव सहायक अभियंता आनंद सिंह मिश्रण को आवश्यक निर्देश दे दिए हैं साथ ही उनका कहना था कि ऋषिकेश क्षेत्र में अवैध तरीके से किए जा रहे निर्माण कार्यों पर भी प्राधिकरण की पैनी नजर है जिन्हें धवस करने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं।

नया साल मनाने राजनाथ सिंह पहुंचे उत्तराखंड से लगी चीन सीमा पर

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हिमवीरों के साथ नए साल का जश्न मनाने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भारत-चीन सीमा पर स्थित नेलांग बॉर्डर पहुंचे। इससे पहले उन्होंने मातली कैंप का भी निरीक्षण किया था। साथ ही रात्रि विश्राम आइटीबीपी के गेस्ट हाउस में किया।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह गत शाम बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से आइटीबीपी के कैंप परिसर स्थित हेलीपैड पर उतरे। यहां से वह आइटीबीपी के गेस्ट हाउस पहुंचे और फिर बैरकों में जाकर सैनिकों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने परिजनों का हालचाल पूछने के साथ उन्हें नववर्ष की शुभकामनाएं भी दीं। शाम गृहमंत्री ने आइटीबीपी परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। बाद में बड़ा खाना कार्यक्रम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हिमवीरों के साथ रात्रि भोज किया और नए साल का उत्साह मनाया।

आज सुबह गृहमंत्री के भारत चीन सीमा पर स्थित नेलांग चौकी पहुंचने कार्यक्रम के समय में कुछ बदलाव किया गया।  सुबह आठ बजे उन्हें नेलांग के लिए रवाना होना था। इससे पहले ट्रायल के लिए नेलांग में हेलीकॉप्टर भेजा गया। फिर दो घंटे देरी से वह नेलांग को रवाना हुए। यहां वह ITBP के चेक पोस्टों का जायजा लेने के साथ ही जवानो संग नया साल मनाएंगे।

पलायन को चुनौती दे रहा है उत्तरकाशी का ये होमस्टे और योगा केंद्र

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उत्तराखंड से लगातार हो रहे पलायन को लेकर चिंतन तो बहुत होता है पर जमीनी स्तर पर माहौल उदासीनता का ही है।इस उदासीनता को एक युवा उत्तराखंडी ने चुनौती दी है। योग और साधना के लिए राज्य पूरक माना जाता है।

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ऐसे ही पलायन रोकने के लिए एक छोटी पहल की हैं उत्तरकाशी के 32 साल के युवा पियूष बनूनी ने। पियूष उत्तरकाशी के रहने वाले हैं और इन्होंने उत्तरकाशी के अपने पारंपरिक पहाड़ी घर को योग-साधना के साथ ही पर्यटन का केंद्र बना लिया है। पियुष ने पत्थर के स्लेट से बने अपने पुश्तैनी घर को पारंपरिक रुप से सजाया संवारा और पिछले 4 महीने से उसमें होमस्टे शुरु किया है। आपको बता दें कि उत्तरकाशी की खुबसूरती के लोग इस कदर दिवानें हैं लेकिन दूर-दराज से आए लोग यहां कि परंपरा से अछूते रहने और होमस्टे की कमी की वजह से लोग उत्तरकाशी से अपने पैर पीछे खींचते रहे हैं।

उत्तरकाशी जिले के कोटबंगला निवासी पीयूष बनूनी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा उत्तरकाशी से ली। उन्होंने मदुरै (तमिलनाडु) स्थित अंतरराष्ट्रीय शिवानंद योग संस्थान से योग का प्रशिक्षण लिया और फिर बहामस में कुछ साल तक योग प्रशिक्षक रहे।योग के अलावा पियूष खाना बनाने में भी मास्टर हैं और वह बहामस में कुकरी यानि की खाना बनाने की कला भी लोगों को सिखाते रहे है। इसके साथ ही पियूष ने यूरोप के फ्रांस, स्विटजरलैंड, जर्मनी व चेक रिपब्लिक में भी विदेशियों के लिए कई योग शिविर आयोजित किए हैं।आपको बतादें कि पिछले 4-5 साल से पियूष उत्तरकाशी के इकलौते युवा है जो विदेशी पर्यटकों को अपने होमस्टे और योग केंद्र तक ला रहे हैं। देश-विदेश में अपनी कला बांटने के बाद पियूष ने अपने गांव का रुख किया औऱ अब उत्तराकशी को योग और साधना का हब बनाना चाहते हैं।अपने पुश्तैनी मकान को होमस्टे के लिए तैयार कर पियूष ने योग-साधना में रुचि रखने वालों को उत्तरकाशी की तरफ मोड़ना शुरु किया है।इसके साथ ही होटल एसोसिएशन ने भी पियूष बनूनी का पूरा सहयोग किया है।राज्य में होने वाले सभी बेहतरी के लिए बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआररो) का भी पूरा सहयोग मिलता रह है।

टीम न्यूजपोस्ट से पियूष बनूनी की खास बातचीत में उन्होंने बताया कि ”उत्तरकाशी पहले से बहुत सारी खूबियों से भरा-पूरा है।इसमें कुछ भी करने की जरुरत नहीं है। पियूष ने बताया कि 4 महीने पहले उन्होंने अपने घर को होमस्टे के लिए तैयार किया और अब देश-विदेश के लोग उत्तरकाशी आकर आसपास की खूबसुरती का लुत्फ उठा रहे और साथा ही योग-साधना का आनंद भी ले रहे हैं।” पियूष पिछले 10 साल से योगा सीखा रहे हैं लेकिन अब वह अपने घर को ही योगा का हब बनाना चाहते हैं।उन्होंने बताया कि “लोग उत्तराकाशी में गंगा को देखने तो आते ही है साथ ही उन्हें योगा को खुद प्रेक्टिस करने का मौका मिलता है और बहुत ही अच्छे और ऊचें स्तर के साधक भी उत्तरकाशी पहुंचते हैं।” पियूष बताते हैं कि यहां आने वाले सभी देश और विदेश के लोग यहां से जाते-जाते बहुत ही खुश होते हैं क्योंकि एक तो उन्हें गंगा का उद्गम देखने को मिलता है,दूसरा योग और साधना का मौका मिलता,तीसरा जो लोग ट्रेकिंग और दूसरे रोमांच में रुचि रखते हैं उनके लिए भी उत्तरकाशी बेहतरीन डेस्टिनेशन है और आखिरी होमस्टे में घर जैसा माहौल। पियूष कहते हैं कि “उत्तरकाशी को योगा का हब बनाने का सबसे महत्तवपूर्ण कारण था लोगों के बीच यह संदेश देना की हमारे अपने गांव और घरों में बहुत से मौके हैं। पलायन करके कहीं और जाने से बेहतर है अपने राज्य और अपने गांव में विकल्प ढूंढना। इससे लोगों को घर बैठे रोजगार मिलने लगेगा। आज विदेश से आए पर्यटकों को होटलों के बजाय गांव में स्थानीय लोगों के बीच रहना ही पसंद आ रहा है। होमस्टे के माध्यम से हम लोगों को उनकी पसंद का स्टे दे सकते हैं और घर बैठे रोजगार के मौके भी निकाल सकते हैं।

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उत्तरकाशी डीएम आशीष चौहान ने कहा कि ”हम होमस्टे या किसी भी ऐसी पहल का दिल खोल कर स्वागत करते हैं जिससे राज्य में पलायन रुके।हमने बहुत से लोगों को होमस्टे शुरु करने के लिए रजिस्ट्रेशन कर दिया है और बहुत से लोगों के फार्म अभी भी प्रोसेस में हैं।वहीं उन्होंने कहा कि हम खुद होमस्टे को बढ़ावा दे रहे जिसके लिए हम रैथल नटिन होमस्टे को शुरु कर रहे जिसका उद्घाटन खुद सीएम रावत करने वाले हैं।”

गौरतलब है कि अब पियूष ने होम स्टे के लिए पंजीकरण को पर्यटन विभाग में आवेदन तो किया है लेकिन पंजीकरण कब होगा कोई नहीं जानता।एक तरफ से सरकार होमस्टे को बढ़ावा देने की बात करती हैं तो दूसरी तरफ उत्तरकाशी शहर के आसपास तैयार हो रहे होम स्टे के पंजीकरण को लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।इतना करने के बाद भी आलम यह है कि पंजीकरण अभी भी फाइलों में अटका हुआ है।अगर सच में सरकार पलायन रोकने के लिए प्रयासरत है तो आगे आ रहे युवाओं की मदद और आसानी के लिए सरकार को कुछ प्रावधान निकालने की जरुरत है।

इस बारे में जिला पर्यटन अधिकारी उत्तरकाशी भगवती प्रसाद टम्टा ने बताया कि “हमारे पास होमस्टे में पंजीकरण के लिए काफी लोगो ने पत्र भेजा हैै जिसमें से हमने करीब 19-20  लोगों का रजिस्ट्रेशन कर भी दिया है। बाकी कुछ फार्म अभी प्रक्रिया में हैं जिसपर काम चल रहा है।उन्होंने बताया कि होमस्टे के लिए आने वाले फार्म पहले डीएम ऑफिस जाते हैैं फिर किसी भी प्रकार की कमियों को ठीक करने के बाद रजिस्ट्रेशन कर दिया जाता है।”

यू तो राज्य के सीएम भी पलायन रोकने के लिए अलग-अलग रास्ते बताते हैं लेकिन क्या असल में सरकार इसको रोकने के लिए चिंतित है यह देखना ज्यादा जरुरी है। पियूष की इस पहल से उनके जैसे बहुत से लोगों को साहस और होमस्टे शुरु करने का जज्बा मिला है लेकिन यह बात तभी आगे बढ़ेगी जब सच में टूरिज्म डिर्पाटमेंट और सरकार पियूष जैसे लोगों का साथ देगी।बात वहीं पर आकर रुकती है एक कदम तो बढ़े मंजिल खुद तय हो जाएगा और अगर सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में उत्तरकाशी में बहुत से लोग अपने घरों को होमस्टे के लिए तैयार कर सकते हैं।

दो वाहनों की टक्कर में आठ घायल

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ऋषिकेश, नव वर्ष की पूर्व संध्या पर देहरादून से श्रीनगर स्थित धारी देवी के दर्शन करने जा रहे एक परिवार की गाड़ी विपरीत दिशा से आ रही एक अन्य कार से ऋषिकेश-देहरादून मार्ग पर टकरा गई। आमने-सामने की टक्कर में दोनों वाहनों में सवार आठ लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

रविवार दोपहर करीब 12.30 बजे देहरादून आराघर निवासी सचिन जायसवाल (32) पुत्र भारत भूषण जायसवाल, उनकी पत्नी पद्मा कुमारी (30), सनी जायसवाल (30), अशोक कुमार जायसवाल, सुधांशु (12) और इशिता (6) कार से श्रीनगर के लिए निकले थे। ऋषिकेश-देहरादून मार्ग पर सात मोड़ से पहले काली मंदिर के पास सामने से आ रही कार से उनकी कार की जबरदस्त टक्कर हो गई।

सामने से आ रही कार में रानी बाजार गोंडा उत्तर प्रदेश निवासी मनोज कुमार, राजवीर सिंह निवासी किशनपुर बागपत और सुधीर कुमार पुत्र बृहमपाल सिंह लालू खेड़ी मुजफ्फरनगर सवार थे। कार को चालक पप्पू कुमार पुत्र भगत राम निवासी दीप नगर देहरादून चला रहा था। हादसे में आठ लोग घायल हुए। सभी को आपातकालीन सेवा 108 के जरिये उपचार के लिए ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय लाया गया। घायल मनोज कुमार की हालत गंभीर बनी है।

अब गैस सिलेंडर देंगे स्वच्छता का संदेश

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देहरादून, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘स्वच्छ भारत’ मुहिम के चलते अब घर-घर तक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस कड़ी में सरकार ने घरेलू सिलेंडर पर स्वच्छ भारत के पोस्टर चस्पा करने के निर्देश दिए हैं। दून में इसकी शुरूआत हो चुकी है।

दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से देशभर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। खुद प्रधानमंत्री को भी कई मौके पर सड़कों पर सफाई करते देखे गए हैं। इसी कड़ी में अब सरकार ने घर-घर तक सफाई के लिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसके लिए अब घरेलू गैस सिलेंडरों पर एजेंसियों की ओर से पोस्टर चस्पा किए जा रहे हैं। इन पोस्टरों पर लिखा गया है कि ‘अपने घर का गीला कूड़ा, सूखा कूड़ा अलग-अलग रखें। साथ ही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में सहयोग करें। इसके साथ ही गैस एजेंसियों के डिलीवरी मैन उपभोक्ताओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं कि वह अपने घर व आसपास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखे। जिससे बीमारियों से बचा जा सके। इस संबंध में तेल कंपनियों की ओर से सभी गैस एजेंसियों को पोस्टर छपवाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, कुछ एजेंसियों ने तो इन पोस्टरों के साथ सिलेंडरों की आपूर्ति करनी शुरू कर दी है, जबकि बाकी एजेंसियों को इस संबंध में शीघ्र पोस्टर छपवाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

भले ही स्वच्छता को लेकर सरकार ने सिलेंडरों पर पोस्टर चस्पा करने के निर्देश जारी कर दिए हो, लेकिन नियमानुसार ये गलत है। कंपनी के नियमों की मानें तो सिलेंडरों पर किसी भी प्रकार की सामग्री चस्पा नहीं की जा सकी। क्योंकि इन सामग्री को खतरनाक की श्रेणी में रखा गया है। इस दौरान दून एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष चमनलाल ने बताया कि’तेल कंपनी ने सिलेंडरों पर स्वच्छता के पोस्टर चस्पा करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में सभी गैस एजेंसियों को अवगत करा दिया गया है। व्यवस्था का अनुपालन शुरू कर दिया गया है।

लापता बालक-बालिका बरामद

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गोपेश्वर, चमोली जिले के एक गांव के भागे नाबालिक बालक व बालिका को पुलिस ने 15 घंटों के अंदर खोज निकाला है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार चमोली जिले के एक गांव से एक बालिका जो पेपर देने के लिए घर से निकली थी लेकिन देर सांय तक जब घर नहीं लौटी तो काफी खोजबीन के बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

वहीं इसी क्षेत्र से एक नाबालिक बालक भी घर से लापता होने की सूचना पुलिस को मिली। पुलिस ने दोनों को खोजने के लिए सर्च आपरेशन चलाया। काफी खोजबीन के बाद दोनों को रविवार को क्षेत्र के पास के ही एक कस्बे से बरामद कर लिया। पुलिस ने दोनों के ही परिजनों को उनके बच्चों के मिलने की सूचना दे गई है। 

रेप के बाद हत्या के मामले में नया खुलासा, नहीं हुआ गैंग रेप

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गदरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम अमरपुरी में सहपाठी की हत्या के आरोपी ने भी हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस अब इस मामले में एक अन्य युवक व एक किशोरी की भूमिका की जांच कर रही है। घटना की रिपोर्ट बलात्कार एवं हत्या की धाराओं में दर्ज की गई है। अपर पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र ने थाने में डेरा जमा रखा है। उन्होंने मृतका के परिजनों से बात करके उन्हें समझाया। एसएसपी डा. सदानंद दाते ने आरोपी की मौत होने की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस की जांच में गैंगरेप होना नहीं पाया गया है।

गौरतलब है कि गत दिवस अमरपुरी गांव में 12वीं की छात्रा की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाले युवक कमलजीत के घर से छात्रा का शव बरामद हुआ था। कमलजीत ने भी सल्फास खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था, उसे पहले गदरपुर अस्पताल ले जाया गया था। हालत गंभीर होने पर उसे हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया। सूत्र बताते हैं कि कमलजीत ने अपने बयानों में हत्या व शारीरिक संबंध बनाने की बात भी स्वीकारी। यह भी कहा कि शादी से इंकार करने पर उसने हत्या की, कमलजीत ने उपचार के दौरान रविवार की सुबह आठ बजे दम तोड़ दिया। उसका शव हल्द्वानी मोरचरी में रखवाया गया है।

उधर, मृतका के पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसकी नाबालिग पुत्री घर से चौहान कालोनी में ट्यूशन पढऩे गई थी, उसी के साथ गांव का कमलजीत सिंह भी पढ़ता था। कमलजीत की दोस्ती विशाल ठाकुर निवासी गदरपुर से है, उसकी पुत्री जब घर नहीं लौटी तो वह तलाश करने निकला तो करीब दो बजे सुनील व राजेंद्र ने उन्हें उनकी बेटी को कमलजीत व विशाल ठाकुर के साथ बाइक पर जाते देखा था। वह बेटी को तलाश करते हुए कमलजीत के घर पहुंचा तो उसकी लाश वहां नग्नावस्था में मिली, कहा कि बेटी के साथ बलात्कार किया गया। उसके सिर व गले पर चोट के निशान थे। कहा कि एक अन्य लड़की भी मौके पर मिली, जिसके पास से बेटी का मोबाइल मिला। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, रविवार को मृतका का अंतिम संस्कार कर दिया गया। घटना से गांव में अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। रविवार की सुबह मृतका के परिजनों ने मीडिया के लोगों से भी नाराजगी जताते हुए कहा कि यह प्रेम प्रसंग का मामला नहीं है।

दून की छवि खराब कर रहे नशा तस्कर

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देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून शिक्षा का हब माना जाता है लेकिन अब यहां नशा और विभिन्न आपराधिक तत्वों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि पुलिस के आंकड़े इसकी गवाही कर रहे हैं। जिले में नशा तस्करी व अन्य आपराधिक गतिविधियां पुलिस के लिए आज भी चुनौती बनी हुई है। हालांकि देहरादून पुलिस ने वर्ष 2017 में नशा तस्करी से संबंधित विभिन्न कार्रवाई के तहत 539 व्यक्तियों को गिफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

नशा तस्करों का टरगेट युवा
जिले में सक्रिय नशा तस्कर यहां शिक्षा ग्रहण करने आ रहे युवाओं को अपना निशान बनाते हैं। दूसरे राज्यों, जिलों से स्मैक, चरस, गांजा आदि लाकर यहां के शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे युवाओं को सप्लाई करते हैं। पुलिस के मुताबिक ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें यहां पढ़ाई कर रहे छात्र ही नशा सप्लाई के कारोबार संलिप्त पाये गए हैं।

सोशल मीडिया संपर्क का मध्यम
पिछले दिनों कोबरा गैंग के गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ के मुताबिक नशा तस्कर युवाओं से वाट्सअप, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से अपने ग्राहकों से स्मैक की बुकिंग करते हैं। इसके बाद माल को बुकिंग के अनुसार पर्चियां/पैकेट बनाकर अलग-अलग टीमें तैयार कर ग्राहकों को सप्लाई करते हैं। पुलिस से बचने के लिए पहले स्कूटी से पूरे रोड की रैकी करते है और रूट क्लीयर करने के पश्चात् दूसरा व्यक्ति माल की डिलीवरी करते हैं। इस दौरान कोई भी किसी से मोबाइल पर वार्तालाप नहीं करता है।

नशा के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई और आंकड़े
एसएसपी ऑफिस से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि राजधानी में इस वर्ष अब तक कुल 86 किलो 971 ग्राम चरस, 04 किलो 532 ग्राम स्मैक, 11 किलो 283 ग्राम अफीम, 100 ग्राम हेरोइन, 70 किलो गांजा, 73 किलो 200 ग्राम भांग पत्ती, 128 किलो डोडा पोस्त, 16855 नशीली गोलियां, 6647 नशीले इंजेक्शन, 20867 नशीले कैप्सूल, 08 एलएसडी बरामद हुई है। जिसमें कुल 391 अभियोग पंजीकृत किये गये, जबकि 539 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।