उत्तराखण्ड के पहाड़ी इलाकों में होने वाली किसी भी दुर्घटना, खोज और बचाव कार्यों मेें एसडीआरएफ खास भूमिका निभाती आ रही है।इसी सिलसिले में 18 मई को सतोपंथ पर्वत के लिये एसडीआरएफ की हाई आॅल्टिट्यूड टीम को रवाना किया गया था। सतोपंथ की ऊंचाी करीब 7000 मीटर है।
सतोपंथ पर्वत आरोहण के दौरान ही 5 जून को वासुकीताल से 8 किमी. आगे करीब 5200 मीटर की ऊंचाई पर 6 सदस्यी पर्वतारोही दल के एक पर्वतारोही 24 साल के प्रयाग चौधरी के एडवांस बैस कैम्प व कैम्प 1 के बीच मौजूद सुराले ग्लेशियर में 50 फीट गहरे कैरावास में गिर जाने की खबर आी। खबर मिलते ही एसडीआरएफ की टीम ने अदम्य साहस का परिचय देते हुये अपनी जान का जोखिम होते हुए भी 50 फीट गहरे कैरावास से चोटिल पर्वतारोही प्रयाग चौधरी को निकाला।
एसडीआरएफ के इस रेस्क्यू आॅपरेशन के चलते उसकी टीम को को प्रधानमंत्री जीवन रक्षक पदक के लिये नामित किया जा रहा है। इस टीम के सदस्यों में उपनिरीक्षक सतीश कुमार शर्मा,कांन्सटेबल सूर्यकान्त उनियाल, फायरमैन रवि चौहान, फायरमैन प्रवीण सिंह, कां विरेन्दर प्रसाद काला, कां सुशील कुमार,मौजूद थे।





















































