डीएम डॉ. नीरज खैरवाल ने सोमवार को एनएचएआई, कार्यदायी संस्थाओं, वन विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ कलक्ट्रेट सभागार में एनएच-87 (रामपुर से काठगोदाम), नैनीताल हाईवे और एनएच-74 के चौड़ीकरण कार्यों की समीक्षा की। जिले में एनएच-87, नैनीताल हाईवे के चौड़ीकरण कार्यों की समीक्षा करते हुए डीएम ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि एनएच-87 की जद में आने वाली वन भूमि पर एनएचएआई द्वारा चिहिन्त किए गए 14469 हरे पेड़ों का कटान कार्य जल्द शुरू कर दिया जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि एसडीएम रुद्रपुर और किच्छा, वन विभाग, वन निगम, एनएचएआई, विद्युत विभाग और जल संस्थान के अधिकारी संयुक्त रूप से दो दिनों के भीतर वन क्षेत्र का निरीक्षण कर चिन्हित पेड़ों के कटान की योजना बनाएं, ताकि जिले में एनएच-87 पर जल्द ही कार्य शुरू किया जा सके।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक अजय विश्नोई ने बताया कि 14469 में से 3558 पेड़ों का एक करोड़ 75 लाख रुपये का भुगतान एनएचएआई ने वन विभाग को कर दिया है। इस पर डीएम ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वन विभाग शेष 10911 पेड़ों के भुगतान की डिमांड बनाकर 15 मई तक एनएचएआई को उपलब्ध करा दें ताकि एनएचआई द्वारा जल्द ही भुगतान किया जा सके।
ईई विद्युत विनोद कुमार को निर्देश दिए कि एनएच-87 की जद में आने वाली भूमि के अंतर्गत विद्युत विभाग की जिन योजनाओं पर काम चल रहा है उन पर रोका जाए। बता दें कि एनएच-87, नैनीताल हाईवे के चौड़ीकरण में जनपद की कुल 30.3728 हेक्टेयर भूमि आ रही है, जिसमें से 0.2796 हेक्टेयर प्राइवेट भूमि है, जबकि 30.0932 हेक्टेयर सरकारी भूमि है।























































