Page 167

रेखा आर्य ने छात्राओं और ग्रामीण महिलाओं के साथ देखी ”पैडमैन”

0

देहरादून: सस्ते सेनेटरी पैड बनाकर महिला हाइजिन की दिशा में क्रांति लाने वाले अरुणाचलम की कहानी ‘पैडमैन’ शुक्रवार यानि आज रिलीज हो चुकी है और सोशल मीडिया पर इसके रिव्यु भी आ चुके है। फिल्म के जरिये निचले तबके की महिलाओं तक सेनेटरी पैड पहुंचाने और उन्हें जागरूक करने की भी पहल की गई है। ऐसे में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने भी यह फिल्म ग्रामीण महिलाओं और छात्रओं के साथ देखने का निर्णय लिया है। साथ ही वो उन्हें सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करने को जागरूक भी करेंगी।

गुरुवार को एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची राज्यमंत्री रेखा आर्य ने बताया कि ग्रामीण महिलाओं में अभी भी हाइजिन को लेकर जागरूकता का अभाव है, जिसके कारण वो सेनेटरी पैड का इस्तेमाल नहीं करती। जिससे पीरियड्स के दौरान उनमें संक्रमण की आशंका बनी रहती है। कहा कि सरकार ऐसी महिलाओं को सेनेटरी पैड के प्रयोग को लेकर जागरूक करेगी। साथ ही सस्ते सेनेटरी पैड की जानकारी भी उपलब्ध कराएगी।

आपको बतादें कि पहले भी रेखा आर्य ने सैनिटरी नैपकिन के विषय में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से पत्र के माध्यम से बात की ती।उन्होंने चिट्ठी के माध्यम से कहा था कि सैनिटरी नैपकिन पर किसी तरह का कर नहीं लगना चाहिए और राज्य में इसको बढ़ावा दिया जाना चाहिए, लिहाजा उत्तराखंड की महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से सैनिटरी नैपकिन को टैक्स के दायरे से बाहर रखने की मांग की थी। रेखा ने अपने खत में केंद्रीय वित्त मंत्री से कहा था कि राज्य में ज्यादातर महिलाएं धनाभाव में जीती हैं और उन्हें सैनिटरी नैपकिन के लिये पैसे असानी से प्राप्त नहीं होते, इस के ऊपर सैनिटरी नैपकिन पर टैक्स इन्हें अाम महिलाअों की पहुँच से दूर कर देता है जिस की वजह से उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिये सैनिटरी नैपकिनस को टैक्स के दायरें से बाहर रखना चाहिये, जिससे पहाड़ की महिलांए इसका ज्यादा इस्तेमाल आसानी से कर सकेंगी

इस दिशा में पहल करते हुए 9 फरवरी यानि आज वे 55 छात्रओं और 10 ग्रामीण महिलाओं को लेकर फिल्म देखने पहुंची। उनका उद्देश्य है कि यह फिल्म दिखाकर वो उन्हें सेनेटरी पैड के इस्तेमाल को लेकर जागरूक करने के साथ संक्रमण से होने वाले दुष्परिणामों की जानकारी भी दे सकें। बताया कि इसके लिए क्रॉसरोड मॉल में 11 बजे का शो बुक किया गया था।

इस बात की पुष्टि करते हुए क्रॉसरोड मॉल में काम करने वाले कार्यकर्ता ने बताया कि समय के अनुसार मंत्री रेखा आर्य 11 बजे थियेटर पहुंच गई थी और उनके साथ छात्राएं और ग्रामीण महिलाएं भी थी।वह लोग अभी थिएटर के अंदऱ फिल्म देख रहे हैं और पूरा ऑडी भरा हुआ है।गौरतलब है कि आज पैडमैन रिलीज हो गई है और इसके रिव्यु भी अच्छे आ रहे है।

मिसाल: कैसे किसानों को आत्मनिर्भर कर रहा है ऑर्गेनिक गढ़वाल

0

उत्तराखंड से लगातार हो रहा पलायन न केवल एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा है बल्कि राज्य की एक दुखद सच्चाई भी है। हमारी कोशिश रहती है आपको लगातार उन अकेली लेकिन दमदार कोशिशों से रूबरू कराना जो पलायन को चुनौती दे रही हैं। ऐसी ही एक कोशिश की है 24 साल के विवेक भंडारी ने।पीपलीथ गांव से पलायन को रोकन और रिवर्स माइग्रेशन के लिए विवेक ने कदम आगे बढ़ाए और फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा। विवेक अपने गांव पीपलीथ में पलायन रोकने के लिए अपने प्रयासों के लिए जाने जाते हैं। विवेक ने ऑर्गेनिक गढ़वाल नाम से एक ब्रॉंड की शुरुआत की जिसमे इन्होने पहाड़ की क्षेत्रीय फसलों को मार्केट मे लाने का प्लेटफॉर्म दिया। उत्तराखंड के दूर दराज़ गांवो मे होने वाली फसलों को मार्केट मे उतारने का एक प्लेटफॉर्म देने के साथ ही उन किसानो को एक मौका दिया जो मार्केटिंग की कमी के कारण महंगी फसलों से आर्थिक लाभ लेने से चूक जाते हैं। ऑर्गेनिक गढ़वाल ने ऐसे कुछ एनजीओ के साथ टाईअप किया है जो दूर-दराज़ के गांव में किसानो को नई तकनीक से फसल उगाने,फूड प्रोसेसिंग और लोकल फसलों को उगाने के बारे मे जानकारी देते है।

vivek bhandari

ऑर्गेनिक गढ़वाल के बारे में बात करते हुए विवेक भंडारी ने कहा कि “अपने इस ब्रॉंड के जरिए हम ऐसे लोगो से जुड़ना चाहते हैं जो अपने काम के जरिए समाज मे अलग पहचान बनाना चाहते हैं और जिन्हे अपना काम मार्केट तक पहुंचाने मे परेशानी हो रही है। हम ऐसे लोगों को एक प्लेटफॉर्म दे रहे है जिसकी वजह से उनके प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ रही है और मार्केट के हिसाब से स्टैंडर्ड पैकिंग और ब्रांड से उनको अपने प्रोडक्ट का सही मुनाफा मिल रहा है। गौरतलब है कि अपने सबसे बड़े प्रयोगों में से एक इस ब्रैंड ने पिछले साल  ”क्यारकि गांव” में कैश क्रॉप और एग्जॉटिक फसल चिया की एक खेप को सफलतापूर्वक उगाया है,जिसकी डिमांड ना केवल देश में बल्कि विदेश मे भी काफी है। और इस साल गर्मियों मे इसे 1000 हेक्टेयर में उगाने का लक्ष्य है।

विवेक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ऋषिकेश से करने के बाद बी.कॉम, एलएलबी की पढ़ाई की है। इसके साथ कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स करते हुए विवेक को ये आइडिया आया और वो सीएस की पढ़ाई आखिरी साल में छोड़ कर वापस अपने घर अपने पहाड़ आ गए और पलायन को रोकने के लिए काम करना शुरु कर दिया। उनके द्वारा शुरू किये गये इस  लघु उद्योग से गांव के सेंकड़ो लोगों को रोजगार मिल रहा है।

organic garhwall

ऑर्गेनिक गढ़वाल शुरु करने के पीछे के कारण पर विवेक कहते हैं कि “मुझे हमेशा एक बात परेशान करती थी कि लोग पलायन क्यों कर रहे हैं और फिर जब मैने गहराई से इस बात को सोचा तो जवाब था रोज़गार के लिए। उसी दिन मैने यह सोच लिया कि अपना कुछ काम करुंगा और अगर मेरे ऐसा करने से 10 लोग भी गांव वापस आते है तो उससे बेहतर कुछ नही होगा।”

शुरुआती दौर में अपना काम शुरु करना विवेक के लिए आसान नही था। अपने शुरुआती दिनों के संघर्ष को याद करते हुए विवेक कहते हैं कि “पलायन रोकने के साथ-साथ मेरी सोच थी कि किसानो को नई तकनीक के माध्यम से खेती करना सिखाना लेकिन इसे करते हुए काफी परेशानियो का सामना करना पड़ा। गांव-गांव जाकर वर्कशॉप, लोगों से मिलने के बाद इसपर काम शुरु हुआ। सब होने के बाद भी मार्केट मे लोगों ने हमारी फसल खरीदने से इंकार किया और तब हमने अपना ब्रांड आर्गेनिक गढ़वाल शुरु किया ताकि हमे किसी के पास अपना सामान ना बेचना पड़े।”

organic garhwall

गौरतलब है कि आर्गेनिक गढ़वाल को काम करते हुए दो साल हो गए है और पिछले पांच महीने से यह ब्रांड अपने प्रोडक्ट बेच रहा है।और दो साल बाद आर्गेनिक गढ़वाल ने अच्छी खासी आर्थिक सफलता भी हासिल कर ली है। साथ ही ऑर्गेनिक गढ़वाल खेती मे नई तकनीक के इस्तेमाल से नये आयाम हासिल कर रहा है। फिर चाहे वह कैश क्रॉप हो, फूड प्रोसेसिंग हो या फिर प्राकृतिक फाईबर की खेती हो।

फिलहाल आर्गेनिक गढ़वाल के बहुत से प्रोडक्ट है जैसे लेमन ग्रास ग्रीन टी,एप्रिकोट ऑयल,रॉ हनी ऑफ हिमालया,बाजरा आटा,बाजरा स्नैक्स,रोस्टेड सीड्स मिक्स,तुलसी चाय,हल्दी पाउडर,गुलाब जल,हैंप सीड आदि। भविष्य में विवेक पीपलीथ गांव को मॉडल विलेज की तरह स्थापित करना चाहते है साथ ही पहाड़ के पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए कुछ प्रोजेक्ट पर काम करना चाहते हैं।विवेक कहते हैं ऐसे पेड़ लगाने का फायदा है जिन्हें कम पानी की जरुरत हो इससे हम पानी भी बचा सकते है और पर्यावरण को भी सुरक्षित रख सकते है।

इस समय विवेक की टीम में 4 लोग काम कर रहे हैं जिसमें विवेक खुद भी शामिल है क्योकि विवेक खेती से लेकर प्लानिंग,स्ट्रेटेजी भी देखते हैं।

विवेक कहते है आर्गेनिक गढ़वाल से सबसे ज्यादा फायदा क्षेत्रीय किसानो को हो रहा है जो अपनी ताकत को सही जगह इस्तेमाल कर रहे है और उन्हें यह भी संदेश मिल रहा कि बिना पलायन किए अपने घर और गांव में रहकर भी रोज़गार मिल सकता है।

तो अगर आप आर्गेनिक गढ़वाल के प्रॉडक्ट खरीदना चाहते हैं तो ऋषिकेश लक्ष्मण झूला की सभी दुकानों पर,देहरादून के क्रॉस रोड मॉल के ईज़ी डे,दिल्ली के कुछ दुकानों और आर्गेनिक गढ़वाल के फेसबुक पेज के माध्यम से खरीद सकते है।

फायर ब्रिगेड के लिये पानी उपलब्ध कराने के लिये फायर हाइड्रेंट चिह्नित

0

‘अमृत योजना’ के तहत देश भर में शहरों का पुर्नवीकरण का कार्य प्रस्तावित है। इस क्रम में देहरादून शहर में पेयजल की नई पाइपलाईनें बिछायी जा रही है। जिसके संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर आकस्मिक स्थिति के समय फायर ब्रिगेड के वाहनों को पानी उपलब्ध कराने के लिये फायर हाइड्रेंट लगाने के स्थान चिह्नित करवाये गये हैं। इन चिह्नित स्थानों पर पेयजल लाइनो के माध्यम से जल्द ही अग्निशमन विभाग को आकस्मिता के समय पानी प्राप्त करने में सहयोग प्राप्त होगा।

उल्लेखनीय है कि पुरानी पेयजल लाईनों पर अग्निशमन विभाग के लिये फायर हाइड्रेन्टों का प्राविधान किया गया था लेकिन समय के साथ वह फायर हाइड्रेन्ट रोड के नीचे दब गये या उनमें इतना पानी का प्रेशर नही रहा। श्रीमती निवेदिता कुकरेती कुमार की पहल पर नई पेयजल योजना के लिये बिछाई जा रही लाईनों पर फायर हाइडेन्टों को स्थापित किये जाने के लिये प्रयास किये जा रहे है।

इसी क्रम में अग्निशमन विभाग एवं जल संस्थान ने पूरे देहरादून शहर क्षेत्रान्तर्गत संयुक्त निरीक्षण किया गया तथा शहर के प्रमुख स्थानों पर फायर हाइड्रेन्ट लगाये जाने वाले स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है। राजपुर रोड, रायपुर रोड पित्थूवाला, आर्केडिया ग्रान्ट , जी.एम.एस रोड, धर्मपुर आदि स्थानों पर लगने वाले फायर हाइड्रेन्टों के स्थानों को चिन्हित कर लिया गया है ।

वर्तमान लाईन में कुल देहरादून नगर क्षेत्रान्तर्गत 59 ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया है, जिस पर पेयजल लाईन पर हाइड्रेन्ट तथा ओवर टैंको पर आउटलोट वाल्व लगाये जाने है। मसूरी मे भी 12 स्थानों पर पुराने फायर हाइड्रेन्टों के स्थान पर नये फायर हाइड्रेन्ट स्थापित किये जाने के लिये रिपोर्ट जल संस्थान को भेजी गयी है ।

नगर क्षेत्र में काफी समय से अग्निशमन वाहनों के पानी प्राप्त करने के लिये काफी दूरी तय करनी पडती थी। नये फायर हाइड्रेन्ट स्थापित करने की मांग अग्निशमन विभाग काफी समय से कर रहा था। नये फायर हाइड्रेन्ट स्थापित होने पर अग्निशमन वाहनों को अल्प समय में ही पानी मिल सकेगा तथा किसी भी अग्निकाण्ड पर वह प्रभावी कार्यवाही कर सकेंगें।

उत्तराखंड में 13 फरवरी को मनाई जाएगी महाशिवरात्रि

0

देहरादून। उत्तराखंड में महाशिवरात्रि पर्व का अवकाश 14 फरवरी के बजाय 13 फरवरी को होगा। इस अवकाश की तिथि में संशोधन के बाद अब राज्य मंत्रिमंडल की बैठक भी 13 फरवरी के बजाय अब 14 फरवरी को होगी।

उत्तराखंड में महाशिवरात्रि पर्व 13 फरवरी को मनाया जाएगा। वहीं देश के कई हिस्सों में यह पर्व 14 फरवरी को होगा। पहले सरकार ने इस पर्व के अवकाश की तिथि 14 फरवरी घोषित की थी। अब अवकाश की तारीख को सरकार ने संशोधित किया है।

इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग प्रमुख सचिव राधा रतूड़ी ने आदेश जारी किए। इससे पहले राज्य में 15 दिसंबर, 2017 को सार्वजनिक अवकाशों के लिए जारी सूची में महाशिवरात्रि पर्व का अवकाश 14 फरवरी को घोषित किया गया था। उधर, महाशिवरात्रि अवकाश की तिथि में संशोधन होने के बाद मंत्रिमंडल की बैठक को लेकर असमंजस भी खत्म हो गया।

झूलन ने रचा इतिहास, 200 विकेट लेने वाली पहली गेंदबाज बनीं

0

किंबर्ले, भारतीय महिला तेंज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर इतिहास रच दिया है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला के दूसरे एकदिवसीय मैच में झूलन ने अपने एकदिवसीय कैरियर का 200वां विकेट हासिल किया। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह दुनिया की पहली महिला गेंदबाज बन गई हैं।

35 वर्षीय झूलन ने सलामी बल्लेबाज लारा वूलवार्ट को आउट कर यह उपलब्धि हासिल की। भारतीय टीम ने यह मैच 178 रन से जीतकर श्रृंखला में 2-0 की अपराजेय बढ़त हासिल कर ली। भारत ने पहला मैच 88 रनों से जीता था।

उल्लेखनीय है कि सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना के बेहतरीन शतकीय पारी (135) की बदौलत भारतीय टीम ने दूसरे एकदिवसीय में दक्षिण अफ्रीका को 178 रन से हरा दिया। भारत 50 ओवर में तीन विकेट पर 302 रन बनाये थे, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 124 रनों पर सिमट गई।

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर आठ लाख बच्चों की दी जाएगी एलबैंडाजोल

0

देहरादून। 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मौके पर एक से 19 साल तक के लगभग 8 लाख बच्चों को दी जाने वाली दवा के संबन्ध में और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी एस ए मुरुगेषन ने बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी ने कई अहम दिशा निर्देश दिए।

कैंप कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में जिलाधिकारी द्वारा 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल-विकास एवं जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि जनपद में 10, 12 व 15 फरवरी को बच्चो को एलबैंडाजोल की दवाईयां एक वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को दी जायेगी, जिसमें जनपद के सभी सरकारी, गैर सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालय, अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान, बालिका निकेतन एवं समाज कल्याण विद्यालय के साथ ही आंगनवाड़ी केन्द्रों में अध्ययनरत बच्चों को भी दवा दी जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने स्तर से इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं, जिससे कोई भी बच्चा इस दवाई से वंचित न रहे। कहा कि यदि प्राईवेट स्कूलों में 10 फरवरी को अवकाश हो तो ऐसे स्कूलों में 12 फरवरी को बच्चों को दवा दी जायेगी। इसके बाद भी किसी कारण कोई बच्चा दवा खाने से वंचित रह जाता है तो ऐसे बच्चों को 15 फरवरी को अनिवार्य रूप से दवा दी जायेगी। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि वे सभी शासकीय, गैर सरकारी स्कूलों व आगंनवाड़ी केन्द्रों में समय से दवा उपलब्ध करा दें ताकि कोई भी बच्चा दवा खाने से वंचित न रहे।
आंगनवाड़ी केंद्रों को दी प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी
जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये कि वे जनपद के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में अध्ययनरत बच्चों को दवा दिये जाने के लिए आंगवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा क्षेत्र में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। साथ ही उस दिन केन्द्र में सभी बच्चों को अनिवार्य रूप से दवा खिलाने हेतु लायें। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद के सभी प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत् बच्चों को दवाई खिलाने हेतुु व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
अभिभावकों से की बच्चों को स्कूल भेजने की अपील
जिलाधिकारी एसए मुरूगेषन ने जनपद के सभी अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चे को 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि दिवस के मौके पर अपने बच्चे को स्कूल अवश्य भेंजे ताकि कोई भी बच्चा दवा से वंचित न रहे। इसमें उन्होंने सभी से सहयोग की अपेक्षा की है।
उम्र के हिसाब से दी जाएगी दवा
मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. वाईएस थपलियाल ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि दिवस पर जनपद के लगभग 8 लाख बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है, उन्होंने कहा कि 1 से 2 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को आधी गोली और 2 से 19 वर्ष तक के बच्चों को पूरी गोली दी जायेगी। उन्होंने बताया कि इस गोली का स्वाद स्वादिष्ट है जिसे बच्चे आराम से ग्रहण करेंगे।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास एसके सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए आरएस रावत, डाॅ. एलएस रावत एवं विभागीय अघिकारी मौजूद थे। 

बजट सत्र 20 मार्च से भराड़ीसैंण में राज्यपाल केके पॉल ने लगाई मुहर

0

देहरादून, उत्तराखंड विधानसभा का 2018 का बजट सत्र आखिरकार भराड़ीसैंण में आहूत किया जाएगा। सरकार द्वारा राजभवन भेजे गए प्रस्ताव पर उत्तराखंड के राज्यपाल डॉक्टर के के पॉल ने मोहर लगा दी है। आगामी 20 मार्च से त्रिवेंद्र सरकार अपना बजट 2018 भराड़ीसैंण में आहूत करेगी जिसमें तमाम विभागों के सिलसिलेवार बजट का निर्धारण किया जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल ने सरकार के इस कदम की सराहना की है और कहा है कि, यह एक ऐतिहासिक फैसला है जिसका स्वागत किया जाना चाहिए और सरकार के इस कदम से राज्य आंदोलनकारियों के साथ-साथ सभी की जन भावनाओं का ख्याल रखा गया है।’

विधानसभा सचिवालय पूरी तरह से आगामी बजट की तैयारियों में लग चुका है और भराड़ीसैंण स्थित विधान सभा सत्र की तैयारी के लिए कार्य योजना तैयार होने शुरू हो गई है

दून में प्लास्टिक-थर्माकोल के इस्तेमाल करने पर देना होगा पांच हजार का जुर्माना

0

देहरादून। राजधानी देहरादून में प्लास्टिक और थर्माकोल से निर्मित डिस्पोजल प्लेट, गिलास एवं दौने आदि को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित को लागू करने को लेकर प्रशासन की ओर से तैयारियां जोरों पर हैं। इस संबंध में प्रशासन सभी थोक व्यापारियों, दोना पत्तल स्टोर, वैडिंग प्वांइट संचालकों, होटल मन्दिर समिति और गुरुद्वारों के प्रबन्धक, संचालकों से प्लास्टिक प्रयोग नही करने का एक प्रमाण पत्र भरवाएंगे। इसके बावजूद अगर कोई इसका प्रयोग और बिक्री करते पाया गया तो उस पर 5000 हजार रुपया अर्थदण्ड वसूला जाए।

अपर आयुक्त (प्रशासन) गढवाल मण्डल, पौड़ी हरक सिंह रावत ने जनपद देहरादून शहर में प्लास्टिक, थर्माकोल के डिस्पोजल प्लेट, दोने एवं गिलास आदि पर प्रतिबन्ध लगने के लिए गुरुवार को बैठक की। इस दौरान उन्होंने बैठक में उपरोक्त उपस्थित प्रबन्धकों, संचालकों एवं विक्रेताओं द्वारा प्रशासन से सहयोग करने और 31 मार्च 2018 तक सभी प्रकार के प्लास्टिक, थर्माकोल के डिस्पोजेबल प्लेट, दोने एवं गिलास को बन्द किये जाने का आश्वासन दिया गया। उन्होंने समस्त सफाई निरीक्षकों एवं सुपरवाईजरों को निर्देशित किया कि वे सभी विवाह स्थल, होटल, मन्दिर समिति और गुरुद्वारे के प्रबन्धक, संचालकों एवं होल सेलरों से निर्धारित प्रमाण पत्र भरवाया जाए कि प्रतिबन्धित प्लास्टिक, थर्माकोल के डस्पोजेबल प्लेट एवं गिलास प्रयोग नहीं किया जायेगा। प्रमाण पत्र की प्रति मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी को उपलब्ध करा दी जाए। यदि कोई संस्थान प्रमाण पत्र देने के बाद भी प्रतिबन्धित सामग्री का प्रयोग करता हुए पकड़ा जाता है, तो 5000 हजार रुपये अर्थदण्ड प्रतिदिन के हिसाब से (दिन की गणना 8 फरवरी 2018) वसूला जाए।
अपर आयुक्त गढवाल ने सफाई निरीक्षक एवं सुपरवाइजरों को निर्देश दिए कि 31 मार्च के बाद प्रतिबन्धित प्लास्टिक, थर्माकोल के डिस्पोजल प्लेट, दोने एवं गिलास और 40 माइक्रोन से पतला पाॅलिथीन आदि का प्रयोग, बिक्री, विक्रेता, व्यापारियों, थोक व्यापारियों और विभिन्न संस्थानों द्वारा किया जाता है तो उक्त सामग्री को तत्काल जब्त करने की कार्रवाई की जाए।

बत्ती गुल मीटर चालू की शूटिंग के लिए देहरादून पहुंचे शाहिद कपूर

0
डोईवाला- बॉलीवुड स्टार्स और डायरेक्टर, प्रोड्यूसर्स को उत्तराखंड और यहां की वादियां भा गई है तभी आए दिन बॉलीवुड की कई जानी-मानी हस्तियां उत्तराखंड की ओऱ रुख कर रहे हैं।
हाल-फिलहाल में सुनील सेठ्ठी, अजुर्न कपूर, सुशांत राजपूूत और सारा जैसे कई बड़े कलाकार उत्तराखंड की हसीन वादियों का लुफ्त उठा चुके है। दरअसल ये सभी कलाकार यहां शूटिंग के लिए यहां आए थे. वहीं एक बार फिर एक और बड़े बॉलीवु़ड अभिनेता ने यहां अपना रुख किया.
जी हां अभिनेता शाहिद कपूर गुरुवार को देहरादून स्थित जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंंचे. दरअसल शाहिद कपूर अपनी फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू फ़िल्म की शूटिंग के लिए उत्तराखंड आएं है जो देहरादून जॉलीग्रांट से नई टिहरी के लिए रवाना हुए. आपको बता दें कल यानि शुक्रवार से शाहिद की फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू की शूटिंग शुरु हो जाएगी।

ई-टेंडरिंग के विरोध में ठेकेदार संघ ने निर्माण विभागों पर की तालाबंदी

0

गोपेश्वर। गुरुवार को ठेकेदार एसोसिएशन ने चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में प्रदर्शन करते हुए सरकार के ई-टेंडरिंग के विरोध में निर्माण कार्यों से जुड़े विभागों पर तालाबंदी कर अपना विरोध दर्ज करते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को भेजा है। जिसमें ई-टेंडरिंग की व्यवस्था को समाप्त किए जाने की मांग की गई है।
ठेकेदार एसोसिएशन ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर में जुलूस प्रदर्शन कर सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए निर्माण विभाग जिनमें जल निगम, लोनिवि, आरईएस समेत अनेक विभागों के कार्यालयों पर तालाबंदी करते हुए सरकार के ई-टेंडरिंग की व्यवस्था का विरोध किया गया। ठेकेदार एसोसिएशन के अध्यक्ष भगत सिंह बिष्ट का कहना था कि टेंडर के लिए सरकार ने वर्तमान में जो नियम बनाये हैं, वे काफी कठोर हैं। इस से यहां के ठेकेदारों को ठेके नहीं मिल पा रहे हैं, ऐसे में उनके सामने आजीविका का संकट पैदा हो रहा है। चमोली जनपद की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए सरकार को पूर्व की भांति ही टेंडर की व्यवस्था रखनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है, तो ठेकेदार प्रदेश स्तर पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में अध्यक्ष भगत सिंह बिष्ट, सचिव उदय सिंह रावत, जयपाल सिंह, नरेश सिंह, सतेंद्र सिंह, संदीप झिक्वाण आदि शामिल रहे।