सरकारी उदासीनता के चलते फल-फूल रहा है अवैध राफ्टिंग का कारोबार

विश्व के नक़्शे पर ऋषिकेश की व्हाइट रिवर राफ्टिंग ने अपना विशेष स्थान बनाया है। लेकिन गंगा में हो रही अवैध राफ्टिंग अब इस उद्योग के लिए खतरा बनती जा रही है। आए दिन होने वाली दुर्घटना के मद्देनज़र उत्तराखंड शासन एक बार फिर हरकत में आ गया है और टिहरी डिएम सोनिका ने कहा कि बीते दिनों राफ्टिंग के दौरान हुई मौत पर कड़े से कड़ा रुख अपनाया जाएगा और यकीन दिलाती हूं की आने वाले दिनों में सभी अवैध राफ्टिंग कंपनियों को हटा कर सभी नियमों को सख्ती के साथ मानने के निर्देश दिए जाऐगें ताकि यहां आने वाले लोगों की जान ना जाएं’। ‘गंगा वैली मैनेजमेंट कमेटी’ भी उनके खिलाफ एक्शन लेगी जिन्होंने नियमों के साथ छेड़छाड़ किया और ऱाफ्ट में कैपेसिटी से ज्यादा लोगों को बिठाया। उत्तराखंड टूरिज्म डवलेपमेंट बोर्ड के एडवेंचर टूरिज्म इंर्चाज प्रदीप नेगी ने बताया कि अवैध राफ्ट आपरेटरों को धरा जाएगा और नियमों का पालन ना करने वालों को भी सजा दी जाएगी।

गंगा में बहती रंग बिरंगी राफ्टें देखने में हर किसी का मन मोह लेती है और ऋषिकेश आने वाला हर पर्यटक रिवर राफ्टिंग करने के लिए लगातार बड़ी संख्या में देश और विदेश से राफ्टिंग कंपनियों के पास पहुँचता है  बिना ये जाने की उसकी जान कितनी सुरक्षित है। वो एक विश्वास के साथ रोमांच के इस खेल में उतर जाता है। वास्तविकता में तो ऊपर से सब कुछ सामान्य सा लगता है लेकिन वीकेंड पर पर्यटकों की भीड़ अवैध और इल्लीगल राफ्टिंग को बढ़ावा देती है।

जरा से मुनाफे की आड़ में  एक राफ्ट मे लाइसेंस वाले संचालक पर्यटकों की जान की परवा न करते हुए अनट्रेंड गाइडों के सहारे 10-10 राफ्टों को गंगा में उतार देते है जिसपर प्रशासन कोई कार्यवाही नही कर पाता। राफ्टिंग के रोमांच का मजा लेने देश विदेश से आने वाला पर्यटक राफ्टिंग संचालकों की हाथ की कठपुतली बन जाता है। राफ्टिंग गाइड को सरकार की ओर से ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट मिला है या नही और राफ्टिंग इक्यूपमेंट सेफ्टी मानकों में खरे उत्तर रहे है या नही, उसे तो बस हर कीमत पर गंगा में राफ्टिंग का मजा लेना होता है।  वीकेंड पर बड़ी संख्या में यहा पर्यटक पहुचते है जिससे राफ्टिंग संचालक सभी नियम ताक पर रख कर थोड़े पैसे के लालच में राफ्टो को ओवर लोड करना शुरू कर देते है। रैपिड पर संतुलन बिगड़ने से ये ओवर लोड राफ्ट पलट जाती है जिसमे सवार पर्यटक उतेजना और डूबने के डर से जान गंवा बैठता है।

 पिछले एक माह में गंगा में डूबने से 6 की मौत आंकड़ों पर एक नजर-

  • 13 मई :-    गंगा में डूबने से सुभाष( 34 )निवासी दिल्ली की मौत
  • 12 मई :-    मुनि की रेती में धर्मपाल भंडारी (26) निवासी शिवपुरी की गंगा में डूबने से मौत
  • 7 मई :-      बैराज रोड क्षेत्र में गंगा में डूबने से बलवंत बिष्ट बिष्ट(30) निवासी मुरादाबाद की मौत
  • 4 मई :-      शिवपुरी में गंगा में नहाते समय डूबने से हरीश नौटियाल (25) निवासी टिहरी गढ़वाल की मौत
  • 23 अप्रैल:-  मुनि की रेती में गंगा में डूबने से वीरेंद्र (42) निवासी यमकेश्वर पौड़ी की मौत
  • 30 अप्रैल :-  शिवपुरी क्षेत्र में डूबने से नीरज (26) निवासी गुरुग्राम फरीदाबाद की मौत