कुपोषण के चंगुल से मुक्त करना है महिलाओं और बच्चों को : राज्यपाल 

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देहरादून,  उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने आज राजभवन में देहरादून की एक अति कुपोषित बच्ची राधिका को गोद लेते हुए कहा कि, “प्रत्येक कुपोषित बच्चे और महिला को कुपोषण के चंगुल से आजाद कराना है।”
राजभवन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राष्ट्रीय पोषण मिशन को प्रोत्साहन देते अति कुपोषित श्रेणी में अने वाली 4 वर्ष 10 माह की बच्ची राधिका को गोद लिया। राधिका के माता-पिता राजकुमारी एवं हरिओम इन्दिरानगर में रहते हैं तथा निम्न आय वर्ग से संबंधित हैं। राज्यपाल ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और प्रत्येक बच्चे का अच्छा स्वास्थ्य देश के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। राज्यपाल ने महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या से राधिका की मां को जीवनयापन के लिए यथोचित रोजगार प्रदान करने के लिए कहा।
माता-पिता को दिए पुष्टाहार किट 
राज्यपाल मौर्य ने राधिका के माता-पिता को पुष्टाहार किट प्रदान करते हुए उसके खान-पान पर नियमित ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि वे स्वयं राधिका के स्वास्थ्य का नियमित अनुश्रवण करेंगी। उन्होंने राधिका की पढ़ाई में भी हर संभव सहायता देने की बात कही।
मेडिकल एवं मानिटरिंग बनाने के निर्देश 
राजभवन के चिकित्सकों को राधिका की मेडिकल एवं माॅनिटरिंग फाइल बनाने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने राधिका के तीन वर्षीय भाई देव, जो कि थैलासेमिया से पीड़ित है उसके स्वास्थ्य एवं उपचार के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिये। देव को नियमित रूप से पाजीटिव रक्त की जरूरत होती है। उन्होंने देव, राधिका के माता-पिता से कहा कि यदि देव को रक्त मिलने में कोई समस्या आती है तो उन्हें सूचित करें।