आईएमए के आह्वान पर डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन

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ऋषिकेश,  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर सरकारी चिकित्सालयों के डाक्टरों ने ओपीडी सेवा बंद करके राजकीय चिकित्सालय तथा एम्स में प्रदर्शन किया। उसके उपरांत प्रदेश के मुख्यमंत्री के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति के नाम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ एक ज्ञापन भी दिया, इस दौरान आपातकालीन सेवाएं जारी रही।
आईएमए ऋषिकेश के अध्यक्ष डॉ. हरीओम प्रसाद ने बताया कि, “आईएमए ऋषिकेश से जुड़े सभी सरकारी, निजी चिकित्सक राजकीय चिकित्सालय, ऋषिकेश में एकत्रित हुए और वहां से सिर पर पट्टियां बांधकर तख्तियां लिए हुए उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां एसडीएम के प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।”
आईएमए के सचिव डॉ. यूएस खरोला ने बताया कि, “पश्चिम बंगाल में 85 वर्ष के बुजुर्ग की मौत के बाद परिजनों ने इंटर्न डाक्टरों की पिटाई कर दी। उसके बाद वहां की स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री डाक्टरों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बजाए उन पर आंदोलन खत्म करने का दबाव बना रही हैं जिससे देश के सभी डाक्टरों में भारी रोष है। इसी वजह से आज आईएमए से जुड़े चिकित्सकों ने 24 घंटे तक ओपीडी बन्द करने का ऐलान किया है।”
आईएमए कोषाध्यक्ष डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि, “पूरे भारत के डाक्टर हिंसा से तंग आकर एक स्थायी व सख्त कानून बनाना चाहते हैं ताकि एक अच्छे वातावरण में काम किया जा सके।”
इस अवसर पर ज्ञापन सौंपने वालों में डॉ. केएन लखेरा, डॉ. एनबी श्रीवास्तव, डॉ. हरीश द्विवेदी, डॉ. राम कुमार भारद्वाज, डॉ. नरेंद्र रतूड़ी, डॉ. राजे नेगी, डॉ. डीपी रतूड़ी, डॉ. मोहमद हारून, डॉ. एसके गुप्ता, डॉ. आशुतोष, डॉ. चेतन रयाल समेत आईएमए से जुड़े सभी चिकित्सक उपस्थित थे।