पर्यटन विभाग के घाटे को कम करेगा ये पीपीपी मॉडल

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Satpal Maharaj

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की 18वीं बोर्ड बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कुमाऊं और गढ़वाल दोनों क्षेत्रों में देवी मंदिरों के लिए 12-12 बड़े प्रोजेक्ट बनाकर फोकस करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ट्रेकिंग रूट पर हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों भाषाओं में साइनेज लगाये जाए जिससे बाहर से ट्रैकिंग के लिए आने वाले यात्रियों को रास्ता ढूंढने में सुविधा हो सके तथा वन्य पर्यटन को सहज बनाया जा सके।
पर्यटन मंत्री मंगलवार को पर्यटन मुख्यालय में आयोतिज बोर्ड की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान बैठक में नई विज्ञापन नीति पर अनुमोदन, पुराने पर्यटक आवास गृहों को पीपीपी मोड में देने, ट्रैकिंग रूट्स को सुधारने, भूमि-बैंकों के डिजिटलीकरण, केएमवीएन तथा जीएमवीएन के एकीकरण, पर्यटन का एक वार्षिक कैलेंडर ऑफ इवेंट बनाने तथा बोर्ड के गैर सरकारी सदस्यों का कार्यकाल बढ़ाने सहित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर निर्णय लिए गए।
बैठक में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की नई विज्ञापन नीति पर बोर्ड ने सहमति व्यक्त की। इसमें पोर्टल, ब्लॉग, रियलिटी शो आदि पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया गया। विभाग की वेबसाइट पर 4के क्वालिटी की वीडियो तथा फोटोग्राफ्स लगाए जाने पर सहमति हुई तथा इस संबंध में स्पेन ग्रुप को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में केएमवीएन व जीएमवीएन के घाटे पर चल रहे पर्यटक आवास ग्रहों के को पीपीपी मोड में दिए जाने पर भी सहमति हुई। साथ ही केएमवीएन व जीएमवीएन आवास ग्रहों के भोजन की गुणवत्ता को सुधारने के लिए किसी अच्छी फूड चेन को अधिकृत करने पर भी चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त सभी पर्यटक आवास ग्रहों में ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।

राज्य की नई पर्यटन नीति को लेकर भी बोर्ड में व्यापक चर्चा हुई जिसमें सतपाल महाराज द्वारा उत्तराखंड पर्यटन की वेबसाइट पर पैराग्लाइडिंग, सी-लैंडिंग, ट्रैकिंग, कुलिनरी-टूरिज्म, होटल तथा रेस्टोरेंट आदि के जीवंत छाया-चित्र तथा वीडियोज को दिखाए जाने के निर्देश दिए गए। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें तंबू के सैंपल लगाकर 15 दिन की प्रदर्शनी लगानी चाहिए जिससे राज्य में तंबू पर्यटन को प्रचलित किया जा सके जो कि ट्रैकिंग मार्गों पर विशेष रूप से लोकप्रिय हो सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन के लिए और रोपवे एक क्रांतिकारी कदम हो सकता है और इस इस संबंध में आवश्यकता पड़ने पर वन विभाग से सभी औपचारिकताओं को समाप्त करते हुए बात की जाएगी। बैठक में पर्यटन मंत्री द्वारा लैंड बैंक के डिजिटलीकरण का सुझाव दिया गया।

बोर्ड के सदस्य सचिव तथा सीईओ दिलीप जावलकर ने विशेषज्ञता प्रथा प्रशासनिक अनुभव के संतुलन को आवश्यक बताते हुए निदेशकों की प्रतिनियुक्ति के माध्यम से भर्ती का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि बैठक में पर्यटन विभाग का एक कैलेंडर ऑफ इवेंट बनाने पर सहमति हुई है जिसमें सांस्कृतिक गतिविधियों को ध्यान में रखा जायेगा।