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होनहारों का सपना पूरा करेंगे गेल उत्कर्ष सुपर-100 केंद्र

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देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पहल पर राज्य के गरीब परिवारों के होनहार बच्चे अब प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों और अन्य शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों में शिक्षा प्राप्त करने का सपना देख सकेंगे। ऐसे विद्यार्थियों को लाभान्वित करने के लिए मंगलवार को न्यू कैन्ट रोड़ स्थित जनता मिलन हॉल में आयोजित समारोह में उत्तराखण्ड सरकार, गेल (इण्डिया) लिमिटेड तथा सेंटर फॉर सोशल रेस्पांसबिलिटी एण्ड लीडरशिप(सीएसआरएल) के मध्य कुमाऊं और गढ़वाल मण्डल के अल्मोड़ा एवं श्रीनगर में गेल उत्कर्ष सुपर-100 के दो केन्द्र स्थापित करने में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन का आदान प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत व गेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री.बी.सी.त्रिपाठी की उपस्थिति में इस समझौता ज्ञापन पर गेल(इण्डिया) की कार्यकारी निदेशक वन्दना चानना तथा सेंटर फॉर सोशल रिस्पांसबिलिटी एण्ड लीडरशिप(सीएसआरएल) के निदेशक एसके शाही द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने गेल उत्कर्ष सुपर 100 की शुरूआत के लिए गेल के सीएमडी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य के मेधावी छात्रों को उच्च तकनीकि संस्थानों में प्रवेश हेतु प्रशिक्षण के लिये गेल द्वारा प्रतिवर्ष 2.50 करोड़ की धनराशि व्यय किये जाने तथा उच्च तकनीकि संस्थानों में प्रवेश पाने वाले छात्रों को 05 हजार प्रतिमाह छात्रवृत्ति दिया जाना निश्चित रूप से सराहनीय प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों में प्रतिभा जन्मजात होती है, कुछ बच्चों में प्रतिभा अन्दर छिपी होती है, उसे उभारने की जरूरत है। परिश्रम या मेहनत के गुण भी सभी के अन्दर है। इसका भरपूर उपयोग कर हम जो चाहे प्राप्त कर सकते है। परिश्रम से परिणाम भी निश्चित रूप से अच्छे आयेंगे। राज्य के प्रतिभावान छात्रों को आगे बढ़ने के बेहतर रास्ते हम तलाश रहे है। प्रतिभाओं की गुणवत्ता की पहचान के लिये अच्छे योजक की जरूरत रहती है। अच्छा योजक ही अच्छा प्रबन्धन कर सकता है। उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि वे संकोच की प्रवृत्ति को त्यागे अपने मन की भावनाओं को व्यक्त करें। यदि इसके लिये चिल्लाना भी पडे, तो भी अपनी बात रखें, तभी जिस लक्ष्य को लेकर वे आगे बढ़ेंगे, उसमें सफल हो सकेंगे। उन्होंने उदाहरण दिया कि देश की आजादी के समय अंग्रेजों के अधीन रही गुजरात काटन मिल को खरीदने के लिये एक साधारण सा व्यापारी सामने आया। अंग्रेजों ने कहा कि आप इस मिल को कैसे चला सकते हो तो व्यापारी ने जवाब दिया कि परमात्मा का आशीर्वाद है मैं जानता हूं कि इसे कौन चला सकता है। इस मिल को दुनियां मोरारजी मिल्स के नाम से जानती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रेल टेल आकांक्षा सुपर-30 के छात्रों को भी सम्मानित किया।
इस मौके पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री के विशेष प्रयासों से आज यह योजना धरातल पर उतरी है। उन्होंने कहा कि पहले हमारे बच्चे कोटा कोचिंग के लिए जाते थे, लगभग 03 लाख का खर्च इसमें आता था। गेल उत्कर्ष सुपर 100 के अन्तर्गत श्रीनगर व अल्मोडा के 50-50 छात्रों को उच्च तकनीकी संस्थाओं में प्रवेश हेतु प्रशिक्षित किए जाने से पर्वतीय क्षेत्रों की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि उच्च तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के बाद छात्रों को लगभग 2.50 से 03 लाख तक की धनराशि की आवश्यकता होती है। इसके लिए छात्रों को सहकारिता विभाग के माध्यम से एक प्रतिशत ब्याज पर धनराशि उपलब्ध करायी जायेगी। देहरादून में एन.डी.ए. के लिये 50 छात्रों को प्रशिक्षित करने की भी कोचिंग प्रारम्भ की जायेगी। जिसमें 10 सीट शहीद सैनिकों की विधवाओं एवं उनके बच्चों के लिए निर्धारित रहेगी। सभी जनपद मुख्यालयो के डिग्री कॉलेजों में आईएएस एवं आईपीएस आदि को भी कोचिंग संचालित की जाएगी। जिसमें सम्बंधित जिले के जिलाधिकारी भी सप्ताह में एक दिन छात्रों को पढ़ायेंगे। इनमें से 50 छात्रों को सेलेक्ट कर देहरादून व दिल्ली में कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 03 लाख से कम आय वाले 100 छात्रों को रिसर्च के लिए तैयार किया जाएगा इसकी विषय सामग्री राज्य सरकार निर्धारित करेगी। इससे प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने व उन्हें प्रदेश के विकास से जोडने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर गेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बीसी त्रिपाठी ने कहा कि देश की अग्रणी प्राकृतिक गैस कम्पनी, गेल(इण्डिया) लिमिटेड ने उत्तराखण्ड में सक्रिय रूप से कई सीएसआर कार्यों का क्रियान्वयन किया है। इन दो केन्द्रों की स्थापना गेल की उत्कर्ष परियोजना के तहत की गई है जो गेल का फ्लैगशिप सीएसआर कार्यक्रम है तथा जिसका लक्ष्य हाशिए के समुदायों के होनहार विद्यार्थी है। दोनो नए केन्द्रों में 50-50 विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कार्यक्रम को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने भी सम्बोधित किया। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो.अजीत कुमार चतुर्वेदी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विधायक महेश नेगी, एनआईटी श्रीनगर के निदेशक सहित विभिन्न संस्थानों एवं उच्च शिक्षा के अधिकारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

सुजवां में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड का लाल शहीद

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देहरादून, उत्तराखंड का एक और लाल आंतकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया है। जम्मू कश्मीर के सुजवां में हुए आतंकी हमले के दौरान जवान राकेश रतूड़ी घायल हो गए थे। जिसके बाद उन्होंने मिलिट्री हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

जम्मू कश्मीर के सुजवां में दो दिन पहले आतंकियों ने हमला किया था। इस दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए हवलदार राकेश रतूड़ी(44 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए सेना के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।

जवान राकेश रतूड़ी मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल के पाबौ ब्लॉक की बाली कंडारस्यूं पट्टी स्थित सांकर सैंण गांव के रहने वाले थे। सालभर पहले ही उन्होंने प्रेमनगर के बड़ोवाला में घर बनाया था। वह अपने पीछे पत्नी नंदा देवी और दो बच्चों नितिन और किरण को छोड़ गए हैं। उनका बेटा नितिन (17 वर्ष) एसजीआरआर पटेलनगर में कक्षा ग्यारह का छात्र है। जबकि बेटी किरण(19 वर्ष) पत्राचार से बीए कर रही।बताया गया कि मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे शहीद का शव जम्मू एयरपोर्ट से देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट भेजा जाएगा।

शहीद के चाचा शेखरानंद रतूड़ी ने बताया कि महार रेजीमेंट में तैनात राकेश साल 1996 में फौज में भर्ती हुए थे। उनकी शिक्षा राइंका सांकर सैंण में हुई। वह तीन जनवरी को छुट्टी पर आए थे और 9 जनवरी को वापस चले गए। पिछले तीन दिन से उनका फोन नहीं उठ रहा था। जिस कारण परिवार चिंतित था। लेकिन कल रात उन्हें राकेश की शहादत की खबर मिली।

महाशिवरात्रि पर शिवालयों में उमड़े भक्त

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देहरादून। राजधानी देहरादून सहित प्रदेश भर के शिवालयों में महाशिवरात्री पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। महाशिवरात्रि पर नगरभर के शिवालयों में भक्तों की भीड़ देर रात्री से ही जुटने लगी थी। मंदिर खुलते ही भक्त भगवान शिव के जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और पूजन करते नजर आए।
शिवालयों में देर रात से ही जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हो गया है। मंदिरों में महिला मंडलियां भजन व शिव का भेष धारण कर बालक-बालिकाएं शिव तांडव करते नजर आए। जगह-जगह भक्तों द्वार शिव प्रसाद की व्यवस्था की गई थी।
मंगलवार को देहरादून के प्रमुख मंदिरों में टपकेश्वर, पृथ्वीनाथ मंदिर, किद्दूवाला-रायपुर स्थित शिवमंदिर, राजपुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर बावड़ी, पलटन बाजार जंगम शिवालय, नागेश्वर मंदिर डाकरा, नेहरु कॉलोनी सनातम धर्म मंदिर, प्रेमनगर के सनातन धर्म मंदिर, धर्मपुर स्थित राधास्वामी मंदिर आदि जगहों पर मध्यरात्रि से ही जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ लगी हुई थीं घंटियां और शंख व बम-बम के जयकारें के स्वर लगातार गूंज रह रहे थे।
भगवान भोले पर जल चढ़ाने के लिए महिला-पुरुष बेल पत्र, धतूरा व बेर लेकर कतारों में खड़े थे। भक्तों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए मंदिर सेवा दल व समाजसेवी संगठनों की ओर से विशेष व्यवस्था की गई थी। चकराता रोड स्थित शनिदेव मंदिर पर भक्तों शिव तांडव करते नजर आए। इसके साथ ही भक्तों के लिए खास प्रसाद की व्यवस्था की गई थी।
टपकेश्वर मंदिर में भक्तों के हुजूम को संभालने के लिए सेवादल के सदस्य तैनात रहे। सीसीटीवी व पुलिस की मदद से व्यवस्थाओं को बनाने में सहयोग लिया गया। मंदिर में भीड़ बढ़ने पर भक्तों को कतारबद्ध किया गया। ठीक 12 बजते ही मंदिर के द्वार भक्तों के लिए खोल दिए गए। इसके बाद जलाभिषेक अनवरत जारी रहा। दूर दराज से आए भक्त जयबोले, बोल बम के उद्घोष लगाते हुए उत्साह से बढ़ते रहे।
सहारनपुर रोड स्थित श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में शाम को 2100 दीयों की भव्य रंगोली सजाई गई। इसके बाद दिगम्बर भागवत पुरी व पंडित भारत भूषण ने श्रद्धालुओं व सेवादारों के साथ पूजा अर्चना कर भगवान शिव का आह्वान किया। मध्य रात्रि में सेवादारों व श्रद्धालुओं द्वारा हरिद्वार से लाए गंगाजल व पूजा की 51 प्रकार की अन्य सामग्रियों से श्री पृथ्वीनाथ महादेव जी वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सामूहिक रुद्राभिषेक किया।
श्री सनातन धर्म मंदिर प्रेमनगर में महाशिवरात्रि पर्व पर तड़के जलाभिषेक शुरू हुआ। समिति पदाधिकारी रवि भाटिया के अनुसार जलाभिषेक के लिए मंदिर समिति की ओर से विशेष व्यवस्था की गई थी। गंगाजल से भरा एक टैंकर हरिद्वार से लाया गया है।
हल्द्वानी नगर के पिपलेश्वर महादेव, आंवलेश्वर महादेव, नीलियम कॉलोनी स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, मंगलपड़ाव स्थित प्राचीन शिव मंदिर, मुखानी शिव मंदिर, बेरीपड़ाव अष्टादश भुजा महालक्ष्मी मंदिर स्थित शिव मंदिर में भक्तों की भीड़ जुटी। गोलापार के कालीचौड़ स्थित शिव मंदिर में आधी रात के बाद से ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। यहां महाशिवरात्रि पर विशेष मेला लगता है। रानीबाग स्थित सिद्धेश्वर शक्तिपीठ मंदिर में भी भक्तों की कतार लगी रही।

10 साल के अस्तित्व ने दो गोल्ड और एक सिल्वर मैडल से किया राज्य का नाम रोशन

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थाइलैंड के पटाया शहर में एशियन रोलर स्केटिगं स्पोर्ट्स एक्सपर्ट काउंसिल कमेटी जो एशिय़न देशों का संघ है, वहां के ओपन इंटरनेशन रूलर स्पोर्ट्स टूर्नामेंटमें में मूल रुप से उत्तरकाशी, चक्रगांव निवासी 10 साल के अस्तित्व डोभाल ने 10 फरवरी को 500 मीटर व 1000 मीटर स्केटिंग प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक और रिले रेस मे एक सिल्वर मैडल जीता।

अस्तित्व डोभाल देहरादून के हिल ग्रेंज स्कूल में कक्षा पांच में पढ़ते है व बचपन से ही स्केटिगं का शौक रखते है। कई बार स्कूल, जिला और राष्ट्रीय स्तर पर अस्तित्व ने प्रतियोगितअों में भाग लिया और मैडल जीते है ।

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इस जनवरी माह में नेशनल स्केटिंग प्रतियोगिता के लिए उत्तराखंड रोलर स्केटिंग स्पोर्टस एक्सपर्ट काउंसिल कमेटी ने अस्तित्व का चयन किया। अस्तित्व के पिता विनोद डोभाल पेशे से बिजनेसमैन है और उनकी मम्मी योजिता डोभाल, बालावाल देहरादून के एक कॉलेज में असिसटेंट प्रोफेसर है। विनोद डोभाल बताते है कि, “अस्तित्व का चयन अंडर 12 वर्ग में इंटरनेशनल प्रतियोगिता के लिए हुआ है,पिछले 2-3 साल से वो स्केटिंग में प्रोफेशनल ट्रेनिंग ले रहा है।” वहीं अस्तित्व की मां योगिता बताती है कि, “स्केटिंग में अस्तित्व का शौक स्कूल में बना और वो हर शाम एक घंटा स्केटिंग को देता है।”

आज भी देहरादून में स्केटिंग को एक स्पोर्ट की तरह लेने के लिए कोई सुविधा नही होने के कारण बच्चों को शौक होते हुए भी सीमित संसाधनों से काम चलाना पड़ता है जो दोनों बच्चो और उनके अभिभावकों को निराश करता है।

अस्तित्व के पिता कहते है, “देहरादून में सीमित सुविधा होने के बावजूद हमारे बच्चे अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर इतना अच्छा परफॉर्म करते है,हम यह चाहते है कि प्रदेश सरकार स्केटिंग के लिए भी हमे सुविधाएं दे ताकि आगे जाकर राष्ट्रीय और अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर हमारे बच्चे और बहुत से मैडल जीते और प्रदेश के साथ-साथ देश का नाम भी रौशन करे।”

अस्तित्व और उनके माता पिता उम्मीद करते है कि भविष्य मे अस्तित्व का हुनर और तराशा जाए ताकि आने वाले सालों में अगर ओलंपिक से स्केटिंग को खेल का दर्ज़ा मिले तो अस्तित्व जैसे हजारों बच्चे देश के लिए गोल्ड मैडल जीत सके।

आजीवन सहयोग निधि में भाजपा ने जुटाई 4 करोड़ से ज्यादा राशि

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देहरादून,  भाजपा देहरादून महानगर की पूरी आजीवन सहयोग निधि टीम ने 8000 से अधिक चेकों द्वारा 4 करोड़ 12 लाख रुपये अब तक जमा कराये हैं। यह जानकारी भाजपा महानगर अध्यक्ष विनय गोयल ने दी। विनय गोयल को पार्टी कार्यालय में अपनी पूरी आजीवन सहयोग निधि टीम के साथ प्रेस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देहरादून महानगर ने बखूबी अपना लक्ष्य पार करते हुए अपने बूथ स्तर से विधायक स्तर तक के कार्यकर्ताओं के द्वारा 8000 से अधिक चेक प्राप्त किए, जिससे 4 करोड़ 12 लाख रुपये अब तक जमा करा दिए हैं और अभी बहुत से चेक और रसीद बुक है लगातार आ रही है।

विनय गोयल ने बताया कि सभी मंडलों और विधानसभाओं ने भी अपना लक्ष्य पार कर लिया है। अब भारतीय जनता पार्टी देहरादून महानगर सफलतापूर्वक आजीवन सहयोग निधि संग्रह महाभियान का लक्ष्य पार करने के बाद नगर निगम चुनाव विजय अभियान में जुटेगी। यहां भी सफलता शत-प्रतिशत सफलता के लक्ष्य के साथ चुनाव में विजय के नए कीर्तिमान स्थापित करेगी।

गोयल ने कहा कि वह अब शीघ्र ही वरिष्ठ नेतृत्व एवं सभी विधायकों से सलाह मशवरा कर परिणाम देने वाली अपनी नई टीम की घोषणा अगले 10 दिनों के भीतर कर देंगे तथा ऐसा करते समय संगठन के प्रति निष्ठावान योग्य तथा पार्टी के पिछले कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर योगदान करने वाले पार्टी के लिए समय दे सकने वाले कार्यकर्ताओं को अपनी टीम में प्राथमिकता देंगे।

सड़क पर दीवार लगाने से मार्ग छह घंटा बाधित

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गोपेश्वर, चमोली जिले के पलेठी मोटर मार्ग पर ग्रामीण मातवर सिंह के दीवार लगाये जाने से छह घंटे तक मोटर मार्ग बाधित रहा। जिसे बाद में लोनिवि के अधिकारियों से वार्ता के बाद खोल दिया गया है।

सोमवार को पलेठी के ग्रामीण मातवर सिंह ने सड़क के बीचों बीच दीवार बना दी। उनका आरोप है कि उन्होंने पूर्व में सड़क के लिए जिस खेत को दिया था उस खेत में लोनिवि ने स्कवर बना कर सडक पास करनी थी। लेकिन विभाग अब उस खेत पर स्कवर बनाये बिना उनके दूसरे खेत से वाहन ले जा रहा है। जबकि यह व्यवस्था स्कवर बनाये जाने तक के लिए की गई थी लेकिन विभाग छह साल से स्कवर नहीं बना रहा है।

सड़क पर के बीचों बीच स्कवर बनने से वाहनों की आवाजाही ठप होने पर प्रधान धरकोट लोकेश तोपाल मौके पर पहुंचे और उन्होंने अधिशासी अभियंता लोनिवि से मातवर सिंह की दूरभाष पर वार्ता करवायी जिस पर अधिशासी अभियंता ने 16 फरवरी को पलेठी पहुंच कर स्कवर का कार्य शुरू करवाने का आश्वासन दिया है। जिसके बाद सड़क को खोला गया।

मातवर सिंह का कहना है कि यदि 16 तारीख तक स्कवर का कार्य शुरू नहीं होता है तो वे पुनः अपने खेत का मार्ग बंद कर देंगे।

एम्स परिसर में खुली पुलिस सुरक्षा चौकी

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ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश प्रशासन द्वारा एम्स परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस चौकी का मंगलवार को उद्घाटन किया गया। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल एम्स के निदेशक डॉ रविकांत और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने संयुक्त रूप से एम्स परिसर में पुलिस सुरक्षा चौकी का रिबन काटकर उद्घाटन किया।
इस अवसर पर प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि एम्स उत्तराखंड राज्य के लिए ही नहीं अपितु उत्तराखंड से लगे अन्य राज्य उत्तर प्रदेश, हिमाचल के लिए भी महत्वपूर्ण हो गया है। यहां सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस चौकी का खोला जाना अत्यंत आवश्यक था। इसी के दृष्टिगत मंगलवार यहां पुलिस चौकी खोली गई है।
डॉ रविकांत ने कहा कि एम्स प्रशासन पिछले काफी समय से एम्स परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस चौकी खोले जाने की मांग कर रहा था, जो कि आज पूरी हो गई है। डॉ रविकांत का कहना था कि एम्स में शीघ्र ही पोस्टमार्टम सेंटर स्थापित किया जा रहा है। इसी के साथ उच्च स्तरीय फॉरेंसिक लैब भी अस्तित्व में आ जाएगी। जिसके अस्तित्व में आने के बाद बड़े मामलों का समाधान और उनका परीक्षण भी यही संभव हो पाएगा।
पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह पुलिस चौकी सुरक्षा के मद्देनजर काफी उपयोगी सिद्ध होगी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सरिता डोभाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत, ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक हरिद्वार के मंजूनाथ टीसी के अतिरिक्त भाजपा नेता रविंद्र राणा, सुमित पवार, सभासद कविता शाह, दिनेश सती, सहित तमाम पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे।

कांवड़ यात्रा संपन्न, गंगा घाटों पर लगा गंदगी का अंबार

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हरिद्वार। पिछले एक पखवाड़े से हरिद्वार में चल रही कांवड़ यात्रा मंगलवार को सम्पन्न हो गई। इस कांवड़ यात्रा के दौरान जहां एक ओर गंगा घाटों पर एनजीटी के आदेशों की खुलकर धज्जियां उड़ी। वहीं, घाटों पर फैले कूड़े को उठाने में नगर निगम पूरी तरह नाकाम साबित हुआ। आलम ये है कि घाटों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है।

इस कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगाजल भरने हरिद्वार पहुंचे। यहां से कांवड़िए गंगा तो ले गये लेकिन गंगा घाटों की साफ-सफाई का ख्याल नहीं रखा। स्थानीय तीर्थ पुरोहित भी गंगा घाटों पर फैली इस गंदगी से काफी आहत हैं। उनका कहना है कि जो लोग यहां पर गंदगी फैला कर जाते हैं, वे यहां से पुण्य नहीं बल्कि पाप कमाते हैं। युवा तीर्थ पुरोहित उज्जवल पंडित का कहना है कि अन्य तीर्थ स्थलों की तुलना में हरिद्वार की स्थिति बहुत ही अधिक दयनीय बन गई है। निगम भी व्यवस्थाएं सुधारने में फेल साबित हो रहा है। हरिद्वार के मेयर मनोज गर्ग का कहना है कि निगम अधिकारियों को 24 घंटे सफाई व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि कावड़ के बाद सफाई का एक महाभियान चलाया जाएगा। जिसके बाद पूरा शहर साफ होगा।

खुद बैंडमिंटन खेलकर सीएम ने की बैडमिंटन चैंपियनशिप 2018 की शुरुआत

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देहरादून। मंगलवार 13 फरवरी से 18 फरवरी तक होने वाले “ऑल इंडिया सीनियर रैंकिंग बैडमिंटन चैंपियनशीप 2018” का शुंभारम्भ मुंख्यमत्री उत्तराखण्ड त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा परेड ग्राण्ड बैडमिन्टन बहुउद्दशीय क्रीडा हॉल में किया गया। इस प्रतियोगिता का शुंभारम्भ मुंख्यमत्री उत्तराखण्ड द्वारा स्वंय भी बैडमिन्टन मैच खेल कर किया गया। डबल्स मैच में मुंख्यमत्री के साथ संजय गुप्ता व अशोक कुमार व राजेश निजावन की जोडी को 21-19 से हराकर किया।

cm playing badmintonइस मौके पर अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक अपराध/कानून व्यवस्था अध्यक्ष उत्तराखण्ड बैडमिंटन एशोसियन ने बताया कि इस बैडमिंटन महासग्रांम में देश के सभी राज्यों से प्रतियोगियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। जिसमें राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय खिलाडियों द्वारा अपना जलवा दिखाया जायेगा। साथ ही उन्होंने मुंख्यमत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य देश को जूनियर में टाप शटलर देने में कामयाब रहा हैसाथ ही अशोक कुमार ने सीएम से अनुरोध किया कि अगर अनर्तराष्ट्रीय स्तर पर बैंडमिटन कोंचिग सेन्टर बन जाये, तो हमारे शटलरों को कोचिंग के लिये बैगलूर व हैदराबाद नहीं जाने पडेगा।

इस बैडमिन्टन महाकुंम्भ में देश के लगभग 1050 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता तीन स्थानों में होगी। जोकि परैड ग्राउण्ड, महाराणा प्रताप स्पोट्रस कोलेज व जे0पी एकडेमी में संचालित की जायेगी। इस प्रतियोगिता का मुंख्य आक्रासरण का केन्द्र होगे, चेतन आंनद, वी0दीजू, रुपेश कुमार व उत्तराखण्ड की ओर से चिराग सेन,कुंहु गर्ग व बोधित जोशी पर होगा मेडल की दावेदारी। इस प्रतियोगिता की प्राईज मनी होगी पांच लाख रुपये।मुंख्यमत्री त्रिवेंद सिंह रावत ने कहा कि ये बड़े ही हर्ष का विषय है, कि हमारे प्रदेश के शटलरों द्वारा पूरे देश में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है। साथ ही मैं आप सभी को भी बताना चाहुंगा कि पौडी में 6,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित रासि स्टेडियम को भारत सरकार ने अपने रजामदीं दे दी है। आने वाले समय में पौडी में देश के खेलों का आयोजन होगा।

इस दौरान विधायक केदारनाथ मनोज रावत,देशराज कनवाल विधायक झबरेडा, संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक, पुष्पक ज्योति पुलिस उपमहानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र, नारायण सिंह राणा,अंलकनन्दा अशोक, पुनीता नागलिया,संजय गुप्ता, बी0एस0मनकोटी,लोकेश ओहरी,एस.ए.रावल,मनीषा नेगी, सतीश सरर्की,रोकेश डोभाल,दीपक नेगी,दीपक रावत,दिनेश शर्मा आदि मौजूद रहै।

नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने प्रदेश के 32 गांव में विद्युतीकरण को दी हरी झंडी

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देहरादून, सालों से एक अदद रोशनी  का इंतजार कर रहे उत्तराखंड के 32 गांव के लोगों को मार्च आखिर तक बिजली के दर्शन हो जाएंगे।

उत्तरकाशी चमोली और पिथौरागढ़ जिले के प्रदेश के 32 गांव में विद्युतीकरण का रास्ता साफ हो गया है ।नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने इन गांवों में विद्युतीकरण का कार्य शुरू करने को मंजूरी प्रदान कर दी है। 31 मार्च 2018 तक इन गांव में रोशनी पहुंच जाएगी।

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दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत देश के सभी गांव में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जब यह योजना शुरू हुई थी तो प्रदेश में 100 से अधिक गांव ऐसे थे जहां बिजली नहीं पहुंच पाई थी। उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड ने कई गांव में बिजली तो पहुंचा दी लेकिन 32 गांवों का विद्युतीकरण नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की मंजूरी नहीं मिलने से लटक गया था, क्योंकि यह गांव आरक्षित वन क्षेत्र में आते थे, इस वजह के चलते अभी तक इनका विद्युतीकरण नहीं हो पाया था।

इस संदर्भ में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्धन से बात की जिसके बाद नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड ने इन गांवों के विद्युतीकरण का कार्य शुरू करने की मंजूरी प्रदान कर दी है। ऊर्जा सचिव राधिका झा के अनुसार, “उत्तरकाशी चमोली और पिथौरागढ़ के इन 32 गांव में विद्युतीकरण शुरू करने की मंजूरी नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड दे दी है और इन गांव में 31 मार्च तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।”