चमोली की महिलाएं भी करना चाहती थी पीएम से बात, नही मिल पाया समय

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‘होम स्टे’

(गोपेश्वर)। चमोली जिले की महिलाएं भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ग्रामीण आजीविका व ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका उत्पाद पर अपनी बातें रखना चाहतीं थीं। पर समय नहीं मिल पाया, अलबत्ता उन्होंने प्रधानमंत्री की बातों को गंभीरता से सुना।

ग्रामीण परिवेश में आजीविका को बढावा देने तथा ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण स्वरोजगार परियोजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से भारत के तमाम राज्यों के स्वयं सहायता समूहों से माध्यम से सीधे वार्ता की। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों को दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, दीनदयाल कौशल विकास योजना तथा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के बारे में भी अहम जानकारियां देते हुए एसएचजी को और बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।

चमोली के गांवो से आजीविका कार्यक्रम से जुडी महिलाएं डीएम कार्यालय में आयी और वीडियो कांफ्रेंस में शामिल हुई। वे अपनी बात पीएम के सामने रखना चाहती थी, पर समय नही मिला। दो घंटे के समय में उत्तराखंड का नंबर नही आया। परंतु दूरस्थ चमोली की महिलाओं ने प्रधानमंत्री के संबोधन को बडे ध्यान से सुना। प्रधानमंत्री ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत स्वरोजगार के लिए आसान शर्तो पर ऋण उपलब्ध कराने का प्राविधान किया गया है। सुदूर क्षेत्रों में अंतिम व्यक्ति तक वित्तीय सेवाओं को पहुंचाने पर स्वयं सहायता समूहों की जमकर सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एसएचजी से जुड़ी बैंक सखी व बैंक मित्र सुदूर क्षेत्रों तक बैंकिग सुविधा पहुचाने में अहम भूमिका निभा रहे है। उन्होंने सभी स्वयं सहायता समूहों को गर्वमेंट-ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) पोटर्ल पर अपना रजिस्ट्रेशन करने को कहा ताकि उनके तैयार उत्पादों के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जानकारी मिल सके और उनकी आजीविका में और अधिक वृद्धि हो सके। तेलंगाना राज्य के एसएचजी के एक ड्रेस कोड से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री ने अन्य एसएचजी को भी इस ओर पहल करने को कहा। ताकि एसएचजी की अपनी एक यूनीक पहचान बन सके।

प्रधानमंत्री संवाद कार्यक्रम में परियोजना निदेशक प्रकाश रावत, जिले के विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी रेनू देवी, सरिता देवी, बीना तिवारी, लक्ष्मी देवी, मीना देवी, सावित्री देवी, राजेश्वरी नेगी, लता रावत, हेमा नेगी, शशि थपलियाल, गीता मैखुरी, चन्द्रकला नौटियाल, पदमिनी देवी आदि महिलाओं ने प्रतिभाग किया।