कोर्दी गांव में योजनाओं की स्थिति देखकर हैरान हुए सीडीओ

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लंबगांव/टिहरी, जिले के दूरस्थ गांव कोर्दी में विभिन्न योजनाओं में सरकारी सांठगांठ और जन प्रतिनिधियों की लापरवाही से लाखों का घपला सामने आया है। सीडीओ आशीष भटगांई ने जब योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया तो वह हैरान हो गए। एक ओर जहां आंगनबाड़ी केंद्र और जूनियर हाईस्कूल मानकों की अनदेखी कर गलत आकार का बनाया गया है। वहीं कई ऐसे कार्य हैं, जिनका धरातल पर कोई अता पता नहीं है। योजनाओं में गंभीर अनियमितता पाए जाने पर सीडीओ खासे नाराज हैं। उन्होंने ग्राम प्रधान, वीडीओ और अन्य संबंधित कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए जिला विकास अधिकारी को जांच सौंपी है।
गौरतलब है कि सीडीओ पिछले कई समय से जिले के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर संचालित योजनाओं की जानकारी लेते रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को उन्होंने प्रतापनगर ब्लॉक के दूरस्थ गांव कोर्दी का निरीक्षण किया। यह गांव उत्तरकाशी जिले के बार्डर पर लगा हुअ है। योजनाओं के स्थलीय निरीक्षण में उन्हें गंभीर खामियां देखने को मिली हैं। वर्ष 2005 में निर्मित गांव का आंगनबाड़ी केंद्र मानकों के विपरीत बना है। इस आकार, गुणवत्ता बहुत ही खराब है। जबकि राजकीय जूनियर हाईस्कूल में वित्त की धनराशि से वर्ष 2015-16 में बनाए गए फर्श की गुणवत्ता सही न होने से उखड़ गया है। वहीं गांव में बने एक ही सीसी खंडिजा का भुगतान मनरेगा, राज्य वित्त से भी हुआ। जबकि कार्य की गुणवत्ता, लंबाई भी मानक के अनुरुप नहीं पाई गई। उन्होंने कई स्थानों पर सीसी खडिंजा को तुडवाड़ा। जिसमें सीमेंट की मात्र काफी कम पाई गई।
वित्तीय वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 में मनरेगा, जिला योजना, चौथे राज्य वित्त से खर्च हुई धनराशि के अधिकांश कार्य जमीन नहीं दिखें। संपत्ति रजिस्ट्रर का रखरखाव भी ठीक से नहीं पाया गया। सीडीओ ने डीडीओ को सभी कार्यो की गंभीरता से जांच करने के निर्देश देते हुए ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी, बीडीओ, जेई समेत अन्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जूनियर हाई स्कूल, प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण कर बच्चों का हालचाल जाना। उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार के ओर से दी जा रही सुविधाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।