पौड़ी के द्वारीखाल विकासखंड स्थित डुंडेख गांव की स्मिता देवरानी बनीं मेजर जनरल

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पौड़ी

(पौड़ी) पहाड़ की बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। वो हर चुनौती को पूरा कर अन्य लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। पूर्व में पहाड़ की एक बेटी वर्तिका जोशी जल सेना के पोत से पूरी दुनिया का चक्कर लगा चुकी हैं। वर्तिका भी पौड़ी जनपद की रहने वाली हैं। और अब पौड़ी जनपद की एक और बेटी ने सेना में उच्च पद पर तैनाती पा कर पहाड़ का गौरव बढ़ाया है। स्मिता देवरानी उत्तराखंड की पहली महिला मेजर जनरल हैं। स्मिता अविवाहित हैं। बेटी के सेना में उच्च पद पर पहुंचने पर गांव में जश्न का माहौल है।

पौड़ी जनपद के विकासखंड स्थित डुंडेख गांव की स्मिता देवरानी ने सेना में मेजर जनरल पद पर पदोन्नति पाई है। इससे पूर्व वह सेना मुख्यालय में निदेशक मिलिट्री नर्सिंग सर्विस के पद पर सेवाएं दे रही थीं। स्मिता की बहन अमिता देवरानी भी सेना में अफसर हैं। वो ब्रिगेडियर हैं और इस वक्त कॉलेज ऑफ नर्सिंग एएफएमसी पुणे में प्रिंसिपल का दायित्व संभाल रही हैं। स्मिता देवरानी यमकेश्वर विकासखंड के डुंंडेख गांव की है। डुंडेख गांव दुगड्डा से सात-आठ किलोमीटर दूर डांडामंडी के समीप है। स्मिता देवरानी के दादा भोलादत्त देवरानी गढ़वाली साहित्यकार रहे हैं। इन्होंने मलेथा की गूल, नल दंमयंती, पाखू घस्यारी आदि रचनाएं लिखी हैं। पिता शंभू प्रसाद देवरानी खेल और वित्त सचिव थे।

स्मिता की नजदीकी रिश्तेदार प्राची देवरानी ने बताया कि स्मिता की पढ़ाई दिल्ली से हुई है। उनके पिता शंभू प्रसाद देवरानी दिल्ली सचिवालय में तैनात थे। स्मिता की माता सुशीला देवरानी गृहिणी हैं। स्मिता अविवाहित हैं।  स्मिता सौम्य व मिलनसार हैं। गांव की एक बेटी के सेना में इतने ऊंचे पद पर पहुंचने पूरे क्षेत्र में जश्र का माहौल है। गांव के अमित देवरानी, राकेश देवरानी, मुकेश देवरानी, सुभाष देवरानी, राजेश देवरानी आदि ने कहा कि यह हमारे गांव के लिए गर्व की बात हैं। इसके अलावा नौसीन, मटियाली, डाडामंडी आदि गांवों में भी जश्न का माहौल है। श्रीनगर पालिका पूनम तिवाड़ी भी इनके परिचितों में शामिल हैं। पूनम तिवाड़ी कहती हैं कि स्मिता पहाड़ की अन्य बेटियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
हिन्दुस्थान समाचार