बद्रीनाथ धाम कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा पूरे ज़ोर शोर से शुरु

0
1149
चारधाम

लगभग पांच शीतकालीन महीनों के लिए बंद होने के बाद, उत्तराखंड के प्रसिद्ध मंदिर जिन्हें ‘चारधाम’ या ‘चार मंदिरों’ के नाम से भी जाना जाता है अप्रैल महीने की अलग-अलग तारीखों पर एक बार फिर श्रद्धालुओं के लिए खुल जाऐंगे। यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिर के कपाट 18 अप्रैल को तीर्थयात्रा के लिए खुल गए, इसके बाद 29 अप्रैल को केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद बद्रीनाथ मंदिर के कपाट आज 30 अप्रैल को भक्तों और तीर्थयात्रियों के लिए खोल दिए गए।

वहीं पंचकेदार जैसे की तुंगनाथ मंदिर के कपाट 5 मई,मदमेश्वर मंदिर के कपाट 18 मई और रुद्रनाथ के कपाट 19 मई से श्रद्धालुओं के लिए खुल जाऐंगे। चारधाम मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही सिखों के मशहूर हेमकुंड साहिब के कपाट सबसे आखिरी में 25 मई को खोले जाऐंगे।

परंपरागत रूप से, दुनिया भर में प्रसिद्ध चरधाम तीर्थयात्रा हर साल नवंबर के पहले सप्ताह में रोक दी जाती है,क्योंकि सर्दीयों के महीनों में बर्फबारी के चलते इन मंदिरों में पहुंचना मुश्किल हो जाता है और बर्फबारी की वज़ह से ठंड भी चरम पर होती है।वसंत ऋतु के बाद, बसंत पंचमी के आस-पास मंदिरों के दोबारा खोलने की तिथियां प्राचीन संस्कारों और अनुष्ठानों के अनुसार घोषित की जाती हैं।

चारधाम यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए राज्य प्रशासन, केंद्र सरकार के संरक्षण में पिछले कुछ महीनों में जी जान लगा कर काम कर रहा है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दूर-दराज से आने वाले तीर्थयात्रियों और विदेशी पर्यटकों को पहाड़ी राज्य में आने से पहले सुविधाएं और सड़क सुरक्षा मानदंड लागू हो जाएं। उत्तराखंड को ‘देवभूमि’ भी कहा जाता है क्योंकि चारधाम यात्रा करने वालों के लिए यह एक जीवन भर का अनुभव होता है।

इस बार चारधाम यात्रा की तैयारियों में पीएम मोदी ने समय-समय पर विडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से केदारनाथ पुर्नर्निमाण पर नज़र बनाए रखी थी।केदारनाथ पुनर्निमाण को पीएम मोदी के ड्रिम प्रोजेक्ट की तर्ज पर सुधारने का काम किया जा रहा है।वहीं इस बार दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं के लिए केदारनाथ का लेज़र शो एक अलग आकर्षण होगा जिसमें शिव जी की महिमा का वर्णन होगा।प्रशासन पिछले कई महीनों से यात्रा को बेहतर बनाने के लिए हर तरह की कोशिश में लगी हुई है।अब तक ऋषिकेश से 200 से ज्यादा बसें चारधाम के लिए रवाना हो चुकी हैं।

मंदिरों के कपाट खुलने की ताऱीख

  • तुंगनाथः 15 मई
  • मदमेश्वरः 18 मई
  • रुद्रनाथः 19 मई
  • हेमकुंडः 25 मई