दुर्गम क्षेत्र के सरकारी प्राइमरी स्कूल के टीचर का कमाल,बना डाली स्कूल की वेबसाइट

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फोटोः कृष्णा रावत

ऋषिकेश। उत्तराखंड की बदहाल शिक्षा प्रणाली एवं विषम भौगोलिक परिस्थिति यहां के नौनिहालों के लिए अच्छी शिक्षा का सपना सपना ही रह जाता है ऐसे में अगर हम उत्तराखंड के सरकारी प्राइमरी स्कूल की वेबसाइट की बात करें तो यह बात किसी के गले नहीं उतरती।उत्तराखंड में शिक्षा महकमा सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण महकमा माना जाता है लेकिन यहां की शिक्षा की स्थिति किसी से भी नहीं छिपी है, ऐसे में अपने स्कूल के प्रति समर्पित अध्यापक कैसे शिक्षा को सूचना क्रांति के युग से जोड़ देता है इसका सटीक उदाहरण है राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुथया के अध्यापक प्रमोद कुमार चमोली का जिन्होंने सड़क मार्ग से कटे अति दुर्गम क्षेत्र में स्थित अपने स्कूल की सारी गतिविधियों ,कार्यक्रमों और छात्रों की संख्या ,उपलब्धि के बारे में वेबसाइट बनाकर सूचना क्रांति से जोड़ दिया। प्रमोद कुमार चमोली का कहना है कि यह वेबसाइट समाज से कटे अति दुर्गम स्कूल की सारी सूचनाएं एक क्लिक पर ही उपलब्ध करा देगी जिससे यहां पढ़ रहे बच्चों को नई पहचान मिलेगी। प्रमोद चमोली की इस उपलब्धि पर शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं अध्यापक ढालवाला के मॉडल स्कूल में इकट्ठा हो कर राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुथया की वेबसाइट का औपचारिक शुभारंभ किया। प्रमोद चमोली के इस प्रयास को सरकारी प्राइमरी स्कूलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया जिसे देखकर अन्य स्कूल भी सूचना क्रांति से जुड़ पाएंगे, एक टीचर के प्रयास स्कूल के हालात बदलने शुरू कर दिए हैं साथ ही स्कूल में चल रही गतिविधियों को समाज तक पहुंचाने के लिए एक वेबसाइट बनाकर नई शुरुआत कर दी है जिससे उत्तराखंड की प्राइमरी शिक्षा का हाल और जानकारी समाज के हर वर्ग तक पहुंचेगी।