उत्तराखंड के सीमान्त जिले चमोली में भारत-चीन सीमा पर तनाव का असर अब भेड़-बकरिया चराने वाले बकरवालो ;शोकों द्धपर भी देखने को मिल रहा हैं। इसका ताज़ा मामला जोशीमठ इलाके में सामने आया हैं। खबरों के मुताबिक चीनी सैनिको के द्वारा धमकाए जाने के बाद आइटीबीपी ने इन चरवाहों को सुरक्षित एरिया में जाने के लिए कहा हैं।हालांकि प्रशासनिक रूप में इसकी पुष्टि नहीं हो पाई हैं। इस इलाके में भेड़-बकरियां चराने वाले बकरवालो को सरकारी अनुमति लेनी होती हैंए इस साल लगभग 50 से 55 चरवाहों को सरकारी अनुमति दी गई थी।
गौरतलब हैं की भारत-चीन सीमा पर स्थित चमोली जिले के नीतीमाणा इलाके में सीमा से लगे क्षेत्रों में चरवाहे हर साल जैसे ही गर्मी का सीजन शुरू होता हैं अपना रुख बुग्यालों की और करते है। सितम्बर अक्टूबर में जैसे ही बर्फवारी शुरू होती हैं,ये बकरवाल वापस आना शुरु कर देते हैं ण् इस बार इनकी वापसी के पीछे भारत चीन सीमा पर चल रही तनातनी बताया जा रहा हैं।
हाल ही में चीनी सैनिकों ने बाड़ाहोती इलाके में चरवाहों को न केवल धमकायाए बल्कि कुछ के तंबू भी उखाड़ दिए थे।























































